पाकिस्तान में आम चुनाव की तारीख जल्द घोषित होने की संभावना : प्रधानमंत्री

पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवारुल हक काकड़ ने उम्मीद जताई है कि निर्वाचन आयोग जल्द ही चुनाव की तारीख की घोषणा करेगा। उन्होंने जोर दिया कि अगले आम चुनाव में सभी राजनीतिक दलों के लिए समान अवसर उपलब्ध होंगे।

पाकिस्तान निर्वाचन आयोग (ईसीपी) ने पिछले महीने किसी तारीख की घोषणा किए बिना कहा था कि आम चुनाव जनवरी 2024 के आखिरी हफ्ते में होंगे।

चीन से लौटने के तीन दिन बाद संवाददाताओं से मुखातिब काकड़ ने कहा, “ऐसा लग रहा है कि जल्द ही चुनाव की तारीख का ऐलान हो जाएगा।” वह चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) की 10वीं वर्षगांठ पर बेल्ट एंड रोड फोरम (बीआरएफ) सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए चीन गए थे।

देश में सभी राजनीतिक दलों के लिए समान अवसर के मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए कार्यवाहक प्रधानमंत्री ने कहा, “किसी भी राजनीतिक दल को राजनीतिक प्रक्रिया से बाहर नहीं रखा गया है और कार्यवाहक सरकार चुनावी प्रक्रिया में सहयोग देने की पूरी कोशिश कर रही है।”

उन्होंने कहा, “हम चाहते हैं कि कोई भी राजनीतिक दल, संस्था और उससे जुड़ी राजनीतिक हस्तियां (चुनाव) प्रक्रिया से बाहर न हों, लेकिन अगर अदालत कोई प्रतिबंध लगाती है, तो हमें आदेश का पालन करना होगा।”

उनकी यह टिप्पणी पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के संदर्भ में देखी जा रही है, जो कानूनी चुनौतियों का सामना कर रही है और जिसके कई नेता जेल में हैं।

“द डॉन” अखबार में मंगलवार को काकड़ के हवाले से प्रकाशित खबर में कहा गया है, “अगर समान अवसर का मतलब किसी खास पार्टी की जीत सुनिश्चित करना है तो इस पर टिप्पणी नहीं कर सकता। (हमें) 2018 का समान अवसर याद है, जब दक्षिण पंजाब मोर्चा अस्तित्व में आया था।”

इन आरोपों को खारिज करते हुए कि समान अवसर सभी राजनीतिक दलों के बजाय किसी एक पार्टी के लिए उपलब्ध हैं, काकड़ ने कहा, “कार्यवाहक व्यक्ति दो महीने में ऐसे कौन-से प्रयास कर सकते हैं, जिनसे किसी एक पार्टी को (नेशनल असेंबली की) 171 सीटें हासिल करने में मदद मिलेगी।”

पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) प्रमुख नवाज शरीफ की वतन वापसी के दो दिन बाद पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) और पीटीआई की चुनावों में समान अवसर उपलब्ध कराने की मांग के संबंध में काकड़ मीडिया से बात कर रहे थे।

“द डॉन” के मुताबिक, जब काकड़ से पूछा गया कि “शरीफ को उनकी वापसी पर असाधारण प्रोटोकॉल क्यों दिया गया और ब्रिटेन में पाकिस्तान के उच्चायुक्त उन्हें छोड़ने के लिए हवाई अड्डे पर क्यों आए थे”, तो वह इसका जवाब देने से बचते नजर आए।

“द इंटरनेशनल न्यूज” की रिपोर्ट के अनुसार, जब काकड़ से पूछा गया कि क्या आगामी चुनावों से पहले बलूच अवामी पार्टी (बीएपी) के कुछ प्रमुख नेताओं के पीएमएल(एन) में शामिल होने की संभावना है, तो जवाब में उन्होंने कहा, “अगर कोई नेता किसी खास राजनीतिक दल में शामिल होना चाहता है तो उसे ऐसा करने का अधिकार है।”

पाकिस्तान में फलस्तीन के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे इमरान खान के समर्थकों पर पुलिस ने कार्रवाई की

पाकिस्तान की जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी का झंडा लेकर फलस्तीन के लोगों के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए उनके समर्थन में देश के विभिन्न शहरों में विरोध प्रदर्शन कर रहे कई समर्थकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

पार्टी ने कहा कि पुलिस ने शुक्रवार को पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के कम से कम 50 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया, जो फलस्तीनियों के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए लाहौर, इस्लामाबाद, वेहारी, मुल्तान और गुजरांवाला शहरों में एकत्र हुए थे।

विभिन्न धार्मिक दलों ने देश भर में फलस्तीन के समर्थन में प्रदर्शन किए, लेकिन केवल पीटीआई के झंडे रखने वालों को हिरासत में लिया गया।

पीटीआई ने सरकारी मशीनरी के इस्तेमाल और देश के विभिन्न हिस्सों में शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों की गैरकानूनी हिरासत की कड़ी निंदा की है, जो युद्ध से तबाह और घिरे फलस्तीनियों के लिए एकजुटता और समर्थन व्यक्त कर रहे थे।

पीटीआई के एक प्रवक्ता ने शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों के खिलाफ सरकारी मशीनरी के इस्तेमाल को शर्मनाक बताया। उन्होंने इस बात पर आश्चर्य व्यक्त किया कि नागरिकों को उत्पीड़ित फलस्तीनियों के प्रति एकजुटता और समर्थन व्यक्त करने और पीटीआई के झंडे ले जाने के एकमात्र अपराध के लिए गिरफ्तार किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि पिछले साल अप्रैल में खान को सत्ता से बेदखल करने के बाद राजनीतिक प्रतिशोध के तहत लगातार की जा रही दमनकारी कार्रवाई के तहत इसे किया गया।

उन्होंने कहा, ‘‘सबसे लोकप्रिय पार्टी को शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन के अधिकार से वंचित करना शर्मनाक और निंदनीय है।’’

उन्होंने अधिकारियों के दोहरे मानदंड अपनाने को लेकर उन पर निशाना साधा।

भ्रष्टाचार के एक मामले में खान की गिरफ्तारी की प्रतिक्रिया में मई की शुरुआत में पीटीआई कार्यकर्ताओं द्वारा देश के विभिन्न हिस्सों में सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमले के बाद से पार्टी को सैन्य प्रतिष्ठान द्वारा किसी भी राजनीतिक गतिविधि में भाग लेने की अनुमति नहीं दी गई है।

इमरान खान सहित कथित तौर पर 10,000 से अधिक पीटीआई कार्यकर्ता जेल में हैं।

Pakistan: भारत के मोस्ट वांटेड और पठानकोट हमले के मास्टरमाइंड की गोली मारकर हत्या

आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी शाहिद लतीफ की बुधवार को पाकिस्तान के सियालकोट जिले के दस्का शहर की एक मस्जिद में अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी। यह जानकारी अधिकारियों ने दी।

नवाज शरीफ को तीन बार किसी न किसी साजिश के तहत सत्ता से बेदखल किया गया: शहबाज

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के छोटे भाई शहबाज शरीफ ने दावा किया है कि उनके भाई को किसी न किसी साजिश के तहत तीन बार सत्ता से बेदखल किया गया था।

उन्होंने दावा किया कि 1999 में ‘‘कारगिल की हार’’ के बाद भी ऐसा ही किया गया था।

नवाज (73) के लंदन में लगभग चार साल के स्व-निर्वासन के बाद 21 अक्टूबर को पाकिस्तान लौटने की उम्मीद है। नवाज चिकित्सा के लिए लंदन गये थे और नवंबर 2019 से वह वहीं रह रहे हैं।

शहबाज ने दावा किया कि सबसे बड़ी साजिश तब हुई थी, जब 1999 में उनके बड़े भाई को सत्ता से बाहर करने के लिए कारगिल पराजय को लेकर उन्हें दोषी ठहराया गया था।

सेना के पूर्व प्रमुख दिवंगत जनरल परवेज मुशर्रफ का नाम लिए बगैर पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष ने कहा कि ‘‘कारगिल घटना’’ को अंजाम दिया गया था और इसके मद्देनजर नवाज शरीफ को युद्ध रोकने के लिए अमेरिका जाना पड़ा।

शहबाज ने शुक्रवार को यहां मीडिया से कहा, ‘‘कारगिल पराजय को आसानी से तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ (1999 में) पर थोप दिया गया था। यदि इस कारगिल युद्ध के परिणामस्वरूप कश्मीर पर कब्जा कर लिया जाता तो शायद इतिहास कुछ और होता।’’

उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन (भारत के साथ) युद्ध समाप्त करने के लिए नवाज को अमेरिका जाना पड़ा और देश की खातिर अपनी सरकार का बलिदान देना पड़ा।’’

भारतीय सेना ने 26 जुलाई, 1999 को कारगिल की बर्फीली ऊंचाइयों पर लगभग तीन महीने के युद्ध के बाद पाकिस्तानी सेना पर जीत की घोषणा की थी।

कारगिल युद्ध के बाद, जनरल मुशर्रफ ने अक्टूबर, 1999 में नवाज शरीफ की चुनी हुई सरकार के खिलाफ सैन्य तख्तापलट किया और अगले नौ वर्ष तक देश पर शासन किया।

लाहौर उच्च न्यायालय द्वारा चार सप्ताह की जमानत दिये जाने के बाद, नवाज शरीफ नवंबर 2019 से ‘चिकित्सा आधार’ पर लंदन में स्व-निर्वासन में हैं।

इसके बाद उन्हें भ्रष्टाचार के मामले में भगोड़ा घोषित कर दिया गया था।

वह विदेश में इलाज के लिए जमानत लेने से पहले अल-अजीजिया मिल्स भ्रष्टाचार मामले में यहां कोट लखपत जेल में सात साल की जेल की सजा काट रहे थे।

शहबाज ने कहा कि नवाज अपने तीसरे कार्यकाल के दौरान देश में चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) लेकर आये। उन्होंने कहा, ‘‘उनके खिलाफ साजिश तब शुरू हुई जब 2014 में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) प्रमुख इमरान खान के इस्लामाबाद में धरने के कारण चीनी राष्ट्रपति का पाकिस्तान दौरा रद्द कर दिया गया था।’’

उन्होंने कहा, ‘‘और फिर 2017 में, नवाज को पनामा पेपर्स मामले में सत्ता से बाहर कर दिया गया, जिससे पाकिस्तान के विकास में बाधा उत्पन्न हुई।’’

पाकिस्तान के पूर्व PM इमरान खान ने अदियाला जेल में कुरैशी से की मुलाकात

किस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान गोपनीय दस्तावेज मामले में सुनवाई के दौरान अदियाला जेल में अपनी पार्टी के वरिष्ठ सहयोगी और पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी से मिले। मीडिया की एक खबर में यह कहा गया।

पाकिस्तान: दो आत्मघाती विस्फोटों में कम से कम 58 लोगों की मौत

पाकिस्तान में शुक्रवार को अलग-अलग जगह हुए दो आत्मघाती विस्फोटों में 58 लोगों की मौत हो गई और 100 से अधिक लोग घायल हो गये। पुलिस ने यह जानकारी दी।

पैगम्बर मोहम्मद का जन्मदिन ‘ईद ए मिलाद उन नबी’ मनाने के लिए पाकिस्तान के अशांत बलोचिस्तान प्रांत में मस्जिद के बाहर एक रैली के वास्ते भारी संख्या में लोग एकत्र हुए थे और उसी दौरान यह विस्फोट हुआ। इसमें कम से कम 54 लोगों की मौत हो गयी।

इसके कुछ घंटे बाद, खैबर पख्तूनख्वा के हांगू शहर में एक मस्जिद में एक और विस्फोट में कम से कम चार लोगों की मौत हो गई और 12 अन्य घायल हो गए।

पाकिस्तान: खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में मस्जिद में विस्फोट,3 लोगों की मौत 6 घायल

पाकिस्तान के अशांत खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में शुक्रवार को एक मस्जिद में आत्मघाती बम धमाके में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गयी और छह अन्य लोग घायल हो गए।

इमरान खान को उच्च सुरक्षा वाली अदियाला जेल में स्थानांतरित करने का निर्देश

पाकिस्तान की एक शीर्ष अदालत ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को पंजाब प्रांत की अटक जेल से रावलपिंडी शहर में स्थित उच्च सुरक्षा वाली अदियाला जेल में स्थानांतरित करने का सोमवार को आदेश दिया। खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने यह जानकारी दी।

पीटीआई ने अगस्त में इस्लामाबाद उच्च न्यायालय (आईएचसी) में याचिका दायर कर खान की समृद्ध पारिवारिक पृष्ठभूमि, सामाजिक और राजनीतिक रूतबे को ध्यान में रखते हुए उन्हें अदियाला जेल में स्थानांतरित करने का अनुरोध किया था, जहां ‘ए’ श्रेणी की सुविधाएं उपलब्ध हैं।

पार्टी ने कहा कि आईएचसी ने मामले की सुनवाई करते हुए आदेश जारी किया।

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री को गिरफ्तार करने गई लाहौर पुलिस, कार्यकर्ताओं ने की पत्थरबाजी

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को आज पुलिस गिरफ्तार करने पहुंची है, लेकिन खबर आ रही है की पार्टी कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर पत्थराव कर दिया है. तोशाखाना केस में इस्लामाबाद की एक कोर्ट ने इमरान खान के खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी किया था जिसको लेकर लाहौर पुलिस गिरफ्तार करने पहुंची थी. सूचना मिली… Continue reading पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री को गिरफ्तार करने गई लाहौर पुलिस, कार्यकर्ताओं ने की पत्थरबाजी

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की बढ़ी मुश्किलें, पिछले 11 महीनों में इमरान ख़ान पर दर्ज हुआ 80वां एफआईआर

पाकिस्तान में उड़ने वाले पक्षी बताते हैं कि पाकिस्तान में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. वहीं कुछ बाज लोगों का कहना है कि सितारे तो गर्दिश में ‘कप्तान’ के भी चल रहें है. इमरान खान के कप्तानी में पाकिस्तान पहली बार वर्ल्ड कप विजेता बनी थी. लेकिन राजनीति के कप्तानी में अभी तक कुछ… Continue reading पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की बढ़ी मुश्किलें, पिछले 11 महीनों में इमरान ख़ान पर दर्ज हुआ 80वां एफआईआर