हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी एवं वर्षा, 112 मार्गों को किया गया बंद

हिमाचल प्रदेश में खराब मौसम के कारण तीन राष्ट्रीय राजमार्गों समेत 112 सड़कों को बंद कर दिया गया है।

पिछले 24 घंटे में राज्य के ऊंचे पर्वतीय एवं आदिवासी क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर हल्की बर्फबारी हुई वहीं विभिन्न पर्वतीय क्षेत्रों में रुक-रुक कर वर्षा होती रही।

मौसम विज्ञान केंद्र, शिमला का कहना है कि लाहौल एवं स्पीति के हंसा और कोकसार में क्रमश: पांच सेंटीमीटर एवं दो सेंटीमीटर हिमपात हुआ।

मौसम कार्यालय ने मंगलवार को बताया कि जिन क्षेत्रों में वर्षा हुई है उनमें कोठी में सबसे अधिक 63 मिलीमीटर, चंबा में 41 मिलीमीटर, मनाली में 35 मिलीमीटर, जोत में 31 मिलीमीटर , डलहौजी में 28 मिलीमीटर, केलोंग में 22 मिलीमीटर, कसोल में 19 मिलीमीटर एवं कांगड़ा में 17 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गयी।

मौसम कार्यालय ने चेतावनी जारी कर कहा है कि शुक्रवार को राज्य में छिटपुट स्थानों पर बिजली कड़कने के साथ ही गरज के साथ बारिश हो सकती है और 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं।

उसके अनुसार बृहस्पतिवार से पश्चिमोत्तर भारत के फिर से पश्चिमी विक्षोभ की चपेट में आने का अनुमान है। मौसम कार्यालय का यह भी कहना है कि बुधवार को छोड़कर राज्य में 21 अप्रैल तक वर्षा हो सकती है।

राज्य में न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं आया है तथा केलोंग 0.1 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान के साथ सबसे ठंडा स्थान बना हुआ है।

हिमाचल: नैना देवी में सड़क दुर्घटना में महिला श्रद्धालु की मौत

हिमाचल प्रदेश में बिलासपुर जिले के नैना देवी नगर में सोमवार सुबह एक बस की चपेट में आने से उत्तर प्रदेश निवासी एक महिला श्रद्धालु की मौत हो गई। पुलिस ने यह जानकारी दी।

उसने बताया कि महिला उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ से नैना देवी मंदिर में दर्शन के लिए आई थी।

बस चालक ने वाहन से कथित तौर पर नियंत्रण खो दिया और इस कारण महिला उसकी चपेट में आ गयी। इसके बाद बस नैना देवी बस स्टैंड के पास पहाड़ से जा टकराई। पुलिस ने बताया कि जांच जारी है।

हिमाचल: छात्रा से दुष्कर्म के आरोप में विश्वविद्यालय का प्रोफेसर हिरासत में

 हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में कथित तौर पर एक छात्रा से बलात्कार करने के आरोप में एक विश्वविद्यालय के प्रोफेसर के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी। कांगड़ा के सहायक पुलिस अधीक्षक बीर बहादुर ने कहा कि यह मामला तब सामने आया जब… Continue reading हिमाचल: छात्रा से दुष्कर्म के आरोप में विश्वविद्यालय का प्रोफेसर हिरासत में

हिप्र में कांग्रेस के छह बागी नेता समेत नौ पूर्व विधायक भाजपा में शामिल

हिमाचल प्रदेश में लगातार बढ़ते राजनीतिक संकट के बीच कांग्रेस के छह अयोग्य विधायक और इस्तीफा दे चुके तीन निर्दलीयों समेत नौ पूर्व विधायक शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए।

पूर्व विधायकों ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि उसके सत्ता में आने के बाद से विकास कार्य बाधित हो गए हैं।

केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह और भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष राजीव बिंदल की उपस्थिति में पूर्व विधायक पार्टी में शामिल हुए।

इन पूर्व विधायकों का पार्टी में स्वागत करते हुए ठाकुर ने कहा कि उनकी उपस्थिति से भाजपा और मजबूत होगी। उन्होंने राज्य में कांग्रेस सरकार पर अपने वादों को पूरा न करने का आरोप लगाया जिससे लोगों के बीच आक्रोश है।

ठाकुर ने कहा कि इन नेताओं ने हाल में हुए राज्यसभा चुनाव में भाजपा का समर्थन किया था जो कांग्रेस के खिलाफ ‘‘जन आक्रोश’’ को दर्शाता है।

कांग्रेस के जो छह बागी विधायक भाजपा में शामिल हुए हैं उनमें सुधीर शर्मा, रवि ठाकुर, राजेंद्र राणा, इंद्र दत्त लखनपाल, चैतन्य शर्मा और देवेंद्र कुमार भुट्टो शामिल हैं। ये सभी कांग्रेस के टिकट पर निर्वाचित हुए थे और इन्हें हिमाचल प्रदेश विधानसभा में उपस्थित रहने तथा कटौती प्रस्ताव व बजट के दौरान राज्य सरकार के पक्ष में मतदान करने के पार्टी के एक व्हिप की अवज्ञा करने के लिए 29 फरवरी को अयोग्य करार दिया गया था।

तीन निर्दलीय विधायकों – आशीष शर्मा, होशियार सिंह और के एल ठाकुर ने शुक्रवार को अपने इस्तीफे सौंपे थे और वे भी भाजपा में शामिल हो गए हैं। होशियार सिंह ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश की विकास यात्रा का हिस्सा होने का फैसला किया है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद से राज्य में विकास कार्य रुक गए हैं।

भाजपा नेताओं ने राजमार्ग तथा रेल परियोजनाओं समेत राज्य के लिए मोदी सरकार द्वारा उठाए कई विकास कदमों का उल्लेख किया और कहा कि पूर्व विधायकों ने प्रधानमंत्री के नेतृत्व को मजबूत बनाने का फैसला किया है।

उन्होंने कहा कि इन पूर्व विधायकों को भाजपा में उचित सम्मान दिया जाएगा।

जयराम ठाकुर ने कांग्रेस के छह पूर्व विधायकों के भाजपा में शामिल होने को ऐसे छोटे राज्य के लिए बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम बताते हुए कहा कि इनमें से कई नेता पार्टी में वरिष्ठ पदों पर थे।

पूर्व कांग्रेस नेताओं ने पार्टी की आलोचना करते हुए कहा कि कांग्रेस का राष्ट्रीय नेतृत्व अब दिखायी नहीं देता है और देश के लिए कोई दृष्टिकोण पेश नहीं करता है।

चार बार के विधायक सुधीर शर्मा ने आरोप लगाया कि राज्य में विकास के लिए कोई माहौल नहीं है जबकि कांग्रेस इसलिए टूट रही है क्योंकि उसके नेतृत्व के पास देश के लिए कोई दृष्टिकोण नहीं है तथा उसके पास मोदी की आलोचना करने के अलावा और कुछ नहीं है।

राणा ने भी उनके विचारों से सहमति जतायी और ‘‘राजनीतिक विपत्ति’’ उत्पन्न करने के लिए कांग्रेस नेतृत्व को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि वे पहाड़ी राज्य को विकास की राह पर ले जाने को लेकर आशान्वित हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘हम देश के विकास में योगदान देना चाहते हैं।’’

निर्वाचन आयोग ने इन पूर्व कांग्रेस विधायकों के छह निर्वाचन क्षेत्रों के लिए उपचुनाव की घोषणा की है।

निर्दलीय की तीन सीटों पर भी उपचुनाव की घोषणा होने की संभावना है।

पिछले महीने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इन नौ विधायकों के समर्थन से राज्य की इकलौती सीट के लिए हुए राज्यसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी और इसके बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार संकट में आ गयी थी।

बहरहाल, सुक्खू की सरकार को अभी कोई खतरा नजर नहीं आता है लेकिन भाजपा उपचुनाव में जीत के साथ उनकी सरकार को गिराने की फिराक में है। उपचुनाव में भाजपा की जीत से सत्तारूढ़ पार्टी के खेमे में विधायकों की संख्या में कमी आ सकती है।

कांग्रेस के छह विधायकों की अयोग्यता के बाद अब 62 सदस्यीय हिमाचल प्रदेश विधानसभा में कांग्रेस सदस्यों की संख्या 39 से कम होकर 33 रह गयी है। विधानसभा में मूल रूप से 68 सदस्यीय है। भाजपा के 25 विधायक हैं।

बहुमत परीक्षण के दौरान दोनों पक्षों के बराबरी पर रहने की सूरत में ही अध्यक्ष वोट कर सकते हैं और अभी अध्यक्ष कांग्रेस पार्टी के हैं।

हिमाचल प्रदेश में हिमपात, बारिश की वजह से पांच राष्ट्रीय राजमार्ग सहित 259 सड़कें बंद

हिमाचल प्रदेश में हाल के दिनों में हुई बर्फबारी और बारिश के कारण पांच राष्ट्रीय राजमार्गों सहित कुल 259 सड़कें यातायात के लिए बंद कर दी गई हैं।

इस बीच, स्थानीय मौसम कार्यालय ने राज्य को प्रभावित करने वाले नए पश्चिमी विक्षोभ की चेतावनी दी है।

मौसम कार्यालय ने रविवार को कहा, ‘‘एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ के सोमवार से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र को प्रभावित करने की आशंका है, जबकि ऐसा ही एक और विक्षोभ बुधवार की रात से इस क्षेत्र को प्रभावित कर सकता है।’’

मौसम कार्यालय ने सोमवार और मंगलवार को अलग-अलग स्थानों पर बारिश तथा बर्फबारी और बृहस्पतिवार से राज्य में बारिश का भी पूर्वानुमान जताया है।

राज्य आपातकालीन अभियान केंद्र के अनुसार, लाहौल और स्पीति में सबसे अधिक 237 सड़कें, किन्नौर में नौ, चंबा में पांच, कुल्लू में चार, मंडी में दो और शिमला और कांगड़ा जिलों में एक-एक सड़क अवरुद्ध हैं।

इस बीच, ऊंचाई वाले इलाकों और आदिवासी इलाकों में हल्की बर्फबारी हुई और लाहौल और स्पीति जिले के गोंडला और केलोंग में बर्फबारी हुई है।

मौसम कार्यालय के अनुसार राज्य में कुकुमसेरी क्षेत्र में रात सबसे सर्द रही जहां पर न्यूनतम तापमान शून्य से 4.3 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जबकि ऊना 29.8 डिग्री सेल्सियस तापमान के साथ दिन में राज्य का सबसे गर्म स्थान रहा।

हिमाचल के 11 विधायक उत्तराखंड में, केंद्रीय मंत्री ने कहा-जल्द गिरेगी सुक्खू सरकार

हिमाचल प्रदेश के छह विधायक जिन्होंने राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी अभिषेक मनु सिंघवी के खिलाफ मतदान किया था, तीन निर्दलीय विधायकों के साथ उत्तराखंड पहुंचे और उन्हें यहां एक होटल में ठहराया गया है। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के खिलाफ जारी बवागत के बीच यह घटनाक्रम सामने आया है।

बागी विधायकों के साथ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की हिमाचल प्रदेश इकाई के दो विधायक विक्रम ठाकुर और त्रिलोक जमवाल भी मौजूद हैं। ये सभी विधायक शुक्रवार देर रात एक चार्टर्ड उड़ान से हरियाणा के पंचकुला से ऋषिकेश पहुंचे और होटल ताज में ठहरे।

कांग्रेस विधायक सुधीर शर्मा, राजिंदर राणा, इंदर दत्त लखनपाल, देविंदर कुमार भुट्टू, रवींद्र ठाकुर और चैतन्य शर्मा को राज्य के बजट पर पार्टी व्हिप का उल्लंघन करने के लिए अयोग्य घोषित कर दिया गया है।

बागी विधायकों ने मामले में राहत के लिए उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है।

कांग्रेस के बागी विधायकों के साथ-साथ तीन निर्दलीय विधायक होशियार सिंह, केएल ठाकुर और आशीष शर्मा भी हैं।

होटल के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है और वहां पहले से निर्धारित बुकिंग कराने वाले व्यक्तियों के अलावा अन्य को प्रवेश की इजाजत नहीं दी जा रही है।

यह होटल ऋषिकेश से 30 किलोमीटर दूर ऋषिकेश-बदरीनाथ मार्ग पर है।

कांग्रेस हिमाचल में स्थिति को संभालने में जुटी है और राज्य के वरिष्ठ मंत्रियों के साथ बातचीत की जा रही है।

हिमाचल प्रदेश विधानसभा में वर्तमान में कांग्रेस के 34 और भाजपा के 25 विधायक हैं। तीन निर्दलीय विधायकों ने भी राज्यसभा चुनाव में भाजपा का साथ दिया था।

इस बीच, केंद्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास राज्य मंत्री बीएल वर्मा ने हरिद्वार में संवाददाताओं से कहा कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार जल्द ही गिर जाएगी। वर्मा ने कहा, ” हिमाचल प्रदेश में सुक्खू सरकार आंतरिक कलह से जूझ रही है। इस अंतर्कलह के कारण यह ज्यादा समय तक नहीं टिकेगी।”

उन्होंने दावा किया कि राहुल गांधी के कार्यों ने उत्तर प्रदेश में कांग्रेस का सफाया कर दिया और लोकसभा चुनाव के बाद पूरे देश से पार्टी का सफाया हो जाएगा।

वर्मा हरिद्वार में योगगुरु रामदेव के पतंजलि योगपीठ में आयोजित सहकारिता सम्मेलन में भाग लेने आए थे।

हिमाचल प्रदेश के विधायकों की उत्तराखंड में मौजूदगी के बारे में एक सवाल का जवाब देते हुए वर्मा ने कहा कि उनके निष्कासन का मामला उच्चतम न्यायालय में है और भाजपा न्यायालयों का सम्मान करती है।

उन्होंने समाजवादी पार्टी (सपा) को एक परिवारवादी पार्टी बताया जो आम चुनाव में अपना खाता भी नहीं खोल पाएगी।

किसानों के मौजूदा आंदोलन को राजनीति से प्रेरित बताते हुए उन्होंने दावा किया कि वर्ष 2013-14 में किसानों के लिए बजट सिर्फ 21900 करोड़ रुपये था। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने इसे बढ़ाते हुए 1.25 लाख करोड़ कर दिया है।

उन्होंने कहा, ” लेकिन किसानों की आड़ में कुछ राजनीतिक दल सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। वे कभी सफल नहीं होंगे।”

हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति में हिमस्खलन से चेनाब का प्रवाह बाधित

हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति जिले के एक गांव में रविवार तड़के हिमस्खलन हुआ, जिससे चेनाब का प्रवाह बाधित हो गया और आसपास के इलाके में अलर्ट जारी कर दिया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

इस बीच, पिछले दो दिनों में हिमाचल प्रदेश में भारी बर्फबारी और बारिश के कारण छह से ज्यादा बार हिमस्खलन और भूस्खलन हुए हैं, जिससे पांच राष्ट्रीय राजमार्गों समेत 500 से अधिक सड़कें बंद हो गई हैं।

उन्होंने बताया कि अब तक किसी भी हिमस्खलन में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।

अधिकारियों ने बताया कि लाहौल-स्पीति में जसरत गांव के पास दारा झरने पर हिमस्खलन के बाद चिनाब नदी का प्रवाह बाधित हो गया, जबकि जिले में पिछले 24 घंटों में भारी बर्फबारी हुई है। लाहौल-स्पीति के पुलिस अधीक्षक (एसपी) मयंक चौधरी ने कहा कि जोबरंग, रापी, जसरत, तरंद और थरोट के आसपास के गांवों के निवासियों को सतर्क रहने और आपात स्थिति में निकटतम पुलिस चौकी को सूचित करने की सलाह दी गई है।

लाहौल उपसंभाग के तांदी पुल पर हिमस्खलन में कुछ दुकानें दब गईं। लाहौल-स्पीति में राशेल गांव के सेली नाला, जोबरंग में फल्दी नाला, लोहनी में चो वीर मोड़ और उदयपुर गांव के पास तथा नाला में हिमस्खलन की कई घटनाएं हुईं।

अधिकारियों ने बताया कि किन्नौर जिले के सांगला में करछम हेलीपैड के पास भी हिमस्खलन की सूचना मिली है।

राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, पांच राजमार्गों समेत 500 सड़कों पर यातायात बंद है। लाहौल-स्पीति में अधिकतम 290 सड़कें, किन्नौर में 75, चंबा में 72, शिमला में 35, कुल्लू में 18, मंडी में 16, कांगड़ा और सिरमौर जिलों में एक-एक सड़क बंद है।

हिमाचल सरकार संकट : ‘अगवा’ बताए जा रहे कांग्रेस विधायक शिमला लौटे

हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार को वोट देने वाले कांग्रेस के छह विधायक बुधवार को हरियाणा के पंचकूला से शिमला लौट आये।

शिमला लौटने वाले विधायकों में तीन निर्दलीय भी शामिल हैं, जो राज्यसभा चुनाव में वोट डालने के बाद कल (मंगलवार) पंचकूला चले गए थे।

सभी नौ विधायक हिमाचल प्रदेश विधानसभा पहुंचे, जहां भाजपा विधायकों ने तालियों और नारों के बीच उनका स्वागत किया।

विधायकों के पहुंचने पर ”जय श्री राम, बन गया काम” कहकर उनका स्वागत किया।

सूत्रों के मुताबिक, राजिंदर राणा और रवि ठाकुर समेत सभी विधायक कल रात यहां एक होटल में रुके और बुधवार सुबह पंचकूला के ताऊ देवी लाल स्टेडियम से हेलीकॉप्टर में सवार होकर रवाना हुए।

राज्यसभा चुनाव में वोट डालने के बाद ये विधायक मंगलवार को शिमला से हरियाणा पहुंचे थे। माना जा रहा है कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार पर संकट के संकेतों के बीच ये विधायक भाजपा के संपर्क में हैं।

खबरों के मुताबिक, ‘क्रॉस वोटिंग’ करने वाले ये विधायक हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की कार्यशैली से ‘निराश’ हैं और उन्हें पद से हटाने की मांग कर रहे हैं।

रवि ठाकुर ने मंगलवार को सुक्खू के उन दावों को खारिज कर दिया, जिसमें पार्टी के कुछ विधायकों को ‘अगवा’ किये जाने की बात कही जा रही थी।

ठाकुर ने पंचकूला की अपनी यात्रा का जिक्र करते हुए कहा था कि वह ‘कहीं भी जा सकते हैं’।

सुक्खू ने शिमला में आरोप लगाया था कि केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और हरियाणा पुलिस ‘पांच से छह’ कांग्रेस विधायकों को ‘अगवा’ कर अपने साथ ले गई।

पंचकूला में एक गेस्ट हाउस के बाहर मंगलवार शाम को संवाददाताओं को संबोधित करते हुए ठाकुर ने कहा था, ”हम घूमने आए हैं। यह मेरा निजी समय है, इसलिए मैं कहीं भी जा सकता हूं।”

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुक्खू के विधायकों को ‘अगवा’ किये जाने के दावे के बारे में पूछे जाने पर लाहौल एवं स्पीति के विधायक ने कहा, ‘ऐसा नहीं है।’

हिमाचल प्रदेश से राज्यसभा की एकमात्र सीट के लिए मतदान समाप्त

हिमाचल प्रदेश से राज्यसभा की एकमात्र सीट पर चुनाव के लिए मंगलवार को मतदान समाप्त हो गया।

मतदान सुबह नौ बजे शुरू हुआ था। सबसे आखिर में चिंतपूर्णी से कांग्रेस विधायक सुदर्शन बबलू ने वोट डाला।

मतदान तेजी से हुआ और सभी 68 विधायकों ने मतदान किया है।

अस्वस्थ होने के कारण कांग्रेस विधायक बबलू को हेलीकॉप्टर से विधानसभा लाया गया था।

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने वोट डालने के बाद कहा कि विधायकों ने पार्टी की विचारधारा के अनुरूप वोट किया है।

उन्होंने कहा, ‘‘विधानसभा में हमारे 40 विधायक हैं और यदि विधायकों को खरीदा नहीं गया होगा तो हमें सारे वोट मिलेंगे।’’

विपक्ष के नेता जय राम ठाकुर ने पहले कहा था कि वोट देना विधायकों का लोकतांत्रिक अधिकार है और यह जरूरी नहीं है कि उम्मीदवार निर्विरोध चुना जाए।

उन्होंने कहा, ‘‘हमने स्थिति को देखते हुए उम्मीदवार खड़ा किया है और उम्मीद है कि सभी विधायक सोच-समझकर वोट देंगे।’’

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंघवी के खिलाफ हर्ष महाजन को मैदान में उतारा है।

तीन बार कांग्रेस के विधायक रहे और राज्य के पूर्व मंत्री महाजन ने सितंबर 2022 में विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी से इस्तीफा दे दिया था और भाजपा में शामिल हो गए थे।

कांग्रेस के पास 68 में से 40 विधायकों और तीन निर्दलीय विधायकों के समर्थन के साथ स्पष्ट बहुमत है।

कांग्रेस ने सिंघवी के लिए वोट सुनिश्चित करने के वास्ते अपने विधायकों को व्हिप जारी किया था, जिसके बाद भाजपा ने सत्तारूढ़ कांग्रेस पर अपने सदस्यों पर दबाव बनाने के लिए व्हिप जारी करने का आरोप लगाया और कहा कि विधायक लोकतांत्रिक तरीके से चुने गए हैं और उन्हें अपनी इच्छा के अनुसार वोट देने का अधिकार है।

भाजपा उम्मीदवार ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त से इस संबंध में शिकायत की है और कांग्रेस उम्मीदवार को वोट देने के लिए उसके द्वारा जारी तीन पंक्ति के व्हिप की ओर उनका ध्यान दिलाया है।

हिमाचल प्रदेश : शिमला के जुब्बल इलाके में लगी भीषण आग, सात मकान जलकर खाक

हिमाचल प्रदेश में शिमला के जुब्बल इलाके में लगी भीषण आग में सात मकान जलकर खाक हो गए और उनमें रहने वाले नौ परिवार बेघर हो गए। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।

अधिकारियों के मुताबिक, परौंठी पंचायत के सात मकानों में भारी-भरकम लकड़ियों से बने लगभग 80 कमरे रविवार और सोमवार की दरमियानी रात करीब एक बजे लगी आग में पूरी तरह जलकर खाक हो गए । हालांकि आग में लोगों और जानवरों को किसी प्रकार की हानि की सूचना नहीं है।

शिमला के पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार गांधी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि जुब्बल, रोहड़ू, चिरगांव और कोटखाई दमकल केंद्रों की सात गाड़ियां तुरंत मौके पर पहुंची लेकिन जब तक गाड़ियां घटनास्थल पहुंचीं, तब तक मकान पूरी तरह से खाक हो चुके थे।

उन्होंने बताया कि आग पर काबू पाने में दमकल गाड़ियों को छह घंटे लगे।

आस-पास के गांवों में रहने वाले लोगों का ध्यान आसमान छूती आग की लपटों पर गया, जिसके बाद वे प्रभावित लोगों को बचाने के लिए आनन-फानन में मौके पर पहुंचे।

पुलिस ने बताया कि आग के कारणों का पता लगाया जा रहा है और मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।

प्रभावित परिवार ने कहा कि आग में उन्हें सामूहिक रूप से सात से 10 करोड़ रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ है।