पप्पू यादव ने दो बार निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में और एक बार समाजवादी पार्टी (सपा) के उम्मीदवार के तौर पर पूर्णिया सीट का प्रतिनिधित्व किया था।
पप्पू यादव ने दो बार निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में और एक बार समाजवादी पार्टी (सपा) के उम्मीदवार के तौर पर पूर्णिया सीट का प्रतिनिधित्व किया था।
2019 के लोकसभा चुनाव में बसपा ने समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। सपा-बसपा-रालोद गठबंधन की चुनौती को दरकिनार करते हुए भाजपा ने 62 सीटें और उसकी सहयोगी अपना दल (एस) ने दो सीटें जीती थीं।
मौर्य ने कहा, ‘‘यह आश्चर्य की बात है कि जब विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सभी विधानसभा सदस्यों को राम मंदिर देखने के लिए अपने साथ आने के लिए आमंत्रित किया, तब भी सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने अपने विधायकों को उनकी इच्छा के विरुद्ध अयोध्या जाने से रोका।”
जिलाधिकारी बदायूं मनोज कुमार ने बताया कि हमने वीडियो का पता लगा लिया है। कुमार ने कहा कि निर्वाचन आयोग ने इस वायरल वीडियो के संबंध में जानकारी मांगी है।
इससे पहले, संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा, ”अखिलेश यादव की शायद कोई मजबूरी होगी जिसके कारण उन्होंने मेरी उम्मीदवारी रद्द कर दी। आखिरी वक्त तक अखिलेश यादव चाहते थे कि मैं मुरादाबाद से ही चुनाव लड़ूं लेकिन पार्टी के कुछ नेताओं ने फिर से नामांकन दाखिल करने के लिये अखिलेश यादव की तरफ से भेजे गये कागजात मुझ तक नहीं पहुंचने दिये।”
वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा), बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) ने मिलकर चुनाव लड़ा था। इस बार बसपा ने अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा की है जबकि सपा ने कांग्रेस के साथ गठबंधन किया है और दोनों दल विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ का हिस्सा हैं। रालोद ने भारतीय जनता पार्टी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन से हाथ मिलाया है।
समाजवादी पार्टी (सपा) प्रवक्ता ने बृहस्पतिवार को कहा कि अवैध खनन मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा गवाही के लिए भेजे गए समन पर पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव आज दिल्ली नहीं जाएंगे।
वहीं एएपी से जुड़े सूत्रों ने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए दिल्ली, गुजरात और हरियाणा सहित कई राज्यों में कांग्रेस के साथ गठबंधन को लेकर आधिकारिक ऐलान शनिवार को किया जा सकता है।
कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने इस गठबंधन को अंजाम तक पहुंचने में बहुत अहम भूमिका अदा की है। वह उत्तर प्रदेश में भाजपा को हराने के लिए सभी पार्टियों को एक साथ लाने का जो प्रयास कर रही हैं, इसके लिए वह उनका आभार प्रकट करते हैं।
उन्होंने सपा पर तंज कसते हुये कहा, ”सपा में एक नया फैशन चल गया है। नाम है समाजवादी और समाजवाद की दुहाई देकर उसका कत्लेआम कर रहे हैं। धर्मनिरपेक्ष होने की दुहाई देकर आज यथास्थितिवादी शक्तियों को बढ़ावा दे रहे हैं।”