अस्पताल में CM धामी ने श्रमिकों को सौंपा एक-एक लाख रुपये के चेक

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सुरंग से निकाले गए श्रमिकों को ऋषिकेश के एम्स में भर्ती किए जाने से पहले बुधवार को चिन्यालीसौड़ अस्पताल में उनसे मिलकर उनका हालचाल जाना और उन्हें एक-एक लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि का चेक सौंपा ।

मुख्यमंत्री ने श्रमिकों को निकालने के लिए चलाए गए बचाव अभियान के अंतिम दौर में मलबे में पाइप डालने के लिए ‘रैट माइनिंग तकनीक’ से हाथ से खुदाई करने वाले श्रमिकों को भी 50-50 हज़ार रुपये की प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की।

केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न एजेंसियों द्वारा युद्धस्तर पर चलाए गए बचाव अभियान के जरिए सुरंग में फंसे सभी 41 श्रमिकों को 17 वें दिन मंगलवार रात को सकुशल बाहर निकाल लिया गया था।

धामी ने श्रमिकों से मुलाकात के दौरान उन्हें एक-एक लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि के चेक भी सौंपे । इस संबंध में, उन्होंने कहा कि सुरंग में फंसे रहने के दौरान 16 दिनों तक उन्होंने हिम्मत बांधी रखी, इसी लिए उन्हें प्रोत्साहन राशि दी गयी है।

धामी ने कहा, “सुरंग हादसे के चलते हम सब इस बार दिवाली नहीं मना पाए और अब सभी श्रमिकों को सुरक्षित निकाले जाने के बाद दिवाली का जश्न मनाया जाएगा।”

उन्होंने श्रमिकों के परिजनों को देहरादून में मुख्यमंत्री आवास में दिवाली मनाने के लिए आमंत्रित भी किया।

चारधाम यात्रा मार्ग पर बन रही साढ़े चार किलोमीटर लंबी सुरंग का एक हिस्सा 12 नवंबर को ढह जाने से उसमें 41 श्रमिक फंस गए थे जिन्हें युद्धस्तर पर चलाए गए बचाव अभियान के बाद मंगलवार को सकुशल बाहर निकाल लिया गया।

टनल रेस्क्यू के बाद PM मोदी ने श्रमिकों से की बात, बोले- अभियान से जुड़े सभी लोगों के जज्बे को सलाम

प्रधानमंत्री मोदी ने बचाव अभियान से जुड़े लोगों की तारीफ करते हुए कहा कि उनकी बहादुरी और संकल्प-शक्ति ने हमारे श्रमिक भाइयों को नया जीवन दिया है। इस मिशन में शामिल हर किसी ने मानवता और टीम वर्क की एक अद्भुत मिसाल कायम की है।

उत्तराखंड : Silkyara Tunnel में फंसे मजदूरों को निकालने का अभियान अंतिम चरण में

बचावकर्मी मंगलवार को सिलक्यारा सुरंग के अवरूद्ध हिस्से में पड़े मलबे के दूसरी ओर पिछले 16 दिन से फंसे 41 श्रमिकों तक पहुंचने के लिए जरूरी 60 मीटर तक की खुदाई के काम को पूरा करने के करीब पहुंच गए हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

इससे पहले उत्तराखंड के सूचना विभाग के महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने दोपहर डेढ़ बजे के बाद संवाददाताओं को बताया कि ‘ड्रिलिंग’ पूरी हो चुकी है।

यह जानकारी आने के करीब आधा घंटे बाद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जानकारी दी कि श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए मलबे में पाइप डाले जाने का काम पूरा हो गया है।

सुरंग हादसा: अमेरिकी ऑगर मशीन के शेष बचे हिस्से भी मलबे से निकाले गए, PM के प्रधान सचिव पहुंचेंगे घटना स्थल पर

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रधान सचिव पी के मिश्रा और उत्तराखंड के मुख्य सचिव एस एस सन्धु घटनास्थल पर चल रहे बचाव कार्यों की समीक्षा के लिए सोमवार को सिलक्यारा पहुंचेंगे।

सुरंग के सिलक्यारा छोर से 25 टन वजनी अमेरिकी ऑगर मशीन के जरिए चल रही क्षैतिज ड्रिलिंग में ताजा अवरोध शुक्रवार शाम को आया जब उसके ब्लेड मलबे में फंस गए ।

उत्तरकाशी में प्रशासन का रेस्क्यू जारी, आज रात तक बाहर आ सकते हैं 41 मजदूर

उत्तरकाशी टनल हादसे में रेस्क्यू ऑपरेशन अब अपने आखिरी पड़ाव पर है। बचाव दल सुरंग के अंदर फंसे 41 मजदूरों को निकालने के बहुत करीब पहुंच गया है। अब महज कुछ ही मीटर की दूरी रह गई है।

Uttarkashi: सिलक्यारा सुरंग में ड्रिलिंग फिर से शुरू, प्रधानमंत्री ने CM धामी से बात की

निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग में 10 दिन से अधिक समय से फंसे 41 श्रमिकों को बाहर निकालने का रास्ता तैयार करने के लिए अमेरिकी ऑगर मशीन से ड्रिलिंग फिर शुरू होने से बचाव अभियान में तेजी आ गयी है

Uttarkashi Tunnel Collapse: सिल्क्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों के सकुशल होने का पहला वीडियो आया सामने

सिलक्यारा सुरंग में पिछले नौ दिन से सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों तक छह इंच की पाइपलाइन के जरिए खिचड़ी भेजने के कुछ घंटों बाद बचावकर्मियों ने मंगलवार

उत्तरकाशी: सुरंग में फंसे श्रमिकों को जल्द निकालने की उम्मीदें बढ़ीं, मशीन ने सुरंग में मलबे को 12 मीटर तक भेदा

घटनास्थल पर बचाव कार्यों का निरीक्षण करने के लिए पहुंचे केंद्रीय नागर विमानन, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्य मंत्री जनरल (सेवानिवत्त) वीके सिंह ने मजदूरों को बाहर निकालने के अभियान के पूरा होने के लिए अधिकतम समयसीमा ‘दो या तीन दिन’ बताई ।

हालांकि राज्य भर में बन रही सभी सुरंगों की समीक्षा का निर्णय लेने वाले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बचाव अभियान के पूरा होने के समय को लेकर अधिक आशान्वित दिखे ।

वायुसेना के विमानों से भारी ऑगर मशीन उत्तरकाशी लाई गई

यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग के एक हिस्से के ढहने से पिछले 80 घंटों से अधिक समय से उसके अंदर फंसे 40 श्रमिकों को बाहर निकालने के प्रयासों में भूस्खलन और तकनीकी कारणों से पड़ी अड़चन के बाद बुधवार को दिल्ली से विमानों के जरिए एक भारी ऑगर मशीन चिन्यालीसौड़ लायी गयी।

उत्तरकाशी सुरंग दुर्घटना: सुरंग में फंसे हुए श्रमिकों को बचाने में देरी पर विरोध, ड्रिलिंग का काम जारी

मंगलवार को एक ताज़ा भूस्खलन के कारण ध्वस्त सुरंग के मलबे के माध्यम से स्टील पाइप डालने के प्रयासों में बाधा उत्पन्न हुई। बताया गया है कि सभी कर्मचारी सुरक्षित हैं और संचार स्थापित हो गया है। उन्हें राशन और अन्य जरूरी सामान भी मुहैया कराया जा रहा है।