हरियाणा की पूर्व मंत्री सावित्री जिंदल ने कांग्रेस छोड़ी, BJP में शामिल

हरियाणा में कांग्रेस की पूर्ववर्ती भूपिंदर हुड्डा सरकार में सावित्री जिंदल मंत्री थीं। वर्ष 2014 के चुनाव में सावित्री हिसार सीट पर भाजपा के डॉ कमल गुप्ता से हार गई थीं। गुप्ता वर्तमान में नायब सिंह सैनी सरकार में मंत्री हैं।

करनाल में आज से CM नायब सैनी करेंगे चुनाव प्रचार, पूर्व CM मनोहर लाल भी रहेंगे मौजूद

करनाल में आज से बीजेपी के सीएम नायब सिंह सैनी और पूर्व सीएम मनोहर लाल चुनावी प्रचार की शुरुआत करेंगे। दोनों दिग्गज नेता एक जनसभा को संबोधित कर अपने प्रचार के कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे।

करनाल से उपचुनाव लड़ेंगे CM नायब सैनी, मनोहर लाल के इस्तीफे के बाद खाली हुई सीट

हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल के विधानसभा से इस्तीफा देने का बाद खाली हुई करनाल सीट से मौजूदा सीएम नायब सैनी विधानसभा उपचुनाव लड़ेंगे। नायब सिंह सैनी के करनाल से चुनाव लड़े की खबर मिलने के बाद से बीजेपी कार्यकर्ताओं में काफी खुश है।

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी करनाल से लड़ेंगे विधानसभा का उपचुनाव

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी करनाल विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार होंगे।

भाजपा ने एक सूची जारी कर उनके नाम की घोषणा की।

पिछले दिनों एक आश्चर्यजनक कदम में, भाजपा ने लोकसभा चुनाव से कुछ हफ्ते पहले मनोहर लाल की जगह अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) नेता सैनी को हरियाणा का मुख्यमंत्री बनाया था।

सैनी ने 12 मार्च को हरियाणा के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। उसी दिन सैनी के साथ चार भाजपा विधायकों और एक निर्दलीय विधायक ने भी नई मंत्रिपरिषद के सदस्य के रूप में शपथ ली थी।

कंवर पाल गुर्जर ने साधा कांग्रेस पर निशाना, बोले – कांग्रेस में नहीं रही नेतृत्व की क्षमता

चन्द्र शेखर धरणी, चंडीगढ़ : हरियाणा के कृषि और पर्यटन मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि अब कांग्रेस में नेतृत्व करने की क्षमता नहीं रही हैं. यही कारण है कि पंजाब में रवनीत सिंह बिट्टू और हरियाणा में नवीन जिंदल जैसे बड़े नेताओं ने कांग्रेस का साथ छोड़ भाजपा… Continue reading कंवर पाल गुर्जर ने साधा कांग्रेस पर निशाना, बोले – कांग्रेस में नहीं रही नेतृत्व की क्षमता

मनोहर लाल से मिले दुष्यंत चौटाला, गठबंधन टूटने के बाद हुई पहली मुलाकात

हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल के साथ पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने मुलाकात की। सीएम आवास संत कुटीर पर हुई इस मीटिंग में दोनों नेताओं के बीच करीब 30 मिनट तक बातचीत हुई।

BJP ने जारी की उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट, तीन पूर्व मुख्यमंत्री, गड़करी और पीयूष गोयल का नाम शामिल

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए 72 उम्मीदवारों की दूसरी सूची बुधवार को जारी कर दी, जिसमें केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, पीयूष गोयल और अनुराग सिंह ठाकुर तथा हरियाणा के मनोहर लाल सहित तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों के नाम शामिल हैं।

हरियाणा में फेरबदलः जमीन से जुड़े ओबीसी नेता नायब सैनी ने ली भाजपा के कद्दावर नेता मनोहर लाल की जगह

र्यजनक कदम लोकसभा चुनाव से कुछ हफ्ते पहले उठाया है जबकि हरियाणा में अक्टूबर में विधानसभा चुनाव भी होने हैं।

भाजपा ने ओम प्रकाश धनखड़ के स्थान पर अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के सैनी को हरियाणा इकाई का अध्यक्ष नियुक्त किया था।

इससे पहले, मंगलवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल और उनके सभी कैबिनेट मंत्रियों ने राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को अपना इस्तीफा सौंप दिया।

भाजपा की राज्य इकाई के प्रमुख के रूप में सैनी की नियुक्ति को ओबीसी और गैर-जाट समुदायों पर पकड़ मजबूत करने के मकसद से पार्टी के एक महत्वपूर्ण कदम के तौर पर देखा गया था।

राज्य में सबसे अधिक आबादी वाले समुदाय जाट का समर्थन बड़े पैमाने पर कांग्रेस, जननायक जनता पार्टी (जजपा) और इंडियन नेशनल लोक दल (इनेलो) के बीच बंटा हुआ माना जाता है।

इसके अलावा, सैनी को मुख्यमंत्री चुने जाने को मनोहर लाल सरकार के खिलाफ जारी सत्ता विरोधी लहर से निपटने के लिहाज से उठाए गए कदम के रूप में भी देखा जा रहा है।

हरियाणा में सैनी समुदाय की आबादी करीब आठ फीसदी है। यह समुदाय हरियाणा के कई उत्तरी जिलों के अलावा अंबाला, कुरूक्षेत्र और हिसार समेत कुछ अन्य जिलों में भी प्रभाव रखता है।

वर्ष 2014 में, जब भाजपा ने पहली बार हरियाणा में अपने दम पर सरकार बनाई थी, तब पार्टी ने करनाल से पहली बार विधायक बने मनोहर लाल को मुख्यमंत्री चुना था। उस समय राम बिलास शर्मा, अनिल विज, कैप्टन अभिमन्यु और ओपी धनखड़ जैसे वरिष्ठ नेताओं को नजरअंदाज कर खट्टर को चुना गया था। कुछ इसी तर्ज पर मंगलवार को मनोहर लाल को हटाकर सैनी को मुख्यमंत्री चुना गया।

निवर्तमान मनोहर लाल मंत्रिमंडल में छह बार के विधायक अनिल विज सबसे वरिष्ठ मंत्री हैं।

सैनी का जन्म 25 जनवरी 1970 को अंबाला जिले के मिर्जापुर माजरा नामक गांव में हुआ था। कानूनी की पढ़ाई करने वाले सैनी के खट्टर के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध हैं और ये आरएसएस के दिनों से चले आ रहे हैं।

नायब सिंह सैनी को हरियाणा का अगला मुख्यमंत्री चुने जाने की घोषणा आश्चर्यजनक और अप्रत्याशित थी, लेकिन भाजपा इस तरह के हैरानी भरे फैसलों के लिए जानी जाती है और 2014 में पार्टी ने इसी प्रकार मनोहर लाल खट्टर को इस पद के लिए चुना था।

चर्चाओं से दूर रहने वाले और जमीन से जुड़े ओबीसी नेता सैनी (54) पार्टी में विभिन्न पदों पर काम के बाद मंगलवार को यहां आयोजित एक बैठक में सर्वसम्मति से भाजपा विधायक दल के नेता चुने गए।

सैनी ने मंगलवार शाम को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।

सैनी को मनोहर लाल (69) का करीबी माना जाता है। उन्होंने मनोहर लाल की जगह ली, जिनका मुख्यमंत्री के रूप में दूसरा कार्यकाल इस साल अक्टूबर में पूरा होना था।

सत्तारूढ़ भाजपा ने यह आश्चर्यजनक कदम लोकसभा चुनाव से कुछ हफ्ते पहले उठाया है जबकि हरियाणा में अक्टूबर में विधानसभा चुनाव भी होने हैं।

भाजपा ने ओम प्रकाश धनखड़ के स्थान पर अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के सैनी को हरियाणा इकाई का अध्यक्ष नियुक्त किया था।

इससे पहले, मंगलवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल और उनके सभी कैबिनेट मंत्रियों ने राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को अपना इस्तीफा सौंप दिया।

भाजपा की राज्य इकाई के प्रमुख के रूप में सैनी की नियुक्ति को ओबीसी और गैर-जाट समुदायों पर पकड़ मजबूत करने के मकसद से पार्टी के एक महत्वपूर्ण कदम के तौर पर देखा गया था।

राज्य में सबसे अधिक आबादी वाले समुदाय जाट का समर्थन बड़े पैमाने पर कांग्रेस, जननायक जनता पार्टी (जजपा) और इंडियन नेशनल लोक दल (इनेलो) के बीच बंटा हुआ माना जाता है।

इसके अलावा, सैनी को मुख्यमंत्री चुने जाने को मनोहर लाल सरकार के खिलाफ जारी सत्ता विरोधी लहर से निपटने के लिहाज से उठाए गए कदम के रूप में भी देखा जा रहा है।

हरियाणा में सैनी समुदाय की आबादी करीब आठ फीसदी है। यह समुदाय हरियाणा के कई उत्तरी जिलों के अलावा अंबाला, कुरूक्षेत्र और हिसार समेत कुछ अन्य जिलों में भी प्रभाव रखता है।

वर्ष 2014 में, जब भाजपा ने पहली बार हरियाणा में अपने दम पर सरकार बनाई थी, तब पार्टी ने करनाल से पहली बार विधायक बने मनोहर लाल को मुख्यमंत्री चुना था। उस समय राम बिलास शर्मा, अनिल विज, कैप्टन अभिमन्यु और ओपी धनखड़ जैसे वरिष्ठ नेताओं को नजरअंदाज कर खट्टर को चुना गया था। कुछ इसी तर्ज पर मंगलवार को मनोहर लाल को हटाकर सैनी को मुख्यमंत्री चुना गया।

निवर्तमान मनोहर लाल मंत्रिमंडल में छह बार के विधायक अनिल विज सबसे वरिष्ठ मंत्री हैं।

सैनी का जन्म 25 जनवरी 1970 को अंबाला जिले के मिर्जापुर माजरा नामक गांव में हुआ था। कानूनी की पढ़ाई करने वाले सैनी के खट्टर के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध हैं और ये आरएसएस के दिनों से चले आ रहे हैं।

सैनी 2014 और 2019 के बीच मनोहर लाल कैबिनेट में मंत्री भी थे। उन्होंने विधायक रहते हुए 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ा था।

यहां हरियाणा निवास में हुई भाजपा विधायकों की बैठक के बाद नए मुख्यमंत्री के रूप में सैनी के नाम की घोषणा की गई।

पिछले तीन दशकों के दौरान, सैनी ने भाजपा की राज्य इकाई में कई पदों पर काम किया और प्रदेश भाजपा किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष और महासचिव रहे। वह 2002 में अंबाला के लिए प्रदेश भाजपा की युवा शाखा के जिला महासचिव थे और तीन साल बाद जिला अध्यक्ष बने।

वह 2014 में नारायणगढ़ विधानसभा क्षेत्र चुनाव जीतकर पहली बार विधायक बने थे।

साल 2019 के लोकसभा चुनावों में, सैनी ने कुरुक्षेत्र सीट से अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के निर्मल सिंह को 3,84,591 मतों के अंतर से हराया था। सैनी को 2019 में भाजपा के सांसद रहे आरके सैनी के विद्रोह के बाद कुरुक्षेत्र सीट से मैदान में उतारा गया था।
यहां हरियाणा निवास में हुई भाजपा विधायकों की बैठक के बाद नए मुख्यमंत्री के रूप में सैनी के नाम की घोषणा की गई।

पिछले तीन दशकों के दौरान, सैनी ने भाजपा की राज्य इकाई में कई पदों पर काम किया और प्रदेश भाजपा किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष और महासचिव रहे। वह 2002 में अंबाला के लिए प्रदेश भाजपा की युवा शाखा के जिला महासचिव थे और तीन साल बाद जिला अध्यक्ष बने।

वह 2014 में नारायणगढ़ विधानसभा क्षेत्र चुनाव जीतकर पहली बार विधायक बने थे।

साल 2019 के लोकसभा चुनावों में, सैनी ने कुरुक्षेत्र सीट से अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के निर्मल सिंह को 3,84,591 मतों के अंतर से हराया था। सैनी को 2019 में भाजपा के सांसद रहे आरके सैनी के विद्रोह के बाद कुरुक्षेत्र सीट से मैदान में उतारा गया था।

नायब सिंह सैनी होंगे हरियाणा के नए CM, विधायक दल की बैठक में लगी मुहर

जननायक जनता पार्टी (जजपा) और भाजपा का गठबंधन टूटने के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को आज सुबह अपना इस्तीफा सौंप दिया। राज्य में मंत्रिपरिषद में मुख्यमंत्री खट्टर समेत 14 मंत्री शामिल थे। इसमें उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के नेतृत्व वाली जजपा के तीन सदस्य थे।

हरियाणा: BJP और JJP के बीच टूटा गठबंधन, 240 दिन पहले लिखी गई थी पटकथा ?

हालांकि ये अलग बात है कि उस वक्त भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और दुष्यंत चौटाला की मुलाकात के बाद दोनों दलों में चल रहे गतिरोध के कुछ हद तक दूर होने की बात कही गई थी।