श्री अकाल तख्त साहिब पहुंचे सुखबीर सिंह बादल ने कबूले अपने सारे गुनाह
इस दौरान तनखैया घोषित किए जा चुके सुखबीर बादल के मामले को लेकर श्री अकाल तख्त पर पंज सिंह साहिबानों की बैठक हुई, जिसमें श्री अकाल तख्त की ओर से सुखबीर बादल व शिरोमणि अकाली दल के अन्य नेताओं के खिलाफ फैसला सुनाया जा रहा है।
श्री अकाल तख्त साहिब की ओर से तनखैया घोषित किए जा चुके शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल पर आज फैसला सुनाया जाएगा। इस बीच सुखबीर सिंह बादल व्हीलचेयर पर श्री अकाल तख्त साहिब पहुंचे हैं। इस मौके पर उनके साथ कई नेता भी मौजूद हैं। अब देखना यह है कि श्री अकाल तख्त साहिब सुखबीर बादल को राजनीतिक सजा देता है या धार्मिक। इस दौरान तनखैया घोषित किए जा चुके सुखबीर बादल के मामले को लेकर श्री अकाल तख्त पर पंज सिंह साहिबानों की बैठक हुई, जिसमें श्री अकाल तख्त की ओर से सुखबीर बादल व शिरोमणि अकाली दल के अन्य नेताओं के खिलाफ फैसला सुनाया जा रहा है।
इस बीच सुखबीर बादल ने अपने खिलाफ लगे लगभग सभी आरोपों को स्वीकार कर लिया। सिंह साहिबानों ने उनसे 'हां' या 'नहीं' में जवाब देने को कहा। इस मौके पर सुखबीर बादल ने सभी सवालों के जवाब 'हां' में दिए। आपको बता दें कि सुखबीर बादल पर डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम के प्रति नरम रुख अपनाने, पोशाक विवाद में गुरमीत राम रहीम को सजा देने की बजाय शिकायत वापस लेने, 2012 में सुमेध सैनी को पंजाब पुलिस का डीजीपी बनाने और बरगाड़ी मामले में सिख युवक की हत्या और पीड़ित को न्याय न मिलने के आरोप लगे थे। इस दौरान सुखबीर बादल ने अपनी गलती स्वीकार की है। वहीं प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने कहा कि मुझ पर लगाए गए सभी आरोप झूठे हैं।
इस पर श्री अकाल तख्त की ओर से उन्हें फटकार लगाई गई। जत्थेदार ने कहा कि उनके पास अखबारों की कटिंग हैं, जिसमें आपके बारे में सब कुछ छपा है। फिर आप इन अपराधों से कैसे पीछे हट सकते हैं। बैठक में 2007 से 2017 तक शिरोमणि अकाली दल (शिअद) सरकार के पूर्व मंत्रियों, 2015 की शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) की कार्यकारी समिति के सदस्यों और मौजूदा प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी को बुलाया गया है। इस बीच अकाली नेता मजीठिया ने कहा कि वह 2007 से 2009 और 2009 से 2012 तक कैबिनेट का हिस्सा नहीं थे। मजीठिया ने कहा कि वह 2012 से 2017 तक कैबिनेट का हिस्सा थे। वह बताए गए मुद्दों में शामिल नहीं थे, लेकिन कैबिनेट का हिस्सा थे, जिसके लिए वह माफी मांगते हैं। इस बीच अकाली दल के नेता परमिंदर सिंह ढींडसा ने अपनी गलती स्वीकार कर ली है। ढींडसा ने बेअदबी की जांच कर रहे अधिकारियों का साथ देने की बात कबूल की है।
इस बीच अकाली दल के कार्यवाहक प्रधान बलविंदर सिंह भूंदड़ ने अपना गुनाह कबूल नहीं किया। इस बीच जत्थेदार ने आरोप लगाते हुए कहा कि आपके घर में भी सिरसा वाले बाबा की बैठकें होती रही हैं। इस पर भूंदड़ ने कहा कि यह झूठे आरोप हैं। श्री अकाल तख्त पर पंज सिंह साहिबों की बैठक में सुखबीर सिंह बादल और अन्य अकाली नेताओं के मामले पर चर्चा की गई और आगे की कार्रवाई की गई है। इस संबंध में 2007 से 2017 तक अकाली सरकार के दौरान कैबिनेट मंत्री रहे 17 अकाली नेताओं, जिनमें सुखबीर सिंह बादल, शिरोमणि अकाली दल की तत्कालीन कोर कमेटी और अंतरिम कमेटी के सदस्य आदि शामिल थे, को अकाल तख्त पर तलब किया गया था।
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