हरियाणा के DGP शत्रुजीत कपूर पर है केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पूरा भरोसा
हाल ही में शत्रुजीत कपूर की ओर से लिखी गई पुस्तक ‘वायर्ड फॉर सक्सेस‘ का लोकापर्ण भी केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने किया था।
चंद्रशेखर धरणी : हरियाणा पुलिस के टाइगर (डीजीपी पुलिस) शत्रुजीत कपूर अपनी विश्वसनीयता, कर्मठता और निष्पक्ष कार्यप्रणाली के चलते केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मोदी कैबिनेट के मंत्री मनोहर लाल के भरोसेमंद लोगों में से एक हैं। पिछले दिनों केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जब चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर आए तो एयरपोर्ट पर उनके स्वागत के लिए मौजूद नेताओं और सरकार के मंत्रियों ने अपनी आंखों से देखा कि अमित शाह डीजीपी शत्रुजीत कपूर को देखकर रुक गए और करीब तीन से चार मिनट वहीं अकेले में उनसे बात करते रहे। हाल ही में शत्रुजीत कपूर की ओर से लिखी गई पुस्तक ‘वायर्ड फॉर सक्सेस‘ का लोकापर्ण भी केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने किया था।
1990 बैच के आईपीएस अधिकारी शत्रुजीत कपूर मैकेनिकल इंजीनियर भी हैं। कपूर का जन्म 21 अक्टूबर 1966 में हुआ था। कपूर पंजाब के फगवाड़ा से ताल्लुक रखते हैं। बी-टेक की डिग्री के बाद उनका झुकाव पुलिस सेवा की ओर आकर्षित हुआ, जिसके बाद शत्रुजीत सिंह कपूर 16 सितंबर 1991 को पुलिस सेवा में नियुक्त हुए। पुलिस में नियुक्ति मिलने के बाद कपूर 2002 से लेकर 2005 तक सीबीआई में एसपी और डीआईजी के पद पर रहे। यहां पर करीब एक से डेढ़ साल तक सीबीआई के ओएसडी रहे। इससे पहले वह 1992 में ट्रेनिंग के दौरान सहायक पुलिस अधीक्षक के रूप में गुरुग्राम और उसके बाद हिसार में तैनात रहे। इसके अलावा कपूर एसपी के रूप में सिरसा, कुरुक्षेत्र और हिसार में तैनात हुए। उनकी पहली नियुक्ति भिवानी में 1995 में बतौर पुलिस अधीक्षक के रूप में हुई। इसके बाद वह करनाल में उनकी नियुक्ति पुलिस अधीक्षक हाइवे पेट्रोल एंड रोड सेफ्टी के पद पर हुई।
भ्रष्टाचार पर लगाई लगाम !
शत्रुजीत सिंह कपूर के भ्रष्टाचार के खिलाफ काम करने की तारीफ आज भी प्रदेश के उच्चाधिकारी करते हैं। विजिलेंस विभाग में महानिदेशक के पद पर रहते हुए शत्रुजीत कपूर ने प्रदेश में सतर्कता विभाग की एक अलग पहचान बनाई। शत्रुजीत कपूर के नेतृत्व में विजिलेंस विभाग ने प्रदेश के तमाम विभागों में कार्यरत अधिकांश भ्रष्ट अधिकारियों के अलावा पुलिस महकमे के भी रिश्वतखोर अधिकारियों पर शिकंजा कसने का काम किया। इसके अलावा बिजली निगम के सीएमडी के रूप में काम करते हुए शत्रुजीत कपूर ने नए अनूठे प्रयोग किए। घाटे में चल रहे प्रदेश के दोनों बिजली निगमों को फायदे में लाने के अलावा कंडम हो चुकी व्यवस्था को पटरी पर लाना भी किसी चुनौती से कम नहीं था, लेकिन कपूर ने अपनी सुझबूझ से इस कार्य को भी बखूबी अंजाम दिया। बिजली निगम के बाद कपूर ने परिवहन विभाग में भी अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाते हुए विभाग को घाटे से उबारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
IAS और HCS अधिकारियों को भी नहीं बख्शा
हरियाणा स्टेट विजिलेंस अब की एंटी क्रप्शन ब्यूरो की कमान संभालने के दौरान शत्रुजीत कपूर का एक ही प्रयास था कि किस प्रकार से भ्रष्टाचार पर लगाम लगाई जा सके। अपने इसी मकसद पर चलते हुए कपूर ने प्रदेश में भ्रष्टाचार में लिप्त कईं आईएएस और एचसीएस अधिकारियों पर भी शिकंजा कसने में गुरेज नहीं किया।
पुस्तक में लिखे अपने अनुभव
घाटे में चल रहे हरियाणा के बिजली वितरण निगम को मुनाफे तक पहुंचाने के अलावा प्रदेश के हजारों गांवों तक 24 घंटे बिजली पहुंचाने का काम करने वाले शत्रुजीत कपूर ने अपने अनुभव को एक पुस्तक ‘वायर्ड फॉर सक्सेस‘ में संजोया। हरियाणा में बिजली सुधारों की दिशा में किए गए प्रयासों पर आधारित कपूर की पुस्तक से समाज के सभी वर्गों के साथ अन्य राज्यों के बिजली वितरण निगमो को भी बड़े पैमाने पर लाभ होना तय है। बिजली निगम में सुधार के लिए कपूर को कईं कठोर फैसले भी लेने पड़े, लेकिन अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ उन्होंने बिजली सुधार के लिए कदम उठाए, जिसका आज परिणाम आज पूरा हरियाणा ही नहीं, बल्कि पूरा देश देख रहा है। कपूर ने कठोर निर्णय लिया कि जो गांव बिजली के बिल भरेंगे, उन्हें 24 घंटे बिजली दी जाएगी। जनसभाओं के माध्यम से लोगों को बिजली के बिल भरने की अपील की और बिल सेटलमेंट योजना चलाई गई। परिणामस्वरूप आज हरियाणा में 5 हजार से अधिक गांवों को 24 घंटे बिजली मिल रही है।
पुलिस विभाग में कई परिवर्तन
पुलिस विभाग में सबसे बड़ी और डीजीपी की अहम जिम्मेदारी मिलने के बाद कपूर के सामने अकसर विभाग पर लगने वाले रिश्वत और देरी से पहुंचने के आरोपों से निपटना एक बड़ी चुनौती थी। इसके लिए कपूर ने पूर्व के गृह मंत्री अनिल विज के साथ मिलकर डायल 112 की शुरूआत की। इसके साथ ही महिलाओं की सुरक्षा के लिए सेफ सिटी परियोजना शुरू की । पुलिस सहायता के लिए महिला समेत आमजन डायल 112 पर अपने मोबाइल नंबर से रजिस्ट्रेशन कर सकते है। 112 पर पंजीकरण होने के बाद पुलिस के पास शहरवासियों का एक स्थायी डाटा उपलब्ध हो जाएगा। ऐसे में यदि किसी को पुलिस की तत्काल जरूरत पड़ी तो कम से कम समय में उसे पुलिस की मदद मिल सकेगी। इस प्रकार के फैसलों के कारण ही डीजीपी शत्रुजीत कपूर हरियाणा सरकार के साथ ही खुद को मिलने वाले विभागों के कर्मचारियों और अधिकारियों के अलावा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के पसंददीदा अधिकारियों में अपनी जगह बना चुके हैं।
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