लोकसभा चुनाव न लड़ने पर बोली प्रतिभा सिंह, कहा- कांग्रेस मैदान में उतारेगी मजबूत प्रत्याशी

चंडीगढ़ में हुई कांग्रेस कोआर्डिनेशन कमेटी की बैठक के बाद शिमला लौटी प्रतिभा सिंह के चुनाव न लड़ने पर अब तेवर नरम होते नजर आ रहे हैं। प्रतिभा सिंह ने कहा कि कोऑर्डिनेशन कमिटी की बैठक में लोकसभा चुनाव के साथ उपचुनाव में टिकट को लेकर चर्चा हुई है।

दिल्ली: BJP में शामिल हुए हिमाचल कांग्रेस के 6 बागी विधायक

हिमाचल प्रदेश में लगातार बढ़ते राजनीतिक संकट के बीच कांग्रेस के छह पूर्व विधायक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए।

हिमाचल में सरकार पर ‘खतरा नहीं’, विक्रमादित्य ने पार्टी नेतृत्व से बात की: कांग्रेस सूत्र

हिमाचल प्रदेश सरकार के मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व से बात की है और अब मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार को कोई खतरा नहीं है। पार्टी सूत्रों ने सोमवार को यह दावा किया।

सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व को मुख्यमंत्री सुक्खू और उनके द्वारा अब तक किए गए कार्यों पर भरोसा है, इसलिए फिलहाल राज्य सरकार के नेतृत्व में बदलाव संभव नहीं लगता।

प्रदेश के राजनीतिक संकट से निपटने में शामिल एक पार्टी सूत्र ने कहा, ‘‘सरकार बहुमत में है और वह पूरे पांच साल तक हिमाचल प्रदेश के लोगों की सेवा करेगी और धन-बल की मदद से जनादेश को कुचलने का कोई भी प्रयास सफल नहीं होगा।’’

सूत्रों ने कहा कि बागी विधायकों के खिलाफ दलबदल विरोधी कानून के तहत कार्रवाई की गई है।

उन्होंने यह भी कहा कि हिमाचल प्रदेश के लोग ‘आया राम, गया राम’ वाली राजनीति को पसंद नहीं करते।

सूत्रों ने दावा किया कि दलबदल विरोधी कानून के तहत छह विधायकों को अयोग्य ठहराए जाने के बाद अब सदन में सदस्यों की कुल संख्या 62 रह गई है और सरकार के पास बहुमत के जरूरी आंकड़े 32 से अधिक विधायकों का समर्थन है।

उन्होंने दावा किया कि बागी विधायक ‘‘माफी मांग रहे हैं और संदेश भेज रहे हैं।’’

सूत्रों ने यह भी कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत वीरभद्र सिंह और कांग्रेस की राज्य इकाई की अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के पुत्र विक्रमादित्य सिंह ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से बात की है और अपने मुद्दों से अवगत कराया है।

सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री सुक्खू का उद्देश्य बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य के साथ आत्मनिर्भर हिमाचल प्रदेश का निर्माण करना है और वह इस पर लगातार काम कर रहे हैं।

हिमाचल प्रदेश में पिछले दिनों राज्यसभा की एकमात्र सीट के लिए हुए मतदान में कांग्रेस के छह विधायकों द्वारा ‘क्रॉस वोटिंग’ किये जाने के बाद भाजपा ने जीत हासिल की थी और उसके बाद से राज्य में राजनीतिक संकट पैदा हो गया था। विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने गत बृहस्पतिवार को इन छह विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया। विधायकों ने सदन में वित्त विधेयक पर सरकार के पक्ष में मतदान करने के पार्टी व्हिप का उल्लंघन किया था।

हिमाचल में संकट बरकरार? 6 अयोग्य विधायकों से मिले विक्रमादित्य सिंह

हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। बीते कल विक्रमादित्य सिंह करीब साढ़े 6 बजे बैठक छोड़कर चले गए थे। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक वो चंडीगढ़ गए और 6 बागी विधायकों से मिले।

हिमाचल: शिवकुमार ने कहा- सुक्खू ने ली सिंघवी की हार की जिम्मेदारी, मतभेद दूर हुए

कांग्रेस के केंद्रीय पर्यवेक्षक डी.के. शिवकुमार ने बृहस्पतिवार को कहा कि हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने राज्यसभा चुनाव में पार्टी के नेता अभिषेक मनु सिंघवी की हार की जिम्मेदारी ली है।

शिवकुमार ने यह भी कहा कि केंद्रीय पर्यवेक्षकों ने सुक्खू, पार्टी विधायकों और प्रदेश इकाई की प्रमुख प्रतिभा सिंह से बात की है और सभी मतभेद दूर कर लिए गए हैं।

पार्टी पर्यवेक्षक भूपेन्द्र हुड्डा के साथ यहां मीडिया को संबोधित करते हुए शिवकुमार ने कहा कि कांग्रेस विधायकों के साथ एक-एक कर बैठक और सुक्खू व प्रदेश कांग्रेस प्रमुख प्रतिभा सिंह के साथ बातचीत के बाद मतभेद दूर हो गए हैं।

उन्होंने यह भी कहा कि सभी आंतरिक मामलों को सुलझाने के लिए एक समन्वय समिति बनाने का निर्णय लिया गया है और कोई भी नेता से प्रेस से बात नहीं करेगा।

हिमाचल प्रदेश : कांग्रेस के छह ‘बागी’ विधायक विधानसभाध्यक्ष के समक्ष पेश हुए

राज्यसभा चुनाव में मंगलवार को पार्टी व्हिप का उल्लंघन करने वाले कांग्रेस के छह विधायक कारण बताओ नोटिस के जवाब में बुधवार को अपने वकील के साथ विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष पेश हुए और तर्क दिया कि संबंधित सभी दस्तावेज उन्हें मुहैया नहीं कराए गए हैं।

विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष छह कांग्रेस विधायकों का पक्ष रख रहे वरिष्ठ अधिवक्ता सत्यपाल जैन ने तर्क दिया कि उनके मुवक्किलों को केवल नोटिस और मंगलवार शाम को दाखिल याचिका की प्रति दी गई है जबकि अन्य संलग्नक नहीं मुहैया कराये गये।

जैन ने कहा कि नियमों के तहत विधायकों को उन्हें दिए गए नोटिस का जवाब दाखिल करने के लिए सात दिन का समय दिया जाना चाहिए।

याचिका कांग्रेस के उन छह विधायकों के खिलाफ दाखिल की गई है जिन्होंने राज्यसभा चुनाव के दौरान ‘क्रॉसवोट’ किया था।

जैन ने कहा कि दल-बदल विरोधी कानून के तहत जवाब के लिए सात दिन का समय समेत पांच या छह शर्तें हैं, जिनका पालन किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि याचिका की प्रति उपलब्ध कराने के बाद भी जवाब दाखिल करने के लिए सात दिन का समय दिया जाना चाहिए।

जैन ने तर्क दिया कि दल-बदल विरोधी कानून राज्यसभा चुनावों में मतदान पर लागू नहीं होता है। उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने बार-बार अपने फैसलों में यह स्पष्ट किया है।

जैन ने कहा, ‘‘हम विधानसभा अध्यक्ष से जवाब दाखिल करने के लिए नैसर्गिक न्याय के सिद्धांत के तहत एक सप्ताह का समय देने की मांग करते हैं।’’

विधानसभा चुनाव से पहले हिमाचल कांग्रेस कमेटी में तीन नए वरिष्ठ उपाध्यक्षों समेत 67 पदाधिकारियों की नियुक्ति, जानें किन नेताओं को मिली जिम्मेदारी

हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी का विस्तार करते कांग्रेस पार्टी हाईकमान ने बुधवार को तीन नए वरिष्ठ उपाध्यक्षों समेत 67 पदाधिकारियों की नियुक्ति की है। इसमें हर विधानसभा क्षेत्र को अधिमान देते हुए 13 महासचिव, 41 सचिव, दो वरिष्ठ प्रवक्ता, एक प्रवक्ता और एक कार्यकारी समिति सदस्य बनाया गया है। नियुक्तियों की सूची कांग्रेस के राष्ट्रीय… Continue reading विधानसभा चुनाव से पहले हिमाचल कांग्रेस कमेटी में तीन नए वरिष्ठ उपाध्यक्षों समेत 67 पदाधिकारियों की नियुक्ति, जानें किन नेताओं को मिली जिम्मेदारी