इमरान खान की पार्टी को कानून के तहत अपनी रैली आयोजित करने दिया जाये: उच्च न्यायालय

पाकिस्तान के एक उच्च न्यायालय ने जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) की इस्लामाबाद में एक रैली आयोजित करने के अनुरोध संबंधी याचिका स्वीकार कर ली और अधिकारियों को आदेश दिया कि पार्टी को कानून के तहत अपनी रैली आयोजित करने दें।

इस्लामाबाद उच्च न्यायालय (आईएचसी) ने ‘पीटीआई’ की याचिका पर सुनवाई की और यह आदेश पारित किया।

पार्टी शुरू में 23 या 30 मार्च को रैली आयोजित करना चाहती थी लेकिन उसने इसे छह अप्रैल के लिए पुनर्निर्धारित कर दिया।

सुरक्षा कारणों से राजधानी जिला प्रशासन द्वारा रैली की अनुमति देने से इनकार करने के बाद पार्टी ने अदालत का दरवाजा खटखटाया था।

इस्लामाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश आमिर फारूक ने दलीलें सुनने के बाद ‘पीटीआई’ को राहत प्रदान की।

‘पीटीआई’ के वकील शेर अफजल मारवत ने कहा कि पार्टी छह अप्रैल को एक रैली आयोजित करना चाहती थी, जिस पर न्यायमूर्ति फारूक ने कहा कि पार्टी को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि रैली के दौरान ‘‘कोई दंगा न हो’’।

मारवत ने अदालत को आश्वासन दिया, ‘‘हम तैयार हैं और सभी शर्तें स्वीकार करेंगे।’’

पाकिस्तान में आठ फरवरी के आम चुनावों के बाद ‘पीटीआई’ की यह पहली बड़ी राजनीतिक सभा होगी।

‘पीटीआई’ ने आरोप लगाया था कि चुनावों में धांधली हुई है।

शहबाज शरीफ का दूसरी बार पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनना तय

पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के वरिष्ठ नेता शहबाज शरीफ का पिछले महीने के चुनाव में मिले खंडित जनादेश के बाद गठबंधन सरकार की अगुवाई करने के लिए आज देश के अगला प्रधानमंत्री चुना जाएगा।

पाकिस्तान के बलूचिस्तान में विस्फोटों में 25 लोगों की मौत

पहली घटना में, पिशिन जिले में निर्दलीय उम्मीदवार असफंदयार खान काकड़ के कार्यालय के बाहर एक भीषण विस्फोट में 17 लोगों की मौत हो गई और 30 अन्य घायल हो गए।

एक घंटे से भी कम समय के बाद, किला अब्दुल्ला क्षेत्र में जमीयत उलेमा इस्लाम (जेयूआई) के चुनाव कार्यालय के बाहर एक और बम विस्फोट हुआ, जिसमें आठ लोगों की जान चली गई और 12 अन्य घायल हो गए।

बलूचिस्तान के पंजगुर के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अब्दुल्ला जहरी ने बताया कि उम्मीदवार असफंदयार खान काकड़ के चुनाव कार्यालय के बाहर एक बैग में बम रखा गया था जिसमें ‘टाइमर’ लगा था। उन्होंने कहा, ‘‘कुछ घायलों की हालत गंभीर है और उन्हें इलाज के लिए क्वेटा ले जाया गया है।’’

उन्होंने कहा कि विस्फोट में हताहतों की संख्या बढ़ सकती है।

जहरी ने कहा, ‘‘आतंकवादी लोगों को मतदान केंद्रों पर जाने से रोकने के लिए उम्मीदवारों को निशाना बना रहे हैं, लेकिन चुनाव तय समय पर हो यह सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षाकर्मियों की संख्या बढ़ाई जा रही है।’’

स्थानीय मीडिया की खबरों के अनुसार, किला अब्दुल्ला क्षेत्र में जेयूआई उम्मीदवार के चुनाव कार्यालय में विस्फोट होने से भारी क्षति हुई।

पाकिस्तान निर्वाचन आयोग (ईसीपी) ने दो विस्फोटों की पुष्टि की और कहा कि बृहस्पतिवार को होने वाले चुनाव के लिए प्रांत में सुरक्षा और बढ़ा दी गई है।

ईसीपी के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘इन आतंकी हमलों के अपराधियों को पकड़ा जाएगा और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।’’

बलूचिस्तान के गृह मंत्री जान अचकजई ने हमलों की निंदा की और कहा कि चुनाव तय कार्यक्रम के अनुसार होंगे।

पाकिस्तान में आम चुनाव से एक दिन पहले बुधवार को बलूचिस्तान प्रांत में चुनाव कार्यालयों को निशाना बनाकर किए गए दो बम विस्फोटों में कम से कम 25 लोग मारे गए और 42 अन्य घायल हो गए।

पहली घटना में, पिशिन जिले में निर्दलीय उम्मीदवार असफंदयार खान काकड़ के कार्यालय के बाहर एक भीषण विस्फोट में 17 लोगों की मौत हो गई और 30 अन्य घायल हो गए।

एक घंटे से भी कम समय के बाद, किला अब्दुल्ला क्षेत्र में जमीयत उलेमा इस्लाम (जेयूआई) के चुनाव कार्यालय के बाहर एक और बम विस्फोट हुआ, जिसमें आठ लोगों की जान चली गई और 12 अन्य घायल हो गए।

बलूचिस्तान के पंजगुर के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अब्दुल्ला जहरी ने बताया कि उम्मीदवार असफंदयार खान काकड़ के चुनाव कार्यालय के बाहर एक बैग में बम रखा गया था जिसमें ‘टाइमर’ लगा था। उन्होंने कहा, ‘‘कुछ घायलों की हालत गंभीर है और उन्हें इलाज के लिए क्वेटा ले जाया गया है।’’

उन्होंने कहा कि विस्फोट में हताहतों की संख्या बढ़ सकती है।

जहरी ने कहा, ‘‘आतंकवादी लोगों को मतदान केंद्रों पर जाने से रोकने के लिए उम्मीदवारों को निशाना बना रहे हैं, लेकिन चुनाव तय समय पर हो यह सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षाकर्मियों की संख्या बढ़ाई जा रही है।’’

स्थानीय मीडिया की खबरों के अनुसार, किला अब्दुल्ला क्षेत्र में जेयूआई उम्मीदवार के चुनाव कार्यालय में विस्फोट होने से भारी क्षति हुई।

पाकिस्तान निर्वाचन आयोग (ईसीपी) ने दो विस्फोटों की पुष्टि की और कहा कि बृहस्पतिवार को होने वाले चुनाव के लिए प्रांत में सुरक्षा और बढ़ा दी गई है।

ईसीपी के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘इन आतंकी हमलों के अपराधियों को पकड़ा जाएगा और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।’’

बलूचिस्तान के गृह मंत्री जान अचकजई ने हमलों की निंदा की और कहा कि चुनाव तय कार्यक्रम के अनुसार होंगे।

पाकिस्तान: इमरान खान और दो अन्य के खिलाफ अवमानना मामले की सुनवाई स्थगित

पाकिस्तान निर्वाचन आयोग (ईसीपी) ने अवमानना मामले में सोमवार को पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और अन्य आरोपियों के पेश नहीं होने के बाद सुनवाई छह दिसंबर तक के लिए स्थगित कर दी।

आयोग की चार सदस्यीय समिति ने ईसीपी प्रमुख के अपमान के मामले की सुनवाई की।

आरोपियों में खान के अलावा पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के पूर्व नेता और संघीय मंत्री असद उमर व फवाद चौधरी शामिल हैं। सोमवार को सुनवाई के दौरान इन सभी पर आरोप तय किए जाने थे। हालांकि, वकीलों की दलीलें सुनने के बाद ईसीपी अधिकरण ने सुनवाई छह दिसंबर तक के लिए स्थगित कर दी।

पिछले साल मार्च में वाशिंगटन में देश के दूतावास द्वारा भेजे गए एक गोपनीय राजनयिक पत्र को सार्वजनिक करने के लिए 71 वर्षीय खान के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। इस साल अगस्त में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था।

गृह सचिव आफताब अकबर दुर्रानी सुनवाई के दौरान मौजूद थे क्योंकि 24 अक्टूबर को हुई पिछली सुनवाई के दौरान पुलिस सुरक्षा कारणों से खान को अधिकरण के सामने पेश नहीं कर पाई थी, जिसके बाद दुर्रानी को अधिकरण के सामने पेश होने के लिए कहा गया था।

जेल में सुनवाई के बारे में पूछे जाने पर, गृह सचिव ने कहा कि इस बारे में ईसीपी को निर्णय लेना है। उन्होंने कहा कि उनके मंत्रालय को अडियाला जेल में सुनवाई पर कोई आपत्ति नहीं है, जहां फिलहाल खान को रखा गया है।

चौधरी के वकील ने अदालत को सूचित किया कि उनके मुवक्किल भी अडियाला जेल में हैं। वकील ने बताया कि एक अलग मामले में अदालत के आदेश के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया था।

नौ मई को हुई हिंसा के मद्देनजर पार्टी छोड़ने वाले उमर और चौधरी मुख्य निर्वाचन आयुक्त और ईसीपी से माफी मांग चुके हैं।

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में जोरदार धमाका, 100 से ज्यादा घायल, 35 से ज्यादा लोगों की मौत

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में रविवार को जोरदार धमाका हुआ है। बता दें विस्फोट में कम से कम 35 -40 लोग मारे गए। जबकि 80 से अधिक घायल बताए जा रहे हैं। वहीं घायलों को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सूत्रों के मुताबिक, यह विस्फोट उस वक्त हुआ जब जमीयत उलेमा इस्लाम-फजल (JUI-F) का सम्मेलन हो रहा था।

धमाके को लेकर JUI-F प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से घटना की जांच करने की मांग की।