अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘मैं किसी भी चीज के लिए अपनी संभावनाओं की कल्पना नहीं करता। मैं मुख्यमंत्री पद की आकांक्षा नहीं रखता और मैं निश्चित रूप से केंद्र शासित प्रदेश का नेतृत्व करने की आकांक्षा नहीं रखता।’’
अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘मैं किसी भी चीज के लिए अपनी संभावनाओं की कल्पना नहीं करता। मैं मुख्यमंत्री पद की आकांक्षा नहीं रखता और मैं निश्चित रूप से केंद्र शासित प्रदेश का नेतृत्व करने की आकांक्षा नहीं रखता।’’
उन्होंने आगे कहा कि मनोहर लाल को तो मैं पूर्व मुख्यमंत्री बोलती ही नहीं, बल्कि उन्हें अभूतपूर्व मुख्यमंत्री बोलना चाहती हूं। क्योंकि वह पूर्व नहीं अभूतपूर्व शख्सियत है। उनकी कार्यशैली सदा प्रदेश वासियों के प्रति समर्पित रही है। हमारी पार्टी संगठन द्वारा लिए गए फैसलों के अनुसार हमारे सभी कार्यकर्ता काम करते हैं। मनोहर लाल भी एक मजबूत कार्यकर्ता के रूप में अलग-अलग तरह से मजबूत सेवाएं दे चुके हैं, इसलिए केंद्रीय नेतृत्व का फैसला है कि वह छोटे घर से निकलकर बड़े घर में जाएं।
भारत निर्वाचन आयोग ने अरूणाचल प्रदेश में लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव की अधिसूचना बुधवार को जारी कर दी। प्रदेश में 19 अप्रैल को संसदीय चुनाव के प्रथम चरण के साथ ही विधानसभा चुनाव भी होंगे। यहां राज्य निर्वाचन कार्यालय ने पूर्वोत्तर राज्य में 60 विधानसभा क्षेत्रों और दो लोकसभा सीट पर चुनाव कराने के… Continue reading अरूणाचल में एक साथ होने जा रहे लोकसभा और विधानसभा चुनावों के लिए अधिसूचना जारी
गौरतलब हो कि पिछली बार लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा 10 मार्च को की गयी थी और 11 अप्रैल से सात चरणों में मतदान हुआ था। मतगणना 23 मई को हुई थी।
चब्बेवाल ने पंजाब विधानसभा अध्यक्ष को भी एक पत्र लिखा और उसे भी ‘एक्स’ पर पोस्ट किया। पंजाब विधानसभा में विपक्ष के उपनेता चब्बेवाल ने लिखा, “मैं पंजाब विधानसभा की सदस्यता से तत्काल प्रभाव से अपना इस्तीफा सौंपता हूं।”
यह घटनाक्रम तब हुआ जब नवनिर्वाचित भाजपा के लगभग 60 विधायकों ने सोमवार और मंगलवार को उनके सिविल लाइंस स्थित आवास पर उनसे मुलाकात की।
पार्टी सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री का नाम पार्टी का संसदीय बोर्ड तय करेगा और उससे पहले बीजेपी विधायक दल की बैठक बुलाई जाएगी।
राजस्थान में दो सौ विधानसभा सीट है लेकिन एक सीट पर चुनाव लड़ रहे उम्मीदवार के निधन हो जाने के कारण यहां इस सीट पर चुनाव को टाल दिया गया था जिसके बाद राजस्थान में दो सौ सीटों की जगह 199 सीटों पर हुई वोटिंग हुई थी। वहीं मध्यप्रदेश की बात करें तो यहां सभी 230 सीटों पर चुनाव हुए हैं और छत्तीसगढ़ में सभी नब्बे सीटों पर वोट डाले गए हैं।
राज्य में बनाए गए 64,626 मतदान केंद्रों पर मतदान चल रहा है. इनमें 64,523 मुख्य बूथ और 103 सहयोगी (सहायक) स्टेशन शामिल हैं, जहां मतदाताओं की संख्या 1,500 से अधिक है।
राजनीतिक दलों और निर्दलीयों के कुल 2,533 उम्मीदवार – 2,280 पुरुष, 252 महिलाएं और एक तीसरे लिंग का व्यक्ति – राज्य विधानसभा में प्रवेश के लिए प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जो लोग कच्चे घरों में रहते हैं और जिनका नाम प्रधानमंत्री आवास योजना में नहीं आ सका है उन्हें भी चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि लाडली आवास योजना के फॉर्म भरे जा रहे हैं और इसे अंतिम रूप देने के बाद सभी के लिए ‘पक्के’ घरों के लिए पैसा दिया जाएगा।