लोकसभा चुनाव: उप्र में पहले चरण में आठ सीट के लिए बुधवार से नामांकन प्रक्रिया शुरू होगी

उत्तर प्रदेश में पहले चरण में आठ लोकसभा सीट पर होने वाले चुनाव के लिए बुधवार से नामांकन की प्रक्रिया शुरू होगी।

चुनाव कार्यक्रम के मुताबिक पहले चरण में 19 अप्रैल को सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, नगीना (सुरक्षित), मुरादाबाद, रामपुर और पीलीभीत में मतदान होगा। इसके लिए बुधवार को अधिसूचना जारी होगी, जिसके बाद उम्मीदवार नामांकन पत्र दाखिल कर सकेंगे। नामांकन पत्र दाखिल करने की आखिरी तारीख 27 मार्च तय की गयी है।

उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिनवा के मुताबिक नामांकन पत्रों की जांच 28 मार्च को होगी जबकि नामांकन पत्रों की वापसी के लिए 30 मार्च की तारीख तय की गयी है। आठों सीट पर 19 अप्रैल को मतदान होगा और चार जून को मतगणना होगी।

वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा), बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) ने मिलकर चुनाव लड़ा था। इस बार बसपा ने अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा की है जबकि सपा ने कांग्रेस के साथ गठबंधन किया है और दोनों दल विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ का हिस्सा हैं। रालोद ने भारतीय जनता पार्टी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन से हाथ मिलाया है।

2019 में पहले चरण की इन आठ सीट में से बिजनौर, सहारनपुर और नगीना सीट बसपा ने जबकि मुरादाबाद और रामपुर सपा ने जीती थीं। कैराना, मुजफ्फरनगर और पीलीभीत से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार विजयी हुए थे। इनमें भाजपा और सपा ने कुछ सीटों पर उम्मीदवार घोषित किए हैं, लेकिन अभी सभी दलों के उम्मीदवारों को लेकर तस्वीर साफ नहीं हुई है।

उत्तर प्रदेश में सभी सातों चरणों में अलग-अलग सीटों पर मतदान होगा और कुल 15 करोड़ से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।

पहले चरण में आठ, दूसरे चरण में आठ, तीसरे चरण में 10, चौथे चरण में 13, पांचवें चरण में 14, छठे चरण में 14 और सातवें चरण में 13 लोकसभा सीटों पर चुनाव होगा।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिनवा के मुताबिक, ”फिलहाल उत्तर प्रदेश में 15.34 करोड़ मतदाता हैं, जिनमें 8.17 करोड़ पुरुष और 7.17 करोड़ महिलाएं हैं। इसके अलावा 6,638 तृतीय लिंग (ट्रांसजेंडर) मतदाता और 12.51 लाख से अधिक दिव्यांग मतदाता भी हैं।”

उन्होंने कहा कि फिलहाल राज्य में 1.62 लाख से अधिक मतदान केंद्र हैं।