हरियाणा की वो हॉट सीटें... जिन पर पूरे प्रदेश की है नजरें

1 अक्टूबर को मतदान होगा। 4 अक्टूबर को नतीजे घोषित होंगे। भाजपा के सामने सत्ता बरकरार रखने की चुनौती होगी। पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 10 सीटें जीती थीं। इस बार कांग्रेस और भाजपा के बीच मुकाबला बराबर रहा।

Aug 31, 2024 - 19:07
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हरियाणा की वो हॉट सीटें... जिन पर पूरे प्रदेश की है नजरें

हरियाणा में विधानसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है। 1 अक्टूबर को मतदान होगा। 4 अक्टूबर को नतीजे घोषित होंगे। भाजपा के सामने सत्ता बरकरार रखने की चुनौती होगी। पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 10 सीटें जीती थीं। इस बार कांग्रेस और भाजपा के बीच मुकाबला बराबर रहा। भाजपा की सीटें घटकर 5 रह गईं। आइए बात करते हैं हरियाणा की कुछ हॉट सीटों की। जहां से बड़े नेता चुनाव लड़ते हैं। इस चुनाव में उन पर सबकी नजर रहेगी।

करनाल से दो बार जीत चुके हैं मनोहर लाल

लगातार दो बार सीएम रहे मनोहर लाल अब केंद्र में मंत्री बन चुके हैं। सीएम नायब सिंह सैनी ने उनकी सीट से चुनाव लड़ा और विधायक बने। अब यह बात सामने आ रही है कि पूर्व सांसद अरविंद शर्मा अगला विधानसभा चुनाव करनाल से लड़ सकते हैं। सीएम नायब सिंह सैनी के लाडवा से चुनाव लड़ने की संभावना है। यह देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा यहां से किस उम्मीदवार को मैदान में उतारती है? वर्तमान में लाडवा से कांग्रेस के विधायक हैं। 2019 में यहां से मेवा सिंह जीते थे। 2014 में भाजपा के डॉ. पवन सैनी ने इस सीट पर जीत दर्ज की थी। 2009 में इनेलो के शेर सिंह बड़शामी चुनाव जीते थे। यहां हर पार्टी के वोटर हैं। कोई भी लगातार इस सीट पर जीत हासिल नहीं कर पाया है।

राव से भाजपा को कितना फायदा होगा?

केंद्रीय मंत्री और गुरुग्राम से सांसद राव इंद्रजीत दक्षिण हरियाणा के बड़े नेता माने जाते हैं। माना जाता है कि गुरुग्राम, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, पटौदी, बादशाहपुर, नूंह और पलवल विधानसभा क्षेत्रों समेत 20 सीटों पर उनकी पकड़ है। राव की बेटी आरती सिंह अटेली से विधानसभा चुनाव लड़ सकती हैं। 2019 में यहां से भाजपा के सीताराम यादव जीते थे। अब देखना दिलचस्प होगा कि राव से भाजपा को यहां कितना फायदा मिलता है? कांग्रेस भी यहां से कोई बड़ा चेहरा उतार सकती है।

रोहतक जिले की सीटों पर हुड्डा का कितना प्रभाव रहेगा? यह भी देखना दिलचस्प होगा। माना जा रहा है कि भाजपा उनके खिलाफ किलोई से कृष्णमूर्ति हुड्डा को मैदान में उतार सकती है। जो 1991 में भी यहां से जीत चुके हैं। भाजपा हुड्डा को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। हुड्डा इस समय कांग्रेस के सबसे बड़े नेता हैं। पिछली बार भी भाजपा ने उन्हें घेरने की रणनीति बनाई थी। लेकिन हुड्डा बाजी मार ले गए।

उचाना में होगा त्रिकोणीय मुकाबला

बांगर बेल्ट की उचाना सीट भी हॉट मानी जाती है। यहां से बीरेंद्र सिंह और चौटाला परिवार जीतता रहा है। पिछली बार दुष्यंत बड़े अंतर से जीते थे और डिप्टी सीएम बने थे। बीरेंद्र की पत्नी प्रेमलता भी यहां से जीती हैं। बीरेंद्र अब फिर से कांग्रेस में लौट आए हैं। माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव में टिकट से वंचित रहे बृजेंद्र को यहां से प्रत्याशी घोषित किया जा सकता है। जेजेपी और बीजेपी गठबंधन टूटने के बाद यहां त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल सकता है। बीजेपी यहां से कोई बड़ा चेहरा उतार सकती है।

ऐलनाबाद से अभय की राह आसान नहीं

हरियाणा के सिरसा जिले की ऐलनाबाद भी हॉट सीट है। यहां से इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला विधायक हैं। उन्होंने तीन कृषि कानूनों के विरोध में इस्तीफा दिया था और उपचुनाव में जीत दर्ज की थी। यहां से बीजेपी से कैप्टन मीनू बेनीवाल और गोबिंद कांडा के चुनाव लड़ने की चर्चा है। मीनू बेनीवाल लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी में शामिल हुई थीं। अभय लगातार ऐलनाबाद से जीतते आ रहे हैं, ऐसे में सभी पार्टियां उन्हें घेरने की कोशिश में लगी हैं।

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