BJP नेता अनिल विज का बयान, कहा- ‘बीजेपी के लिए करता रहूंगा काम’

हरियाणा में नई सरकार के गठन के बाद कैबिनेट में अनिल विज को जगह नहीं मिली। जिस पर उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि, वो बीजेपी के पुराने नेता है और पार्टी के लिए निस्वार्थ भाव से कार्य करते रहेंगे।

हरियाणा में नई सरकार का गठन, बाजार में चाट खाते दिखे अनिल विज, Video

हरियाणा में नई सरकार बन गई है। मंगलवार को मनोहर लाल ने सीएम पद से इस्तीफा दिया और शाम को नए सीएम नायब सिंह सैनी ने शपथ ली। वहीं, इस पूरे सियासी हलचल के बीच खबर सामने आई कि बीजेपी के दिग्गज नेता और प्रदेश के पूर्व गृह मंत्री अनिल विज नाराज हो गए है लेकिन दूसरी तरफ अनिल विज अंबाला में गोलगप्पे और आलू टिक्की खाते देखे गए।

Gurugram: क्लब में कपल से मारपीट… डांस फ्लोर पर छेड़छाड़, चार के खिलाफ मामला दर्ज

गुरुग्राम में एक क्लब में बहस के दौरान चार लोगों ने एक महिला के साथ कथित तौर पर छेड़छाड़ की और उसके पति के साथ मारपीट की। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपियों की पहचान करने की कोशिश की जा रही है।

प्रधानमंत्री मोदी ने हरियाणा का मुख्यमंत्री बनने पर नायब सिंह सैनी को बधाई दी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता नायब सिंह सैनी को बधाई दी और राज्य के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए उन्हें शुभकामनाएं दीं।

मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘हरियाणा के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पर नायब सिंह सैनी को बधाई। मैं उन्हें और उनके मंत्रियों की टीम को हरियाणा के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के उनके प्रयासों के लिए शुभकामनाएं देता हूं।’’

आगामी लोकसभा चुनाव से पहले हरियाणा की राजनीति में एक नाटकीय घटनाक्रम हुआ। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया और कुछ ही देर बाद भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष नायब सिंह सैनी ने राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।

सैनी (54) के साथ ही कंवरपाल गुर्जर, मूलचंद शर्मा, चौधरी रंजीत सिंह चौटाला, जय प्रकाश दलाल और बनवारी लाल ने मंत्री पद की शपथ ली।

हरियाणा में फेरबदलः जमीन से जुड़े ओबीसी नेता नायब सैनी ने ली भाजपा के कद्दावर नेता मनोहर लाल की जगह

र्यजनक कदम लोकसभा चुनाव से कुछ हफ्ते पहले उठाया है जबकि हरियाणा में अक्टूबर में विधानसभा चुनाव भी होने हैं।

भाजपा ने ओम प्रकाश धनखड़ के स्थान पर अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के सैनी को हरियाणा इकाई का अध्यक्ष नियुक्त किया था।

इससे पहले, मंगलवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल और उनके सभी कैबिनेट मंत्रियों ने राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को अपना इस्तीफा सौंप दिया।

भाजपा की राज्य इकाई के प्रमुख के रूप में सैनी की नियुक्ति को ओबीसी और गैर-जाट समुदायों पर पकड़ मजबूत करने के मकसद से पार्टी के एक महत्वपूर्ण कदम के तौर पर देखा गया था।

राज्य में सबसे अधिक आबादी वाले समुदाय जाट का समर्थन बड़े पैमाने पर कांग्रेस, जननायक जनता पार्टी (जजपा) और इंडियन नेशनल लोक दल (इनेलो) के बीच बंटा हुआ माना जाता है।

इसके अलावा, सैनी को मुख्यमंत्री चुने जाने को मनोहर लाल सरकार के खिलाफ जारी सत्ता विरोधी लहर से निपटने के लिहाज से उठाए गए कदम के रूप में भी देखा जा रहा है।

हरियाणा में सैनी समुदाय की आबादी करीब आठ फीसदी है। यह समुदाय हरियाणा के कई उत्तरी जिलों के अलावा अंबाला, कुरूक्षेत्र और हिसार समेत कुछ अन्य जिलों में भी प्रभाव रखता है।

वर्ष 2014 में, जब भाजपा ने पहली बार हरियाणा में अपने दम पर सरकार बनाई थी, तब पार्टी ने करनाल से पहली बार विधायक बने मनोहर लाल को मुख्यमंत्री चुना था। उस समय राम बिलास शर्मा, अनिल विज, कैप्टन अभिमन्यु और ओपी धनखड़ जैसे वरिष्ठ नेताओं को नजरअंदाज कर खट्टर को चुना गया था। कुछ इसी तर्ज पर मंगलवार को मनोहर लाल को हटाकर सैनी को मुख्यमंत्री चुना गया।

निवर्तमान मनोहर लाल मंत्रिमंडल में छह बार के विधायक अनिल विज सबसे वरिष्ठ मंत्री हैं।

सैनी का जन्म 25 जनवरी 1970 को अंबाला जिले के मिर्जापुर माजरा नामक गांव में हुआ था। कानूनी की पढ़ाई करने वाले सैनी के खट्टर के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध हैं और ये आरएसएस के दिनों से चले आ रहे हैं।

नायब सिंह सैनी को हरियाणा का अगला मुख्यमंत्री चुने जाने की घोषणा आश्चर्यजनक और अप्रत्याशित थी, लेकिन भाजपा इस तरह के हैरानी भरे फैसलों के लिए जानी जाती है और 2014 में पार्टी ने इसी प्रकार मनोहर लाल खट्टर को इस पद के लिए चुना था।

चर्चाओं से दूर रहने वाले और जमीन से जुड़े ओबीसी नेता सैनी (54) पार्टी में विभिन्न पदों पर काम के बाद मंगलवार को यहां आयोजित एक बैठक में सर्वसम्मति से भाजपा विधायक दल के नेता चुने गए।

सैनी ने मंगलवार शाम को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।

सैनी को मनोहर लाल (69) का करीबी माना जाता है। उन्होंने मनोहर लाल की जगह ली, जिनका मुख्यमंत्री के रूप में दूसरा कार्यकाल इस साल अक्टूबर में पूरा होना था।

सत्तारूढ़ भाजपा ने यह आश्चर्यजनक कदम लोकसभा चुनाव से कुछ हफ्ते पहले उठाया है जबकि हरियाणा में अक्टूबर में विधानसभा चुनाव भी होने हैं।

भाजपा ने ओम प्रकाश धनखड़ के स्थान पर अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के सैनी को हरियाणा इकाई का अध्यक्ष नियुक्त किया था।

इससे पहले, मंगलवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल और उनके सभी कैबिनेट मंत्रियों ने राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को अपना इस्तीफा सौंप दिया।

भाजपा की राज्य इकाई के प्रमुख के रूप में सैनी की नियुक्ति को ओबीसी और गैर-जाट समुदायों पर पकड़ मजबूत करने के मकसद से पार्टी के एक महत्वपूर्ण कदम के तौर पर देखा गया था।

राज्य में सबसे अधिक आबादी वाले समुदाय जाट का समर्थन बड़े पैमाने पर कांग्रेस, जननायक जनता पार्टी (जजपा) और इंडियन नेशनल लोक दल (इनेलो) के बीच बंटा हुआ माना जाता है।

इसके अलावा, सैनी को मुख्यमंत्री चुने जाने को मनोहर लाल सरकार के खिलाफ जारी सत्ता विरोधी लहर से निपटने के लिहाज से उठाए गए कदम के रूप में भी देखा जा रहा है।

हरियाणा में सैनी समुदाय की आबादी करीब आठ फीसदी है। यह समुदाय हरियाणा के कई उत्तरी जिलों के अलावा अंबाला, कुरूक्षेत्र और हिसार समेत कुछ अन्य जिलों में भी प्रभाव रखता है।

वर्ष 2014 में, जब भाजपा ने पहली बार हरियाणा में अपने दम पर सरकार बनाई थी, तब पार्टी ने करनाल से पहली बार विधायक बने मनोहर लाल को मुख्यमंत्री चुना था। उस समय राम बिलास शर्मा, अनिल विज, कैप्टन अभिमन्यु और ओपी धनखड़ जैसे वरिष्ठ नेताओं को नजरअंदाज कर खट्टर को चुना गया था। कुछ इसी तर्ज पर मंगलवार को मनोहर लाल को हटाकर सैनी को मुख्यमंत्री चुना गया।

निवर्तमान मनोहर लाल मंत्रिमंडल में छह बार के विधायक अनिल विज सबसे वरिष्ठ मंत्री हैं।

सैनी का जन्म 25 जनवरी 1970 को अंबाला जिले के मिर्जापुर माजरा नामक गांव में हुआ था। कानूनी की पढ़ाई करने वाले सैनी के खट्टर के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध हैं और ये आरएसएस के दिनों से चले आ रहे हैं।

सैनी 2014 और 2019 के बीच मनोहर लाल कैबिनेट में मंत्री भी थे। उन्होंने विधायक रहते हुए 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ा था।

यहां हरियाणा निवास में हुई भाजपा विधायकों की बैठक के बाद नए मुख्यमंत्री के रूप में सैनी के नाम की घोषणा की गई।

पिछले तीन दशकों के दौरान, सैनी ने भाजपा की राज्य इकाई में कई पदों पर काम किया और प्रदेश भाजपा किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष और महासचिव रहे। वह 2002 में अंबाला के लिए प्रदेश भाजपा की युवा शाखा के जिला महासचिव थे और तीन साल बाद जिला अध्यक्ष बने।

वह 2014 में नारायणगढ़ विधानसभा क्षेत्र चुनाव जीतकर पहली बार विधायक बने थे।

साल 2019 के लोकसभा चुनावों में, सैनी ने कुरुक्षेत्र सीट से अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के निर्मल सिंह को 3,84,591 मतों के अंतर से हराया था। सैनी को 2019 में भाजपा के सांसद रहे आरके सैनी के विद्रोह के बाद कुरुक्षेत्र सीट से मैदान में उतारा गया था।
यहां हरियाणा निवास में हुई भाजपा विधायकों की बैठक के बाद नए मुख्यमंत्री के रूप में सैनी के नाम की घोषणा की गई।

पिछले तीन दशकों के दौरान, सैनी ने भाजपा की राज्य इकाई में कई पदों पर काम किया और प्रदेश भाजपा किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष और महासचिव रहे। वह 2002 में अंबाला के लिए प्रदेश भाजपा की युवा शाखा के जिला महासचिव थे और तीन साल बाद जिला अध्यक्ष बने।

वह 2014 में नारायणगढ़ विधानसभा क्षेत्र चुनाव जीतकर पहली बार विधायक बने थे।

साल 2019 के लोकसभा चुनावों में, सैनी ने कुरुक्षेत्र सीट से अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के निर्मल सिंह को 3,84,591 मतों के अंतर से हराया था। सैनी को 2019 में भाजपा के सांसद रहे आरके सैनी के विद्रोह के बाद कुरुक्षेत्र सीट से मैदान में उतारा गया था।

हरियाणा: नायब सिंह सैनी ने राज्यपाल से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया

हरियाणा में सर्वसम्मति से भाजपा विधायक दल का नेता चुने गए पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष नायब सिंह सैनी ने राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय से मुलाकात कर नयी सरकार बनाने का दावा पेश किया।

सैनी जब यहां राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात करने पहुंचे, तो उनके साथ केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ, पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल और हरियाणा के लिये भाजपा के प्रभारी बिप्लब देब भी थे।

शाम को आयोजित होने वाले एक समारोह में नायब सिंह सैनी राज्य के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे।

सैनी (54) को मनोहर लाल का करीबी माना जाता है। वह मनोहर लाल की जगह लेंगे, जिनका अक्टूबर के अंत में मुख्यमंत्री के रूप में दूसरा कार्यकाल खत्म होना था।

भाजपा ने लोकसभा चुनाव से कुछ सप्ताह पहले यह आश्चर्यजनक कदम उठाया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार को हरियाणा में ही थे। गुरुग्राम में एक सरकारी कार्यक्रम में उन्होंने खट्टर की जमकर तारीफ की थी। तब किसी को यह अंदाजा नहीं था कि अगले ही दिन खट्टर को इस्तीफा देना पड़ जाएगा।

थानेसर से भाजपा के विधायक सुभाष सुधा और कृषि मंत्री जेपी दलाल ने मीडियाकर्मियों को बताया कि सैनी को सर्वसम्मति से भाजपा विधायक दल का नया नेता चुना गया है।

खट्टर और उनकी कैबिनेट में शामिल मंत्रियों ने मंगलवार को राज्यपाल दत्तात्रेय को अपना इस्तीफा सौंप दिया। लोकसभा चुनाव से पहले सीट बंटवारे को लेकर राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा और जननायक जनता पार्टी (जजपा) के गठबंधन में दरारें उभरने की अटकलों के बीच यह घटनाक्रम सामने आया है।

कैबिनेट में खट्टर और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के नेतृत्व वाली जजपा के तीन मंत्रियों समेत 14 मंत्री शामिल थे।

अधिकारियों ने कहा कि सभी ने इस्तीफा दे दिया है।

फिलहाल 90 सदस्यीय राज्य विधानसभा में भाजपा के 41, जबकि जजपा के 10 विधायक हैं। सत्तारूढ़ गठबंधन को सात में से छह निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन प्राप्त है।

बहुमत के लिए 46 विधायकों की आवश्यकता है। जजपा का समर्थन न होने पर भी भाजपा सहज स्थिति में है।

मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के 30 विधायक हैं और इंडियन नेशनल लोकदल तथा हरियाणा लोकहित पार्टी का एक-एक विधायक है।

हरियाणा में राष्ट्रपति शासन लगाया जाए: Bhupinder Singh Hooda

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने मंगलवार को कहा कि प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने की जरूरत है, क्योंकि भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार अपना नैतिक अधिकार खो चुकी है।

उन्होंने मनोहर लाल के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने से संबंधित घटनाक्रम का हवाला देते हुए यह दावा भी किया कि सत्ता विरोधी माहौल से बचने और लोगों का ध्यान भटकाने के लिए भाजपा और जननायक जनता पार्टी (जजपा) ने ‘मिलीभगत’ के तहत यह सब किया है।

माना जा रहा है कि हरियाणा में भाजपा और जजपा का गठबंधन मंगलवार को टूटने के बाद खट्टर ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष नायब सिंह सैनी हरियाणा के नए मुख्यमंत्री होंगे। चंडीगढ़ में हुई भाजपा विधायक दल की बैठक में सैनी को विधायक दल का नेता चुना गया।

हुड्डा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए। मौजूदा सरकार अपना नैतिक अधिकार खो चुकी है।’’

नायब सिंह सैनी होंगे हरियाणा के नए CM, विधायक दल की बैठक में लगी मुहर

जननायक जनता पार्टी (जजपा) और भाजपा का गठबंधन टूटने के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को आज सुबह अपना इस्तीफा सौंप दिया। राज्य में मंत्रिपरिषद में मुख्यमंत्री खट्टर समेत 14 मंत्री शामिल थे। इसमें उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के नेतृत्व वाली जजपा के तीन सदस्य थे।

हरियाणा: BJP और JJP के बीच टूटा गठबंधन, 240 दिन पहले लिखी गई थी पटकथा ?

हालांकि ये अलग बात है कि उस वक्त भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और दुष्यंत चौटाला की मुलाकात के बाद दोनों दलों में चल रहे गतिरोध के कुछ हद तक दूर होने की बात कही गई थी।

हरियाणा CM मनोहर लाल और कैबिनेट मंत्रियों ने दिया इस्तीफा

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल सहित सभी कैबिनेट मंत्रियों ने राज्यपाल को इस्तीफा सौंप दिया है। वहीं, हरियाणा के पूर्व मंत्री कुंवर पाल गुर्जर ने दावा किया कि मनोहर लाल ही सीएम पद पर बने रहेंगे