मौर्य ने कहा, ‘‘यह आश्चर्य की बात है कि जब विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सभी विधानसभा सदस्यों को राम मंदिर देखने के लिए अपने साथ आने के लिए आमंत्रित किया, तब भी सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने अपने विधायकों को उनकी इच्छा के विरुद्ध अयोध्या जाने से रोका।”
मौर्य ने कहा, ‘‘यह आश्चर्य की बात है कि जब विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सभी विधानसभा सदस्यों को राम मंदिर देखने के लिए अपने साथ आने के लिए आमंत्रित किया, तब भी सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने अपने विधायकों को उनकी इच्छा के विरुद्ध अयोध्या जाने से रोका।”
भारतीय रेलवे ने देश भर की 66 जगहों से अयोध्या के लिए 200 आस्था स्पेशल ट्रेनें शुरू की हैं, जिससे 22 जनवरी को हुई प्राण प्रतिष्ठा के बाद राम लला के दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं को सुविधा मिले।
मंदिर में मंगलवार को दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की काफी भीड़ हो गई थी जिसके कारण मंदिर परिसर में अव्यवस्था फैल गई थी जसिके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और मंदिर के अधिकारियों के बीच एक बैठक हुई जिस बैठक में यह निर्णय लिया गया था कि मंदिर के बाहर से लंबी लाइन लगाकर दर्शन कराए जाएंगे।
राम मंदिर में रामलला की मूर्ति के प्राण प्रतिष्ठा का समारोह 22 जनवरी को होना है जिसके लिए 16 जनवरी से अलग अलग विधि विधान से अनुष्ठान शुरू हो गए हैं। इससे पहले रामलला की मूर्ति को मंदिर की परिक्रमा करवाई गई थी जिसके बाद उन्हें पूरे विधि विधान से मंदिर में लाया गया है।
राम लला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले अयोध्या में भारी पुलिस बल तैनात किए गए हैं, अयोध्या में चप्पे चप्पे सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई गई। राम मंदिर एवं उसके आस पास के इलाकों में ड्रोन से नजर रखी जा रही है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वाले ड्रोन एवं प्रशिक्षित सुरक्षित बलों के जरिए स्थानों की निगरानी की जा रही है। रामपथ पर गुरुवार को बख्तरबंद गाड़ियों एवं मोटरबाइक काफिले के साथ यूपी एटीएस ने मार्च निकाला और सुरक्षा का जायजा लिया।
उन्होंने कहा कि ‘मैं अयोध्या से राम लला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने का निमंत्रण पाकर बहुत खुश हूं, हमने कभी नहीं सोचा था कि हमारे लिए कभी निमंत्रण आएगा। मुझे बहुत खुशी हो रही है कि मैं बुढ़ापे में अयोध्या जाउंगी’ ।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि इतिहास का हिस्सा बनने का ये जीवन में एक बार मिलने वाला अवसर है। एक हिंदू होने के नाते ये मेरी जिम्मेदारी है कि मैं उस दिन वहां मौजूद रहूं और उस दिन बनने वाले इतिहास का गवाह बनूं। मैं उन सभी संगठनों को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने मुझे और मेरे परिवार को निमंत्रण दिया।’
गौरतलब हो कि सीआईएसएफ को 1999 में इंडियन एयरलाइंस के विमान आईसी 814 का कंधार में अपहरण होने के बाद से सिविल एयरपोर्ट की सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई है।
कैबिनेट बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मंत्रियों को विवादित बयान देने से बचने के साथ-साथ कहा कि अपने-अपने क्षेत्र में प्राण-प्रतिष्ठा के दौरान किसी भी तरह की गड़बड़ी न हो, इसका ख्याल रखें।
अयोध्या में जिस जगह पर जानकी महल मंदिर है उसका जुड़ाव नेपाल के शाही परिवार से रहा है। इस जमीन को 1942 में मोहन लाल केजरीवाल ने खरीदा और इसे अयोध्या में देवी जानकी के पैतृक घर का रूप दे दिया।