ईडी की ताजा शिकायत के बाद अदालत ने केजरीवाल को 16 मार्च को तलब किया

दिल्ली की एक अदालत ने कथित आबकारी से संबंधित धनशोधन मामले में कथित रूप से समन का पालन नहीं करने पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा फिर से की गई शिकायत पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को बृहस्पतिवार को समन जारी किया।

अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट दिव्या मल्होत्रा ने केजरीवाल को 16 मार्च को अदालत में पेश होने का निर्देश दिया।

प्रवर्तन निदेशालय ने धन शोधन जांच में समन का पालन नहीं करने के लिए केजरीवाल के खिलाफ मुकदमा चलाने का अनुरोध करते हुए अदालत में बुधवार को नयी शिकायत दर्ज कराई थी।

निदेशालय ने बताया कि नयी शिकायत धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की धारा 50 के तहत संघीय जांच एजेंसी द्वारा आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल को भेजे गए समन संख्या चार से आठ का पालन नहीं करने से संबंधित है।

ईडी ने पूर्व में एक स्थानीय अदालत में याचिका दायर कर दिल्ली आबकारी नीति से जुड़ी धन शोधन जांच में केजरीवाल को जारी किए गए पहले तीन समन पर पेश नहीं होने के लिए उनके खिलाफ मुकदमा चलाने का अनुरोध किया था।

दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल को ED ने भेजा आठवां समन

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को एक बार फिर ED ने समन भेजा है. यह ED का आठवां समन है. हालांकि, केजरीवाल किसी भी समन के जवाब में ED के सामने पेश नहीं हुए हैं. बता दें कि आबकारी नीति से जुड़े कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में यह समन भेजा गया है और उन्हें 4… Continue reading दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल को ED ने भेजा आठवां समन

ED ने आबकारी नीति मामले में केजरीवाल को फिर नया समन जारी किया

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आबकारी नीति से जुड़े धन शोधन मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को नया समन जारी कर उनसे पूछताछ के लिए 26 फरवरी को उसके समक्ष पेश होने को कहा है। आधिकारिक सूत्रों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

केंद्रीय एजेंसी ने धन शोधन निवारण अधिनियिम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत सातवां समन जारी करते हुए केजरीवाल की इस दलील को खारिज कर दिया कि उनकी पेशी के लिए नया नोटिस देना गलत है क्योंकि यह मामला एक स्थानीय अदालत के विचाराधीन है।

केजरीवाल समन को ‘‘गैरकानूनी’’ बताते हुए अभी तक ईडी के समक्ष पेश नहीं हुए हैं और उन्होंने ईडी को समन वापस लेने के लिए पत्र लिखा है।

ईडी ने हाल में इस मामले में उसके समन की अवज्ञा करने के लिए आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल (55) के खिलाफ एक नयी शिकायत दर्ज करायी थी।

अदालत ने पिछले सप्ताह केजरीवाल को इस मामले में व्यक्तिगत रूप से पेश होने की छूट दी थी और मामले की अगली सुनवाई के लिए 16 मार्च की तारीख तय की थी।

अदालत ने यह भी कहा था कि शिकायत के विषय और रिकॉर्ड पर रखी गई सामग्री से, प्रथम दृष्टया यह भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 174 के तहत अपराध बनता है और आरोपी अरविंद केजरीवाल के खिलाफ कार्यवाही के लिए पर्याप्त आधार हैं।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, ईडी ने दावा किया कि स्थानीय अदालत ने प्रथम दृष्टया केजरीवाल को इस मामले में पूर्व में जारी नोटिसों की ‘अवज्ञा’ करने का दोषी पाया है, जिसके कारण उन्हें सातवां समन जारी करने की आवश्यकता पड़ी है।

सूत्रों ने बताया था कि अदालत के सामने सवाल समन की वैधता का नहीं बल्कि केजरीवाल द्वारा जानबूझकर पूर्व में जारी समन की अवज्ञा करने का गैरकानूनी कृत्य है।

ईडी ने इस मामले में दाखिल किए आरोपपत्रों में कई बार केजरीवाल के नाम का उल्लेख किया है। एजेंसी ने कहा कि आरोपी अब रद्द की जा चुकी दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 को तैयार करने के संबंध में उनके संपर्क में थे।

ईडी अभी तक इस मामले में ‘आप’ नेता मनीष सिसोदिया और संजय सिंह के अलावा पार्टी के संचार प्रभारी विजय नायर को गिरफ्तार कर चुकी है।

ईडी ने अपने आरोपपत्र में दावा किया कि ‘आप’ ने ‘‘अपराध से मिली करीब 45 करोड़ रुपये की आय’’ का इस्तेमाल गोवा चुनाव प्रचार अभियान में किया।

‘मैं भी केजरीवाल’ अभियान के तहत अधिकतर लोगों ने कहा कि मुख्यमंत्री पद न छोड़ें अरविंद केजरीवाल : AAP

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी ने सोमवार को दावा किया कि ‘मैं भी केजरीवाल’ हस्ताक्षर अभियान के तहत राजधानी के 23 लाख से अधिक घरों से संपर्क किया गया और अधिकतर लोगों की राय है कि अगर अरविंद केजरीवाल को ‘‘भाजपा की साजिश’’ के तहत गिरफ्तार किया जाता है तो उन्हें दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं देना चाहिए।

आम आदमी पार्टी ने मैं भी केजरीवाल हस्ताक्षर अभियान एक दिसंबर से शुरू किया था ।

संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुये दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री जितेंद्र तोमर ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता 23,82,122 परिवार तक पहुंचे और उनसे उनकी राय मांगी ।

उन्होंने कहा, ‘‘हम करीब एक करोड़ लोगों तक पहुंचे और उनसे विस्तार से बातचीत की । उनमें से करीब 98 फीसदी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल को किसी भी परिस्थिति में इस्तीफा नहीं देना चाहिये ।’’

कथित उत्पाद शुल्क नीति घोटाले से जुड़े धन शोधन मामले में पूछताछ के लिए केजरीवाल दो बार प्रवर्तन निदेशालय से समन जारी होने के बावजूद उसके समक्ष पेश नहीं हुए। संघीय जांच एजेंसी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री को तीन जनवरी को फिर से उसके समक्ष पेश होने के लिए कहा है।

दिल्ली के मुख्यमंत्री आरोप लगाते रहे हैं कि उन्हें भेजे गए ईडी के समन ‘राजनीति से प्रेरित’ हैं और ये भाजपा के इशारे पर उन्हें अनावश्यक कारणों से भेजे गए थे।