मनाली के सोलंग नाला के चारों ओर बर्फ की चादर देखी जा सकती हैं। बर्फ की चादरों से ढकी इन वादियों में पर्यटक बर्फबारी के साथ-साथ शीतकालीन खेलों का भी लुत्फ उठा रहे हैं।
मनाली के सोलंग नाला के चारों ओर बर्फ की चादर देखी जा सकती हैं। बर्फ की चादरों से ढकी इन वादियों में पर्यटक बर्फबारी के साथ-साथ शीतकालीन खेलों का भी लुत्फ उठा रहे हैं।
उत्तर भारत में एक बार फिर से मौसम ने करवट ली है। पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी और बारिश का सिलसिला जारी है। वहीं, दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में बीते बुधवार को हल्की से मध्यम बारिश हुई। मौसम विभाग के मुताबिक आज पहाड़ी राज्यों में बर्फाबरी और बारिश में कमी आएगी।
हिमाचल प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश और बर्फबारी के कारण तीन राष्ट्रीय राजमार्गों सहित 360 से अधिक सड़कें अब भी बंद हैं। शिमला स्थित मौसम विज्ञान कार्यालय के पूर्वानुमान के अनुसार, रविवार से राज्य में फिर बारिश हो सकती है।
उत्तर भारत के अधिकतर राज्यों में गुलाबी ठंड पड़ रही है। वहीं, मौसम विभाग द्वारा एक बार फिर से मौसम में बदलाव देखने की आशंका जताई है। विभाग के अनुसार हिमालय क्षेत्र में एक वेस्टर्न डिस्टर्बेंस एक्टिव होगा।
कश्मीर घाटी के कई इलाकों में लगातार बर्फबारी हो रही है। बर्फबारी के बाद यहां की कई सड़कों पर यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। जिसकी वजह से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लोगों की परेशानियों को कम करने के लिए प्रशासन की टीमें लगातार सड़कों से बर्फ हटाने का काम कर रही है।
उत्तराखंड के श्री बद्रीनाथ, श्री केदारनाथ और श्री हेमकुंड साहिब में बर्फबारी होने तथा चमोली एवं रुद्रप्रयाग जिलों के निचले इलाकों में बारिश होने से पूरे राज्य में ठंड बढ़ गई है।
कश्मीर में सोमवार को गुलमर्ग स्कीइंग रिसॉर्ट सहित ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हुई और मैदानी इलाकों में बारिश हुई। अगले 48 घंटे में घाटी में बारिश जारी रहने की संभावना है।
उत्तर-पश्चिम भारत में मौसम एक बार फिर से करवट लेने वाला है। मौसम विभाग के अनुसार 17 को एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है जिसका असर पहाड़ी राज्यों में बारिश के साथ बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बारिश की गतिविधियां देखने को मिल सकती है।
कश्मीर में जारी शीत लहर की स्थिति से शुक्रवार को भी लोगों को कोई राहत नहीं मिली क्योंकि घाटी के अधिकांश स्थानों में न्यूनतम तापमान हिमांक बिंदु से कई डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।
होटल के लॉन में एक खुली जगह पर बने स्नो इग्लू का ग्लास हर मौसम में खुला रहता है। इसके भीतर से आसपास के खूबसूरत पहाड़ों का नजारा देखने को मिलता है।