विकसित भारत का विजन : 2047 तक देश को वैश्विक ऊर्जा निर्यात केंद्र बनाने का लक्ष्य
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत के विजन को साकार करने के लिए ऊर्जा मंत्रालय ने 2047 तक देश को वैश्विक ऊर्जा निर्यात केंद्र बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया।
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चंद्रशेखर धरणी, चंडीगढ़: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत के विजन को साकार करने के लिए ऊर्जा मंत्रालय ने 2047 तक देश को वैश्विक ऊर्जा निर्यात केंद्र बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में हर उपभोक्ता को सस्ती दरों पर बिजली मुहैया करवाने का भी रोडमैप तैयार किया गया है। आर्थिक और पर्यावरण की दृष्टि से स्थायी बिजली उत्पादन पर भी फोकस रहेगा।
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल ने राष्ट्रीय विद्युत नीति-2024 की समीक्षा करते हुए सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के निर्देश दिए। पर्वतीय क्षेत्रों में पनबिजली परियोजनाओं को गति देने के साथ परमाणु ऊर्जा उत्पादन को भी बढ़ाने के निर्देश दिए गए। इसके साथ ही मैदानी क्षेत्रों में सौर ऊर्जा उत्पादन की संभावनाएं तलाशने पर भी विचार-विर्मश हुआ।
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि केंद्र सरकार सरकार 2030 तक 500 गीगावाट गैर-जीवाश्म ईंधन पर आधारित बिजली प्राप्त करने, ऊर्जा भंडारण से संबंधित उपाय बढ़ाने और ग्रिड में अधिक नवीकरणीय ऊर्जा को एकीकृत करने के लिए प्रतिबद्ध है। अब कार्बन उत्सर्जन को कम करने और जीवाश्म ईंधन (कोयला, पेट्रोल, डीजल) की जगह हरित ईंधन के उपयोग की प्रतिबद्धता के तहत घरेलू सौर पीवी और पवन टरबाइन विनिर्माण को बढ़ाया जा रहा है।
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने कहा कि पीएम-सूर्य घर मुफ्त योजना के तहत अब तक 1.5 करोड़ से अधिक पंजीकरण हो चुके हैं और अब तक 6.85 लाख से अधिक घरों में ये उपकरण लगाए जा चुके हैं। मैदानी क्षेत्रों में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, चंडीगढ़, उत्तरप्रदेश सहित अन्य राज्यों में सरकारी भवन व आवास पर सौलर पैनल लगाने को गति दी जाएगी।
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री से साहित्यकार डॉ. संतराम देशवाल ने की शिष्टाचार मुलाकात
केंद्रीय ऊर्जा, आवासन एवं शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल से पद्मश्री सम्मान से सम्मानित साहित्यकार डॉ. संतराम देशवाल ने शिष्टाचार भेंट की। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने डॉ. संतराम को पद्मश्री सम्मान मिलने पर बधाई दी। वहीं साहित्यकार डॉ. संतराम ने केंद्रीय मंत्री को साहित्य से संबंधित पुस्तकें भेंट की। मुलाकात के दौरान पद्मश्री साहित्यकार डॉ. संतराम देशवाल ने मनोहर लाल की कार्यशैली की सराहना की। वहीं उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत विजन को साहित्य के जरिये आमजन को जोड़ने का भी भरोसा दिलाया।
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि साहित्य समाज का दर्पण होता है। साहित्यकार की कलम से समाज में नया बदलाव आता है, इसलिए साहित्यकार को समाज को एकजुट और विकसित भारत के संकल्प के साथ जोड़ने के लिए लेखनी चलानी चाहिए। वहीं केंद्रीय मंत्री ने उनके द्वारा लिखित पुस्तकों की सराहना की और साहित्य के साथ युवाओं को जोड़ने का आह्वान किया और डॉ. संतराम देशवाल ने द्वारा हरियाणवी लोक साहित्य व संस्कृति को बढ़ावा के प्रयासों की भी सराहना की। डॉ. संतराम द्वारा हरियाणा के लोक साहित्य पर आधारित कई शोध पूर्ण पुस्तकें लिखी हैं।
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