Chandigarh में 23 सितंबर को नहीं मिलेगी कैब, जानें क्या है कारण
चंडीगढ़ के कैब ड्राइवर न्यूनतम दर निर्धारण और एग्रीगेटर नीति की अधिसूचना के लंबे इंतजार से परेशान हैं।
सज्जन कुमार, चंडीगढ़ : चंडीगढ़ के कैब ड्राइवर न्यूनतम दर निर्धारण और एग्रीगेटर नीति की अधिसूचना के लंबे इंतजार से परेशान हैं। अब ट्रैफिक पुलिस द्वारा लगातार यूनिफॉर्म से संबंधित मामूली मुद्दों पर चालान करने से स्थिति और गंभीर हो गई है। ड्राइवरों को जूते, नेम प्लेट, शर्ट पर पट्टी, और कॉलर जैसी छोटी-छोटी खामियों के लिए आर्थिक दंड का सामना करना पड़ रहा है, जबकि उनकी मौजूदा आर्थिक स्थिति पहले से ही नाजुक है।
कैब यूनियन के अध्यक्ष अमनदीप सिंह ने बताया कि 23 सितंबर 2024 को सुबह 11 बजे सेक्टर 9 स्थित चंडीगढ़ पुलिस मुख्यालय, SSP ट्रैफिक ऑफिस के बाहर एक बड़ा विरोध प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा, "प्रशासन को चालान की कार्रवाई से पहले ड्राइवरों की कठिनाइयों पर ध्यान देना चाहिए और उनके लिए स्थायी समाधान निकालना चाहिए।"
यूनियन के प्रवक्ता सुमित छाबड़ा ने प्रशासन पर आरोप लगाया है कि वह ड्राइवरों की आर्थिक स्थिति को और बिगाड़ने पर तुला हुआ है। उन्होंने कहा, "न्यूनतम दर निर्धारण और अधिसूचना का इंतजार कर रहे ड्राइवरों पर जूते और कॉलर जैसी मामूली बातों के लिए चालान किए जा रहे हैं। प्रशासन को दंडात्मक कार्रवाई से पहले हमारे साथ मिलकर जागरूकता अभियान चलाना चाहिए। चालान से समस्याओं का हल नहीं होगा।"
इसके अलावा, ऑटो यूनियन के अध्यक्ष अनिल कुमार ने प्रशासन पर आरोप लगाया कि E-रिक्शा और प्राइवेट बाइक टैक्सी चालकों के पास न तो कोई वैध अनुमति है और न ही वे यूनिफॉर्म का पालन करते हैं। बावजूद इसके, उन पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है, जबकि वैध कैब और ऑटो ड्राइवरों को अनावश्यक रूप से निशाना बनाया जा रहा है। यूनियन ने स्पष्ट किया है कि यह विरोध शांतिपूर्ण रहेगा, लेकिन यदि प्रशासन उनकी मांगों पर ध्यान नहीं देता है, तो आंदोलन और भी व्यापक रूप ले सकता है।
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