अयोध्या में जिस जगह पर जानकी महल मंदिर है उसका जुड़ाव नेपाल के शाही परिवार से रहा है। इस जमीन को 1942 में मोहन लाल केजरीवाल ने खरीदा और इसे अयोध्या में देवी जानकी के पैतृक घर का रूप दे दिया।
अयोध्या में जिस जगह पर जानकी महल मंदिर है उसका जुड़ाव नेपाल के शाही परिवार से रहा है। इस जमीन को 1942 में मोहन लाल केजरीवाल ने खरीदा और इसे अयोध्या में देवी जानकी के पैतृक घर का रूप दे दिया।
22 जनवरी को अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए काशी के ज्योतिषाचार्य पंडित गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ ने ये मुहूर्त चुना है यह शुभ मुहूर्त महज 84 सेकंड का ही होगा। 2 बजकर 29 मिनट 8 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड तक रहेगा।
सूत्रों के अनुसार अलग-अलग मूर्तिकारों द्वारा बनाए गए तीनों डिजाइनों को मेज पर रखा जाएगा। जिस एक मूर्ति को सबसे ज्यादा वोट मिलेंगे, उसे 22 जनवरी को मंदिर के अभिषेक के समय स्थापित किया जाएगा। इससे पहले बुधवार को, ट्रस्ट के सचिव चंपत राय ने कहा था कि भगवान राम की पांच साल पुरानी राम लला को प्रतिबिंबित करने वाली 51 इंच ऊंची मूर्ति को तीन डिजाइनों में से चुना जाएगा।
दिल्ली बीजेपी की संगठनात्मक बैठक को संबोधित करते हुए रविवार को वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, ”हम एक जनवरी से 15 जनवरी तक घर-घर जाकर निमंत्रण देंगे और सभी मंदिरों को सजाने के लिए मंदिर समितियों से भी बात करेंगे जहां पार्टी के नेता और कार्यकर्ता अयोध्या से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण को सुनेंगे।”
मूर्ति रखने के बाद, पुजारी मंदिर में भगवान राम की स्थापना के उपलक्ष्य में पांच दिनों तक विभिन्न प्रकार की पूजा और विभिन्न अनुष्ठान करेंगे।