हिमाचल कांग्रेस के छह बागियों द्वारा दायर की गई याचिका पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। ऐसे में सत्ताधारी कांग्रेस के साथ ही विपक्षी दल बीजेपी की नजर इस सुनवाई पर रहेगी।
हिमाचल कांग्रेस के छह बागियों द्वारा दायर की गई याचिका पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। ऐसे में सत्ताधारी कांग्रेस के साथ ही विपक्षी दल बीजेपी की नजर इस सुनवाई पर रहेगी।
हिमाचल प्रदेश में हाल के दिनों में हुई बर्फबारी और बारिश के कारण पांच राष्ट्रीय राजमार्गों सहित कुल 259 सड़कें यातायात के लिए बंद कर दी गई हैं।
इस बीच, स्थानीय मौसम कार्यालय ने राज्य को प्रभावित करने वाले नए पश्चिमी विक्षोभ की चेतावनी दी है।
मौसम कार्यालय ने रविवार को कहा, ‘‘एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ के सोमवार से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र को प्रभावित करने की आशंका है, जबकि ऐसा ही एक और विक्षोभ बुधवार की रात से इस क्षेत्र को प्रभावित कर सकता है।’’
मौसम कार्यालय ने सोमवार और मंगलवार को अलग-अलग स्थानों पर बारिश तथा बर्फबारी और बृहस्पतिवार से राज्य में बारिश का भी पूर्वानुमान जताया है।
राज्य आपातकालीन अभियान केंद्र के अनुसार, लाहौल और स्पीति में सबसे अधिक 237 सड़कें, किन्नौर में नौ, चंबा में पांच, कुल्लू में चार, मंडी में दो और शिमला और कांगड़ा जिलों में एक-एक सड़क अवरुद्ध हैं।
इस बीच, ऊंचाई वाले इलाकों और आदिवासी इलाकों में हल्की बर्फबारी हुई और लाहौल और स्पीति जिले के गोंडला और केलोंग में बर्फबारी हुई है।
मौसम कार्यालय के अनुसार राज्य में कुकुमसेरी क्षेत्र में रात सबसे सर्द रही जहां पर न्यूनतम तापमान शून्य से 4.3 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जबकि ऊना 29.8 डिग्री सेल्सियस तापमान के साथ दिन में राज्य का सबसे गर्म स्थान रहा।
मनाली के सोलंग नाला के चारों ओर बर्फ की चादर देखी जा सकती हैं। बर्फ की चादरों से ढकी इन वादियों में पर्यटक बर्फबारी के साथ-साथ शीतकालीन खेलों का भी लुत्फ उठा रहे हैं।
देश में लोकसभा चुनाव की घोषणा हो गई है। हिमाचल के सिरमौर जिले के निर्वाचन अधिकारी सुमित खिमटा ने कहा कि चुनाव की घोषणा के साथ आचार संहिता भी लागू हो गई है।
हिमाचल प्रदेश में लोकसभा चुनावों को लेकर 7 मई को चुनावों की अधिसूचना जारी की जाएगी। मुख्य चुनाव अधिकारी ने कहा कि प्रदेश में लोकसभा चुनावों के लिए 14 मई तक नामांकन भरने की आखरी तारीख तय की गई है । 15 मई को होगा स्क्रुटनी की जाएगी।
लोकसभा चुनाव को लेकर आचार संहिता लगने से पहले आज मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की आखरी बैठक हो सकती है।
हिमाचल प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश और बर्फबारी के कारण तीन राष्ट्रीय राजमार्गों सहित 360 से अधिक सड़कें अब भी बंद हैं। शिमला स्थित मौसम विज्ञान कार्यालय के पूर्वानुमान के अनुसार, रविवार से राज्य में फिर बारिश हो सकती है।
NPA की बहाली की मांग पूरी न होने पर सरकारी अस्पतालों में काम करने वाले अधिकांश डॉक्टरों के सामूहिक अवकाश पर चले जाने से बृहस्पतिवार को पूरे हिमाचल प्रदेश में चिकित्सा सेवाएं बाधित हो गई।
हिमाचल प्रदेश सरकार के मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व से बात की है और अब मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार को कोई खतरा नहीं है। पार्टी सूत्रों ने सोमवार को यह दावा किया।
सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व को मुख्यमंत्री सुक्खू और उनके द्वारा अब तक किए गए कार्यों पर भरोसा है, इसलिए फिलहाल राज्य सरकार के नेतृत्व में बदलाव संभव नहीं लगता।
प्रदेश के राजनीतिक संकट से निपटने में शामिल एक पार्टी सूत्र ने कहा, ‘‘सरकार बहुमत में है और वह पूरे पांच साल तक हिमाचल प्रदेश के लोगों की सेवा करेगी और धन-बल की मदद से जनादेश को कुचलने का कोई भी प्रयास सफल नहीं होगा।’’
सूत्रों ने कहा कि बागी विधायकों के खिलाफ दलबदल विरोधी कानून के तहत कार्रवाई की गई है।
उन्होंने यह भी कहा कि हिमाचल प्रदेश के लोग ‘आया राम, गया राम’ वाली राजनीति को पसंद नहीं करते।
सूत्रों ने दावा किया कि दलबदल विरोधी कानून के तहत छह विधायकों को अयोग्य ठहराए जाने के बाद अब सदन में सदस्यों की कुल संख्या 62 रह गई है और सरकार के पास बहुमत के जरूरी आंकड़े 32 से अधिक विधायकों का समर्थन है।
उन्होंने दावा किया कि बागी विधायक ‘‘माफी मांग रहे हैं और संदेश भेज रहे हैं।’’
सूत्रों ने यह भी कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत वीरभद्र सिंह और कांग्रेस की राज्य इकाई की अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के पुत्र विक्रमादित्य सिंह ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से बात की है और अपने मुद्दों से अवगत कराया है।
सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री सुक्खू का उद्देश्य बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य के साथ आत्मनिर्भर हिमाचल प्रदेश का निर्माण करना है और वह इस पर लगातार काम कर रहे हैं।
हिमाचल प्रदेश में पिछले दिनों राज्यसभा की एकमात्र सीट के लिए हुए मतदान में कांग्रेस के छह विधायकों द्वारा ‘क्रॉस वोटिंग’ किये जाने के बाद भाजपा ने जीत हासिल की थी और उसके बाद से राज्य में राजनीतिक संकट पैदा हो गया था। विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने गत बृहस्पतिवार को इन छह विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया। विधायकों ने सदन में वित्त विधेयक पर सरकार के पक्ष में मतदान करने के पार्टी व्हिप का उल्लंघन किया था।
हिमाचल प्रदेश में सियासी संकट खत्म नहीं हुआ है। दिल्ली में विक्रमादित्य सिंह ने प्रियंका गांधी और केसी वेणुगोपाल से मुलाकात की और हिमाचल के सियासी घटनाक्रम को लेकर चर्चा की।