दिल्ली में लोकसभा चुनाव के लिए ‘आप’ के ‘वॉर रूम’ का उद्घाटन

दिल्ली में लोकसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी (आप) के ‘‘वॉर रूम’’ का उद्घाटन शनिवार को पार्टी के वरिष्ठ नेता गोपाल राय ने किया।

‘आप’ ने राष्ट्रीय राजधानी की सात लोकसभा सीट में से चार पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि ‘इंडिया’ गठबंधन की उसकी सहयोगी कांग्रेस तीन सीट पर चुनाव लड़ रही है। सात चरण के चुनाव के छठे दौर में 25 मई को इन निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान होगा।

‘आप’ की दिल्ली इकाई के संयोजक राय ने कहा कि दीन दयाल उपाध्याय (डीडीयू) मार्ग पर ‘आप’ मुख्यालय में स्थित ‘‘वॉर रूम’’ में विभिन्न उद्देश्यों के लिए 12 टीम होंगी।

‘आप’ पूर्वी दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली और नयी दिल्ली से चुनाव लड़ रही है, वहीं कांग्रेस उत्तर-पूर्वी दिल्ली, उत्तर-पश्चिम दिल्ली और चांदनी चौक से चुनाव लड़ रही है।

उन्होंने कहा कि चारों निर्वाचन क्षेत्रों के लिए प्रभारी नियुक्त किए गए हैं और वे सुनिश्चित करेंगे कि ‘आप’ का प्रचार अभियान व्यवस्थित तरीके से चले।

राय ने कहा कि व्यवस्थागत, प्रचार अभियान प्रबंधन, कानूनी कार्य, डेटा प्रबंधन और विश्लेषण तथा मीडिया और सोशल मीडिया के लिए समर्पित टीम पार्टी द्वारा लड़ी जा रही चार सीट पर सुचारू और संगठित प्रचार सुनिश्चित करेंगी।

जेल में बंद ‘आप’ प्रमुख एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल के शाम को पूर्वी दिल्ली से पार्टी के उम्मीदवार कुलदीप कुमार के समर्थन में पहले रोड शो पर राय ने कहा कि इस कार्यक्रम के साथ पार्टी का लोकसभा अभियान ‘‘जेल का जवाब वोट से’’ अपने तीसरे चरण में प्रवेश करेगा।

पिछले महीने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा आबकारी नीति से जुड़े धनशोधन मामले में अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ ‘‘जेल का जवाब वोट से’’ अभियान के पहले दो चरण में चार निर्वाचन क्षेत्रों में घर-घर जाकर संपर्क किया गया और ‘‘संकल्प सभा’’ आयोजित की गईं। राय ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ गुस्सा है और ‘‘यह चुनाव दिल्ली की जनता लड़ रही है।’’

दिल्ली की सभी सात लोकसभा सीट पर चुनाव के लिए नामांकन 29 अप्रैल से शुरू होगा।

दिल्ली के रोहिणी में पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गैंगस्टर को गिरफ्तार किया

दिल्ली के रोहिणी सेक्टर 34 में बृहस्पतिवार को राज्य पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ की एक टीम ने नीरज बवाना-नवीन बाली गिरोह के एक सदस्य को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने यह जानकारी दी।

एक अधिकारी ने बताया कि राहुल डबास हत्या के मामले में वांछित था और हत्या के प्रयास व फिरौती के सात अन्य मामलों में कथित तौर पर शामिल था।

अधिकारी ने बताया, ”विशेष प्रकोष्ठ की एक टीम को सूचना मिली थी कि गैंगस्टर बृहस्पतिवार को रोहिणी सेक्टर 34 में किसी से मिलने आ रहा है। जाल बिछाया गया लेकिन उसने पुलिस को देख हमारी टीम पर गोलियां चलाईं।”

अधिकारी ने बताया कि टीम के सदस्यों ने बुलेट प्रूफ जैकेट पहनी हुई थीं, जिस वजह से कोई घायल नहीं हुआ।

उन्होंने बताया कि डबास को गिरफ्तार कर पूछताछ की गई। अधिकारी ने बताया कि उसके पास से एक बन्दूक बरामद की गई है। पुलिस ने बताया कि वह दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद गैंगस्टर नीरज बवाना और नवीन बाली का करीबी सहयोगी है।

दिल्ली दंगे 2020: उच्च न्यायालय ने यूएपीए मामले में आरोपी को जमानत देने से इनकार किया

दिल्ली उच्च न्यायालय ने यहां 2020 में हुए सांप्रदायिक दंगों के पीछे बड़ी साजिश से जुड़े यूएपीए मामले में एक आरोपी को जमानत देने से इनकार कर दिया और कहा कि हिंसक प्रदर्शन विरोध करने के संवैधानिक अधिकार से परे है तथा यह कानून के तहत दंडनीय अपराध है।

न्यायमूर्ति सुरेश कुमार कैत और न्यायमूर्ति मनोज जैन की पीठ ने मंगलवार को अपलोड किए गए अपने आदेश में कहा कि इस बारे में पर्याप्त सामग्री है कि आरोपी सलीम मलिक “गहरी साजिश” में सह साजिशकर्ता था जिसने शांति एवं सद्भाव में कथित तौर पर खलल डालने के लिए धर्म के नाम पर स्थानीय लोगों को उकसाया।

अदालत ने कहा कि प्रदर्शन स्थलों को धर्मनिरपेक्ष रंग देने के लिए “धर्मनिरपेक्ष नाम/हिंदू नाम” दिए गए थे और साजिशकर्ताओं का उद्देश्य विरोध प्रदर्शन को “चक्का जाम” तक ले जाने तथा एकत्रित भीड़ को हिंसा के लिए उकसाना था।

इसने कहा, ‘‘दिनांक 20/21.02.2020 को चांद बाग में और फिर 22/23.02.2020 को हुई बैठकों में अपीलकर्ता के साथ अन्य आरोपी भी शामिल हुए और दंगा रूपी हिंसा तथा दिल्ली को जलाने से संबंधित पहलुओं पर खुलकर चर्चा की गई जो किसी भी लोकतांत्रिक राष्ट्र में स्वीकार्य नहीं है।’’

पीठ ने 22 अप्रैल को पारित आदेश में कहा, “वित्तपोषण, हथियारों की व्यवस्था करने, लोगों की हत्या और संपत्ति में आग लगाने के लिए पेट्रोल बम खरीदने तथा इलाके में लगे सीसीटीवी को नष्ट करने की भी बातचीत हुई थी।”

अदालत ने कहा कि तथ्यात्मक सामग्री और गवाहों के बयानों के आधार पर आरोपी के खिलाफ “प्रथम दृष्टया सही” मामला बनता है।

इसने गैर कानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के तहत दर्ज मामले में आरोपी को जमानत देने से इनकार करते हुए कहा कि हिंसक प्रदर्शन विरोध करने के संवैधानिक अधिकार से परे है तथा यह कानून के तहत दंडनीय अपराध है।

फरवरी 2020 में उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों में 53 लोग मारे गए थे और 700 से अधिक घायल हुए थे।

यह हिंसा नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के खिलाफ प्रदर्शनों के दौरान भड़की थी।

धन शोधन मामले में आप विधायक अमानतुल्ला खान ईडी के सामने हुए पेश

आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक अमानतुल्ला खान बृहस्पतिवार को धन शोधन संबंधी एक मामले में पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हुए। उच्चतम न्यायालय ने दिल्ली वक्फ बोर्ड में खान की अध्यक्षता के दौरान हुईं कथित अनियमितताओं से संबंधित मामले में आप विधायक की अग्रिम जमानत याचिका पर विचार करने से… Continue reading धन शोधन मामले में आप विधायक अमानतुल्ला खान ईडी के सामने हुए पेश

पूर्वी दिल्ली के फ्लैट में महिला और भाई मृत मिले, पति गिरफ्तार

पूर्वी दिल्ली के शकरपुर इलाके में एक व्यक्ति ने पेंचकस से हमला कर अपनी पत्नी और उसके भाई की कथित रूप से हत्या कर दी। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी।

पुलिस उपायुक्त (पूर्वी दिल्ली) अपूर्वा गुप्ता ने बताया कि गाजियाबाद के एक स्कूल में शिक्षिका कमलेश होल्कर (29) और राम प्रताप सिंह (18) बुधवार की सुबह शकरपुर की एक आवासीय इमारत की दूसरी मंजिल पर खून से लथपथ पाये गये।

पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि कमलेश और उसके पति श्रेयांस कुमार पाल के बीच मंगलवार रात को किसी बात को लेकर बहस हुई होगी, जिसके बाद आरोपी ने महिला और उसके भाई की हत्या कर दी।

अधिकारी ने बताया कि सिंह, दंपति के दो वर्षीय बेटे का जन्मदिन मनाने के लिए उत्तर प्रदेश से यहां आया था।

उन्होंने बताया कि पाल सुबह लापता था लेकिन बाद में वह जांच में शामिल हो गया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

अधिकारी ने बताया, ”उससे पूछताछ की जा रही है।”

उन्होंने बताया कि पाल पेशे से एक इंजीनियर है लेकिन फिलहाल बेरोजगार है।

अधिकारी के मुताबिक, आरोपी के पिता भारतीय वायु सेना से सेवानिवृत्त हुए हैं और उसकी मां दिल्ली के बिजली विभाग में काम करती हैं। उन्होंने बताया कि आरोपी का छोटा भाई अपनी पत्नी और बच्चों के साथ उसी इमारत की पहली मंजिल पर रहता है।

अधिकारी ने बताया कि परिवार के सभी सदस्यों के बयान लिए जा रहे हैं और मामले की जांच की जा रही है।

दिल्ली: भाजपा की नजर हैट्रिक पर,आप को केजरीवाल के प्रति सहानुभूति को भुनाने की उम्मीद

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नजर अपना वोट प्रतिशत बढ़ाकर लगातार तीसरी बार दिल्ली की सभी सात लोकसभा सीट जीतने पर है, जबकि कांग्रेस के साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ रही आम आदमी पार्टी (आप) को उम्मीद है कि गिरफ्तार मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के प्रति ‘सहानुभूति की लहर’ का लाभ उठाकर वह भगवा दल की जीत के सिलसिले को तोड़ने में कामयाब रहेगी।

इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) के घटक दल कांग्रेस और आप दिल्ली लोकसभा का चुनाव मिलकर लड़ रहे हैं इसिलए उनके भाजपा से सीधे मुकाबले का रास्ता साफ हो गया है।

आप ने चार सीट पर उम्मीदवार उतारे हैं जबकि कांग्रेस तीन सीट पर चुनाव लड़ रही है। भाजपा और आप-कांग्रेस गठबंधन, दोनों ने तेजतर्रार उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है, जिससे चुनावी जीत हासिल करने के लिहाज से कड़े मुकाबले का माहौल तैयार हो गया है।

भाजपा की दिल्ली इकाई के प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है कि इस बार पार्टी के लिए चुनौती जीत का अंतर बढ़ाना है।

पूर्वांचल से जुड़े लोगों और मुसलमानों के प्रभुत्व वाली पूर्वोत्तर दिल्ली सीट पर बिहार के दो उम्मीदवारों के बीच मुकाबला होगा। भाजपा ने इस सीट पर मनोज तिवारी को मैदान में उतारा है जो लोकसभा में तीसरी बार पहुंचने की उम्मीद कर रहे हैं, जबकि कन्हैया कुमार कांग्रेस की तरफ से पहली बार चुनावी मैदान में होंगे।

कुमार ने 2019 के लोकसभा चुनाव में बिहार की बेगूसराय सीट से मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकप) के टिकट पर चुनाव लड़ा था लेकिन असफल रहे थे।

दिल्ली में एक भाजपा नेता ने नाम का खुलासा नहीं करने की शर्त कहा कि तिवारी के पास सीट बरकरार रखने की अधिक संभावना है। उन्होंने कहा कि एक छात्र नेता के रूप में कुमार के अतीत और वामपंथ से उनके जुड़ाव के चलते ‘ध्रुवीकरण प्रभाव’ की संभावना है।

कांग्रेस 2025 में दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले की इस अहम ड़ाई में अपनी छाप छोड़ने के लिए कुमार की लोकप्रियता और उनके वक्तृत्व कौशल और वाकपटुता का फायदा उठाना चाह रही है।

पूर्वी दिल्ली में आप ने अपने दलित विधायक कुलदीप कुमार को सामान्य सीट से मैदान में उतारा है जिसका विभिन्न लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाले 12 आरक्षित विधानसभा क्षेत्रों के समुदाय के मतदाताओं पर असर पड़ सकता है।

पूर्वी दिल्ली सीट पर वर्ष 2019 में गौतम गंभीर ने कांग्रेस के अरविंदर सिंह लवली को 3.39 लाख वोट से हराकर जीत हासिल की थी, जबकि आप नेता आतिशी तीसरे स्थान पर रही थीं।

इस बार कांग्रेस और आप, दोनों मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं लेकिन भाजपा को भरोसा है कि वह सभी सात सीट पर चुनाव जीतने में सफल रहेगी। भाजपा नेताओं का कहना है कि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में हर सीट पर भाजपा प्रत्याशियों को मिले वोट कांग्रेस और आप के प्रत्याशियों को मिले कुल वोट से अधिक थे।

2019 के लोकसभा चुनाव में, दिल्ली में भाजपा को कुल पड़े वोट में से 56.5 फीसदी वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस को 22 फीसदी और आप को 18.1 फीसदी से संतोष करना पड़ा था।

भाजपा ने अपने प्रत्याशियों की घोषणा करने में जातीय समीकरणों को भी साधने का प्रयास किया है। भाजपा ने पूर्वी दिल्ली से पंजाबी नेता हर्ष मल्होत्रा, चांदनी चौक से बनिया नेता प्रवीण खंडेलवाल, दक्षिणी दिल्ली से विधायक और गुर्जर नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी, पश्चिमी दिल्ली से जाट नेता कमलजीत सहरावत और उत्तर-पश्चिम दिल्ली (आरक्षित सीट) से दलित नेता योगेन्द्र चंदोलिया को मैदान में उतारा है।

भाजपा नेताओं ने कहा कि इसने दो महिला उम्मीदवारों -सहरावत और बांसुरी स्वराज को मैदान में उतारा है और इससे अधिक महिला वोट हासिल करने में मदद मिलेगी।

दिल्ली सरकार की अब समाप्त हो चुकी आबकारी नीति से जुड़े धन शोधन मामले में केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद आप सहानुभूति के माध्यम से चुनावी लाभ उठाना चाह रही है।

आप का चुनावी अभियान भी केजरीवाल की गिरफ्तारी के इर्द-गिर्द घूम रहा है। आप का ‘जेल का जवाब वोट से’ अभियान के तहत लोगों से अनुरोध किया जा रहा है कि वे केजरीवाल की गिरफ्तारी का जवाब अपने वोटों से दें।

इस महीने की शुरुआत में समाचार एजेंसी ‘पीटीआई-भाषा’ के मुख्यालय में यहां संपादकों के साथ बातचीत में दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा था, ‘‘इस समय मुझे दिल्ली के बाहर की स्थिति के बारे में नहीं पता, लेकिन मैं दिल्ली के बारे में विश्वास के साथ कह सकता हूं कि आप और केजरीवाल के प्रति लोगों में भारी सहानुभूति है। यहां तक ​​कि भाजपा का समर्थन करने वाले लोग भी महसूस कर रहे हैं कि यह अति है और ऐसा नहीं किया जाना चाहिए था।’’

आप ने तीन बार के विधायक सोमनाथ भारती को नयी दिल्ली सीट से और सहीराम पहलवान को दक्षिण दिल्ली सीट से उम्मीदवार बनाया है। आप ने पश्चिमी दिल्ली सीट से कांग्रेस के पूर्व सांसद महाबल मिश्रा को उम्मीदवार बनाया है।

कांग्रेस ने चांदनी चौक सीट से जेपी अग्रवाल को और उत्तर-पूर्व दिल्ली सीट से भाजपा के पूर्व सांसद उदित राज को अपना उम्मीदवार बनया है।

तिहाड़ जेल में केजरीवाल के साथ ‘आतंकवादी’ की तरह किया जा रहा है बर्ताव : संजय सिंह

आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने मंगलवार को आरोप लगाया कि एक कुख्यात अपराधी तिहाड़ जेल की बैरक में अपनी पत्नी एवं वकील से मिलता है जबकि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ ‘आतंकवादी’ की तरह बर्ताव किया जा रहा है।

सिंह ने यहां संवाददाता सम्मेलन में दावा किया कि आप के संयोजक केजरीवाल की पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से मुलाकात के दौरान उनके बीच कांच की दीवार थी।

उनके आरोप पर जेल प्रशासन की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है।

दिल्ली : केंद्रीय गृह मंत्रालय के कार्यालय में लगी मामूली आग, कोई हताहत नहीं

दिल्ली में केंद्रीय सचिवालय के नॉर्थ ब्लॉक में स्थित गृह मंत्रालय (एमएचए) के कार्यालय की दूसरी मंजिल पर मंगलवार को आग लग गई। दमकल विभाग के एक अधिकारी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि आग से किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।

दिल्ली अग्निशमन सेवा (डीएफएस) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सूचना मिलने के तुरंत बाद दमकल विभाग की सात गाड़ियां घटनास्थल पर पहुंचीं और सुबह 9:35 बजे तक आग पर काबू पा लिया गया था।

डीएफएस के अनुसार, गृह मंत्रालय के कार्यालय के आईसी प्रभाग में दूसरी मंजिल पर सुबह करीब 9.20 बजे आग लगने की सूचना मिली थी, जिसके बाद दमकलकर्मियों ने सुबह 9.35 बजे तक आग पर काबू पा लिया।

अधिकारी ने बताया कि जेरॉक्स मशीन, कुछ कंप्यूटर और कुछ दस्तावेजों में आग लग गई थी।

उन्होंने बताया कि इस घटना में किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है।

अधिकारी ने बताया कि आग लगने के समय केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इमारत में मौजूद नहीं थे, लेकिन वहां कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

दिल्ली आबकारी नीति मामले में अदालत ने केजरीवाल की न्यायिक हिरासत 23 अप्रैल तक बढायी

दिल्ली की एक अदालत ने कथित आबकारी नीति से जुड़े धन शोधन मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की न्यायिक हिरासत सोमवार को 23 अप्रैल तक बढ़ा दी।

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की विशेष न्यायाधीश कावेरी बावेजा ने केजरीवाल की हिरासत की अवधि बढ़ा दी । इससे पहले उन्हें वीडियो-कॉन्फ्रेंस के माध्यम से अदालत में पेश किया गया था। दिल्ली के मुख्यमंत्री 15 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में थे ।

प्रवर्तन निदेशायल ने यह कहते हुए केजरीवाल की हिरासत अवधि बढ़ाने की मांग की कि जांच महत्वपूर्ण चरण में है।

खराब मौसम के कारण दिल्ली हवाई अड्डे पर 22 उड़ानों का मार्ग परिवर्तन किया गया

खराब मौसम के कारण शनिवार शाम को दिल्ली हवाई अड्डे पर 22 उड़ानों का मार्ग परिवर्तन किया गया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

इनमें से नौ उड़ानों को जयपुर, आठ को लखनऊ, दो को चंडीगढ़ और 1-1 को वाराणसी, अमृतसर तथा अहमदाबाद भेजा गया।

अधिकारी ने कहा कि जिन उड़ानों का मार्ग परिवर्तित किया गया, उनमें इंडिगो की नौ उड़ानें, एयर इंडिया की आठ उड़ानें और विस्तारा की तीन उड़ानें शामिल हैं।

मार्ग परिवर्तन शाम तीन बजे से साढ़े छह बजे के बीच हुआ।

राष्ट्रीय राजधानी में इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (आईजीआईए) प्रतिदिन लगभग 1,300 उड़ानों की आवाजाही संभालता है।