दिल्ली में 40 फुट गहरे बोरवेल में गिरे व्यक्ति की मौत, शव बाहर निकाला गया

दिल्ली जल बोर्ड के एक जलशोधन संयंत्र में 40 फुट गहरे बोरवेल में गिरे व्यक्ति को बाहर निकालने के लिये लगभग 12 घंटे तक बचाव अभियान चलाये जाने के बावजूद उसकी जान नहीं बचाई जा सकी। दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने यह जानकारी दी।

व्यक्ति का शव बोरवेल से बाहर निकाल लिया गया है।

व्यक्ति की उम्र करीब 30 वर्ष बताई जा रही है और उसकी पहचान अब तक नहीं हो सकी है।

आतिशी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘मुझे बेहद दुख के साथ यह खबर साझा करनी पड़ रही है कि बोरवेल में गिरे व्यक्ति को बचाव दल ने मृत पाया है। वह बोरवेल रूम में कैसे घुसा, बोरवेल के अंदर कैसे गिरा- इसकी जांच पुलिस करेगी। मैं राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीम को धन्यवाद देती हूं, जिन्होंने कई घंटों तक चले बचाव अभियान में व्यक्ति को बचाने का हर संभव प्रयास किया।’’

पश्चिमी दिल्ली के केशोपुर मंडी इलाके में शनिवार देर रात करीब एक बजे सूचना मिली कि दिल्ली जल बोर्ड के जलशोधन संयंत्र के बोरवेल में एक व्यक्ति गिर गया है। इसके बाद व्यक्ति को बचाने के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और दिल्ली अग्निशमन सेवा (डीएफएस) की टीम के नेतृत्व में एक अभियान चलाया गया।

आतिशी ने केशोपुर जल शोधन संयंत्र का दौरा किया, जिम्मेदार अधिकारी पर कार्रवाई का आश्वासन दिया

जल मंत्री आतिशी ने रविवार को केशोपुर में दिल्ली जल बोर्ड के जल शोधन संयंत्र का दौरा किया जहां एक व्यक्ति 40 फुट गहरे बोरवेल में गिर गया है। उन्होंने कहा कि इस जिम्मेदार अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

मंत्री को घटनास्थल पर तैनात दलों ने बचाव अभियान की जानकारी दी।

आतिशी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘मैंने दिल्ली में सभी बोरवेल का अगले 48 घंटे में निरीक्षण करने का आदेश दिया है और इस एसटीपी (सीवेज शोधन संयंत्र) के लिए जिम्मेदार अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।’’

उन्होंने बताया कि जब बचाव दल घटनास्थल पर पहुंचे तो बोरवेल के आसपास का हिस्सा पूरी तरह बंद था और पुलिस मामले की जांच कर रही है।

उन्होंने कहा, ‘‘जिस बोरेवल में व्यक्ति गिरा, उसके आसपास का हिस्सा पूरी तरह बंद था। बचाव अभियान चला रहे कर्मियों ने दरवाजे तोड़े और फिर अंदर प्रवेश किया। बोरवेल में बच्चा नहीं बल्कि एक वयस्क पुरुष गिरा है। पुलिस अभी मामले की जांच कर रही है। इलाके में प्रवेश करना संभव नहीं था या उसमें जाने की किसी को अनुमति भी नहीं थी। बहरहाल, पुलिस इसकी जांच कर रही है।’’

राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और दिल्ली दमकल सेवा के दल बचाव अभियान में लगे हैं।

पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) विचित्र वीर ने कहा, ‘‘विकासपुरी पुलिस थाने में रात को पीसीआर को एक कॉल आयी कि एक व्यक्ति केशोपुर जल बोर्ड के कार्यालय में बोरवेल में गिर गया है।’’

पंजाब कैबिनेट ने संगरूर, तरनतारन में दो विशेष पोक्सो अदालतों को मंजूरी दी

पंजाब मंत्रिमंडल ने शनिवार को तरनतारन और संगरूर जिलों में यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पोक्सो) अधिनियम के तहत दो त्वरित सुनवायी अदालतें स्थापित करने को मंजूरी दे दी।

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि यह कदम बलात्कार सहित बच्चों के खिलाफ अपराध से संबंधित मामलों में त्वरित न्याय सुनिश्चित करेगा। चीमा ने कहा, ‘‘ये अदालतें तरनतारन और संगरूर जिलों में स्थापित की जाएंगी।’’

एक आधिकारिक प्रवक्ता ने बाद में कहा कि इन दो त्वरित सुनवायी विशेष अदालतों की स्थापना से लंबित मामलों का निस्तारण होगा। राज्य मंत्रिमंडल ने इन अदालतों के लिए अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश के दो पद तथा सहायक कर्मचारियों के 18 पद सृजन को भी मंजूरी दी।

प्रवक्ता ने कहा कि मंत्रिमंडल ने राज्य भर की निचली अदालतों में न्यायिक शाखा के 3,842 अस्थायी पदों को स्थायी पद में बदलने को मंजूरी दे दी।

दो दशकों से अधिक समय तक ये पद अस्थायी थे और इन्हें जारी रखने के लिए हर साल गृह मामलों, न्याय और वित्त विभागों की मंजूरी की जरूरत होती थी।

मंत्रिमंडल ने पंजाब में खाद्यान्नों की सुचारू रुप से ढुलाई के लिए ‘पंजाब खाद्यान्न परिवहन नीति 2024 और ‘पंजाब लेबर एंड कार्टेज पॉलिसी, 2024’ को मंजूरी दे दी।

नीति के अनुसार, खाद्यान्न की ढुलाई कार्यों का आवंटन प्रतिस्पर्धी एवं पारदर्शी ऑनलाइन निविदा प्रणाली के माध्यम से किया जाएगा।

कैबिनेट ने दो करोड़ रुपये तक का कारोबार करने वाले व्यापारियों के लिए स्वास्थ्य बीमा कवरेज का लाभ बढ़ाने का फैसला किया जो फिलहाल मौजूदा एक करोड़ रुपये तक का कारोबार करने वालों के लिए था।

इस फैसले से राज्य के एक लाख से अधिक व्यापारियों को फायदा होगा क्योंकि वे इस योजना के तहत पांच लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज करा सकेंगे।

मंत्रिमंडल ने 829 ‘आम आदमी क्लीनिक’ (एएसी) की स्थापना को भी पूर्व प्रभाव से मंजूरी दे दी, जिनमें से 308 शहरी क्षेत्रों में और 521 ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित हैं।