अरविंदर सिंह लवली के इस्तीफे के बाद सैनी का दावा; कांग्रेस के कई नेता पार्टी में महसूस कर रहे हैं घुटन

दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से अरविंदर सिंह लवली के इस्तीफे के एक दिन बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने रविवार को विपक्षी पार्टी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस के कई नेता संगठन में ‘घुटन’ महसूस कर रहे हैं।

दिल्ली में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को झटका देते हुए लवली ने शनिवार को इस्तीफा दे दिया और राष्ट्रीय राजधानी में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन को एक कारण बताया ।

कुरुक्षेत्र लोकसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार नवीन जिंदल के पक्ष में रविवार को यमुनानगर के रादौर में एक रैली को संबोधित करते हुए सैनी ने दावा किया कि कांग्रेस के दिल्ली प्रमुख ने इस्तीफा दे दिया है और हरियाणा में विपक्षी दल के कई नेता घुटन महसूस कर रहे हैं और बाहर निकलने की बाट जोह रहे हैं ।

कांग्रेस पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जब पार्टी सत्ता में थी, तो उसने केवल नारे दिए और खोखले वादे किए, जबकि केंद्र और राज्य में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकारों ने जो भी वादे किए थे, उन्हें पूरा किया।

जिंदल पिछले महीने कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में शामिल हो गए थे। वह 2004 से 2014 तक कुरूक्षेत्र से सांसद रहे।

उन्होंने कहा, ‘‘आपने मुझे 10 साल तक सेवा करने का मौका दिया। आपका आशीर्वाद ही मेरी ताकत है।’’

भाजपा नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पिछले कुछ वर्षों में विश्व स्तर पर भारत की प्रतिष्ठा बढ़ी है।

मोदी सरकार में महिलाओं ने सबसे ज्यादा सोने के गहने बेचे और गिरवी रखे: कांग्रेस

कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर पलटवार करते हुए सोमवार को दावा किया कि उनके कार्यकाल में भारत की महिलाओं को सबसे ज्यादा सोने के आभूषण बेचने और गिरवी रखने पड़े।

पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह भी कहा कि मोदी सरकार के कई कदमों ने देश के बहुत सारे परिवारों को कर्ज के जाल में फंसा दिया है।

प्रधानमंत्री मोदी ने राजस्थान के बांसवाड़ा में रविवार को एक रैली में कहा था कि कांग्रेस की योजना लोगों की गाढ़ी कमायी और संपत्ति ‘‘घुसपैठियों’’ तथा ‘‘ज्यादा बच्चे पैदा करने वाले लोगों’’ को देने की है।

मोदी ने कहा था, ‘‘ये अर्बन नक्सल वाली सोच…. मेरी माताओं- बहनों ये आपका मंगलसूत्र भी बचने नहीं देंगे। इस हद तक चले जाएंगे।”

रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी को इतिहास में एक ऐसे प्रधानमंत्री के रूप में याद किया जाएगा जिनके कार्यकाल में भारत की महिलाओं के सबसे ज़्यादा सोने के आभूषण बेचे और गिरवी रखे गए।’’

उन्होंने दावा किया कि नोटबंदी, ग़लत ढंग से डिजाइन की गई जीएसटी, बिना किसी तैयारी के लगाए गए लॉकडाउन और ख़राब कोविड राहत पैकेज जैसी आर्थिक आपदाओं ने भारत के परिवारों को क़र्ज़ के उच्चतम स्तर (जीडीपी का 40 प्रतिशत) के जाल में फंसा दिया। शुद्ध बचत अब तक के सबसे निचले स्तर (जीडीपी के पांच प्रतिशत) पर है। परिवारों को अपना सोना बेचने या गिरवी रखकर लोन लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है। ’’

उनका कहना है कि यह गंभीर संकट और हताशा की स्थिति है।

रमेश ने कहा, ‘‘पिछले पांच वर्षों में, बकाया गोल्ड लोन 300 प्रतिशत बढ़ गए हैं! फरवरी 2024 में, गोल्ड लोन भारत के इतिहास में पहली बार एक लाख करोड़ रुपए के आंकड़े को पार कर गया। ये शर्मनाक आंकड़े हैं।’’

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘सिर्फ़ महामारी के दौरान, मोदी सरकार की अक्षमता, लापरवाही और कुप्रबंधन के कारण, भारत की महिलाओं को कॉलेटरल के रूप मे 60,000 करोड़ रुपए से अधिक के सोने का त्याग करना पड़ा था। बैंकों द्वारा अखबारों में पूरे पन्ने का विज्ञापन देकर उनके सोने की नीलामी की गई।’’

भाषा हक

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री मोदी पर जहरीली भाषा के इस्तेमाल का आरोप भी लगाया।

प्रधानमंत्री मोदी ने रव‍िवार को राजस्थान की एक चुनावी सभा में कहा था कि अगर कांग्रेस केंद्र में सत्ता में आती है तो वह लोगों की संपत्ति लेकर मुसलमानों को बांट देगी।

मोदी ने यह बात पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के एक बयान का हवाला देते हुए कही, जिसमें उन्होंने कथित तौर पर कहा था कि देश के संसाधनों पर ‘पहला हक’ अल्पसंख्यक समुदाय का है।

रमेश ने सोमवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “प्रधानमंत्री जहरीली

जम्मू-कश्मीर, लद्दाख में तीन-तीन सीट पर चुनाव लड़ेंगी कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस

कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने सोमवार को ऐलान किया कि वे इस लोकसभा चुनाव में जम्मू-कश्मीर एवं लद्दाख की कुल छह सीटों पर मिलकर चुनाव लड़ेंगे।

कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस तीन-तीन सीटों पर चुनाव लड़ेंगी।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने सीट बंटवारे की घोषणा की।

उमर अब्दुल्ला ने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस मिलकर चुनाव लड़ेंगी तथा दोनों तीन-तीन सीट पर चुनाव लड़ेंगी।

ऊधमपुर, जम्मू और लद्दाख लोकसभा सीटों से कांग्रेस चुनाव लड़ेगी। नेशनल कॉन्फ्रेंस अनंतनाग, श्रीनगर और बारामूला लोकसभा सीटों से चुनाव लड़ेगी।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने संवाददाताओं से कहा, “हम सबने मिलकर प्रयास किया कि जल्द से गठबंधन किया जाए। यह हो गया है और सबके लिए खुशी का मौका है।”

इससे पहले पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) तीन सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है।

कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी तीनों विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (‘इंडिया’) का हिस्सा हैं।

राहुल गांधी ने केरल की वायनाड लोकसभा सीट से नामांकन पत्र दाखिल किया

**EDS: GRAB VIA PTI VIDEOS** Wayanad: Congress candidate Rahul Gandhi files his nomination papers for the upcoming Lok Sabha elections, in Wayanad district, Wednesday, April 3, 2024. (PTI Photo)(PTI04_03_2024_000082B)

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केरल की वायनाड लोकसभा सीट से बुधवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।

अपनी बहन प्रियंका गांधी वाद्रा और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) महासचिव के सी वेणुगोपाल समेत पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ पहुंचे राहुल ने वायनाड जिलाधिकारी को अपना नामांकन पत्र सौंपा। वायनाड जिलाधिकारी निर्वाचन अधिकारी भी हैं।

नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद राहुल ने संविधान को बनाए रखने की शपथ पढ़ी जिसके बाद कागजात जमा करने की प्रक्रिया समाप्त हुई।

राहुल सुबह हेलीकॉप्टर से वायनाड पहुंचे और फिर उन्होंने कलपेट्टा से सिविल स्टेशन तक रोड शो किया। इसके बाद वह अपना नामांकन पत्र दाखिल कराने के लिए जिलाधिकारी के कार्यालय गए।

उन्होंने जिलाधिकारी के कार्यालय जाने से पहले रोडशो के अंत में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि वह इस जिले में कई लोगों की जान लेने वाली मानव-पशु संघर्ष की घटनाओं समेत वायनाड वासियों के सभी मुद्दों पर उनके साथ हमेशा खड़े हैं।

वायनाड से मौजूदा सांसद राहुल ने कहा कि वह इस पहाड़ी निर्वाचन क्षेत्र के लोगों के मुद्दों पर देश और दुनिया का ध्यान आकर्षित करने के लिए हमेशा तैयार हैं।

राहुल वायनाड लोकसभा क्षेत्र से भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष के. सुरेंद्रन और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) की नेता एनी राजा के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने 2019 में इसी सीट से चार लाख से अधिक मतों के भारी अंतर से जीत हासिल की थी।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी 2019 के लोकसभा चुनावों में कुल 10,92,197 मतों में से 7,06,367 मत हासिल कर विजयी रहे थे जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के पी पी सुनीर को केवल 2,74,597 वोट मिले थे।

केरल में इस साल लोकसभा चुनाव के लिए मतदान 26 अप्रैल को होगा।

कांग्रेस ने अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये की गिरती कीमत को लेकर प्रधानमंत्री पर साधा निशाना

कांग्रेस ने अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये की गिरती कीमत के मुद्दे पर रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधा और उनसे जवाब मांगा।

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि बढ़ती ईंधन दरों, मुद्रास्फीति और ऋण के लिए उच्च ईएमआई के कारण रुपये की गिरती कीमत हर भारतीय की जेब पर असर डालती है।

रमेश ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘वर्ष 2014 से पहले रुपये के मूल्य में अपेक्षाकृत कम गिरावट होने पर भी भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) के नेता बड़ी-बड़ी बातें किया करते थे। याद है, गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री ने रुपये की क़ीमत और डॉ. मनमोहन सिंह की उम्र को जोड़ते हुए कितनी घटिया बातें कही थी। रुपए का मूल्य काफ़ी पहले ही स्वघोषित विश्वगुरु की अपनी उम्र से अधिक नीचे गिर गया है।’’

उन्होंने हैशटैग ‘चुप्पीतोड़ोप्रधानमंत्रीजी के साथ लिखा, ‘‘आज रुपए की क़ीमत में भारी गिरावट के बीच वह कहीं नज़र नहीं आ रहे हैं।’’

प्रमुख विदेशी मुद्राओं के मुकाबले डॉलर के मजबूत होने तथा एशियाई मुद्राओं के कमजोर होने के बीच अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में शुक्रवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया 35 पैसे की भारी गिरावट के साथ 83.48 (अस्थायी) प्रति डॉलर के सर्वकालिक निम्न स्तर पर बंद हुआ।

प्रमुख विदेशी मुद्राओं के मुकाबले डॉलर के मजबूत होने तथा एशियाई मुद्राओं के कमजोर होने के बीच अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में शुक्रवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया 48 पैसे की भारी गिरावट के साथ 83.61 प्रति डॉलर के सर्वकालिक निम्न स्तर पर बंद हुआ।

इससे पूर्व 13 दिसंबर, 2023 को रुपये ने 83.40 प्रति डॉलर के निम्नतम स्तर को छुआ था।

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘वर्ष 2014 में जब भाजपा सत्ता में आई थी तब एक डॉलर का मूल्य 59 रुपये था। आज भाजपा ने इसे 59 रुपये से बढ़ाकर 84 रुपये पर पहुंचा दिया है।’’

उन्होंने लिखा, ‘‘रुपये के कमज़ोर होने का सीधा असर आपकी जेब पर पड़ता है। रुपये की क़ीमत से तय होता है कि हमें विदेश से आयात होने वाले सामान किस क़ीमत पर मिलेंगे। 2014 में अगर कोई सामान विदेश से 1 डॉलर का आता था तो 59 रुपये चुकाने पड़ते थे। आज हमें उसी एक डॉलर मूल्य की वस्तु के लिए 84 रुपये चुकाने होंगे। हमें जो अतिरिक्त 25 रुपया देना पड़ा रहा है, वह रुपये की गिरती क़ीमत के कारण है। जब विदेशों से आयात होने वाले सामान देश में अधिक क़ीमत पर आएंगे तो ज़ाहिर सी बात है कि लोगों को भी वे ज़्यादा ही दाम पर मिलेंगे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘भारत अपने कच्चे तेल का 80% आयात करता है। इसमें से अधिकांश का भुगतान डॉलर में करना होता है। रुपये के कमज़ोर होने के कारण भारत अब अधिक कीमत पर ईंधन ख़रीद रहा है। जब भी आप पेट्रोल पंप पर जाते हैं तो रुपये के कमज़ोर होने का असर आपकी जेब पर पड़ता है।’’

उन्होंने लिखा, ‘‘जब ईंधन महंगा हो जाता है तो हर तरह के समान की ढुलाई लागत बढ़ जाती है। इसलिए खाने-पीने समेत सभी प्रकार की वस्तुएं महंगी होती जा रही हैं। जब आप किराने का सामान खरीदने बाज़ार जाते हैं तो रुपये के कमज़ोर होने के कारण आपको ज़्यादा क़ीमत चुकानी पड़ती है।’’

उन्होंने दावा किया, ‘‘जब महंगाई बढ़ेगी, तो आरबीआई (भारतीय रिजर्व बैंक) ऊंची कीमतों पर लगाम लगाने के लिए ब्याज दरें भी बढ़ाएगा। इससे आपके लोन की ईएमआई बढ़ जाएगी। यदि आपके पास होम लोन, कार लोन या एजुकेशन लोन है तो अब आप बैंक को अधिक ब्याज देने को मजबूर होंगे – यह सब रुपये के कमज़ोर होने के कारण है।’’