चक्रवात फेंगल: दक्षिण भारत में तबाही का मंजर, जनजीवन अस्त-व्यस्त
दक्षिण भारत इन दिनों चक्रवात फेंगल के कहर से जूझ रहा है। इस चक्रवात ने लाखों लोगों के जीवन को प्रभावित किया है, जिसमें तमिलनाडु, पुडुचेरी, केरल, कर्नाटक, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश शामिल हैं।
दक्षिण भारत इन दिनों चक्रवात फेंगल के कहर से जूझ रहा है। तमिलनाडु समेत कई राज्यों में मूसलाधार बारिश और तेज़ हवाओं के कारण स्थिति विकट हो गई है। इस चक्रवात ने लाखों लोगों के जीवन को प्रभावित किया है, जिसमें तमिलनाडु, पुडुचेरी, केरल, कर्नाटक, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश शामिल हैं।
तमिलनाडु में स्थिति भयावह
तमिलनाडु में तिरुवन्नामलाई जिले में भारी बारिश के कारण भूस्खलन हुआ, जिसमें एक परिवार के सात लोग मलबे में फंस गए। एनडीआरएफ की टीम राहत और बचाव कार्य में जुटी है। राज्य के अन्य हिस्सों में भी बाढ़ और जलभराव ने गंभीर हालात पैदा कर दिए हैं। कृष्णागिरी जिले में बस स्टैंड और सड़कों पर बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं, जिससे स्थानीय लोगों को काफी परेशानी हो रही है।
चक्रवात का प्रभाव और अलर्ट
मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, चक्रवात फेंगल 30 नवंबर को पुडुचेरी के कराईकल और तमिलनाडु के महाबलीपुरम के बीच समुद्र तट से टकराया था। इसके बाद यह केरल, कर्नाटक, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश की ओर बढ़ गया। रविवार को तूफान कमजोर पड़ गया, लेकिन इसके बावजूद भारी बारिश जारी है।
IMD ने तमिलनाडु, पुडुचेरी, और अन्य प्रभावित राज्यों के लिए यलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। एर्नाकुलम, इडुक्की, त्रिशूर और पलक्कड़ जिलों में बहुत भारी वर्षा की चेतावनी दी गई है।
रेल और सड़क यातायात प्रभावित
फेंगल तूफान के कारण भारतीय रेलवे को भी नुकसान झेलना पड़ा है। कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है, और कुछ के रूट में बदलाव किया गया है। भारी बारिश और बाढ़ के कारण सड़क यातायात भी ठप है। पुलों और सड़कों पर पानी भरने से लोगों का आना-जाना मुश्किल हो गया है।
जनजीवन अस्त-व्यस्त
तेज़ हवाओं और भारी बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह से प्रभावित कर दिया है। बिजली आपूर्ति बाधित है, और कई इलाकों में संचार सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं। झीलों और नदियों के ओवरफ्लो होने से बाढ़ की स्थिति और बिगड़ रही है।
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