‘इंडिया’ गठबंधन की सरकार बनी तो करोड़ों लखपति बनेंगे: राहुल गांधी

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को दावा किया कि ‘महालक्ष्मी योजना’ और ‘अप्रेंटिसशिप’ (प्रशिक्षुता) का उनकी पार्टी का वादा करोड़ों ‘लखपति’ बनाकर देश का चेहरा बदल देगा।

उन्होंने कहा कि इन योजनाओं का उद्देश्य गरीबों, महिलाओं और युवाओं का उत्थान करना है।

गांधी ने महाराष्ट्र के अमरावती जिले में रैली को संबोधित करते हुए कहा कि दुनिया में कोई ताकत भारत के संविधान को नहीं बदल सकती।

विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ में शामिल कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के लिए अपने घोषणापत्र में किए गए विभिन्न वादों में ‘महालक्ष्मी योजना’ और प्रशिक्षुता के अधिकार को सूचीबद्ध किया है।

गांधी ने दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी के 10 साल के शासनकाल में 22-25 लोग अरबपति बन गए, वहीं यदि ‘इंडिया’ गठबंधन सरकार में आता है तो करोड़ों लखपति बनाएगा।

उन्होंने दावा किया कि भाजपा संविधान बदलना चाहती है क्योंकि वह नहीं चाहती कि देश की 90 प्रतिशत आबादी को उनकी वास्तविक क्षमता पता चले जिनमें पिछड़े, आदिवासी, दलित और अल्पसंख्यक शामिल हैं।

गांधी ने कहा, ‘‘दुनिया में कोई भी ताकत संविधान को नहीं बदल सकती। हैरानी होती है कि भाजपा को ऐसा करने के बारे में सोचने का हौसला भी कहां से मिलता है।’’

उन्होंने कहा कि ‘महालक्ष्मी योजना’ का उद्देश्य गरीब महिलाओं को हर साल एक लाख रुपये प्रदान करना है, वहीं प्रशिक्षुता का अधिकार प्रदान करने का उद्देश्य स्नातक और डिप्लोमा धारकों को प्रशिक्षु के रूप में एक साल की नौकरी पाने में सक्षम बनाना और उनके बैंक खातों में एक लाख रुपये डालना है।

उन्होंने कहा, ‘‘देश का चेहरा बदल देंगे और करोड़ों लोगों को लखपति बना देंगे।’’

राहुल गांधी आईयूएमएल के समर्थन को लेकर ‘शर्मिंदा’ हैं : केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने बृहस्पतिवार को राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस सांसद आईयूएमएल को लेकर ‘‘शर्मिंदा’’ हैं और इसलिए इस पर्वतीय जिले में उनके रोडशो के दौरान उनके सहयोगी दल के झंडे दिखाई नहीं दिए।

महिला एवं बाल विकास मंत्री ने कहा कि अगर राहुल गांधी इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) को लेकर शर्मिंदा हैं तो उन्हें उनका समर्थन नकार देना चाहिए।

ईरानी ने 2019 के आम चुनाव में राहुल गांधी को अमेठी में हराया था।

उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें हैरानी है कि कांग्रेस नेता ने सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) का समर्थन कथित तौर पर स्वीकार कर लिया है जो प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) की राजनीतिक शाखा है।

ईरानी ने वायनाड लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष के. सुरेंद्रन के नामांकन दाखिल करने के बाद पत्रकारों से कहा, ‘‘उनका (एसडीपीआई) समर्थन स्वीकार करके उन्होंने (राहुल गांधी) नामांकन दाखिल करने के दौरान ली गई संविधान की शपथ का भी उल्लंघन किया है।’’

उन्होंने यह भी पूछा कि ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलेपमेंटल इन्क्लूसिव एलायंस) गठबंधन का प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार कौन है और क्या राहुल गांधी उस पद के लिए स्वीकार्य पसंद हैं।

केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘तो यह ऐसा गठबंधन है जिसका कोई ‘नेता’ नहीं है, कोई ‘नीति’ नहीं है और उसकी ‘नीयत’ लूटने की है जिसे भारत का प्रत्येक नागरिक जानता है।’’

ईरानी ने यह भी दावा किया कि ‘इंडिया’ गठबंधन ‘‘बिखरा हुआ’’ है क्योंकि सहयोगी दल कांग्रेस और वाम मोर्चा वायनाड लोकसभा क्षेत्र तथा पूरे राज्य में एक-दूसरे के खिलाफ लड़ रहे हैं।

राहुल गांधी ने केरल की वायनाड लोकसभा सीट से नामांकन पत्र दाखिल किया

**EDS: GRAB VIA PTI VIDEOS** Wayanad: Congress candidate Rahul Gandhi files his nomination papers for the upcoming Lok Sabha elections, in Wayanad district, Wednesday, April 3, 2024. (PTI Photo)(PTI04_03_2024_000082B)

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केरल की वायनाड लोकसभा सीट से बुधवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।

अपनी बहन प्रियंका गांधी वाद्रा और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) महासचिव के सी वेणुगोपाल समेत पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ पहुंचे राहुल ने वायनाड जिलाधिकारी को अपना नामांकन पत्र सौंपा। वायनाड जिलाधिकारी निर्वाचन अधिकारी भी हैं।

नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद राहुल ने संविधान को बनाए रखने की शपथ पढ़ी जिसके बाद कागजात जमा करने की प्रक्रिया समाप्त हुई।

राहुल सुबह हेलीकॉप्टर से वायनाड पहुंचे और फिर उन्होंने कलपेट्टा से सिविल स्टेशन तक रोड शो किया। इसके बाद वह अपना नामांकन पत्र दाखिल कराने के लिए जिलाधिकारी के कार्यालय गए।

उन्होंने जिलाधिकारी के कार्यालय जाने से पहले रोडशो के अंत में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि वह इस जिले में कई लोगों की जान लेने वाली मानव-पशु संघर्ष की घटनाओं समेत वायनाड वासियों के सभी मुद्दों पर उनके साथ हमेशा खड़े हैं।

वायनाड से मौजूदा सांसद राहुल ने कहा कि वह इस पहाड़ी निर्वाचन क्षेत्र के लोगों के मुद्दों पर देश और दुनिया का ध्यान आकर्षित करने के लिए हमेशा तैयार हैं।

राहुल वायनाड लोकसभा क्षेत्र से भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष के. सुरेंद्रन और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) की नेता एनी राजा के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने 2019 में इसी सीट से चार लाख से अधिक मतों के भारी अंतर से जीत हासिल की थी।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी 2019 के लोकसभा चुनावों में कुल 10,92,197 मतों में से 7,06,367 मत हासिल कर विजयी रहे थे जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के पी पी सुनीर को केवल 2,74,597 वोट मिले थे।

केरल में इस साल लोकसभा चुनाव के लिए मतदान 26 अप्रैल को होगा।

राहुल गांधी ने की ‘महिला न्याय’ गारंटी की घोषणा, सरकारी नौकरियों में मिलेगा 50 प्रतिशत आरक्षण

 कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को कहा कि लोकसभा चुनाव में अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो पांच ‘‘महिला न्याय गारंटी’ दी जाएगी जिनमें गरीब महिलाओं के बैंक खातों में सालाना एक लाख रुपये जमा किए जाने के साथ ही सरकारी नौकरियों में 50 प्रतिशत आरक्षण शामिल हैं। ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’… Continue reading राहुल गांधी ने की ‘महिला न्याय’ गारंटी की घोषणा, सरकारी नौकरियों में मिलेगा 50 प्रतिशत आरक्षण

देश भारी अन्याय का सामना कर रहा है, इसलिए निकाल रहे हैं ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ : राहुल गांधी

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार को कहा कि देश ‘भारी अन्याय’ का सामना कर रहा है, इसलिये ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ निकाली जा रही है।

उन्होंने यात्रा की शुरुआत के मौके पर यह भी कहा कि एक ऐसे भविष्य का दृष्टिकोण पेश करना है, जो सद्भावना, समान भागीदारी वाला और भाईचारे से भरा हो।

राहुल गांधी ने कहा, “2004 से राजनीति में हूं। पहली बार हिंदुस्तान के एक प्रदेश गया, जहां पूरी व्यवस्था ध्वस्त हो गई है। जिसे आप मणिपुर कहते थे, वो अब रहा ही नहीं।”

उन्होंने दावा किया, “देश के प्रधानमंत्री आज तक यहां लोगों के आंसू पोंछने, हाथ पकड़ने नहीं आए। शायद भाजपा, आरएसएस के लिए मणिपुर देश का हिस्सा नहीं है।”

राहुल गांधी ने कहा, “सवाल उठा था कि यात्रा शुरू कहां से होनी चाहिए? मैंने साफ कहा कि यह यात्रा मणिपुर से ही शुरू होनी चाहिए।”

उन्होंने दावा किया कि मणिपुर में जो हुआ, वो भाजपा, आरएसएस की ‘नफरत की राजनीति’ का प्रतीक है।

उन्होंने कहा कि देश में एकाधिकार कायम किया जा रहा है और बड़े पैमाने पर कारोबार बंद हो गए हैं तथा भयंकर बेरोजगारी है।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, “भारत भारी अन्याय का सामना कर रहा है और इसलिए यह यात्रा जरूरी है।”

उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, ”हम अपने मन की बात नहीं बताना चाहते, हम आपके मन की बात सुनना चाहते हैं।”