AIIMS Bilaspur में शुरू हुई किडनी ट्रांसप्लांट सुविधा, इतने असिस्टेंस प्रोफेसर और स्टाफ की होगी भर्ती
अब हिमाचल प्रदेश और पड़ोसी राज्यों के लोगों को किडनी ट्रांसप्लांट के लिए अन्य राज्यों या विदेश नहीं जाना पड़ेगा। क्योंकि AIIMS Bilaspur में अत्याधुनिक रीनल ट्रांसप्लांट आईसीयू की शुरुआत हो गई है।
अब हिमाचल प्रदेश और पड़ोसी राज्यों के लोगों को किडनी ट्रांसप्लांट के लिए अन्य राज्यों या विदेश नहीं जाना पड़ेगा। क्योंकि AIIMS Bilaspur में अत्याधुनिक रीनल ट्रांसप्लांट आईसीयू की शुरुआत हो गई है। बता दें कि अस्पताल में पहला सफल रीनल ट्रांसप्लांट किया गया।
ट्रांसप्लांट सेवाओं की कमी होगी पूरी
बीते शुक्रवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने बिलासपुर के अपने दौरे के दौरान अस्पताल में पहले किडनी ट्रांसप्लांट रेसिपिएंट औऱ किडनी दाता से बातचीत की और उनके स्वास्थ्य के बारे में जाना। दोनों अब स्वस्थ हैं। इस मौके पर जे पी नड्डा ने कहा कि एम्स बिलासपुर में रीनल ट्रांसप्लांट सेवाओं की शुरुआत संस्थान के इतिहास में एक मील का पत्थर है। यह हिमाचल प्रदेश में लंबे समय से चली आ रही ट्रांसप्लांट सेवाओं की कमी को भर देगी। तो वहीं उन्होंने जानकारी दी कि एम्स बिलासपुर में डॉक्टरों की कमी को पूरा करने के लिए 29 सहायक प्रोफेसर और 98 अन्य स्टाफ की भर्ती भी होगी।
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