खादी ग्रामोद्योग द्वारा स्वरोजगार स्थापित करने के लिए प्रदान किए जा रहे है औजार और मशीन
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव पर्व पर खादी ग्रामोद्योग आयोग, सूक्ष्म लघु, और मध्यम उद्यम भारत सरकार के अन्तर्गत खादी ग्रामोद्योग अंबाला द्वारा आयोजित पुरुषोत्तमपुरा बाग के नजदीक हरियाणा पैवेलियन में 12 दिसंबर से 16 दिसंबर तक पांच दिवसीय प्रदर्शनी में मिट्टी से बने बर्तन एवं हस्तनिर्मित हर्बल प्रोडक्ट की पर्यटकों को उनसे होने वाले लाभों के बारे में विस्तार से जानकारी दी जा रही है, वहीं पर्यटक भी इस प्रदर्शनी में काफी दिलचस्पी दिखाकर इन प्रोजेक्टों की जानकारी लेकर उन्हें खरीद रहे है।
एमएच वन ब्यूरो, चंडीगढ़ : अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव पर्व पर खादी ग्रामोद्योग आयोग, सूक्ष्म लघु, और मध्यम उद्यम भारत सरकार के अन्तर्गत खादी ग्रामोद्योग अंबाला द्वारा आयोजित पुरुषोत्तमपुरा बाग के नजदीक हरियाणा पैवेलियन में 12 दिसंबर से 16 दिसंबर तक पांच दिवसीय प्रदर्शनी में मिट्टी से बने बर्तन एवं हस्तनिर्मित हर्बल प्रोडक्ट की पर्यटकों को उनसे होने वाले लाभों के बारे में विस्तार से जानकारी दी जा रही है, वहीं पर्यटक भी इस प्रदर्शनी में काफी दिलचस्पी दिखाकर इन प्रोजेक्टों की जानकारी लेकर उन्हें खरीद रहे है।
खादी ग्रामोद्योग विभाग अम्बाला के सहायक निदेशक राकेश शर्मा ने बताया कि प्रधानमंत्री के विजन से प्रेरित इस प्रदर्शनी का उद्देश्य खादी ग्रामोद्योग विकास योजना के तहत कुम्हार सशक्तिकरण प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम और खादी निर्माण से जुड़ी संस्थाओं और इनसे जुड़े कारीगरों और लाभार्थियों को विपणन मंच प्रदान करने के साथ-साथ उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। इस प्रदर्शनी में हरियाणा के विभिन्न जिलों से कारीगरों द्वारा स्वयं तैयार किए गए मिट्टी के बर्तन एवं हर्बल प्रोडेक्ट को प्रदर्शित किया जा रहा है। इस प्रदर्शनी स्थल में 20 स्टॉल लगाए गए है।
विभाग के जगत सिंह हुड्डा ने बताया कि खादी ग्रामोद्योग द्वारा इन कारीगरों को आर्थिक सहायता के साथ-साथ मशीनी औजार भी उपलब्ध करवाए जाते हैं। इन मशीनी औजार की मदद से ये कारीगर स्वयं मिटटी व हर्बल के प्रोडक्ट तैयार करते हैं और इन कारीगरों द्वारा तैयार सामान को प्रदर्शित एवं बेचने के लिए वर्कशॉप को आयोजन भी किया जाता है। यदि कोई युवा स्वरोजगार अपनाना चाहता है तो खादी ग्रामोद्योग की ओर से आर्थिक सहायता के साथ-साथ मशीनी उपकरण भी उपलब्ध करवाए जाते हैं। उन्होंने बताया कि युवा स्वरोजगार अपनाकर आत्मनिर्भर हो सकते है। प्रदर्शनी स्थल में झज्जर से आए राजबीर ने बताया कि उन्होंने स्नातक तक शिक्षा प्राप्त की है और वे मिट्टी के उत्पाद बनाने के माहिर कलाकार है। वे मिट्टी के अच्छे प्रोडेक्ट तैयार कर सकते हैं।
What's Your Reaction?