अब दिव्यांग और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाएगी पंजाब की मान सरकार- कैबिनेट मंत्री बलजीत कौर
इसके अलावा प्रदेश के विकलांग लोगों के लिए प्लेसमेंट की व्यवस्था करते हुए उन्हें विशेष कार्यों के लिए सम्मानित भी किया जाएगा। शिविर में हेल्थ सुधार के लिए भी डॉक्टरों की टीम मौजूद रहेगी।
सज्जन कुमार : पंजाब के हर वर्ग को ध्यान में रखकर उनके विकास के लिए नई-नई योजनाएं बनाने वाली मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली सरकार अब महिलाओं और बच्चों के लिए जल्द ही दो अहम योजनाओं की शुरूआत करने जा रही हैं। पंजाब की कैबिनेट मंत्री बलजीत कौर ने पत्रकारों से बातचीत में इसका खुलासा करते हुए बताया कि 3 दिसंबर को इंटरनेशनल डिसेबल डे पर प्रदेश में फरीदकोट के मेडिकल कॉलेज में विकलांग लोगों के लिए एक मेगा कैंपप का आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा प्रदेश के विकलांग लोगों के लिए प्लेसमेंट की व्यवस्था करते हुए उन्हें विशेष कार्यों के लिए सम्मानित भी किया जाएगा। शिविर में हेल्थ सुधार के लिए भी डॉक्टरों की टीम मौजूद रहेगी।
दिव्यांग को दिलाया जाएगा लोन
बलजीत कौर ने बताया कि इस कैंप में सरकार की ओर से प्रदेश के दिव्यांग लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उन्हें लोन दिलाने का भी कार्य किया जाएगा, जिससे वह अपना खुद का कोई कारोबार शुरू कर सकें। इसके अलावा 18 वर्ष की उम्र तक के दिव्यांग बच्चों को 4 हजार रुपए वजीफे के रूप में दिए जाएंगे। साथ ही दिव्यांगजानों को स्किल डेवलपमेंट के कोर्स करवाकर आत्मनिर्भर बनाने का काम भी सरकार की ओर से किया जाएगा। महिलाओं के लिए दो दिसंबर से मुक्तसर से कैंप की शुरूआत की जाएगी। इस दौरान महिलाओं को सेल्फ हेल्प ग्रुप बनकर लोन की सुविधा दी जाएगी और बैकलॉग भी पूरा किया जाएगा। सभी विशेषज्ञों को एक स्थान पर इकट्ठा कर स्क्रीनिंग की जाएगी। बच्चियों में होने वाली एनीमिया की बीमारी का खास तौर पर ध्यान रखा जाएगा। महिलाओं के लिए भी रोजगार कैंप लगाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि अब तक चार जिलों में 1500 के करीब महिलाएं रोजगार हासिल कर चुकी हैं। सुरक्षा को लेकर महिलाओं को सखी सेंटर की भी जानकारी दी जाएगी। अब तक पांच हजार शिकायतों को 181 हेल्पलाइन के जरिए सुलझाने का काम भी सरकार की ओर से किया गया है।
बुजुर्गों के लिए भी लगाए जाएंगे कैंप
कैबिनेट मंत्री ने बताया कि जल्द ही पंजाब में बुजुर्गों के लिए भी कैंप लगाने की शुरूआत की जाएगी। बुजुर्गों के लिए एसडीएम को इंचार्ज बनाया गया है। बुजुर्गों अत्याचार का शिकार ना हो इसको लेकर भी कैंप में व्यवस्था की जाएगी। भ्रष्टाचार को लेकर विभाग के चार कर्मचारियों को डिसमिस किया गया है। झूठे डिसेबल सर्टिफिकेट बनकर नौकरी लेने वालों की जांच की गई थी। 25 प्रतिशत ऐसे मामले सामने आए थे जिनको एग्जामिन करवाया गया। वर्तमान में ऐसी शिकायतों की जिलास्तर पर जांच होती है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार लगातार हर वर्ग की भलाई के लिए नई-नई योजनाओं को क्रियांवित कर आमजन तक उसका लाभ पहुंचाने की कोशिश कर रही है।
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