प्रधानमंत्री मोदी ने बचाव अभियान से जुड़े लोगों की तारीफ करते हुए कहा कि उनकी बहादुरी और संकल्प-शक्ति ने हमारे श्रमिक भाइयों को नया जीवन दिया है। इस मिशन में शामिल हर किसी ने मानवता और टीम वर्क की एक अद्भुत मिसाल कायम की है।
प्रधानमंत्री मोदी ने बचाव अभियान से जुड़े लोगों की तारीफ करते हुए कहा कि उनकी बहादुरी और संकल्प-शक्ति ने हमारे श्रमिक भाइयों को नया जीवन दिया है। इस मिशन में शामिल हर किसी ने मानवता और टीम वर्क की एक अद्भुत मिसाल कायम की है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को उत्तराखंड में एक सुरंग में फंसे श्रमिकों को बचाए जाने पर खुशी व्यक्त की और कहा कि राष्ट्र उनकी जीवटता को सलाम करता है और बड़े व्यक्तिगत जोखिम में भी महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए उनका आभारी है। मुर्मू ने कहा कि 17 दिन तक की श्रमिकों… Continue reading राष्ट्र सुरंग से निकाले गए श्रमिकों की जीवटता को सलाम करता है: राष्ट्रपति मुर्मू
बचावकर्मी मंगलवार को सिलक्यारा सुरंग के अवरूद्ध हिस्से में पड़े मलबे के दूसरी ओर पिछले 16 दिन से फंसे 41 श्रमिकों तक पहुंचने के लिए जरूरी 60 मीटर तक की खुदाई के काम को पूरा करने के करीब पहुंच गए हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
इससे पहले उत्तराखंड के सूचना विभाग के महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने दोपहर डेढ़ बजे के बाद संवाददाताओं को बताया कि ‘ड्रिलिंग’ पूरी हो चुकी है।
यह जानकारी आने के करीब आधा घंटे बाद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जानकारी दी कि श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए मलबे में पाइप डाले जाने का काम पूरा हो गया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रधान सचिव पी के मिश्रा और उत्तराखंड के मुख्य सचिव एस एस सन्धु घटनास्थल पर चल रहे बचाव कार्यों की समीक्षा के लिए सोमवार को सिलक्यारा पहुंचेंगे।
सुरंग के सिलक्यारा छोर से 25 टन वजनी अमेरिकी ऑगर मशीन के जरिए चल रही क्षैतिज ड्रिलिंग में ताजा अवरोध शुक्रवार शाम को आया जब उसके ब्लेड मलबे में फंस गए ।
सिलक्यारा में निर्माणाधीन सुरंग में पिछले 15 दिनों से 41 मजदूर फंसे हुए हैं हालांकि अधिकारियों का कहना है कि सभी श्रमिक सुरक्षित है और अभी हाल ही में कुछ दिन पहले उन मजदूरों से वाकी-टाकी के जरिए बात भी हुई थी साथ ही इस सुरंग में पानी की आपूर्ति के लिए पहले से ही बिछी हुई पाइप लाइन के जरिए मजदूरों तक खाना-पानी और दवाइयां भी पहुंचाई जा रही है।
उत्तरकाशी टनल हादसे में रेस्क्यू ऑपरेशन अब अपने आखिरी पड़ाव पर है। बचाव दल सुरंग के अंदर फंसे 41 मजदूरों को निकालने के बहुत करीब पहुंच गया है। अब महज कुछ ही मीटर की दूरी रह गई है।
निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग में 10 दिन से अधिक समय से फंसे 41 श्रमिकों को बाहर निकालने का रास्ता तैयार करने के लिए अमेरिकी ऑगर मशीन से ड्रिलिंग फिर शुरू होने से बचाव अभियान में तेजी आ गयी है
राष्ट्रीय राजमार्ग और बुनियादी ढांचा विकास निगम लिमिटेड (एनएचआईडीसीएल) के निदेशक अंशू मनीष खलखो ने बताया था कि मजदूरों को देखने के लिए पाइपलाइन के माध्यम से कैमरा डाला जाएगा।
सिलक्यारा सुरंग में पिछले नौ दिन से सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों तक छह इंच की पाइपलाइन के जरिए खिचड़ी भेजने के कुछ घंटों बाद बचावकर्मियों ने मंगलवार
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले की निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग का एक हिस्सा ढहने से उसके अंदर फंसे श्रमिकों की संख्या 40 से बढ़कर अब 41 हो गई है।