दिल्ली : समन अनदेखी मामले में अदालत ने केजरीवाल को जवाब दाखिल करने के लिए वक्त दिया

दिल्ली की एक अदालत ने आबकारी नीति मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा जारी समन को कथित तौर पर नजरअंदाज करने को लेकर एक आदेश के खिलाफ पुनर्विचार की मांग करने वाली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की दो याचिकाओं पर एजेंसी के जवाब पर प्रतिक्रिया देने के लिए आम आदमी पार्टी (आप) नेता को समय दिया है।

ईडी की शिकायत पर एक मजिस्ट्रेट अदालत ने केजरीवाल को समन जारी किया था और उनके खिलाफ एक आदेश पारित किया था, जिसको चुनौती देते हुए ‘आप’ नेता ने विशेष अदालत का दरवाजा खटखटाया था।

ईडी ने मामले में जारी समन से कथित तौर पर बचने के लिए केजरीवाल के खिलाफ मजिस्ट्रेट अदालत में शिकायत की थी।

विशेष न्यायाधीश राकेश सयाल ने केजरीवाल की अपील पर ईडी के जवाब मिलने के बाद आप संयोजक को जवाब दाखिल करने के लिए दो सप्ताह का समय दिया है।

केजरीवाल के वकीलों ने अदालत को बताया कि ईडी मामले में ‘आप’ नेता को गिरफ्तार कर चुकी है इसलिए उन्हें अब इस बारे में उनसे कोई निर्देश नहीं मिला इसलिए जवाब दाखिल करने के लिए समय चाहिए, जिसके बाद अदालत ने यह आदेश दिया।

अदालत अब 14 मई को याचिका पर सुनवाई करेगी।

आईपीएल मैच में AAP समर्थकों ने पहनी अरविंद केजरीवाल की फोटो वाली टी-शर्ट, लगाए ‘मैं भी केजरीवाल’ के नारे

पंजाब किंग्स और गुजरात टाइटंस के आईपीएल मैच के दौरान आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में आम आदमी पार्टी (आप) समर्थकों ने ‘मैं भी केजरीवाल’ और ‘जेल का जवाब वोट से’ के नारे लगाए। आप समर्थकों ने अरविंद केजरीवाल की रिहाई की मांग की और कहा कि उन्हें गलत तरीके… Continue reading आईपीएल मैच में AAP समर्थकों ने पहनी अरविंद केजरीवाल की फोटो वाली टी-शर्ट, लगाए ‘मैं भी केजरीवाल’ के नारे

दिल्ली: भाजपा की नजर हैट्रिक पर,आप को केजरीवाल के प्रति सहानुभूति को भुनाने की उम्मीद

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नजर अपना वोट प्रतिशत बढ़ाकर लगातार तीसरी बार दिल्ली की सभी सात लोकसभा सीट जीतने पर है, जबकि कांग्रेस के साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ रही आम आदमी पार्टी (आप) को उम्मीद है कि गिरफ्तार मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के प्रति ‘सहानुभूति की लहर’ का लाभ उठाकर वह भगवा दल की जीत के सिलसिले को तोड़ने में कामयाब रहेगी।

इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) के घटक दल कांग्रेस और आप दिल्ली लोकसभा का चुनाव मिलकर लड़ रहे हैं इसिलए उनके भाजपा से सीधे मुकाबले का रास्ता साफ हो गया है।

आप ने चार सीट पर उम्मीदवार उतारे हैं जबकि कांग्रेस तीन सीट पर चुनाव लड़ रही है। भाजपा और आप-कांग्रेस गठबंधन, दोनों ने तेजतर्रार उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है, जिससे चुनावी जीत हासिल करने के लिहाज से कड़े मुकाबले का माहौल तैयार हो गया है।

भाजपा की दिल्ली इकाई के प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है कि इस बार पार्टी के लिए चुनौती जीत का अंतर बढ़ाना है।

पूर्वांचल से जुड़े लोगों और मुसलमानों के प्रभुत्व वाली पूर्वोत्तर दिल्ली सीट पर बिहार के दो उम्मीदवारों के बीच मुकाबला होगा। भाजपा ने इस सीट पर मनोज तिवारी को मैदान में उतारा है जो लोकसभा में तीसरी बार पहुंचने की उम्मीद कर रहे हैं, जबकि कन्हैया कुमार कांग्रेस की तरफ से पहली बार चुनावी मैदान में होंगे।

कुमार ने 2019 के लोकसभा चुनाव में बिहार की बेगूसराय सीट से मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकप) के टिकट पर चुनाव लड़ा था लेकिन असफल रहे थे।

दिल्ली में एक भाजपा नेता ने नाम का खुलासा नहीं करने की शर्त कहा कि तिवारी के पास सीट बरकरार रखने की अधिक संभावना है। उन्होंने कहा कि एक छात्र नेता के रूप में कुमार के अतीत और वामपंथ से उनके जुड़ाव के चलते ‘ध्रुवीकरण प्रभाव’ की संभावना है।

कांग्रेस 2025 में दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले की इस अहम ड़ाई में अपनी छाप छोड़ने के लिए कुमार की लोकप्रियता और उनके वक्तृत्व कौशल और वाकपटुता का फायदा उठाना चाह रही है।

पूर्वी दिल्ली में आप ने अपने दलित विधायक कुलदीप कुमार को सामान्य सीट से मैदान में उतारा है जिसका विभिन्न लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाले 12 आरक्षित विधानसभा क्षेत्रों के समुदाय के मतदाताओं पर असर पड़ सकता है।

पूर्वी दिल्ली सीट पर वर्ष 2019 में गौतम गंभीर ने कांग्रेस के अरविंदर सिंह लवली को 3.39 लाख वोट से हराकर जीत हासिल की थी, जबकि आप नेता आतिशी तीसरे स्थान पर रही थीं।

इस बार कांग्रेस और आप, दोनों मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं लेकिन भाजपा को भरोसा है कि वह सभी सात सीट पर चुनाव जीतने में सफल रहेगी। भाजपा नेताओं का कहना है कि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में हर सीट पर भाजपा प्रत्याशियों को मिले वोट कांग्रेस और आप के प्रत्याशियों को मिले कुल वोट से अधिक थे।

2019 के लोकसभा चुनाव में, दिल्ली में भाजपा को कुल पड़े वोट में से 56.5 फीसदी वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस को 22 फीसदी और आप को 18.1 फीसदी से संतोष करना पड़ा था।

भाजपा ने अपने प्रत्याशियों की घोषणा करने में जातीय समीकरणों को भी साधने का प्रयास किया है। भाजपा ने पूर्वी दिल्ली से पंजाबी नेता हर्ष मल्होत्रा, चांदनी चौक से बनिया नेता प्रवीण खंडेलवाल, दक्षिणी दिल्ली से विधायक और गुर्जर नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी, पश्चिमी दिल्ली से जाट नेता कमलजीत सहरावत और उत्तर-पश्चिम दिल्ली (आरक्षित सीट) से दलित नेता योगेन्द्र चंदोलिया को मैदान में उतारा है।

भाजपा नेताओं ने कहा कि इसने दो महिला उम्मीदवारों -सहरावत और बांसुरी स्वराज को मैदान में उतारा है और इससे अधिक महिला वोट हासिल करने में मदद मिलेगी।

दिल्ली सरकार की अब समाप्त हो चुकी आबकारी नीति से जुड़े धन शोधन मामले में केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद आप सहानुभूति के माध्यम से चुनावी लाभ उठाना चाह रही है।

आप का चुनावी अभियान भी केजरीवाल की गिरफ्तारी के इर्द-गिर्द घूम रहा है। आप का ‘जेल का जवाब वोट से’ अभियान के तहत लोगों से अनुरोध किया जा रहा है कि वे केजरीवाल की गिरफ्तारी का जवाब अपने वोटों से दें।

इस महीने की शुरुआत में समाचार एजेंसी ‘पीटीआई-भाषा’ के मुख्यालय में यहां संपादकों के साथ बातचीत में दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा था, ‘‘इस समय मुझे दिल्ली के बाहर की स्थिति के बारे में नहीं पता, लेकिन मैं दिल्ली के बारे में विश्वास के साथ कह सकता हूं कि आप और केजरीवाल के प्रति लोगों में भारी सहानुभूति है। यहां तक ​​कि भाजपा का समर्थन करने वाले लोग भी महसूस कर रहे हैं कि यह अति है और ऐसा नहीं किया जाना चाहिए था।’’

आप ने तीन बार के विधायक सोमनाथ भारती को नयी दिल्ली सीट से और सहीराम पहलवान को दक्षिण दिल्ली सीट से उम्मीदवार बनाया है। आप ने पश्चिमी दिल्ली सीट से कांग्रेस के पूर्व सांसद महाबल मिश्रा को उम्मीदवार बनाया है।

कांग्रेस ने चांदनी चौक सीट से जेपी अग्रवाल को और उत्तर-पूर्व दिल्ली सीट से भाजपा के पूर्व सांसद उदित राज को अपना उम्मीदवार बनया है।

मेरा नाम अरविंद केजरीवाल है, मैं आतंकवादी नहीं हूं: Tihar Jail से दिल्ली के CM का संदेश

आम आदमी पार्टी (आप) के नेता संजय सिंह ने मंगलवार को कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री ने तिहाड़ जेल से नागरिकों के लिए एक संदेश जारी कर कहा है ‘‘मेरा नाम अरविंद केजरीवाल है और मैं कोई आतंकवादी नहीं हूं।’’

सिंह ने जेल में बंद केजरीवाल के साथ किये जा रहे कथित व्यवहार को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की आलोचना की।

सिंह ने आरोप लगाया कि भाजपा प्रतिशोध और दुर्भावना के चलते उन्हें तोड़ना चाहती है, लेकिन वह इन सबसे और अधिक मजबूत होकर उभरेंगे।

यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए सिंह ने आरोप लगाया कि तिहाड़ जेल में बंद एक ‘कुख्यात अपराधी’ को बैरक में अपने वकील और पत्नी से मिलने की अनुमति दी गई, जबकि केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की मुलाकात के दौरान उनके बीच कांच की दीवार थी।

सिंह ने कहा कि खुद के साथ हो रहे व्यवहार से आहत होकर केजरीवाल ने देशवासियों के लिए संदेश भेजा है कि ‘‘मेरा नाम अरविंद केजरीवाल है और मैं आतंकवादी नहीं हूं।’’

दिल्ली के मुख्यमंत्री का बयान 2010 की शाहरुख खान अभिनीत फिल्म ‘माई नेम इज खान’ से लिया गया है जिसमें अभिनेता कहते हैं, ‘‘माई नेम इज खान और मैं आतंकवादी नहीं हूं।’’

सिंह ने कहा, ‘‘केजरीवाल के साथ एक आतंकवादी की तरह व्यवहार किया जा रहा था और उन्हें ‘कांच की दीवार’ के जरिये पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से मिलने की अनुमति दी गई थी।’’

धन शोधन मामले में छह महीने जेल में रहने के बाद हाल ही में रिहा हुए सिंह ने आरोप लगाया कि, ‘‘तिहाड़ की जेल संख्या दो में एक कुख्यात अपराधी अपने वकील और पत्नी से बैरक में मिला। इसी तरह अन्य बंदियों की भी जेल कार्यालय में मुलाकात कराई जाती है।’’ हालांकि, उन्होंने किसी व्यक्ति का नाम नहीं लिया।

महानिदेशक (जेल) संजय बेनीवाल ने सोमवार को कहा था कि कैदियों के साथ व्यवहार में कोई भेदभाव नहीं किया जाता है और यह सुनिश्चित किया जाता है कि उन्हें समान मूल अधिकार मिले।

मान ने सोमवार को तिहाड़ जेल में केजरीवाल से मुलाकात की और आरोप लगाया कि उन्हें वहां वे सुविधाएं भी नहीं मिल रही हैं जिन्हें एक कट्टर अपराधी को भी मुहैया कराने की अनुमति है।

इस पर अपनी प्रतिक्रिया में बेनीवाल ने कहा, ‘‘कट्टर या सामान्य अपराधी के बीच कोई अंतर नहीं है। जेल नियमावली में कैदियों के बीच कोई अंतर नहीं है। हर कैदी के पास बुनियादी अधिकार हैं और इसे सुनिश्चित करना मेरा कर्तव्य है।’’

केजरीवाल को तिहाड़ जेल में परिजनों से व्यक्तिगत मुलाकात नहीं करने दी जा रही: संजय सिंह का दावा

आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने शनिवार को दावा किया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को तिहाड़ जेल में उनके परिवार के सदस्यों से व्यक्तिगत रूप से मिलने नहीं दिया जा रहा है।

सिंह ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘‘मुख्यमंत्री केजरीवाल का मनोबल तोड़ने की कोशिश की जा रही है। उनके परिवार को व्यक्तिगत रूप से मिलने की अनुमति नहीं दी गई है।’’

उन्होंने कहा कि परिवार को केवल ‘मुलाकात जंगले’ से केजरीवाल से मिलने की अनुमति दी गई है।

सिंह ने कहा, ‘‘यह अमानवीय है। यहां तक कि कट्टर अपराधियों को भी व्यक्तिगत मुलाकात की अनुमति मिलती है।’’

‘मुलाकात जंगला’ लोहे की एक जाली होती है जो जेल के अंदर एक कमरे में कैदी और उससे मुलाकात करने आए लोगों के बीच होती है। दोनों पक्ष जाली के आर-पार से बातचीत कर सकते हैं।

तिहाड़ प्रशासन ने फिलहाल सिंह के दावे पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।

शुक्रवार को जेल अधिकारियों ने केजरीवाल की पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ मुलाकात की तारीख 15 अप्रैल तय की थी और कहा कि वह आप संयोजक से ‘मुलाकात जंगला’ में एक सामान्य आगंतुक के रूप में मुलाकात कर सकते हैं।

मुख्यमंत्री ने अपनी पत्नी सुनीता केजरीवाल और निजी सचिव विभव कुमार से मंगलवार को तिहाड़ जेल के अंदर मुलाकात की थी।

राज कुमार आनंद के दिल्ली स्थित आवास के बाहर आप कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन

आम आदमी पार्टी (आप) के कार्यकर्ताओं ने दिल्ली मंत्रिमंडल एवं पार्टी से इस्तीफा देने वाले राज कुमार आनंद के पटेल नगर स्थित आवास के बाहर शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन किया।

आप कार्यकर्ता अंकुश नारंग ने कहा, “पिछले चार साल से आनंद ‘आप’ के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने उन लोगों से कई विकास परियोजनाओं का वादा किया था, जिन्होंने उन्हें वोट दिया था। उनके निर्वाचन क्षेत्र के लोग ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।”

आनंद पटेल नगर विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं और उन्होंने 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रवेश रत्न को हराकर जीत हासिल की थी।

नारंग ने कहा, “आज आप के कई कार्यकर्ताओं और यहां तक कि पटेल नगर के निवासियों ने भी उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। हमारे कुछ कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में भी लिया।”

केजरीवाल के निजी सचिव को हटाने से आबकारी नीति घोटाले की जांच का मार्ग प्रशस्त होगा: भाजपा

Nawada: Prime Minister Narendra Modi addresses a gathering during a public meeting ahead of the Lok Sabha elections, in Nawada, Sunday, April 7, 2024. (PTI Photo) (PTI04_07_2024_000044A)

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं ने बृहस्पतिवार को कहा कि सतर्कता निदेशालय द्वारा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सचिव को उनके पद से हटाना एक प्रशासनिक निर्णय था जो कथित आबकारी नीति घोटाले की जांच का मार्ग प्रशस्त करेगा।

भाजपा की दिल्ली इकाई के उपाध्यक्ष कपिल मिश्रा ने कहा कि विभव कुमार को पद से हटाना जरूरी था क्योंकि उनकी नियुक्ति अवैध थी और वह दिल्ली सरकार की अब समाप्त हो चुकी आबकारी नीति से जुड़े धन शोधन मामले में एजेंसियों की जांच के दायरे में थे। उनके हटने से अब मामले में निष्पक्ष जांच का रास्ता साफ हो जाएगा।

बुधवार को एक आदेश में दिल्ली सरकार के सतर्कता निदेशालय ने नियुक्ति में नियमों और प्रक्रियाओं के कथित उल्लंघन पर केजरीवाल के निजी सचिव विभव कुमार को पद से हटा दिया।

भाजपा नेता हरीश खुराना ने कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) और केजरीवाल का भ्रष्टाचार विरोधी रुख और उच्च नैतिक आधार का दावा कुमार को हटाए जाने से खारिज हो गया है।

उन्होंने कहा कि कुमार को हटाना एक प्रशासनिक निर्णय था क्योंकि उनकी नियुक्ति नियमों के अनुरूप नहीं थी। भाजपा नेता ने दावा किया कि यह फैसला आप के लिए एक झटका है।

कुमार को उनके पद से हटाने के अपने आदेश में सतर्कता निदेशालय ने कहा, “सक्षम प्राधिकारी ने केंद्रीय सिविल सेवा (अस्थायी सेवा) नियम, 1965 के नियम पांच के प्रावधानों के अनुसार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सचिव विभव कुमार की नियुक्ति को तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दिया है।”

कुमार को पिछले साल नवंबर में निदेशालय द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था, जिसमें नोएडा में उनके खिलाफ लंबित एक आपराधिक मामले का हवाला देते हुए कहा गया था कि दिल्ली के मुख्यमंत्री के निजी सचिव के पद पर उनकी नियुक्ति अवैध है।

अपने आदेश में निदेशालय ने कहा कि कुमार के खिलाफ आरोप गंभीर हैं, जिसमें लोक सेवक को अपने कर्तव्य के निर्वहन से रोकने के लिए हमला या आपराधिक बल का आरोप भी शामिल है।”

इसके अलावा इसमें कहा गया है कि कुमार की नियुक्ति के लिए नियमों का ईमानदारी से पालन नहीं किया गया था, इसलिए ऐसी नियुक्ति अवैध और शुरू से ही अमान्य है।”

प्रवर्तन निदेशालय ने सोमवार को दिल्ली की आबकारी नीति से जुड़े धन शोधन के मामले में आप विधायक दुर्गेश पाठक के साथ कुमार से पूछताछ की थी।

इस मामले में केजरीवाल 15 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में हैं।

आम आदमी पार्टी को एकजुट रखने के लिए सुनीता केजरीवाल सबसे बेहतर व्यक्ति हैं: सौरभ भारद्वाज

आम आदमी पार्टी (आप) के नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल वर्तमान परिस्थितियों में पार्टी को एकजुट रखने के लिए सबसे बेहतर व्यक्ति हैं और उनकी मौजूदगी का कार्यकर्ताओं पर ‘‘सकारात्मक प्रभाव’’ पड़ा है।

दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री भारद्वाज ने यहां समाचार एजेंसी के मुख्यालय में ‘पीटीआई’ संपादकों के साथ बातचीत में कहा कि सुनीता केजरीवाल ने हमेशा कहा है कि वह दिल्ली के मुख्यमंत्री की ‘‘मैसेंजर (संदेशवाहक)’’ हैं।

पंजाब के CM भगवंत सिंह मान ने तिहाड़ में केजरीवाल से मुलाकात के लिए अनुमति मांगी

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने तिहाड़ जेल प्रशासन को पत्र लिखकर दिल्ली के मुख्यमंत्री एवं आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल से मिलने की अनुमति मांगी है। पार्टी सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी।

सूत्रों ने बताया कि यह पत्र मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) द्वारा भेजा गया है।

केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय ने आबकारी नीति से जुड़े धनशोधन के मामले में 21 मार्च को गिरफ्तार किया था। वह 15 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में हैं।

राहुल, खरगे, पवार, अखिलेश समेत ‘इंडिया’ गठबंधन के कई नेता ‘आप’ की रैली में शामिल होंगे

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) के प्रमुख शरद पवार, शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे, समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव और राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव समेत ‘इंडिया’ गठबंधन के कई नेता यहां रामलीला मैदान में रविवार को आम आदमी पार्टी (आप) द्वारा आयोजित की जाने वाली ‘महारैली’ में शामिल होंगे।

‘आप’ के वरिष्ठ नेता नेता गोपाल राय ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी की पृष्ठभूमि में रविवार को रामलीला मैदान में 20,000 से अधिक लोगों की मौजूदगी वाली रैली आयोजित करने के लिए प्रशासन की अनुमति मिल गई है।

राय का कहना था कि अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ‘महारैली’ को संबोधित करेंगी या नहीं, इस पर फैसला बाद में लिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओब्रायन, द्रमुक नेता तिरूचि शिवा, नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला और झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन भी रैली में शामिल होंगे।

आप नेता ने कहा कि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन भी रैली में शामिल होंगी। सोरेन फिलहाल जेल में हैं।