प्रयागराज में उफान पर गंगा और यमुना, कई इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराया
मंगलवार सुबह दोनों नदियाँ चेतावनी बिंदु को पार कर गईं। अब नदियाँ खतरे के निशान (84.73 मीटर) की ओर बढ़ रही हैं। प्रयागराज में 24 घंटे में गंगा और यमुना का जलस्तर लगभग एक मीटर बढ़ गया है।
देश के कई हिस्सों में भारी बारिश के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ने लगा है। विभिन्न राज्यों में बारिश के कारण नदियों में आए उफान से गंगा और यमुना का जलस्तर भी तेज़ी से बढ़ रहा है। इससे संगम नगरी पर फिर से बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है।
इसे लेकर अलर्ट घोषित कर दिया गया है। मंगलवार सुबह दोनों नदियाँ चेतावनी बिंदु को पार कर गईं। अब नदियाँ खतरे के निशान (84.73 मीटर) की ओर बढ़ रही हैं। प्रयागराज में 24 घंटे में गंगा और यमुना का जलस्तर लगभग एक मीटर बढ़ गया है।
बुधवार सुबह 8 बजे यमुना का जलस्तर 83.82 मीटर था। फाफामऊ में गंगा का जलस्तर 83.42 मीटर है। केन, बेतवा और चंबल नदियों का पानी यमुना में आ रहा है। इसके अलावा आधा दर्जन छोटी नदियों का जलस्तर बढ़ने से गंगा और यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है।
सिंचाई विभाग बाढ़ खंड के अनुसार, इन नौ नदियों से करीब 10 लाख क्यूसेक पानी आ रहा है, जिसका असर अगले 24 घंटों में दिखेगा। शहर की 24 बस्तियों और 42 गांवों में पानी घुस गया है।
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