प्रधानमंत्री मोदी समेत देश विदेश से गुकेश को मिल रही बधाइयां

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत विभिन्न क्षेत्रों की हस्तियों ने टोरंटो में प्रतिष्ठित कैंडिडेट्स टूर्नामेंट जीतकर अपना नाम इतिहास में दर्ज कराने वाले भारत के युवा ग्रैंडमास्टर डी गुकेश को बधाई देते हुए भावी विश्व चैम्पियन करार दिया है ।

गुकेश ने अमेरिका के हिकारू नकामूरा से आखिरी दौर में ड्रॉ खेलकर टूर्नामेंट जीता और 17 वर्ष की उम्र में सबसे युवा विश्व चैलेंजर भी बन गए । वह यह प्रतिष्ठित टूर्नामेंट जीतने वाले विश्वनाथन आनंद के बाद दूसरे भारतीय बन गए । पांच बार के विश्व चैम्पियन आनंद ने 2014 में खिताब जीता था ।

प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर लिखा ,‘‘ भारत को फिडे कैंडिडेट्स टूर्नामेंट जीतने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बने डी गुकेश पर गर्व है ।’’

उन्होंने गुकेश की तस्वीर साथ में पोस्ट करते हुए लिखा ,‘‘ टोरंटो में हुए टूर्नामेंट में गुकेश की शानदार उपलब्धि उनकी असाधारण प्रतिभा और समर्पण की द्योतक है । उनके असाधारण प्रदर्शन और शीर्ष तक के सफर से लाखों को प्रेरणा मिलेगी ।’’

वहीं विश्वनाथन आनंद ने एक्स पर लिखा ,‘‘ डी गुकेश को सबसे युवा चैलेंजर बनने पर बधाई । आपकी उपलब्धि पर गर्व है । मुझे निजी तौर पर तुम पर बहुत गर्व है जिस तरह से तुमने कठिन हालात में खेला । इस पल का मजा लो ।’’

चैम्पियन क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने लिखा ,‘‘ क्या शानदार जीत । सत्रह बरस की उम्र में फिडे कैंडिडेट्स जीतने वाला सबसे युवा खिलाड़ी । यहां से अब विश्व चैम्पियनशिप का सफर और हर कदम पर हम तुम्हारे साथ हैं । जाओ इतिहास रच दो ।’’

इंग्लैंड के ग्रैंडमास्टर डेविड होवेल ने कहा कि गुकेश के खिलाफ पहला मुकाबला खेलने के बाद ही उन्हें पता चल गया था कि अपार प्रतिभा का धनी यह खिलाड़ी बड़ी उपलब्धियां अर्जित करेगा ।

उन्होंने लिखा ,‘‘ गुकेश को कैंडिडेट्स जीतने पर बधाई । क्या शानदार टूर्नामेंट रहा । मैं पहले ही मुकाबले से जानता था कि वह खास है । वह 12 वर्ष की उम्र में ग्रैंडमास्टर बन चुका था । उसकी विश्लेषण क्षमता, परिपक्व रवैया और गणना के कौशल से मैं काफी प्रभावित हूं । भावी विश्व चैम्पियन ।’’

पूर्व विश्व चैम्पियन और रूसी ग्रैंडमास्टर ब्लादीमिर क्रामनिक ने लिखा ,‘‘ गुकेश को बधाई और फेबि, इयान को शानदार प्रदर्शन के लिये खास पुरस्कार । सबसे रोमांचक मुकाबलों में से एक । सभी जांबाजों को बधाई । जिस तरह से उन्होंने खेला, वही सबसे अहम है ।’’

सरकारी योजनाओं का सबसे ज्यादा फायदा समाज के वंचित वर्ग को मिला: प्रधानमंत्री मोदी

 प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को कहा कि उनकी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का सबसे ज्यादा फायदा अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) जैसे वंचित वर्गों के लोगों को मिला है। उन्होंने कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकारों पर वंचित वर्गों की उपेक्षा करने और देश की प्रगति में उनकी भूमिका की… Continue reading सरकारी योजनाओं का सबसे ज्यादा फायदा समाज के वंचित वर्ग को मिला: प्रधानमंत्री मोदी

PM मोदी ने पूर्वोत्तर में सेला सुरंग समेत 55,600 करोड़ की परियोजनाओं का उद्घाटन, शिलान्यास किया

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को पूर्वोत्तर में 55,600 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन किया जिसमें सामरिक रूप से महत्वपूर्ण सेला सुरंग भी शामिल है जो अरुणाचल प्रदेश के तवांग तक हर मौसम में संपर्क सुविधा उपलब्ध कराएगी।

प्रधानमंत्री ने ईटानगर में एक कार्यक्रम में मणिपुर, मेघालय, नगालैंड, सिक्किम, त्रिपुरा और अरुणाचल प्रदेश की परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास किया।

एक बयान के अनुसार, करीब 825 करोड़ रुपये की लागत से बनी सेला सुरंग इंजीनियरिंग का एक चमत्कार है। यह अरुणाचल प्रदेश में बालीपारा-चारीद्वार-तवांग रोड पर सेला दर्रे से गुजरते हुए तवांग तक हर मौसम में संपर्क उपलब्ध कराएगी।

प्रधानमंत्री मोदी ने फरवरी 2019 में इस परियोजना की नींव रखी थी और यह क्षेत्र में न केवल तेज और अधिक प्रभावी परिवहन मार्ग उपलब्ध कराएगी बल्कि चीन के साथ लगती सीमा के समीप स्थित होने के कारण देश के लिए सामरिक महत्व की भी है।

प्रधानमंत्री ने अरुणाचल प्रदेश राज्य परिवहन की एक बस को हरी झंडी दिखाकर सेला सुरंग का उद्घाटन किया। यह बस इस सुरंग से गुजरी।

कुल मिलाकर मोदी ने अरुणाचल प्रदेश में 41,000 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं की शुरुआत की।

उन्होंने लोअर दिबांग वैली जिले में दिबांग बहुउद्देशीय पनबिजली परियोजना की नींव रखी, जिसे 31,875 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाएगा। यह देश में सबसे बड़ा बांध होगा।

उन्होंने कई सड़कों के निर्माण, पर्यावरण तथा पर्यटन परियोजनाओं और स्कूलों को उन्नत बनाने की परियोजनाओं की भी नींव रखी।

प्रधानमंत्री ने राज्य में जल जीवन मिशन की करीब 1,100 परियोजनाओं और सार्वभौमिक सेवा दायित्व निधि (यूएसओएफ) के तहत 170 दूरसंचार टावरों का उद्घाटन किया जिससे 300 से अधिक गांवों को फायदा मिलेगा।

उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 450 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 35,000 से अधिक मकान भी सौंपे।

मोदी ने मणिपुर में 3,400 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का भी उद्घाटन व शिलान्यास किया।

जिन परियोजनाओं की नींव रखी गयी है उनमें निलाकुथी में यूनिटी मॉल, लम्पझेलपट में विशेष मनोविज्ञान देखभाल उपलब्ध कराने वाला 60 बिस्तर का अस्पताल तथा इंफाल पश्चिम जिले में मणिपुर प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के लिए बुनियादी ढांचे का विकास शामिल है।

प्रधानमंत्री ने मणिपुर में विभिन्न सड़क परियोजनाओं और जल आपूर्ति योजनाओं का भी उद्घाटन किया।

उन्होंने नगालैंड में 1,700 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का भी शिलान्यास किया। उन्होंने जिन परियोजनाओं की नींव रखी है उनमें चुमोकेडिमा जिले में यूनिटी मॉल और दीमापुर में 132 किलोवाटर के सब-स्टेशन का आधुनिकीकरण शामिल है।

मोदी ने मेघालय में 290 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं की भी नींव रखी। जिन परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया है उनमें तुरा में आईटी पार्क, चार लेन की नयी सड़क और न्यू शिलॉन्ग टाउनशिप में दो लेन की सड़क को चार लेन की सड़क में बदलना भी शामिल है।

उन्होंने अपर शिलॉन्ग में किसानों के हॉस्टल-सह-प्रशिक्षण केंद्र का भी उद्घाटन किया।

मोदी ने सिक्किम में 450 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं की नींव रखीं। उन्होंने कई सड़क परियोजनाओं की नींव रखीं और थार्पू तथा दरामदिन को जोड़ने वाली एक नयी सड़क का उद्घाटन किया।

उन्होंने त्रिपुरा में 8,500 से अधिक की कई विकास परियोजनाओं की नींव भी रखीं।

मोदी ने क्षेत्र के लिए एक नयी औद्योगिक विकास योजना ‘उन्नति’ (उत्तर पूर्व ट्रांसफॉर्मेटिव इंडस्ट्रियलाइजेशन) की भी शुरुआत की।

एक बयान में कहा गया है कि इस योजना से पूर्वोत्तर में औद्योगिक पारिस्थितिकी मजबूत होगी, नए निवेश आकर्षित होंगे, नयी विनिर्माण तथा सेवा इकाई स्थापित करने में मदद मिलेगी और रोजगार को बढ़ावा मिलेगा।

करीब 10,000 करोड़ रुपये कीयह योजना पूरी तरह केंद्र सरकार द्वारा वित्त पोषित है और इसमें पूर्वोत्तर के सभी आठ राज्य आते हैं।

प्रधानमंत्री के समर्थन में योगी समेत कई नेताओं ने ‘मोदी का परिवार’ अभियान शुरू किया

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद द्वारा ‘अपना परिवार’ ना होने को लेकर कटाक्ष किए जाने के अगले दिन सोमवार को उत्‍तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ समेत कई प्रमुख नेताओं ने सोशल मीडिया पर अपने नाम के आगे ‘मोदी का परिवार’ लिखकर एक अभियान शुरू कर दिया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के समर्थन में सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ के बायो को बदलते हुए उसमें अपने नाम के आगे ‘मोदी का परिवार’ लिख दिया है।

मोदी ने तेलंगाना में एक जनसभा के दौरान विपक्षी दलों के समूह ‘इंडिया गठबंधन’ को निशाने पर लेते हुए पूरे देश को अपना परिवार बताया । इसके बाद मोदी के समर्थन में देशभर के शीर्ष स्तर के भाजपा नेताओं ने अपने नाम के आगे ‘मोदी का परिवार’ लिखना शुरू कर दिया है।

इसी क्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी अपने ‘एक्स’ हैंडल पर अपने नाम के आगे ‘मोदी का परिवार’ लिखा है।

उप मुख्‍यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य एवं ब्रजेश पाठक तथा भाजपा के प्रदेश अध्‍यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी समेत कई नेताओं एवं मंत्रियों ने अपने नाम के आगे ‘मोदी का परिवार’ लिख दिया है।

उल्लेखनीय है कि साल 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के ‘चौकीदार चोर है’ के नारे के जवाब में भाजपा ने ‘मैं भी चौकीदार’ अभियान चलाया था।

लालू प्रसाद ने रविवार को पटना में एक रैली में प्रधानमंत्री मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा था, ‘‘अगर नरेन्द्र मोदी के पास अपना परिवार नहीं है तो हम क्या कर सकते हैं। वह राम मंदिर के बारे में डींगें मारते रहते हैं। वह सच्चे हिंदू भी नहीं हैं। हिंदू परंपरा में बेटे को माता-पिता के निधन पर अपना सिर और दाढ़ी मुंडवाना चाहिए। जब मोदी की मां की मृत्यु हुई तो उन्होंने ऐसा नहीं किया।”

प्रधानमंत्री मोदी ने भी लालू के इस आरोप पर सोमवार को पलटवार किया और कहा कि भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टिकरण में आकंठ डूबे ‘इंडी गठबंधन’ के नेता बौखलाते जा रहे हैं।

उन्होंने तेलंगाना में एक रैली को संबोधित करते हुए, ‘‘मैं इनके परिवारवाद पर सवाल उठाता हूं तो इन लोगों ने अब बोलना शुरू कर दिया है कि मोदी का कोई परिवार नहीं है। मैं इनसे कहना चाहता हूं कि 140 करोड़ देशवासी ही मेरा परिवार हैं, जिसका कोई नहीं है वो भी मोदी के हैं और मोदी उनका है। मेरा भारत-मेरा परिवार है।’’

कांग्रेस की पूरी ऊर्जा केवल एक परिवार को बढ़ाने पर व्यय हुई : प्रधानमंत्री मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्षी पार्टी की सारी ऊर्जा केवल एक परिवार की प्रगति सुनिश्चित करने में खर्च की गयी।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस शासन में हर तरह के घोटाले होते थे और उनकी सरकार ने पिछले 10 साल में उन सब पर रोक लगा दी है।

वह द्वारका में विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करने के बाद जनसभा को संबोधित कर रहे थे। प्रधानमंत्री द्वारा उद्घाटन की गई परियोजनाओं में गुजरात के ओखा से बेट द्वारका के बीच भारत का सबसे लंबा केबल आधारित पुल भी शामिल है।

मोदी ने कहा, ‘‘जिन लोगों ने लंबे समय तक देश पर शासन किया, उनमें आम जनता को सुविधाएं मुहैया कराने की इच्छा शक्ति, इरादा और समर्पण नहीं था।’’

उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस की पूरी ताकत एक परिवार को आगे बढ़ाने में लगी है। अगर सब कुछ एक ही परिवार के लिए करना होगा तो राष्ट्र निर्माण की याद कैसे आएगी? उनकी (कांग्रेस की) सारी ऊर्जा इस बात पर केंद्रित थी कि पांच साल तक सरकार कैसे चलायी जाये और घोटालों को कैसे छुपाया जाये।’’

प्रधानमंत्री मोदी ने ‘सुदर्शन सेतु’ के बारे में कहा कि उन्होंने छह साल पहले इस पुल की आधारशिला रखी थी और आज इसका उद्घाटन किया। उन्होंने कहा, ‘‘यह मोदी की गारंटी है।’’

परिवारवादी पार्टियों को दलित आदिवासियों का बड़े पदों पर बैठना बर्दाश्त नहीं होता : प्रधानमंत्री मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि परिवारवादी पार्टियां दलित आदिवासियों को आगे बढ़ने नहीं देना चाहती और दलित आदिवासियों का बड़े पदों पर बैठना इन्‍हें बर्दाश्त नहीं होता।

मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दौरे के दूसरे दिन शुक्रवार को यहां सीरगोवर्धन में संत रविदास की 647वीं जयंती पर उनकी भव्य प्रतिमा का अनावरण करने के बाद अपने संबोधन में यह बात कही।

उन्होंने संत रविदास का एक दोहा सुनाया और उसकी व्याख्या करते हुए कहा, ”ज्यादातर लोग जात-पात के फेर में उलझे रहते हैं, उलझाते रहते हैं, जात-पात का यही रोग मानवता का नुकसान करता है।”

उन्‍होंने किसी पार्टी का नाम लिए बगैर कहा कि परिवारवादी पार्टियों की एक और पहचान यह है कि वे अपने परिवार से बाहर किसी भी दलित आदिवासी को आगे बढ़ने नहीं देना चाहतीं और दलित आदिवासियों का बड़े पदों पर बैठना इन्‍हें बर्दाश्त नहीं होता।

इस दौरान उन्होंने राष्‍ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के चुनाव की याद दिलाई।

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘आपको याद होगा जब वह राष्‍ट्रपति पद की उम्‍मीदवार बनीं तो किन- किन लोगों ने उनका विरोध किया था, किन किन लोगों ने सियासी लामबंदी की। ये सबकी सब परिवारवादी पार्टियां थी, जिन्‍हें चुनाव के समय दलित, आदिवासी अपना वोट बैंक नजर आने लगता है। हमें इन लोगों से इस तरह की सोच से सावधान रहना है।”

दरअसल कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने 16 फरवरी को ‘भारत जोड़ो न्‍याय यात्रा’ के दौरान चंदौली में अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया था कि राम मंदिर के उत्सव में प्रधानमंत्री मोदी, अंबानी, अडाणी और अन्य अरबपतियों के लिए लाल कालीन बिछा था, लेकिन वहां देश की आदिवासी राष्‍ट्रपति, गरीबों, दलितों, बेरोजगार युवाओं और किसानों के लिए जगह नहीं थी।

मोदी ने संत रविदास की शिक्षा का हवाला देते हुए कहा कि ‘‘जात, पात के नाम पर जब कोई किसी के साथ भेदभाव करता है तो वो मानवता का नुकसान करता है। अगर कोई किसी को जात पात के नाम पर भड़काता है तो वह भी मानवता का नुकसान करता है।”

उन्‍होंने दलितों-पिछड़ों को विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलेपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के प्रति भी आगाह किया। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ इसलिए आज देश के हर दलित को, हर पिछड़े को एक और बात ध्यान रखनी है कि हमारे देश में जाति के नाम पर उकसाने और उन्‍हें लड़ाने में भरोसा रखने वाले ‘इंडी गठबंधन’ के लोग दलित, वंचित के हित की योजनाओं का विरोध करते हैं। और सच्चाई यह है कि ये लोग जाति की भलाई के नाम पर अपने परिवार के स्वार्थ की राजनीति करते हैं।”

मोदी ने विपक्षी दलों पर गरीबों के लिए शौचालय, जनधन खातों और डिजिटल इंडिया जैसी योजनाओं का विरोध करने और उपहास उड़ाने का आरोप लगाते हुए परिवारवादी पार्टियों पर जमकर निशाना साधा।

उन्‍होंने कहा कि आप सब रविदास जी की जयंती के पर्व पर दूर दूर से यहां आते हैं, खासकर पंजाब से इतने भाई-बहन आते कि बनारस ‘मिनी पंजाब’ जैसा लगने लगता और यह सब संत रविदास की कृपा से ही संभव है।

मोदी ने कहा, ‘‘मुझे भी संत रविदास जी बार-बार अपनी भूमि पर बुलाते हैं। मुझे उनके संकल्पों को आगे बढ़ाने का मौका मिलता है। उनके लाखों अनुयायियों की सेवा का अवसर मिलता है। गुरु के जन्म तीर्थ पर उनके सब अनुयायियों की सेवा करना मेरे लिए किसी सौभाग्य से कम नहीं है।’’

प्रधापमंत्री ने कहा,‘‘ यहां का सांसद होने के नाते मेरी विशेष जिम्मेदारी बनती है कि बनारस में सबका स्वागत करूं और आपकी सुविधाओं का ख्‍याल रखूं। मुझे खुशी है कि यह अवसर मुझे मिला है।’’

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘आज मुझे संत रविदास जी की नई प्रतिमा के लोकार्पण का भी सौभाग्य मिला है। संत रविदास म्यूजियम की आधारशिला भी आज रखी गयी है।”

मोदी ने समाज सुधारक संत गाडगे को भी श्रद्धांजलि अर्पित की।

उन्होंने कहा कि आज महान समाज सुधारक संत गाडगे बाबा की भी जयंती है और गाडगे बाबा ने भी संत रविदास की तरह दलितों वंचितों के कल्याण के लिए बहुत काम किया।

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘वर्षों पहले जब मैं राजनीति में नहीं था, किसी पद पर नहीं था तब भी संत रविदास जी की शिक्षा से मेरा मार्गदर्शन होता था। मेरे मन में यह भावना थी कि मुझे रविदास जी की सेवा का अवसर मिले।’’

उन्‍होंने कहा कि आज काशी ही नहीं देश की दूसरी जगहों पर भी संत रविदास जी के संकल्‍पों को पूरा किया जा रहा है साथ ही रविदास जी की शिक्षा को प्रचारित करने के लिए नये केन्‍द्रों की स्‍थापना भी हो रही है।

मोदी ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय के स्वतंत्रता भवन में सांसद ज्ञान प्रतियोगिता, सांसद फोटोग्राफी प्रतियोगिता और सांसद संस्कृत प्रतियोगिता के प्रतिभागियों से संवाद किया और विजेताओं को पुरस्कृत करने के बाद सीरगोवर्धन पहुंचकर संत रविदास की भव्य प्रतिमा का अनावरण किया।

इसके बाद उन्‍होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्‍स’ पर अपने संबोधन का वीडियो साझा करते हुए कहा ”महान संत गुरु रविदास जी के संदेशों को अपनाकर आज का भारत विकास पथ पर तेजी से अग्रसर है। वाराणसी में उनकी 647 वीं जयंती के अवसर पर एक समारोह को संबोधित कर रहा हूं।’’

इस मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ समेत कई प्रमुख लोग मौजूद थे।