पार्टी ने नहीं दिया टिकट...सीलमपुर से आप विधायक अब्दुल रहमान का AAP से इस्तीफा
अपने इस्तीफे में अब्दुल रहमान ने आरोप लगाया है कि पार्टी सत्ता की राजनीति में उलझकर लगातार मुसलमानों के अधिकारों की अनदेखी करती रही है।
सीलमपुर से विधायक अब्दुल रहमान ने आम आदमी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने यह कदम सीलमपुर से दोबारा टिकट न मिलने पर उठाया है। हालांकि, अपने इस्तीफे में अब्दुल रहमान ने आरोप लगाया है कि पार्टी सत्ता की राजनीति में उलझकर लगातार मुसलमानों के अधिकारों की अनदेखी करती रही है।
आम आदमी पार्टी ने एक दिन पहले ही उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी। इसमें सीलमपुर से मौजूदा विधायक अब्दुल रहमान का टिकट काट दिया गया था। उनकी जगह चौधरी जुबैर अहमद को उम्मीदवार बनाया गया था। इसके ठीक 24 घंटे बाद अब्दुल रहमान ने पार्टी पर आरोप लगाते हुए प्राथमिक सदस्यता छोड़ने का ऐलान कर दिया।
पार्टी ने किया मुस्लिमों के अधिकारों को नजर अंदाज
सीलमपुर विधायक अब्दुल रहमान ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देते हुए आरोप लगाया कि पार्टी सत्ता की राजनीति में उलझी हुई है। इस वजह से पार्टी ने मुसलमानों के अधिकारों की अनदेखी की। उन्होंने पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल पर भी हमला बोला। अब्दुल रहमान ने लिखा कि अरविंद केजरीवाल हमेशा लोगों के मुद्दों से भागकर अपनी राजनीति करते हैं। इसलिए मैं पार्टी छोड़ रहा हूं, लेकिन न्याय और अधिकारों के लिए लड़ता रहूंगा।
एक महीने से चल रहे थे नाराज
सीलमपुर विधायक पिछले एक महीने से पार्टी से नाराज चल रहे थे। इसकी शुरुआत उस दिन से हुई जब जुबैर अहमद ने आम आदमी पार्टी जॉइन की थी। तभी से कयास लगाए जा रहे थे कि अब्दुल रहमान आम आदमी पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। दरअसल, 29 अक्टूबर को अब्दुल रहमान ने आम आदमी पार्टी की अल्पसंख्यक इकाई के प्रमुख पद से इस्तीफा दे दिया था। इसका कनेक्शन जुबैर अहमद के पार्टी जॉइन करने से माना जा रहा था। इसके बाद अब्दुल रहमान ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट भी लिखी थी कि बढ़ते मतभेदों को देखते हुए यह फैसला लिया गया है।
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