PM मोदी ने पूर्वोत्तर में सेला सुरंग समेत 55,600 करोड़ की परियोजनाओं का उद्घाटन, शिलान्यास किया

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को पूर्वोत्तर में 55,600 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन किया जिसमें सामरिक रूप से महत्वपूर्ण सेला सुरंग भी शामिल है जो अरुणाचल प्रदेश के तवांग तक हर मौसम में संपर्क सुविधा उपलब्ध कराएगी।

प्रधानमंत्री ने ईटानगर में एक कार्यक्रम में मणिपुर, मेघालय, नगालैंड, सिक्किम, त्रिपुरा और अरुणाचल प्रदेश की परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास किया।

एक बयान के अनुसार, करीब 825 करोड़ रुपये की लागत से बनी सेला सुरंग इंजीनियरिंग का एक चमत्कार है। यह अरुणाचल प्रदेश में बालीपारा-चारीद्वार-तवांग रोड पर सेला दर्रे से गुजरते हुए तवांग तक हर मौसम में संपर्क उपलब्ध कराएगी।

प्रधानमंत्री मोदी ने फरवरी 2019 में इस परियोजना की नींव रखी थी और यह क्षेत्र में न केवल तेज और अधिक प्रभावी परिवहन मार्ग उपलब्ध कराएगी बल्कि चीन के साथ लगती सीमा के समीप स्थित होने के कारण देश के लिए सामरिक महत्व की भी है।

प्रधानमंत्री ने अरुणाचल प्रदेश राज्य परिवहन की एक बस को हरी झंडी दिखाकर सेला सुरंग का उद्घाटन किया। यह बस इस सुरंग से गुजरी।

कुल मिलाकर मोदी ने अरुणाचल प्रदेश में 41,000 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं की शुरुआत की।

उन्होंने लोअर दिबांग वैली जिले में दिबांग बहुउद्देशीय पनबिजली परियोजना की नींव रखी, जिसे 31,875 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाएगा। यह देश में सबसे बड़ा बांध होगा।

उन्होंने कई सड़कों के निर्माण, पर्यावरण तथा पर्यटन परियोजनाओं और स्कूलों को उन्नत बनाने की परियोजनाओं की भी नींव रखी।

प्रधानमंत्री ने राज्य में जल जीवन मिशन की करीब 1,100 परियोजनाओं और सार्वभौमिक सेवा दायित्व निधि (यूएसओएफ) के तहत 170 दूरसंचार टावरों का उद्घाटन किया जिससे 300 से अधिक गांवों को फायदा मिलेगा।

उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 450 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 35,000 से अधिक मकान भी सौंपे।

मोदी ने मणिपुर में 3,400 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का भी उद्घाटन व शिलान्यास किया।

जिन परियोजनाओं की नींव रखी गयी है उनमें निलाकुथी में यूनिटी मॉल, लम्पझेलपट में विशेष मनोविज्ञान देखभाल उपलब्ध कराने वाला 60 बिस्तर का अस्पताल तथा इंफाल पश्चिम जिले में मणिपुर प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के लिए बुनियादी ढांचे का विकास शामिल है।

प्रधानमंत्री ने मणिपुर में विभिन्न सड़क परियोजनाओं और जल आपूर्ति योजनाओं का भी उद्घाटन किया।

उन्होंने नगालैंड में 1,700 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का भी शिलान्यास किया। उन्होंने जिन परियोजनाओं की नींव रखी है उनमें चुमोकेडिमा जिले में यूनिटी मॉल और दीमापुर में 132 किलोवाटर के सब-स्टेशन का आधुनिकीकरण शामिल है।

मोदी ने मेघालय में 290 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं की भी नींव रखी। जिन परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया है उनमें तुरा में आईटी पार्क, चार लेन की नयी सड़क और न्यू शिलॉन्ग टाउनशिप में दो लेन की सड़क को चार लेन की सड़क में बदलना भी शामिल है।

उन्होंने अपर शिलॉन्ग में किसानों के हॉस्टल-सह-प्रशिक्षण केंद्र का भी उद्घाटन किया।

मोदी ने सिक्किम में 450 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं की नींव रखीं। उन्होंने कई सड़क परियोजनाओं की नींव रखीं और थार्पू तथा दरामदिन को जोड़ने वाली एक नयी सड़क का उद्घाटन किया।

उन्होंने त्रिपुरा में 8,500 से अधिक की कई विकास परियोजनाओं की नींव भी रखीं।

मोदी ने क्षेत्र के लिए एक नयी औद्योगिक विकास योजना ‘उन्नति’ (उत्तर पूर्व ट्रांसफॉर्मेटिव इंडस्ट्रियलाइजेशन) की भी शुरुआत की।

एक बयान में कहा गया है कि इस योजना से पूर्वोत्तर में औद्योगिक पारिस्थितिकी मजबूत होगी, नए निवेश आकर्षित होंगे, नयी विनिर्माण तथा सेवा इकाई स्थापित करने में मदद मिलेगी और रोजगार को बढ़ावा मिलेगा।

करीब 10,000 करोड़ रुपये कीयह योजना पूरी तरह केंद्र सरकार द्वारा वित्त पोषित है और इसमें पूर्वोत्तर के सभी आठ राज्य आते हैं।