चंडीगढ़ 'आप' नेता प्रदीप छाबड़ा का निधन, लंबे समय से चल रहे थे बीमार

नगर निगम के पूर्व मेयर रहने के अलावा वे 10 साल तक पार्षद भी रहे हैं। कांग्रेस में वे पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल के करीबी थे, लेकिन 4 साल पहले जब उन्हें अध्यक्ष पद से हटाया गया तो उन्होंने बंसल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए। पूर्व मेयर प्रदीप छाबड़ा 6 साल तक चंडीगढ़ आम आदमी पार्टी के सह प्रभारी भी रहे हैं। आम आदमी पार्टी में शामिल होते ही उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सामने शर्त रखी थी कि आम आदमी पार्टी नगर निगम चुनाव लड़ेगी। जब छाबड़ा आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे, तब पार्टी ने तीन साल पहले पहली बार नगर निगम चुनाव लड़ा था।

Jul 9, 2024 - 15:28
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चंडीगढ़ 'आप'  नेता प्रदीप छाबड़ा का निधन, लंबे समय से चल रहे थे बीमार
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आम आदमी पार्टी के दिग्गज नेता प्रदीप छाबड़ा का मंगलवार सुबह निधन हो गया। इस दुखद खबर से पूरे शहर में शोक की लहर दौड़ गई है। प्रदीप छाबड़ा ने अपना राजनीतिक सफर कांग्रेस पार्टी से शुरू किया था, वे लंबे समय तक कांग्रेस में भी रहे हैं और वर्तमान में आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता थे।  छाबड़ा ने चंडीगढ़ में आम आदमी पार्टी को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई थी। 3 साल पहले वे कांग्रेस छोड़कर आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे। 

10 साल तक पार्षद रहे हैं 

नगर निगम के पूर्व मेयर रहने के अलावा वे 10 साल तक पार्षद भी रहे हैं। कांग्रेस में वे पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल के करीबी थे, लेकिन 4 साल पहले जब उन्हें अध्यक्ष पद से हटाया गया तो उन्होंने बंसल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए। पूर्व मेयर प्रदीप छाबड़ा 6 साल तक चंडीगढ़ आम आदमी पार्टी के सह प्रभारी भी रहे हैं। आम आदमी पार्टी में शामिल होते ही उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सामने शर्त रखी थी कि आम आदमी पार्टी नगर निगम चुनाव लड़ेगी। जब छाबड़ा आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे, तब पार्टी ने तीन साल पहले पहली बार नगर निगम चुनाव लड़ा था।

गंभीर बीमारी से पीड़ित थे छाबड़ा

प्रदीप छाबड़ा पिछले 2 साल से गंभीर बीमारी से पीड़ित थे। साल 2021 में हुए नगर निगम चुनाव में प्रदीप छाबड़ा की वजह से ही आम आदमी पार्टी के सबसे ज्यादा पार्षद जीते थे।

वह शहर के कई नेताओं के राजनीतिक गुरु भी हैं। प्रदीप छाबड़ा की दो बेटियां हैं। पीजीआई में इलाज के दौरान छाबड़ा की मौत हो गई थी। इस बार चंडीगढ़ लोकसभा सीट पर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन करवाने में भी छाबड़ा ने अहम भूमिका निभाई थी।

1990 से शहर की राजनीति में सक्रिय थे

छाबड़ा यूटी क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष रह चुके हैं। इसके साथ ही वह लंबे समय तक ऑल इंडिया एंटी टेररिस्ट फ्रंट में भी काम कर चुके हैं।

शहर के विकास में अहम भूमिका निभाने वाले प्रदीप छाबड़ा सेक्टर 22 और 16 के पार्षद रह चुके हैं। पहले वह सेक्टर 22 में रहते थे, इस समय वह सेक्टर 44 में रह रहे थे। प्रदीप छाबड़ा 1990 से शहर की राजनीति में सक्रिय थे।

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