विपक्षी दलों ने प्रधानमंत्री मोदी के असम दौरे से पहले विरोध प्रदर्शन किया

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दो-दिवसीय दौरे पर शुक्रवार को असम पहुंचने से पहले विपक्षी दलों ने नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (सीएए) के खिलाफ नगांव जिले के कलियाबोर में प्रदर्शन किया।

सोलह-सदस्यीय ‘यूनाइटेड अपोजिशन फोरम, असम’ (यूओएफए) ने काजीरंगा के समीप धरना प्रदर्शन किया। प्रधानमंत्री का यहां रात्रि विश्राम का कार्यक्रम है।

यूओएफए प्रवक्ता और रैजर दल के प्रमुख अखिल गोगोई ने कहा कि पहले शनिवार को प्रदर्शन किया जाना था, लेकिन अहोम समुदाय के संगठनों के अनुरोध पर यह एक दिन पहले किया गया।

गोगोई ने प्रदर्शन स्थल पर पत्रकारों से कहा, ‘‘प्रधानमंत्री अहोम समुदाय के जनरल लाचित बोरफुकान की प्रतिमा का अनावरण करेंगे। ऐसे में, समुदाय ने हमसे विरोध प्रदर्शन की तारीख बदलने का अनुरोध किया। इसलिए हम एक दिन पहले विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।’’

उन्होंने कहा कि सीएए असमिया लोगों की पहचान के लिए खतरा है और वे इसका विरोध करते रहेंगे।

कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष भूपेन कुमार बोरा ने प्रदर्शन में भाग लेते हुए कहा, ‘‘सरकार हमारी आवाज नहीं दबा सकती। हमने प्रधानमंत्री को राज्य में सीएए के विरोध के बारे में बताने के लिए उनसे मुलाकात का वक्त मांगा था, लेकिन हमें अभी तक इस पर जवाब नहीं मिला है।’’

कांग्रेस के एक अन्य वरिष्ठ नेता देबब्रत सैकिया ने कहा कि सीएए के खिलाफ विरोध जारी रहेगा।

राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता सैकिया ने कहा, ‘‘सरकार हमें दबाने के लिए सभी हथकंडों और ताकत का इस्तेमाल कर सकती है, लेकिन लोग सीएए के विरोध को लेकर अडिग हैं और हमारा विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।’’

यूओएफए, अखिल असम छात्र संघ (आसू) और 30 अन्य संगठनों ने सीएए के खिलाफ प्रदर्शन करने की पहले घोषणा की थी। सीएए में बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से 31 दिसंबर 2014 को या उससे पहले भारत में आने वाले हिंदुओं, जैन, ईसाइयों, सिख, बौद्ध तथा पारसियों को भारतीय नागरिकता प्रदान करने का प्रावधान है।

असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने सीएए का विरोध करने वाले लोगों से आंदोलन करने के बजाय अपनी शिकायतों के निवारण के लिए उच्चतम न्यायालय का रुख करने का अनुरोध किया है।

प्रधानमंत्री ने सरकारी नौकरी में भर्ती नये लोगों से भारत को विकसित बनाने में योगदान का आह्वान किया

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को गुजरात सरकार की नौकरियों के लिए नियुक्ति पत्र पाने वाले उम्मीदवारों को बधाई दी और उनसे आम लोगों की समस्याओं को हल करने में मदद करने तथा अगले 25 वर्षों में विकसित भारत के सपने को पूरा करने के लिए काम करने का आह्वान किया।

राज्य की राजधानी गांधीनगर में आयोजित एक समारोह के दौरान मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने राज्य सरकार के विभिन्न विभागों में सीधी भर्ती के माध्यम से चयनित 1,990 उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र वितरित किए।

नवनियुक्त उम्मीदवारों को अपने बधाई संदेश में, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह उनके लिए सरकारी सेवा में शामिल होने और देश की सेवा करने का एक उत्कृष्ट अवसर है।

उन्होंने कहा, ‘‘आने वाले 25 साल हमारे देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं।’’

मोदी ने कहा कि नवनियुक्त उम्मीदवारों की प्राथमिकता लोगों की समस्याएं दूर करने की होनी चाहिए।

मोदी ने कहा, ‘‘आपका दृढ़ संकल्प और देशहित में लिए गए फैसले देश के विकास को मजबूत करेंगे और यह जिम्मेदारी आपके लिए नए अवसर और चुनौतियां भी लाएगी।’’

उन्होंने कहा, ‘‘चाहे आपकी नियुक्ति किसी भी विभाग में हो, आप किसी भी शहर या गांव में हों, आपको हमेशा यह ध्यान रखना चाहिए कि आपके काम से आम लोगों को मदद मिले, उनकी समस्याएं हल हों, उनका जीवन आसान हो।’’

प्रधानमंत्री ने उनसे नई जिम्मेदारियां संभालने के बाद भी सीखने और आत्म-विकास की प्रक्रिया जारी रखने की अपील की।

PM मोदी ने परियोजनाओं के उद्घाटन को लेकर कहा-विकसित पश्चिम बंगाल की ओर एक और कदम

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को पश्चिम बंगाल में 15,000 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया।

मोदी ने नदिया जिले के कृष्णानगर में आयोजित एक आधिकारिक कार्यक्रम में इन परियोजनाओं का उद्घाटन किया।

मोदी ने कहा, ‘‘आज हम विकसित पश्चिम बंगाल की ओर एक और कदम बढ़ा रहे हैं। कल, मैंने 7,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया था। इनमें रेलवे, बंदरगाह और पेट्रोलियम समेत अन्य विकास परियोजनाएं शामिल थीं। मैं आज फिर 15,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण कर रहा हूं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ये परियोजनाएं पश्चिम बंगाल की आर्थिक वृद्धि को गति देंगी और रोजगार के अवसर पैदा करेंगी।’’

मोदी ने कहा कि पश्चिम बंगाल भारत के ‘‘पूर्वी द्वार’’ के रूप में कार्य करता है।

उन्होंने कहा, ‘‘इस द्वार में पूर्वी क्षेत्र में विकास का प्रवेश बिंदु बनने की क्षमता है।’’

मोदी ने कहा, ‘‘हमारी सरकार क्षेत्र में सड़क मार्ग, रेलवे, जलमार्ग और वायुमार्ग के माध्यम से संपर्क संबंधी बुनियादी ढांचे का विकास कर रही है।’’

प्रधानमंत्री ने पुरुलिया जिले में स्थित दामोदर घाटी निगम के रघुनाथपुर थर्मल पावर स्टेशन के द्वितीय चरण (2×660 मेगावाट) की आधारशिला रखी।

उन्होंने मेजिया थर्मल पावर स्टेशन में 650 करोड़ रुपये की लागत से विकसित फ्लू गैस डिसल्फराइजेशन (एफजीडी) प्रणाली का उद्घाटन किया।

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘बिजली एक ऐसा महत्वपूर्ण कारक है जो अर्थव्यवस्था के हर क्षेत्र के विकास को गति देता है। हम पश्चिम बंगाल को उसकी वर्तमान और भविष्य की ऊर्जा संबंधी जरूरतों के लिए आत्मनिर्भर बनाने की कोशिश कर रहे हैं।’’

मोदी ने कहा, ‘‘रघुनाथपुर थर्मल पावर स्टेशन के दूसरे चरण की नींव इसी दिशा में एक कदम है। इस पहल से राज्य में 11,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश आएगा।’’

मोदी ने 1,986 करोड़ रुपये की लागत से बने राष्ट्रीय राजमार्ग-12 के 100 किलोमीटर लंबे फरक्का-रायगंज खंड के चार लेन मार्ग का भी उद्घाटन किया।

एक आधिकारिक बयान में बताया गया कि प्रधानमंत्री ने राज्य में 940 करोड़ रुपये से अधिक की चार रेल परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित कीं। इनमें दामोदर-मोहिशिला लाइन का दोहरीकरण, रामपुरहाट और मुरारई के बीच तीसरी लाइन, बाजारसौ-अजीमगंज रेल लाइन का दोहरीकरण और अजीमगंज एवं मुर्शिदाबाद को जोड़ने वाली एक नयी लाइन शामिल है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि रेलवे के मामले में पश्चिम बंगाल एक समय गौरवपूर्ण स्थान रखता था। उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन इस विरासत को आगे नहीं बढ़ाया गया और राज्य पिछड़ गया।’’

विकास एवं जन विरोधी है ‘इंडिया’ गठबंधन: प्रधानमंत्री मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) को शुक्रवार को ‘‘विकास विरोधी एवं जन विरोधी’’ करार दिया और कहा कि जहां दूसरों से सारी उम्मीदें खत्म होती हैं, वहां से ‘मोदी की गारंटी’ शुरू होती है।

मोदी ने यहां 35,700 करोड़ रुपये की कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। उन्होंने धनबाद जिले के सिन्द्री में स्थित हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (एचयूआरएल) का 8,900 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित उर्वरक संयंत्र राष्ट्र को समर्पित किया।

मोदी ने इस दौरान एक रैली को संबोधित करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लोकसभा चुनाव में 400 से अधिक सीट जीतने का भरोसा जताते हुए कहा कि देश को ‘‘मोदी की गारंटी’’ पर भरोसा है। उन्होंने कहा कि उत्तरी करणपुरा बिजली परियोजना और सिन्द्री उर्वरक इकाई जैसे संयंत्रों का पुनरुद्धार मोदी की गारंटी के पूरा किए जाने का उदाहरण है।

मोदी ने कहा, ‘‘जहां दूसरों से सारी उम्मीदें खत्म होती हैं, वहां से मोदी की गारंटी शुरू होती है। भाजपा झारखंड से भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है।’’

उन्होंने विपक्षी गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘ ‘इंडिया’ विकास विरोधी एवं जनविरोधी है और वह चाहता है कि मुफ्त राशन वितरण बंद कर दिया जाए लेकिन हम इसे जारी रखेंगे।’’

मोदी आरोप लगाया कि विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन जल जीवन मिशन एवं आवास योजना के कार्यान्वयन में रुकावटें पैदा कर रहा है।

PM मोदी और जगन्नाथ ने मॉरीशस में विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मॉरीशस के उनके समकक्ष प्रविंद जगन्नाथ ने बृहस्पतिवार को मॉरीशस के अगालेगा द्वीप पर भारत की सहायता से कई सामुदायिक विकास परियोजनाओं का डिजिटल तरीके से उद्घाटन किया। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।

परियोजनाओं से मुख्य भूमि मॉरीशस और अगालेगा के बीच बेहतर संपर्क की मांग पूरी होगी, समुद्री सुरक्षा को मजबूती मिलेगी और सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।

मॉरीशस में भारत की यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) प्रणाली और रुपे कार्ड सेवाओं की शुरुआत के कुछ हफ्तों बाद इन परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया।

विदेश मंत्रालय के अनुसार जगन्नाथ ने वर्चुअल कार्यक्रम में कहा, ”हम आज अगालेगा द्वीप पर एक नई हवाई पट्टी, एक नई जेटी और कई अन्य विकास परियोजनाओं के उद्घाटन के साथ इतिहास बना रहे हैं।”

उन्होंने कहा, “यह कार्यक्रम मॉरीशस और भारत के बीच उल्लेखनीय और अनुकरणीय साझेदारी के लिए एक महान क्षण है।”

कांग्रेस की पूरी ऊर्जा केवल एक परिवार को बढ़ाने पर व्यय हुई : प्रधानमंत्री मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्षी पार्टी की सारी ऊर्जा केवल एक परिवार की प्रगति सुनिश्चित करने में खर्च की गयी।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस शासन में हर तरह के घोटाले होते थे और उनकी सरकार ने पिछले 10 साल में उन सब पर रोक लगा दी है।

वह द्वारका में विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करने के बाद जनसभा को संबोधित कर रहे थे। प्रधानमंत्री द्वारा उद्घाटन की गई परियोजनाओं में गुजरात के ओखा से बेट द्वारका के बीच भारत का सबसे लंबा केबल आधारित पुल भी शामिल है।

मोदी ने कहा, ‘‘जिन लोगों ने लंबे समय तक देश पर शासन किया, उनमें आम जनता को सुविधाएं मुहैया कराने की इच्छा शक्ति, इरादा और समर्पण नहीं था।’’

उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस की पूरी ताकत एक परिवार को आगे बढ़ाने में लगी है। अगर सब कुछ एक ही परिवार के लिए करना होगा तो राष्ट्र निर्माण की याद कैसे आएगी? उनकी (कांग्रेस की) सारी ऊर्जा इस बात पर केंद्रित थी कि पांच साल तक सरकार कैसे चलायी जाये और घोटालों को कैसे छुपाया जाये।’’

प्रधानमंत्री मोदी ने ‘सुदर्शन सेतु’ के बारे में कहा कि उन्होंने छह साल पहले इस पुल की आधारशिला रखी थी और आज इसका उद्घाटन किया। उन्होंने कहा, ‘‘यह मोदी की गारंटी है।’’

प्रधानमंत्री मोदी ने मंत्रियों से स्पष्ट रूप से परिभाषित योजना तीन मार्च की बैठक में पेश करने को कहा

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने कैबिनेट मंत्रियों से ऐसी योजना तैयार करने और उसे तीन मार्च को मंत्रिपरिषद की बैठक में पेश करने को कहा है, जिसका क्रियान्वयन व आकलन किया जा सके तथा वह स्पष्ट रूप से परिभाषित हो। सरकारी सूत्रों ने शनिवार को यह जानकारी दी।

यह उल्लेखनीय है कि मोदी ने 21 फरवरी को अपने मंत्रिमंडल के सहकर्मियों को अगले 100 दिनों के लिए एक कार्य योजना तैयार करने को कहा था।

सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री ने मंत्रियों से कार्य योजना तैयार करने से पहले वरिष्ठ नौकरशाहों जैसे अनुभवी लोगों, जमीनी स्तर पर काम करने वालों और अपने-अपने क्षेत्रों के विशेषज्ञों से व्यापक परामर्श करने को कहा है।

उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ने मंत्रियों और उनके मंत्रालयों से उस अवधि के एजेंडे पर मंथन करने को कहा है, जो अप्रैल-मई में संभावित लोकसभा चुनावों के बाद नयी सरकार के कार्यभार संभालने से पहले की संभावित अवधि भी है।

सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि चुनाव प्रक्रिया के बीच सरकार का कामकाज जारी रहे और अगले 100 दिनों के लिए एजेंडा तैयार करने का उनका आह्वान इसी प्रयास का हिस्सा है।

मोदी ने केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सत्ता में बने रहने को लेकर भी बार-बार विश्वास जताया है।

प्रधानमंत्री ने हाल में कहा था कि उन्होंने अपने तीसरे कार्यकाल के लिए खाका तैयार करना शुरू कर दिया है और उन्हें 15 लाख से अधिक लोगों से सुझाव मिले हैं।

प्रधानमंत्री ने वाराणसी में 13 हजार करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास व उद्घाटन किया

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने शुक्रवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में 13,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।

प्रधानमंत्री मोदी ने वाराणसी के करखियाव अमूल प्लांट परिसर में 35 परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।

एक आधिकारिक बयान के अनुसार इन परियोजनाओं में कई सड़कें, रसोई गैस बॉटलिंग संयंत्र, दूध प्रसंस्करण इकाई और बुनकरों के लिए रेशम कपड़े की छपाई का सामान्य सुविधा केंद्र शामिल हैं।

वाराणसी के कपड़ा क्षेत्र के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान की आधारशिला रखी।

उन्होंने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में एक नए मेडिकल कॉलेज और ‘नेशनल सेंटर ऑफ एजिंग’ की नींव भी रखी।

करखियांव में इस समारोह में प्रधानमंत्री मोदी खुली जीप में सवार होकर पहुंचे, उनके साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी थे। जैसे ही प्रधानमंत्री को ले जा रहा वाहन धीरे-धीरे निर्धारित मंच की ओर आगे बढ़ा, दोनों तरफ एकत्र लोगों ने फूल बरसाए और हाथ हिलाए। प्रधानमंत्री मोदी ने भी भीड़ की ओर देखते हुए हाथ हिलाया और भीड़ की ओर हाथ जोड़े, जबकि योगी आदित्यनाथ हाथ जोड़कर खड़े रहे।

इससे पहले दिन में प्रधानमंत्री ने संत रविदास की एक भव्‍य प्रतिमा का अनावरण किया और संत रविदास की 647वीं जयंती समारोह में भाग लिया।

विदेशों से प्राचीन मूर्तियां वापस ला रहे हैं, रिकॉर्ड विदेशी निवेश भी मिल रहा है: प्रधानमंत्री मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि समय का चक्र बदल गया है और देश न केवल अपनी प्राचीन मूर्तियों को विदेशों से वापस ला रहा है बल्कि रिकॉर्ड विदेशी निवेश भी प्राप्त कर रहा है।

उत्तर प्रदेश के संभल में श्री कल्कि धाम मंदिर की आधारशिला रखने के बाद एक सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि एक तरफ तीर्थ स्थलों का विकास किया जा रहा है तो दूसरी तरफ शहरों में अत्याधुनिक अवसरंचनाएं तैयार हो रही हैं।

मोदी ने कहा,”आज एक ओर हमारे तीर्थो का विकास हो रहा हैं, तो दूसरी ओर शहरों में हाईटेक इन्फ्रास्ट्रक्चर भी तैयार हो रहा हैं । आज अगर मंदिर बन रहे हैं तो देश भर में नये मेडिकल कॉलेज भी बन रहे हैं । आज विदेशों से हमारी प्राचीन मूर्तियां भी वापस लाई जा रही हैं, और रिकॉर्ड संख्या में विदेशी निवेश भी आ रहा हैं । यह परिवर्तन, प्रमाण इस बात का है कि समय का चक्र घूम चुका हैं । एक नया दौर आज हमारे दरवाजे पर दस्तक दे रहा है। यह समय है कि हम उस आगमन का दिल खोलकर स्वागत करें।”

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अमृत काल में राष्ट्र निर्माण के लिए पूरी सहजता, शताब्दी का यह संकल्प केवल एक अभिलाषा भर नहीं हैं । उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा संकल्प हैं जिसे हमारी संस्कृति ने हर कालखंड में जी कर दिखाया हैं ।

उन्होंने कहा,”पिछले महीने ही देश ने अयोध्या में 500 साल के इंतज़ार को पूरा होते देखा है। रामलला के विराजमान होने का वो अलौकिक अनुभव, वो दिव्य अनुभूति अब भी हमें भावुक कर जाती है। इसी बीच हम देश से सैकड़ों किमी दूर अरब की धरती पर, अबू धाबी में पहले विराट मंदिर के लोकार्पण के साक्षी भी बने हैं।”

प्रधानमंत्री ने कहा,” इसी कालखंड में हमने विश्वनाथ धाम के वैभव को निखरते देखा है। इसी कालखंड में हम काशी का कायाकल्प होते देख रहे हैं। इसी दौर में महाकाल के महालोक की महिमा हमने देखी हैं। हमने सोमनाथ का विकास देखा है, केदार घाटी का पुनर्निर्माण देखा है । हम विकास भी, विरासत भी के मंत्र को आत्मसात करते हुए चल रहे हैं ।”

उन्होंने कहा कि आज हम देश में जो सांस्कृतिक पुनरोदय देख रहे हैं, आज अपनी पहचान पर गर्व और उसकी स्थापना का जो आत्मविश्वास देख रहे हैं, वो प्रेरणा हमें छत्रपति शिवाजी महाराज से ही मिलती है।

प्रधानमंत्री ने कहा,”आज पहली बार भारत उस मुकाम पर है, जहां हम अनुसरण नहीं कर रहे, उदाहरण पेश कर रहे हैं। आज पहली बार भारत को टेक्नोलॉजी और डिजिटल टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में संभावनाओं के केंद्र के रूप में देखा जा रहा हैं । हमारी पहचान इनोवेशन हब के तौर पर हो रही हैं ।”

उन्होंने कहा,”आज हमारी शक्ति भी अनंत है और हमारे लिए संभावनाएं भी अपार हैं। पहली बार भारत का नागरिक, चाहे वह दुनिया के किसी भी देश में हो, अपने आपको गौरवान्वित महसूस करता है । देश में सकारात्मक सोच और आत्मविश्वास का यह ज्वार अदभुत है। इसलिए हमारी शक्ति भी अनंत है, और हमारे लिए संभावनाएं भी अपार हैं ।”

मोदी ने मंदिर के एक मॉडल का भी अनावरण किया। इस दौरान उनके साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और कल्कि धाम पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम भी उपस्थित रहे।

श्री कल्कि धाम का निर्माण श्री कल्कि धाम निर्माण न्यास द्वारा किया जा रहा है जिसके अध्यक्ष कृष्णम हैं।

इस कार्यक्रम में देशभर से संतों और धार्मिक नेताओं ने भाग लिया।

लोकसभा चुनाव में 370 सीटें जीतकर श्यामा प्रसाद मुखर्जी को श्रद्धांजलि अर्पित करें कार्यकर्ता: PM मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं से आगामी लोकसभा चुनाव में 370 सीट जीतने के लिए जी-जान से जुट जाने और इस लक्ष्य को हासिल कर पार्टी के विचारक श्यामा प्रसाद मुखर्जी को श्रद्धांजलि अर्पित करने को कहा।

प्रधानमंत्री ने यह बात यहां भारत मंडपम में राष्ट्रीय परिषद की बैठक से पहले हुई भाजपा के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए कही।

पदाधिकारियों की बैठक की जानकारी देते हुए भाजपा महासचिव विनोद तावड़े ने कहा, ” प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सबसे महत्वपूर्ण बात यह कही कि भाजपा को लोकसभा चुनाव में 370 सीट जीतना है।”

तावड़े के मुताबिक मोदी ने कहा, “370 सीट हमारे लिए आंकड़ा नहीं है। यह श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान को श्रद्धांजलि होगी।”

उन्होंने कार्यकर्ताओं से इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए अगले सौ दिन तक जी-जान से जुट जाने का आह्वान किया।

तावड़े ने बताया कि प्रधानमंत्री ने बैठक में भाजपा और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के उम्मीदवारों को लेकर कहा कि उम्मीदवार भाजपा का चुनाव चिह्न ‘कमल’ का फूल होगा।

उनके अनुसार, प्रधानमंत्री ने आगामी चुनाव में हर बूथ पर पिछले चुनाव के मुकाबले 370 अधिक वोट हासिल करने का लक्ष्य कार्यकर्ताओं के लिए निर्धारित किया है।

उन्होंने कहा कि इसके अलावा पहली बार मतदान के पात्र युवाओं को पार्टी के कार्यकर्ता 2014 से पहले के भारत और 2014 के बाद के भारत का फर्क बताएं।

उन्होंने कहा कि विपक्ष अगले चुनाव में ‘तू-तू, मैं-मैं’ की राजनीति करेगा लेकिन भाजपा को विकास और गरीब कल्याण के मुद्दे पर आगे बढ़ना है।