केजरीवाल के समर्थन में आए आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता योगेन्द्र यादव, प्रशांत भूषण

आम आदमी पार्टी (आप) के कुछ पूर्व नेताओं ने ईडी द्वारा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी का शुक्रवार को विरोध करते हुए इसे ‘लोकतंत्र की हत्या’ करार दिया।

केजरीवाल से मतभेदों के कारण पार्टी छोड़ने वाले इन नेताओं ने यह दावा किया कि लोकसभा चुनाव से पहले ‘बिना सबूत के’ एक मौजूदा मुख्यमंत्री की गिरफ्तारी ‘लोकतंत्र की हत्या’ के समान है।

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली आबकारी नीति से जुड़े धन शोधन मामले में आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को बृहस्पतिवार को गिरफ्तार कर लिया था।

हालांकि, भाजपा की दिल्ली इकाई के उपाध्यक्ष कपिल मिश्रा ने केजरीवाल की गिरफ्तारी को राष्ट्रीय राजधानी के लोगों के लिए ‘खुशी का दिन’ बताया। वह आप सरकार में पर्यटन मंत्री रह चुके हैं।

राजनीतिक कार्यकर्ता और ‘स्वराज इंडिया’ के संस्थापक योगेन्द्र यादव, जिन्हें 2015 में आप की अनुशासनात्मक समिति द्वारा पार्टी से हटा दिया गया था, उन्होंने केजरीवाल की गिरफ्तारी को अन्यायपूर्ण करार दिया है।

योगेन्द्र यादव ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘मैं काफी हैरान हूं। लोकतंत्र के नाम पर इस देश में क्या चल रहा है? आप नए चुनाव आयुक्त नियुक्त करके मैच से पहले रेफरी को बदल देते हैं। आप प्रतिद्वंद्वी के बैंक खाते फ्रीज कर रहे हैं। 30 साल पुराने मामलों में नोटिस दिए गए हैं। उचित जांच करें, अगर अदालत दोषी ठहराती है, तो चाहे वह प्रधानमंत्री हों या कोई और, उन्हें सजा मिलनी चाहिए।’’

यादव ने कहा कि चुनाव से पहले किसी भी तरह से गिरफ्तारी करना लोकतंत्र की हत्या के समान है।

उन्होंने कहा, ‘‘अरविंद केजरीवाल के साथ अन्याय किया गया है। मुझे यकीन है कि लोग उन्हें सबक सिखाएंगे।’’

केजरीवाल की गिरफ्तारी पर प्रशांत भूषण ने दावा किया कि ईडी के पास मुख्यमंत्री के खिलाफ कोई दस्तावेजी सबूत नहीं है।

प्रशांत भूषण ने किसी का नाम लिए बिना कहा, ‘‘यह बेहद आश्चर्यजनक है कि आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद चुनाव से ठीक पहले ईडी ने एक मुख्यमंत्री को गिरफ्तार कर लिया है। और ऐसे मामले में, जहां उनके पास यह दिखाने के लिए कोई दस्तावेजी सबूत नहीं है कि वह भ्रष्टाचार में शामिल थे, जहां वे किसी सरकारी गवाह के बयान पर भरोसा कर रहे हैं, जो एक कंपनी का अधिकारी था। वह कंपनी जिसने ईडी को नियंत्रित करने वाली भाजपा को चुनावी बॉण्ड के जरिए चंदा दिया था। ’’

कपिल मिश्रा ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘दिल्लीवासियों के लिए यह खुशी का दिन है। यह न्याय का दिन है। यह ‘भ्रष्ट और बेईमान’ सरकार के शासन से मुक्ति है। ’’

केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ रायपुर में ‘आप’ का विरोध प्रदर्शन

आम आदमी पार्टी (आप) की छत्तीसगढ़ इकाई ने पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की आबकारी नीति मामले में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा गिरफ्तारी के विरोध में शुक्रवार को प्रदर्शन किया।

पार्टी के लगभग 100 नेता और कार्यकर्ता पार्टी के झंडे और राष्ट्रीय ध्वज लेकर शहर के आंबेडकर चौक पर एकत्रित हुए और विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के खिलाफ नारे लगाए।

पार्टी की छत्तीसगढ़ इकाई की सचिव प्रियंका शुक्ला ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा, ‘‘वे ‘एक राष्ट्र, एक पार्टी’ चाहते हैं। वह एक तानाशाह की तरह सरकार चलाना चाहते हैं जिसमें वे सब कुछ नियंत्रित कर सकें।’’

शुक्ला ने कहा, ”केजरीवाल के नेतृत्व वाली सरकार दिल्ली के लोगों के जनादेश के साथ पूर्ण बहुमत के साथ तीन बार चुनी गई। उनकी गिरफ्तारी न केवल केजरीवाल पर हमला है बल्कि यह दिल्ली के लोगों, एक विचारधारा और लोकतंत्र पर हमला है।”

उन्होंने कहा, ”जो विपक्षी नेता उनके (भाजपा) खिलाफ आवाज उठाते हैं और उनके सामने सिर झुकाने से इनकार करते हैं, उन्हें जेल भेजा जा रहा है।”

शुक्ला ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने लोकतंत्र का गला घोंट दिया है और उसे सलाखों के पीछे डाल दिया है। आप नेता ने कहा, ‘‘यदि भाजपा विपक्ष के बिना चुनाव लड़ना चाहती है तो उन्हें हमें घर बैठने के लिए कहना चाहिए। वे सिर्फ अकेले चुनाव लड़ना और जीतना चाहते हैं।’’

धरना स्थल पर पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। जब पुलिस कर्मियों ने उन्हें लोकसभा चुनाव के लिए जारी आदर्श आचार संहिता का हवाला देते हुए विरोध प्रदर्शन नहीं करने के लिए कहा तब प्रदर्शनकारियों ने वहां से जाना शुरू कर दिया।

Diwali के मौके पर दिल्ली दमकल सेवा को मिले 208 फोन कॉल

दिवाली के मौके पर रविवार को दिल्ली दमकल विभाग को आग लगने से संबंधित 208 फोन कॉल मिले । इनमें से 22 कॉल पटाखों के कारण आग लगने की थीं । एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।

दिल्ली दमकल सेवा के एक अधिकारी ने बताया कि रविवार को सदर बाजार, ईस्ट ऑफ कैलाश, शास्त्री नगर, सुल्तानपुर और तिलक नगर में आग लगने की बड़ी घटनाएं हुईं लेकिन इनमें कोई हताहत नहीं हुआ ।

उन्होंने बताया कि राजधानी के सदर बाजार स्थित एक गोदाम में लगी आग पर काबू पाने में दमकल की 22 गाड़ियों को दो घंटे लगे।

अधिकारी ने बताया कि पश्चिमी दिल्ली के तिलक नगर में एक मार्केट में आग लगने से आधा दर्जन दुकानें जलकर खाक हो गईं । उन्होंने बताया कि बाहरी दिल्ली के सुल्तानपुरी में भी आग लगने की घटना सामने आई है।

अधिकारी ने कहा, ‘‘हमें मंगोलपुरी, बजलीत नगर, भोरघाघ, राजौरी गार्डन, कोहाट एन्क्लेव से आग लगने की 16 कॉल मिलीं, इसके अलावा तीन सड़क दुर्घटना की भी कॉल मिली ।

उन्होंने बताया कि तीन कॉल बंद घरों के बारे में थीं।

डीएफएस ने आगे कहा कि 208 में से 166 कॉल आग लगने को लेकर थीं। इनमें से 22 कॉल पटाखों के कारण और 21 कॉल कूड़े में आग लगने से संबंधित थी । उन्होंने बताया कि अन्य कॉल पक्षियों एवं पशुओं को बचाने, सड़क हादसों और अन्य वजहों से प्राप्त हुयी ।

पिछले 13 वर्षों का विवरण साझा करते हुए, दमकल विभाग ने बताया कि 2011 में 206 कॉल, 2012 में 184 कॉल, उसके अगले साल 177 कॉल, 2014 में 211 कॉल, 2015 में कुल 290 कॉल, 2016 में 243 कॉल, 2017 में 204 कॉल आग लगने को लेकर मिली थीं।

उन्होंने बताया कि साल 2018 में आग से संबंधित कुल 271 कॉल, 2019 में 245 कॉल, 2020 में 205 कॉल, 2021 में 152 कॉल और 2022 में 201 कॉल मिली थीं।