कांग्रेस की गुटबाजी में फंसी NSUI, चुनावी कैंपेन के पोस्टर से कुमारी सैलजा और सुरजेवाला की फोटो गायब

हरियाणा के विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद से ही पार्टी में मुख्यमंत्री पद को लेकर चल रही खिंचतान सामने आने के बावजूद जहां पार्टी का शीर्ष नेतृत्व उस पर रोक लगाने में अब तक असफल रहा है। वहीं, अब कांग्रेस की छात्र इकाई वाला संगठन नेशनल स्टूडेंट यूनियन आफ इंडिया (एनएसयूआई) भी पार्टी नेताओं की गुटबाजी में फंसता दिखाई दे रहा है। 

Sep 4, 2024 - 13:46
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कांग्रेस की गुटबाजी में फंसी NSUI, चुनावी कैंपेन के पोस्टर से कुमारी सैलजा और सुरजेवाला की फोटो गायब
कांग्रेस की गुटबाजी में फंसी NSUI, चुनावी कैंपेन के पोस्टर से कुमारी सैलजा और सुरजेवाला की फोटो गायब

चंद्रशेखर धरणी, चंडीगढ़:

हरियाणा के विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद से ही पार्टी में मुख्यमंत्री पद को लेकर चल रही खिंचतान सामने आने के बावजूद जहां पार्टी का शीर्ष नेतृत्व उस पर रोक लगाने में अब तक असफल रहा है। वहीं, अब कांग्रेस की छात्र इकाई वाला संगठन नेशनल स्टूडेंट यूनियन आफ इंडिया (एनएसयूआई) भी पार्टी नेताओं की गुटबाजी में फंसता दिखाई दे रहा है। 

दअरसल, हरियाणा विधानसभा के चुनाव को लेकर नेशनल स्टूडेंट यूनियन आफ इंडिया की ओर से छात्रों के मुद्दों को लेकर अपनी ताल ठोक दी है। इसी को लेकर एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष अविनाश यादव ने संगठन का चुनाव कैंपेन मेरी पहली वोट लॉन्च किया। अपने इस कैंपेन के जरिए एनएसयूआई प्रदेश की सभी यूनिवर्सिटी और कॉलेज में जाकर छात्रों को बताएगी कि वह अपनी पहली वोट आखिर क्यों और किन मुद्दों के चलते कांग्रेस को दें। 

अविनाश यादव ने कहा कि मतदान में भागीदारी कर अपनी वोट सही जगह डालना हर एक युवा की जिम्मेदारी है। इसलिए हमारे कैंपेन की टैगलाइन ‘बात है भागीदारी की, हमारी जिम्मेदारी की’ बनाई गई है। इससे पहले प्रदेश के कई विश्वविद्यालयों में जाकर छात्रों की राय भी जानी है कि उनकी क्या समस्याएं हैं। ज्यादातर छात्रों ने कहा कि वह अपनी पहली वोट अग्निवीर, महिला सुरक्षा, पक्की भर्ती, पेपर लीक और फीस वृद्धि आदि मुद्दों को देखते हुए देंगे।

यादव ने दावा किया कि प्रदेश में लगभग दो लाख पद सरकारी विभागों में खाली पड़े हैं, लेकिन भाजपा ने कौशल रोजगार निगम के जरिये कच्ची भर्ती कर युवाओं का शोषण किया है। हरियाणा की भर्तियों में 30 से ज्यादा पेपर लीक हुए हैं। इससे योग्य उम्मीदवारों की मेहनत पर पानी फिरा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार आने पर छात्रों व युवाओं से जुड़े इन सभी मुद्दों का समाधान करवाया जाएगा।

हुड्डा पिता-पुत्र की फोटो को प्राथमिकता

नेशनल स्टूडेंट यूनियन आफ इंडिया की ओर से हरियाणा विधानसभा के चुनाव को लेकर लॉन्च किए गए चुनावी कैंपेन के पोस्टर से कुमारी सैलजा, रणदीप सुरजेवाला और चौधरी बीरेंद्र सिंह की फोटो ही गायब है। पोस्टर में एक तरफ पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान और दूसरी तरफ रोहतक से कांग्रेस के लोकसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा की फोटो को बड़ा करके लगाया गया है। 

इसके अलावा पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व की फोटो पोस्टर में ऊपर की ओर बीच में लगाई गई है। इन सबमे हरियाणा की कद्दावर नेता और खुद को मुख्यमंत्री पद की दावेदार कहने वाली कुमारी सैलजा, रणदीप सुरजेवाला की फोटो गायब है। इसी प्रकार से इस पोस्टर में चौधरी बीरेंद्र सिंह की फोटो भी कहीं दिखाई नहीं दी। हुड्डा पिता-पुत्र की फोटो देखकर साफ लगता है कि हरियाणा में एनएसयूआई पर भी कांग्रेस की तरह से हुड्डा पिता-पुत्र का ही राज चल रहा है।

कांग्रेस ने दी थी नसीहत

हरियाणा में दीपेंद्र हुड्डा की ओर से हरियाणा मांगे हिसाब यात्रा शुरू की गई तो कुमारी सैलजा की ओर से भी इसके समानांतर प्रदेश की सभी विधानसभाओं में अलग से यात्रा शुरू की गई। सैलजा की यात्रा के पोस्टर से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा और प्रदेश अद्यक्ष उदयभान की फोटो गायब थी। इसी प्रकार से दीपेंद्र हुड्डा की यात्रा से भी कुमारी सैलजा की फोटो गायब थी। कांग्रेस हाई कमान ने इसे गंभीरता से लेते हुए दोनों नेताओं को उस समय सख्त लहजे में समझाने का काम किया था, जिसके बाद से दोनों के कार्यक्रमों में एक-दूसरे के फोटो नजर आने लगे थे। 

अब युवा संगठन के चुनावी कैंपेन से कुमारी सैलजा जैसी नेता की फोटो गायब होने किस ओर इशारा करता है, यह समझाने की जरूरत नहीं है। खैर देखने वाली बात होगी कि सैलजा और हुड्डा की आपसी खिंचतान को खत्म करने की कोशिश में लगी पार्टी हाई कमान इस नई दिक्कत से कैसे निजात पाता है, जिससे हरियाणा के विधानसभा चुनाव में पार्टी को किसी प्रकार का नुकसान ना उठाना पड़े ?

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