2019 के लोकसभा चुनाव में बसपा ने समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। सपा-बसपा-रालोद गठबंधन की चुनौती को दरकिनार करते हुए भाजपा ने 62 सीटें और उसकी सहयोगी अपना दल (एस) ने दो सीटें जीती थीं।
2019 के लोकसभा चुनाव में बसपा ने समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। सपा-बसपा-रालोद गठबंधन की चुनौती को दरकिनार करते हुए भाजपा ने 62 सीटें और उसकी सहयोगी अपना दल (एस) ने दो सीटें जीती थीं।
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी जयंत चौधरी को अपना छोटा भाई कहकर उनका सम्मान बढ़ाया। विपक्षी दलों पर चौधरी चरण सिंह का अपमान करने और संसद में जयंत चौधरी के बोलते समय विपक्ष द्वारा गतिरोध पैदा करने का भी आरोप लगाया।
राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ विपक्षी नेताओं को खरी खोटी सुनाते हुए बोले कि ‘मैं पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह का अपमान नहीं सहूंगा, उनका सार्वजनिक जीवन निष्कलंक रहा और उनका देश के किसानों के प्रति समर्पण भी निष्कलंक था। मैंने खुद अपनी आंखों से देखा है।’
राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के अध्यक्ष जयंत सिंह ने कहा कि ‘धरतीपुत्र’ चौधरी चरण सिंह को ‘भारत रत्न’ देने भर से किसानों की समस्याओं व उनकी चुनौतियों का समाधान नहीं निकलता है लेकिन इससे आने वाले सालों में झोपड़ियों में पैदा होने वाले व्यक्ति को भी चौधरी चरण सिंह बनने, ‘भारत रत्न पा सकने और अपनी समस्याओं के समाधान करने का हौसला जरूर मिलेगा।