हिमाचल प्रदेश में खराब मौसम के कारण 3 राष्ट्रीय राजमार्ग सहित 360 से अधिक सड़कें बंद

हिमाचल प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश और बर्फबारी के कारण तीन राष्ट्रीय राजमार्गों सहित 360 से अधिक सड़कें अब भी बंद हैं। शिमला स्थित मौसम विज्ञान कार्यालय के पूर्वानुमान के अनुसार, रविवार से राज्य में फिर बारिश हो सकती है।

Himachal Pradesh: डॉक्टरों के सामूहिक अवकाश का दिखा असर, चिकित्सा सेवाएं हुई प्रभावित

NPA की बहाली की मांग पूरी न होने पर सरकारी अस्पतालों में काम करने वाले अधिकांश डॉक्टरों के सामूहिक अवकाश पर चले जाने से बृहस्पतिवार को पूरे हिमाचल प्रदेश में चिकित्सा सेवाएं बाधित हो गई।

हिमाचल में सरकार पर ‘खतरा नहीं’, विक्रमादित्य ने पार्टी नेतृत्व से बात की: कांग्रेस सूत्र

हिमाचल प्रदेश सरकार के मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व से बात की है और अब मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार को कोई खतरा नहीं है। पार्टी सूत्रों ने सोमवार को यह दावा किया।

सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व को मुख्यमंत्री सुक्खू और उनके द्वारा अब तक किए गए कार्यों पर भरोसा है, इसलिए फिलहाल राज्य सरकार के नेतृत्व में बदलाव संभव नहीं लगता।

प्रदेश के राजनीतिक संकट से निपटने में शामिल एक पार्टी सूत्र ने कहा, ‘‘सरकार बहुमत में है और वह पूरे पांच साल तक हिमाचल प्रदेश के लोगों की सेवा करेगी और धन-बल की मदद से जनादेश को कुचलने का कोई भी प्रयास सफल नहीं होगा।’’

सूत्रों ने कहा कि बागी विधायकों के खिलाफ दलबदल विरोधी कानून के तहत कार्रवाई की गई है।

उन्होंने यह भी कहा कि हिमाचल प्रदेश के लोग ‘आया राम, गया राम’ वाली राजनीति को पसंद नहीं करते।

सूत्रों ने दावा किया कि दलबदल विरोधी कानून के तहत छह विधायकों को अयोग्य ठहराए जाने के बाद अब सदन में सदस्यों की कुल संख्या 62 रह गई है और सरकार के पास बहुमत के जरूरी आंकड़े 32 से अधिक विधायकों का समर्थन है।

उन्होंने दावा किया कि बागी विधायक ‘‘माफी मांग रहे हैं और संदेश भेज रहे हैं।’’

सूत्रों ने यह भी कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत वीरभद्र सिंह और कांग्रेस की राज्य इकाई की अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के पुत्र विक्रमादित्य सिंह ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से बात की है और अपने मुद्दों से अवगत कराया है।

सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री सुक्खू का उद्देश्य बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य के साथ आत्मनिर्भर हिमाचल प्रदेश का निर्माण करना है और वह इस पर लगातार काम कर रहे हैं।

हिमाचल प्रदेश में पिछले दिनों राज्यसभा की एकमात्र सीट के लिए हुए मतदान में कांग्रेस के छह विधायकों द्वारा ‘क्रॉस वोटिंग’ किये जाने के बाद भाजपा ने जीत हासिल की थी और उसके बाद से राज्य में राजनीतिक संकट पैदा हो गया था। विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने गत बृहस्पतिवार को इन छह विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया। विधायकों ने सदन में वित्त विधेयक पर सरकार के पक्ष में मतदान करने के पार्टी व्हिप का उल्लंघन किया था।

Delhi: प्रियंका गांधी से विक्रमादित्य सिंह ने की मुलाकात, कई मुद्दों पर की चर्चा

हिमाचल प्रदेश में सियासी संकट खत्म नहीं हुआ है। दिल्ली में विक्रमादित्य सिंह ने प्रियंका गांधी और केसी वेणुगोपाल से मुलाकात की और हिमाचल के सियासी घटनाक्रम को लेकर चर्चा की।

हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति में हिमस्खलन से चेनाब का प्रवाह बाधित

हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति जिले के एक गांव में रविवार तड़के हिमस्खलन हुआ, जिससे चेनाब का प्रवाह बाधित हो गया और आसपास के इलाके में अलर्ट जारी कर दिया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

इस बीच, पिछले दो दिनों में हिमाचल प्रदेश में भारी बर्फबारी और बारिश के कारण छह से ज्यादा बार हिमस्खलन और भूस्खलन हुए हैं, जिससे पांच राष्ट्रीय राजमार्गों समेत 500 से अधिक सड़कें बंद हो गई हैं।

उन्होंने बताया कि अब तक किसी भी हिमस्खलन में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।

अधिकारियों ने बताया कि लाहौल-स्पीति में जसरत गांव के पास दारा झरने पर हिमस्खलन के बाद चिनाब नदी का प्रवाह बाधित हो गया, जबकि जिले में पिछले 24 घंटों में भारी बर्फबारी हुई है। लाहौल-स्पीति के पुलिस अधीक्षक (एसपी) मयंक चौधरी ने कहा कि जोबरंग, रापी, जसरत, तरंद और थरोट के आसपास के गांवों के निवासियों को सतर्क रहने और आपात स्थिति में निकटतम पुलिस चौकी को सूचित करने की सलाह दी गई है।

लाहौल उपसंभाग के तांदी पुल पर हिमस्खलन में कुछ दुकानें दब गईं। लाहौल-स्पीति में राशेल गांव के सेली नाला, जोबरंग में फल्दी नाला, लोहनी में चो वीर मोड़ और उदयपुर गांव के पास तथा नाला में हिमस्खलन की कई घटनाएं हुईं।

अधिकारियों ने बताया कि किन्नौर जिले के सांगला में करछम हेलीपैड के पास भी हिमस्खलन की सूचना मिली है।

राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, पांच राजमार्गों समेत 500 सड़कों पर यातायात बंद है। लाहौल-स्पीति में अधिकतम 290 सड़कें, किन्नौर में 75, चंबा में 72, शिमला में 35, कुल्लू में 18, मंडी में 16, कांगड़ा और सिरमौर जिलों में एक-एक सड़क बंद है।

मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश में भारी बर्फबारी और बारिश का रेड अलर्ट किया जारी

मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने हिमाचल प्रदेश में भारी बर्फबारी और बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। विभाग के मुताबिक राज्य के ऊंचाई वाले हिस्सों में भारी बर्फबारी और बारिश होगी।

CM सुक्खू की अध्यक्षता में हिमाचल कैबिनेट की अहम बैठक

हिमाचल कांग्रेस में जारी तनातनी के बीच आज शिमला में कैबिनेट की अहम बैठक होगी। इस बैठक की अध्यक्षता सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू करेंगे। इस दौरान कई अहम मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। साथ ही कई फैसलों को मंजूरी भी दी जा सकती है।

पंजाब-हरियाणा में बारिश और हिमाचल में बर्फबारी का IMD ने जारी किया अलर्ट

उत्तर भारत में एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव होने से मौसम का मिजाज बदल चुका है। पंजाब-हरियाणा, चंडीगढ़ और हिमाचल में आज और कल तक इसका असर देखने को मिलेगा।

हिमाचल में संकट बरकरार? 6 अयोग्य विधायकों से मिले विक्रमादित्य सिंह

हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। बीते कल विक्रमादित्य सिंह करीब साढ़े 6 बजे बैठक छोड़कर चले गए थे। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक वो चंडीगढ़ गए और 6 बागी विधायकों से मिले।

हिमाचल में स्थिति कांग्रेस के नियंत्रण में, सरकार अस्थिर करने में भाजपा विफल रही: कांग्रेस

कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि हिमाचल प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सरकार को अस्थिर करने के लिए धनबल, सत्ताबल और बाहुबल का जो खेल शुरू किया था, वह उसमें विफल रही है।

पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह भी कहा कि कांग्रेस नेतृत्व के हस्तक्षेप और पर्यवेक्षकों की तत्परता के बाद वहां स्थिति पूरी तरह कांग्रेस के नियंत्रण में है।

हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा की एकमात्र सीट पर हुए मतदान में कांग्रेस के छह विधायकों द्वारा ‘क्रॉस वोटिंग’ किये जाने के बाद भाजपा ने सीट पर जीत हासिल की थी और उसके बाद से राज्य में राजनीतिक संकट पैदा हो गया था। विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने बृहस्पतिवार को इन छह विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया। विधायकों ने सदन में वित्त विधेयक पर सरकार के पक्ष में मतदान करने के पार्टी व्हिप का उल्लंघन किया था।

रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘हिमाचल को लेकर मीडिया में तरह-तरह की बातें चल रही हैं। लेकिन हम एक बात बिल्कुल स्पष्ट रूप से कहना चाहते हैं। हिमाचल में प्रधानमंत्री और तथाकथित चाणक्य पूरी तरह से फेल हुए हैं। कांग्रेस नेतृत्व के हस्तक्षेप और हमारे पर्यवेक्षकों की तत्परता के बाद वहां स्थिति पूरी तरह से कांग्रेस के नियंत्रण में है।’’

उन्होंने दावा किया कि दूसरे राज्यों की तरह भाजपा ने हिमाचल में भी जनता द्वारा चुनी हुई कांग्रेस की पूर्ण बहुमत की सरकार को अस्थिर करने के लिए धनबल, सत्ताबल और बाहुबल का खेल शुरू किया था, लेकिन वह विफल रही क्योंकि हिमाचल की जनता का आशीर्वाद कांग्रेस के साथ है।

रमेश ने कहा, ‘‘इस घटना के बाद हमारे संकल्प और मज़बूत हुए हैं। हम हिमाचल के लोगों की सेवा करते रहेंगे।’’