दिल्ली रिज में पेड़ काटने की ‘‘मंजूरी देने’’ को लेकर AAP ने उपराज्यपाल सक्सेना का इस्तीफा मांगा
दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि परियोजना में शामिल ठेकेदार द्वारा दाखिल हलफनामे से पता चलता है कि पेड़ काटने की अनुमति उपराज्यपाल द्वारा जारी की गई थी।
आम आदमी पार्टी (आप) ने दिल्ली के रिज क्षेत्र में 1,100 पेड़ काटने की कथित तौर पर मंजूरी देने को लेकर उपराज्यपाल वी के सक्सेना का सोमवार को इस्तीफा मांगा। इस पर उपराज्यपाल कार्यालय की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है।
दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि परियोजना में शामिल ठेकेदार द्वारा दाखिल हलफनामे से पता चलता है कि पेड़ काटने की अनुमति उपराज्यपाल द्वारा जारी की गई थी।
उन्होंने दावा किया, "ठेकेदार द्वारा दाखिल हलफनामे में कहा गया है कि डीडीए (दिल्ली विकास प्राधिकरण) से भेजे गए एक ईमेल में उसे बताया गया कि रास्ते में बाधा उत्पन्न करने वाले पेड़ों को हटाने की अनुमति उपराज्यपाल द्वारा दी गई है।"
भारद्वाज ने कहा कि ईमेल ने उपराज्यपाल की ‘‘पोल खोल’’ दी है।
मंत्री ने कहा, ‘‘उन्हें तुरंत अपना इस्तीफा दे देना चाहिए। मैं उन्हें सच्चाई का खुलासा करने की चुनौती देता हूं।’’
सड़क चौड़ीकरण परियोजना के लिए रिज वन में कथित तौर पर 1,100 पेड़ों की कटाई के मामले में उच्चतम न्यायालय ने डीडीए उपाध्यक्ष के खिलाफ स्वत: संज्ञान लेते हुए अवमानना की कार्यवाही शुरू की।
दूसरी ओर, आप नेता संजय सिंह ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और उपराज्यपाल दिल्ली को "बर्बाद" कर रहे हैं।
उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान कुछ कथित दस्तावेज दिखाते हुए कहा, "पेड़ों को काटने वाली कंपनी ने अदालत में हलफनामा दिया है, जिसमें कहा गया है कि इसके लिए उपराज्यपाल जिम्मेदार हैं।"
सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि मूल योजना के अनुसार, सड़क के लिए आस-पास के फार्महाउसों की जमीन का अधिग्रहण किया जाना था लेकिन फार्महाउसों को बचाने के लिए 1,100 पेड़ काटे गए। उन्होंने सवाल किया कि क्या कोई "सौदा" हुआ था।
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