एक और ‘ढाका त्रासदी’ होने की आशंका : इमरान खान

FILE PHOTO: Pakistan's former Prime Minister Imran Khan, gestures as he speaks to the members of the media at his residence in Lahore, Pakistan May 18, 2023. REUTERS/Mohsin Raza

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने देश के हालिया राजनीतिक घटनाक्रम और 1971 की ढाका त्रासदी की परिस्थितियों के बीच तुलना की और आगाह किया कि नकदी संकट से जूझ रहे देश में मौजूदा हालात के परिणामस्वरूप अर्थव्यवस्था ठप पड़ सकती है।

समाचार पत्र ‘डॉन’ ने अपनी एक खबर में बताया कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के संस्थापक अध्यक्ष खान ने रावलपिंडी की अदियाला जेल से एक संदेश में मौजूदा सरकार को याद दिलाया कि ‘‘देश और संस्थान स्थिर अर्थव्यवस्था के बिना नहीं बच सकते।’’

पीटीआई के केंद्रीय सूचना सचिव रऊफ हसन ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान खान का संदेश मीडिया को सुनाया। पार्टी की कानूनी टीम ने बुधवार को जेल में 71 वर्षीय नेता से मुलाकात की थी।

बैरिस्टर रज़ा ने मीडिया को बताया कि खान अपने निश्चय में दृढ़ लेकिन देश और जनता के प्रति चिंतित नजर आए।

रज़ा ने जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री का संदेश सुनाया,‘‘ जब आप जनता को अधिकार नहीं देते तब आप यह नहीं कह सकते कि अर्थव्यवस्था आगे बढ़ेगी।’’

उन्होंने तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान में राजनीतिक घटनाक्रम का जिक्र करते हुए कहा,‘‘1970 में सेना प्रमुख याह्या खान त्रिशंकु संसद चाहते थे लेकिन जब शेख मुजीबुर रहमान की पार्टी को स्पष्ट बहुमत मिला तो सेना ने धोखाधड़ी से उपचुनाव कराया, जिसमें अवामी लीग की 80 सीटें छीन ली गईं क्योंकि याह्या खान राष्ट्रपति बनना चाहते थे।’’

खान ने अपने संदेश में कहा, ‘‘मैं हमूदुर रहमान आयोग की रिपोर्ट की याद दिलाना चाहता हूं कि हम फिर से वही गलतियां दोहराने जा रहे हैं जो हमने अतीत में की थीं। 1970 में ‘लंदन प्लान’ था और आज फिर से ‘लंदन प्लान’ के जरिए एक सरकारी थोपी गई है।’’

खान और उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने लगातार कहा है कि आठ फरवरी के आम चुनावों के नतीजे में धांधली हुई थी और पाकिस्तान सेना ने सत्ता संभालने के लिए पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) का साथ दिया है।

नवाज शरीफ के खिलाफ चुनाव लड़ रही पीटीआई समर्थित महिला प्रत्याशी आतंकवाद के मामले में आरोपित

पीएमएल-एन के प्रमुख नवाज शरीफ के खिलाफ चुनाव लड़ रही पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान-तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) समर्थित महिला उम्मीदवार को मंगलवार को आतंकवाद मामले में अभ्यारोपित किया गया।

पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के अधिकारियों द्वारा आठ फरवरी को होने वाले आम चुनाव से पहले खान की पार्टी के नेताओं और समर्थकों के खिलाफ कार्रवाई तेज की गई है। इसी के परिणाम स्वरूप यह कार्रवाई सामने आई है।

पाकिस्तान के निर्वाचन आयोग ने पीटीआई का ऐतिहासिक चुनाव चिन्ह ‘बल्ला’ वापस लेने का फैसला किया था। आयोग के इस फैसले को उच्चतम न्यायालय ने बरकरार रखा था, जिसके चलते पीटीआई के उम्मीदवार निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं।

सेना से टकराव का सामना कर रही पीटीआई के निर्दलीय उम्मीदवारों को अपने-अपने चुनाव क्षेत्रों में प्रचार करने की अनुमति नहीं दी जा रही है, जिसके चलते फिलहाल सेना की चहेती कही जा रही पीएमएल-एन के चुनाव जीतने का रास्ता साफ माना जा रहा है।

पाकिस्तान के तीन बार प्रधानमंत्री रहे शरीफ (74) लाहौर की एनए-130 सीट से चुनाव मैदान में हैं। इस सीट पर उनका मुकाबला पीटीआई समर्थित मजबूत उम्मीदवार डॉक्टर यास्मीन रशीद से है।

पाकिस्तान रेंजर्स द्वारा खान को गिरफ्तार किए जाने के बाद पिछले साल नौ मई को भड़की हिंसा के दौरान थाने पर हमले के मामले में मंगलवार को यास्मीन को आतंकवाद रोधी अदालत में अभ्यारोपित किया गया।

खान की गिरफ्तारी के बाद भड़की अभूतपूर्व हिंसा के दौरान पीटीआई के कई कार्यकर्ताओं ने रावलपिंडी में सेना मुख्यालय और फैसलाबाद में खुफिया एजेंसी आईएसआई के भवन समेत दर्जनों सैन्य व सरकारी भवनों को आग लगा दी थी और तोड़फोड़ की थी।

इस बीच, आम चुनाव से ठीक 48 घंटे पहले पाकिस्तान के सिंध और बलूचिस्तान प्रांतों में चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों और निर्वाचन आयोग के कार्यालयों को निशाना बनाकर किए जाने वाले हमलों में बढ़ोतरी के कारण इन क्षेत्रों में सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है।

रविवार रात से, कराची, नुश्की और सिबी में चुनावी हिंसा में कम से कम सात लोगों की मौत हो चुकी है।

पुलिस अधिकारियों ने कहा कि रविवार से बलूचिस्तान के 10 जिलों में उम्मीदवारों के चुनाव कार्यालयों पर हथगोले और हथियारों से लगभग 40 हमले या विस्फोट किए गए हैं। पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, “बलूचिस्तान में सबसे अधिक प्रभावित इलाकों में तुरबत, पंजगुर, ग्वादर, मस्तुंग, कलात, खुजदार, सिबी, सुरब और क्वेटा शामिल हैं।”

पाकिस्तान की पंजाब सरकार का बड़ा दावा,इमरान खान के घर में 30-40 आतंकी छिपे होने की खबर, पूरे इलाके को पुलिस ने घेरा

पाकिस्‍तान तहरीक-ए-इंसाफ के मुखिया और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के सामने फिर से नई मुसीबत खड़ी हो गई है। बता दें पाकिस्तान स्थित पंजाब सरकार का कहना है कि इमरान के जमान पार्क स्थित घर में 30-40 आतंकी छिपे है। आपको बताए पुलिस ने इमरान के घर को घेर लिया है तो सरकार ने आतंकियों को सौंपने के लिए 24 घंटे की सीमा दी है।

वहीं जो बयान सामने आया है उसके अनुसार पंजाब प्रांत के सूचना मंत्री आमिर मीर ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया और उन्‍होंने कहा, ‘पीटीआई को इन आतंकवादियों को सौंप देना चाहिए नहीं तो कानून अपना काम करेगा।