विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि इतिहास का हिस्सा बनने का ये जीवन में एक बार मिलने वाला अवसर है। एक हिंदू होने के नाते ये मेरी जिम्मेदारी है कि मैं उस दिन वहां मौजूद रहूं और उस दिन बनने वाले इतिहास का गवाह बनूं। मैं उन सभी संगठनों को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने मुझे और मेरे परिवार को निमंत्रण दिया।’