पाकिस्तान की नेशनल असेंबली और प्रांतीय असेंबली की 21 सीट पर उपचुनाव के लिए मतदान शुरू

पाकिस्तान में कड़ी सुरक्षा के बीच नेशनल असेंबली और प्रांतीय असेंबली की 21 सीट पर उपचुनाव के लिए रविवार को मतदान शुरू हो गया। इस दौरान पंजाब और बलूचिस्तान प्रांत के चुनिंदा जिलों में मोबाइल तथा इंटरनेट सेवा निलंबित है।

पाकिस्तान निर्वाचन आयोग के मुताबिक, सुबह आठ बजे से शुरू हुआ मतदान शाम पांच बजे तक जारी रहेगा। मतदान की आधिकारिक समय अवधि खत्म होने के बाद उन्हीं मतदाताओं को वोट डालने की अनुमति दी जाएगी जो समय समाप्ति के दौरान केंद्र में मौजूद होंगे।

नेशनल असेंबली और चार प्रांतीय असेंबली के लिए पाकिस्तान में आठ फरवरी को चुनाव हुआ था।

हालांकि, नेशनल असेंबली की एक सीट और पंजाब असेंबली की दो तथा खैबर-पख्तूनख्वा असेंबली की एक सीट के लिए मतदान रद्द कर दिया गया था।

इनके अलावा, एक से अधिक सीट जीतने वाले उम्मीदवारों ने चुनाव के बाद केवल एक सीट को ही चुना, जिसके कारण पाकिस्तान निर्वाचन आयोग को 21 सीट पर उपचुनाव कराना पड़ रहा है। इनमें नेशनल असेंबली की पांच और प्रांतीय असेंबली की 16 सीट शामिल हैं।

पाकिस्तान निर्वाचन आयोग के अनुरोध पर एक दिन पहले सरकार ने उपचुनाव के दौरान पंजाब और बलूचिस्तान प्रांत के चुनिंदा जिलों में मोबाइल फोन सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित करने की घोषणा की थी।

पंजाब और खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत में नेशनल असेंबली की दो-दो सीट और सिंध में एक सीट पर उपचुनाव हो रहा है, जबकि पंजाब की प्रांतीय असेंबली की 12 और खैबर-पख्तूनख्वा तथा बलूचिस्तान प्रांत की दो-दो सीट पर मतदान हो रहा है।

पंजाब में नेशनल असेंबली-132 (कसूर) और नेशनल असेंबली-119 (लाहौर) को प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ तथा मुख्यमंत्री मरियम नवाज ने रिक्त कर दिया था, जबकि शहबाज ने लाहौर में प्रांतीय असेंबली की दो सीट छोड़ दी थीं।

प्रधानमंत्री ने नेशनल असेंबली में अपनी नेशनल असेंबली-123 सीट बरकरार रखी।

उपचुनाव के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सेना के जवानों की तैनाती के साथ अधिकारियों द्वारा कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं।

एक और ‘ढाका त्रासदी’ होने की आशंका : इमरान खान

FILE PHOTO: Pakistan's former Prime Minister Imran Khan, gestures as he speaks to the members of the media at his residence in Lahore, Pakistan May 18, 2023. REUTERS/Mohsin Raza

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने देश के हालिया राजनीतिक घटनाक्रम और 1971 की ढाका त्रासदी की परिस्थितियों के बीच तुलना की और आगाह किया कि नकदी संकट से जूझ रहे देश में मौजूदा हालात के परिणामस्वरूप अर्थव्यवस्था ठप पड़ सकती है।

समाचार पत्र ‘डॉन’ ने अपनी एक खबर में बताया कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के संस्थापक अध्यक्ष खान ने रावलपिंडी की अदियाला जेल से एक संदेश में मौजूदा सरकार को याद दिलाया कि ‘‘देश और संस्थान स्थिर अर्थव्यवस्था के बिना नहीं बच सकते।’’

पीटीआई के केंद्रीय सूचना सचिव रऊफ हसन ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान खान का संदेश मीडिया को सुनाया। पार्टी की कानूनी टीम ने बुधवार को जेल में 71 वर्षीय नेता से मुलाकात की थी।

बैरिस्टर रज़ा ने मीडिया को बताया कि खान अपने निश्चय में दृढ़ लेकिन देश और जनता के प्रति चिंतित नजर आए।

रज़ा ने जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री का संदेश सुनाया,‘‘ जब आप जनता को अधिकार नहीं देते तब आप यह नहीं कह सकते कि अर्थव्यवस्था आगे बढ़ेगी।’’

उन्होंने तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान में राजनीतिक घटनाक्रम का जिक्र करते हुए कहा,‘‘1970 में सेना प्रमुख याह्या खान त्रिशंकु संसद चाहते थे लेकिन जब शेख मुजीबुर रहमान की पार्टी को स्पष्ट बहुमत मिला तो सेना ने धोखाधड़ी से उपचुनाव कराया, जिसमें अवामी लीग की 80 सीटें छीन ली गईं क्योंकि याह्या खान राष्ट्रपति बनना चाहते थे।’’

खान ने अपने संदेश में कहा, ‘‘मैं हमूदुर रहमान आयोग की रिपोर्ट की याद दिलाना चाहता हूं कि हम फिर से वही गलतियां दोहराने जा रहे हैं जो हमने अतीत में की थीं। 1970 में ‘लंदन प्लान’ था और आज फिर से ‘लंदन प्लान’ के जरिए एक सरकारी थोपी गई है।’’

खान और उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने लगातार कहा है कि आठ फरवरी के आम चुनावों के नतीजे में धांधली हुई थी और पाकिस्तान सेना ने सत्ता संभालने के लिए पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) का साथ दिया है।

पाकिस्तान में लगभग एक करोड़ लोगों के गरीबी रेखा के नीचे जाने का जोखिम: विश्व बैंक

विश्व बैंक ने कहा है कि पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति बिगड़ रही है। उसने आगाह किया है कि नकदी संकट से जूझ रहे देश में एक करोड़ से अधिक लोग गरीबी रेखा के नीचे जा सकते हैं।

विश्व बैंक की यह आशंका 1.8 प्रतिशत की सुस्त आर्थिक वृद्धि दर के साथ बढ़ती मुद्रास्फीति पर आधारित है जो चालू वित्त वर्ष में 26 प्रतिशत पर पहुंच गयी है।

विश्व बैंक ने पाकिस्तान के वृद्धि परिदृश्य पर अपनी छमाही रिपोर्ट में संकेत दिया कि देश लगभग सभी प्रमुख वृहद आर्थिक लक्ष्यों को हासिल करने से चूक सकता है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान अपने प्राथमिक बजट लक्ष्य से पीछे रह सकता है। वह लगातार तीन साल तक घाटे में रह सकता है। यह अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की शर्तों के उलट है। मुद्रा कोष ने अनिवार्य रूप से अधिशेष की स्थिति की शर्त रखी हुई है।

रिपोर्ट के मुख्य लेखक सैयद मुर्तजा मुजफ्फरी ने कहा कि हालांकि पुनरुद्धार व्यापक है लेकिन यह अभी शुरुआती अवस्था में है। गरीबी उन्मूलन के जो प्रयास हो रहे हैं, वे पर्याप्त नहीं हैं।

इसमें कहा गया है कि आर्थिक वृद्धि मामूली 1.8 प्रतिशत पर स्थिर रहने का अनुमान है। वहीं लगभग 9.8 करोड़ पाकिस्तानी के पहले से ही गरीबी रेखा के नीचे हैं। इसके साथ गरीबी की दर लगभग 40 प्रतिशत पर बनी हुई है।

रिपोर्ट में गरीबी रेखा के ठीक ऊपर रह रहे लोगों के नीचे आने के जोखिम को बताया गया है। इसके तहत एक करोड़ लोगों के गरीबी रेखा के नीचे आने का जोखिम है।

विश्व बैंक ने कहा कि गरीबों और हाशिये पर खड़े लोगों को कृषि उत्पादन में अप्रत्याशित लाभ से फायदा होने की संभावना है। लेकिन यह लाभ लगातार ऊंची महंगाई तथा निर्माण, व्यापार तथा परिवहन जैसे अधिक रोजगार देने वाले क्षेत्रों में सीमित वेतन वृद्धि से बेअसर होगा।

रिपोर्ट में कहा गया है कि इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही के दौरान दिहाड़ी मजदूरों की मजदूरी केवल पांच प्रतिशत बढ़ी जबकि मुद्रास्फीति 30 प्रतिशत से ऊपर थी।

विश्व बैंक ने आगाह किया कि बढ़ती परिवहन लागत के साथ-साथ जीवन-यापन खर्च बढ़ने कारण स्कूल न जाने वाले बच्चों की संख्या में वृद्धि की आशंका है। साथ ही इससे किसी तरह गुजर-बसर कर रहे परिवारों के लिए बीमारी की स्थिति में इलाज में देरी हो सकती है।

इमरान खान की पार्टी को कानून के तहत अपनी रैली आयोजित करने दिया जाये: उच्च न्यायालय

पाकिस्तान के एक उच्च न्यायालय ने जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) की इस्लामाबाद में एक रैली आयोजित करने के अनुरोध संबंधी याचिका स्वीकार कर ली और अधिकारियों को आदेश दिया कि पार्टी को कानून के तहत अपनी रैली आयोजित करने दें।

इस्लामाबाद उच्च न्यायालय (आईएचसी) ने ‘पीटीआई’ की याचिका पर सुनवाई की और यह आदेश पारित किया।

पार्टी शुरू में 23 या 30 मार्च को रैली आयोजित करना चाहती थी लेकिन उसने इसे छह अप्रैल के लिए पुनर्निर्धारित कर दिया।

सुरक्षा कारणों से राजधानी जिला प्रशासन द्वारा रैली की अनुमति देने से इनकार करने के बाद पार्टी ने अदालत का दरवाजा खटखटाया था।

इस्लामाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश आमिर फारूक ने दलीलें सुनने के बाद ‘पीटीआई’ को राहत प्रदान की।

‘पीटीआई’ के वकील शेर अफजल मारवत ने कहा कि पार्टी छह अप्रैल को एक रैली आयोजित करना चाहती थी, जिस पर न्यायमूर्ति फारूक ने कहा कि पार्टी को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि रैली के दौरान ‘‘कोई दंगा न हो’’।

मारवत ने अदालत को आश्वासन दिया, ‘‘हम तैयार हैं और सभी शर्तें स्वीकार करेंगे।’’

पाकिस्तान में आठ फरवरी के आम चुनावों के बाद ‘पीटीआई’ की यह पहली बड़ी राजनीतिक सभा होगी।

‘पीटीआई’ ने आरोप लगाया था कि चुनावों में धांधली हुई है।

पाकिस्तान : अदालत ने इमरान खान, उनकी पत्नी को चार अप्रैल को पेश करने का आदेश दिया

पाकिस्तान की एक अदालत ने सोमवार को अधिकारियों को चार अप्रैल को जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी को पेश करने का आदेश दिया। इसी दिन विभिन्न मामलों में जमानत का अनुरोध करने वाली खान की अपील पर सुनवाई होगी।

जिला और सत्र न्यायालय के न्यायाधीश ताहिर अब्बास सिपरा ने तोशाखाना उपहारों से जुड़े कथित जालसाजी मामले में खान और बुशरा द्वारा दायर जमानत अर्जी पर सुनवाई के दौरान यह निर्देश दिये। खान ने नौ मई की हिंसा मामले में भी जमानत का अनुरोध किया है।

यह आदेश तब जारी किया गया, जब अडियाला जेल के अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से खान को पेश करने में विफल रहे, जिसके लिए पिछली सुनवाई में आदेश जारी किया गया था।

अप्रैल 2022 में सरकार से हटने के बाद से खान के खिलाफ कई मामले दर्ज किए गए हैं। उन्हें पहले ही कम से कम चार मामलों में दोषी ठहराया जा चुका है। उनमें से दो मामलों में उनकी पत्नी सह-आरोपी हैं।

पाकिस्तान ने संरा सुरक्षा परिषद की गैर स्थायी सीट के लिए कवायद शुरू की

पाकिस्तान ने 2025 से 2026 तक दो साल के कार्यकाल के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में एक गैर-स्थायी सीट हासिल करने के लिए कवायद शुरू कर दी है। यह जानकारी शनिवार को मीडिया की एक खबर से मिली।

‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ समाचारपत्र की खबर के अनुसार पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए सुरक्षा परिषद के उद्देश्य में’’ सार्थक योगदान देने का वादा किया है।

‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ की खबर के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि राजदूत मुनीर अकरम ने बृहस्पतिवार को संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान दिवस समारोह के सिलसिले में आयोजित एक स्वागत समारोह में नकदी संकट से जूझ रहे देश की उम्मीदवारी की औपचारिक घोषणा की।

अकरम ने “अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए यूएनएससी के उद्देश्य में सार्थक योगदान देने” की पाकिस्तान की क्षमता पर विश्वास व्यक्त किया।

‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ की खबर के अनुसार, न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तानी मिशन में आयोजित इस स्वागत समारोह में संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) अध्यक्ष डेनिस फ्रांसिस, संयुक्त राष्ट्र के स्थायी मिशन के शीर्ष राजनयिक और अन्य लोग शामिल हुए।

बलूचिस्तान में कोयला खदान में विस्फोट होने से 12 की मौत

बलूचिस्तान में हरनाई जिले के जरदालो इलाके में एक कोयला खदान में विस्फोट होने से 12 खनिकों की मौत हो गई जबकि छह को बचा लिया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि बुधवार को मीथेन गैस के रिसाव के कारण विस्फोट हो गया।

अधिकारियों के अनुसार, विस्फोट के बाद 18 श्रमिक खदान में फंस गए। बचाव अभियान शुरू किया गया लेकिन उनमें से केवल छह को ही बचाया जा सका जबकि बाकी 12 खनिकों की मौत हो गई।

बचाये हुए मजदूर बेहोश मिले थे।

बलूचिस्तान के मुख्य खान निरीक्षक अब्दुल गनी बलोच ने कहा कि खदान में रातभर में मीथेन गैस जमा हो गई और विस्फोट हो गया।

प्रांत के खनन महानिदेशक अब्दुल्ला शाहवानी ने भी क्वेटा से करीब 80 किलोमीटर दूर स्थित खान में विस्फोट होने से 12 लोगों के मारे जाने की पुष्टि की है।

पाकिस्तान : राष्ट्रपति पद के चुनाव में आसिफ अली जरदारी की जीत लगभग तय

पाकिस्तान में शनिवार को होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव में पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की जीत लगभग तय मानी जा रही है।

अगर जरदारी चुनाव में जीत हासिल कर लेते हैं तो वह पाकिस्तान के 14वें राष्ट्रपति होंगे।

पाकिस्तान के नये राष्ट्रपति मौजूदा डॉ. आरिफ अल्वी की जगह लेंगे, जिनका पांच साल का कार्यकाल पिछले साल समाप्त हो गया था। हालांकि, जब तक नये निर्वाचक मंडल का गठन नहीं हो जाता तब तक वह पद पर बने रहेंगे।

व्यवसायी से नेता बने जरदारी, दिवंगत प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो के पति हैं। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के सह-अध्यक्ष 68 वर्षीय जरदारी को पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) नीत गठबंधन सरकार का समर्थन प्राप्त है, जिसके पास बहुमत के लिए आवश्यक संख्या है।

पाकिस्तान में आठ फरवरी को हुए चुनावों में खंडित जनादेश आने के बाद हुए समझौते के हिस्से के रूप में जरदारी को राष्ट्रपति पद हासिल हो सकता है। समझौते के मुताबिक, पीपीपी ने प्रधानमंत्री पद के लिए पीएमएल-एन के उम्मीदवार को समर्थन दिया और मरियम नवाज को पंजाब प्रांत में सरकार बनाने का मौका मिला। वहीं पीएमएल-एन ने राष्ट्रपति पद के लिए जरदारी को समर्थन दिया और सिंध प्रांत पीपीपी के हिस्से में आया।

जरदारी इससे पहले 2008 से 2013 तक पाकिस्तान के राष्ट्रपति पद पर रह चुके हैं और वह दूसरी बार राष्ट्रपति चुने जाने वाले पहले पाकिस्तानी नागरिक भी होंगे। पश्तूनख्वा मिल्ली अवामी पार्टी (पीकेएमएपी) के प्रमुख महमूद खान अचकजई, जरदारी को चुनौती दे रहे हैं, जो सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल (एसआईसी) से चुनाव लड़ रहे हैं। जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) समर्थित निदर्लीय उम्मीदवारों के सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल (एसआईसी) में शामिल होने के बाद यह परिषद प्रमुखता से सामने आया है।

पीपीपी अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने आश्वासन दिया कि उनके पिता आसिफ अली जरदारी पंजाब के सांसदों का उसी तरह ख्याल रखेंगे जैसे वह उनका रखते हैं। पीएमएल-एन बहुमत वाली पंजाब प्रांतीय विधानसभा के सदस्यों को संबोधित करते हुए बिलावल ने कहा कि वह नौ मार्च को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में सांसदों से अपने पिता के लिए वोट करने के लिए कहने आए थे।

पाकिस्तान के बलूचिस्तान में विस्फोटों में 25 लोगों की मौत

पहली घटना में, पिशिन जिले में निर्दलीय उम्मीदवार असफंदयार खान काकड़ के कार्यालय के बाहर एक भीषण विस्फोट में 17 लोगों की मौत हो गई और 30 अन्य घायल हो गए।

एक घंटे से भी कम समय के बाद, किला अब्दुल्ला क्षेत्र में जमीयत उलेमा इस्लाम (जेयूआई) के चुनाव कार्यालय के बाहर एक और बम विस्फोट हुआ, जिसमें आठ लोगों की जान चली गई और 12 अन्य घायल हो गए।

बलूचिस्तान के पंजगुर के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अब्दुल्ला जहरी ने बताया कि उम्मीदवार असफंदयार खान काकड़ के चुनाव कार्यालय के बाहर एक बैग में बम रखा गया था जिसमें ‘टाइमर’ लगा था। उन्होंने कहा, ‘‘कुछ घायलों की हालत गंभीर है और उन्हें इलाज के लिए क्वेटा ले जाया गया है।’’

उन्होंने कहा कि विस्फोट में हताहतों की संख्या बढ़ सकती है।

जहरी ने कहा, ‘‘आतंकवादी लोगों को मतदान केंद्रों पर जाने से रोकने के लिए उम्मीदवारों को निशाना बना रहे हैं, लेकिन चुनाव तय समय पर हो यह सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षाकर्मियों की संख्या बढ़ाई जा रही है।’’

स्थानीय मीडिया की खबरों के अनुसार, किला अब्दुल्ला क्षेत्र में जेयूआई उम्मीदवार के चुनाव कार्यालय में विस्फोट होने से भारी क्षति हुई।

पाकिस्तान निर्वाचन आयोग (ईसीपी) ने दो विस्फोटों की पुष्टि की और कहा कि बृहस्पतिवार को होने वाले चुनाव के लिए प्रांत में सुरक्षा और बढ़ा दी गई है।

ईसीपी के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘इन आतंकी हमलों के अपराधियों को पकड़ा जाएगा और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।’’

बलूचिस्तान के गृह मंत्री जान अचकजई ने हमलों की निंदा की और कहा कि चुनाव तय कार्यक्रम के अनुसार होंगे।

पाकिस्तान में आम चुनाव से एक दिन पहले बुधवार को बलूचिस्तान प्रांत में चुनाव कार्यालयों को निशाना बनाकर किए गए दो बम विस्फोटों में कम से कम 25 लोग मारे गए और 42 अन्य घायल हो गए।

पहली घटना में, पिशिन जिले में निर्दलीय उम्मीदवार असफंदयार खान काकड़ के कार्यालय के बाहर एक भीषण विस्फोट में 17 लोगों की मौत हो गई और 30 अन्य घायल हो गए।

एक घंटे से भी कम समय के बाद, किला अब्दुल्ला क्षेत्र में जमीयत उलेमा इस्लाम (जेयूआई) के चुनाव कार्यालय के बाहर एक और बम विस्फोट हुआ, जिसमें आठ लोगों की जान चली गई और 12 अन्य घायल हो गए।

बलूचिस्तान के पंजगुर के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अब्दुल्ला जहरी ने बताया कि उम्मीदवार असफंदयार खान काकड़ के चुनाव कार्यालय के बाहर एक बैग में बम रखा गया था जिसमें ‘टाइमर’ लगा था। उन्होंने कहा, ‘‘कुछ घायलों की हालत गंभीर है और उन्हें इलाज के लिए क्वेटा ले जाया गया है।’’

उन्होंने कहा कि विस्फोट में हताहतों की संख्या बढ़ सकती है।

जहरी ने कहा, ‘‘आतंकवादी लोगों को मतदान केंद्रों पर जाने से रोकने के लिए उम्मीदवारों को निशाना बना रहे हैं, लेकिन चुनाव तय समय पर हो यह सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षाकर्मियों की संख्या बढ़ाई जा रही है।’’

स्थानीय मीडिया की खबरों के अनुसार, किला अब्दुल्ला क्षेत्र में जेयूआई उम्मीदवार के चुनाव कार्यालय में विस्फोट होने से भारी क्षति हुई।

पाकिस्तान निर्वाचन आयोग (ईसीपी) ने दो विस्फोटों की पुष्टि की और कहा कि बृहस्पतिवार को होने वाले चुनाव के लिए प्रांत में सुरक्षा और बढ़ा दी गई है।

ईसीपी के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘इन आतंकी हमलों के अपराधियों को पकड़ा जाएगा और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।’’

बलूचिस्तान के गृह मंत्री जान अचकजई ने हमलों की निंदा की और कहा कि चुनाव तय कार्यक्रम के अनुसार होंगे।

नवाज शरीफ के खिलाफ चुनाव लड़ रही पीटीआई समर्थित महिला प्रत्याशी आतंकवाद के मामले में आरोपित

पीएमएल-एन के प्रमुख नवाज शरीफ के खिलाफ चुनाव लड़ रही पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान-तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) समर्थित महिला उम्मीदवार को मंगलवार को आतंकवाद मामले में अभ्यारोपित किया गया।

पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के अधिकारियों द्वारा आठ फरवरी को होने वाले आम चुनाव से पहले खान की पार्टी के नेताओं और समर्थकों के खिलाफ कार्रवाई तेज की गई है। इसी के परिणाम स्वरूप यह कार्रवाई सामने आई है।

पाकिस्तान के निर्वाचन आयोग ने पीटीआई का ऐतिहासिक चुनाव चिन्ह ‘बल्ला’ वापस लेने का फैसला किया था। आयोग के इस फैसले को उच्चतम न्यायालय ने बरकरार रखा था, जिसके चलते पीटीआई के उम्मीदवार निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं।

सेना से टकराव का सामना कर रही पीटीआई के निर्दलीय उम्मीदवारों को अपने-अपने चुनाव क्षेत्रों में प्रचार करने की अनुमति नहीं दी जा रही है, जिसके चलते फिलहाल सेना की चहेती कही जा रही पीएमएल-एन के चुनाव जीतने का रास्ता साफ माना जा रहा है।

पाकिस्तान के तीन बार प्रधानमंत्री रहे शरीफ (74) लाहौर की एनए-130 सीट से चुनाव मैदान में हैं। इस सीट पर उनका मुकाबला पीटीआई समर्थित मजबूत उम्मीदवार डॉक्टर यास्मीन रशीद से है।

पाकिस्तान रेंजर्स द्वारा खान को गिरफ्तार किए जाने के बाद पिछले साल नौ मई को भड़की हिंसा के दौरान थाने पर हमले के मामले में मंगलवार को यास्मीन को आतंकवाद रोधी अदालत में अभ्यारोपित किया गया।

खान की गिरफ्तारी के बाद भड़की अभूतपूर्व हिंसा के दौरान पीटीआई के कई कार्यकर्ताओं ने रावलपिंडी में सेना मुख्यालय और फैसलाबाद में खुफिया एजेंसी आईएसआई के भवन समेत दर्जनों सैन्य व सरकारी भवनों को आग लगा दी थी और तोड़फोड़ की थी।

इस बीच, आम चुनाव से ठीक 48 घंटे पहले पाकिस्तान के सिंध और बलूचिस्तान प्रांतों में चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों और निर्वाचन आयोग के कार्यालयों को निशाना बनाकर किए जाने वाले हमलों में बढ़ोतरी के कारण इन क्षेत्रों में सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है।

रविवार रात से, कराची, नुश्की और सिबी में चुनावी हिंसा में कम से कम सात लोगों की मौत हो चुकी है।

पुलिस अधिकारियों ने कहा कि रविवार से बलूचिस्तान के 10 जिलों में उम्मीदवारों के चुनाव कार्यालयों पर हथगोले और हथियारों से लगभग 40 हमले या विस्फोट किए गए हैं। पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, “बलूचिस्तान में सबसे अधिक प्रभावित इलाकों में तुरबत, पंजगुर, ग्वादर, मस्तुंग, कलात, खुजदार, सिबी, सुरब और क्वेटा शामिल हैं।”