NPA की बहाली की मांग पूरी न होने पर सरकारी अस्पतालों में काम करने वाले अधिकांश डॉक्टरों के सामूहिक अवकाश पर चले जाने से बृहस्पतिवार को पूरे हिमाचल प्रदेश में चिकित्सा सेवाएं बाधित हो गई। निजी तौर पर डॉक्टर प्रैक्टिस ना करें इसके लिए सरकार ‘नॉन प्रैक्टिसिंग अलाउंस (एनपीए)’ देती है।
मरीजों को इलाज कराने में असुविधा का सामना करना पड़ा। हालांकि आपातकालीन सेवाएं प्रभावित नहीं हुईं। इस बीच डॉक्टरों ने अपने सामूहिक अवकाश के दौरान कई जिलों में रक्तदान शिविर लगाए। डॉक्टर लंबे समय से राज्य सरकार से एनपीए की बहाली की मांग कर रहे हैं।