प्रधानमंत्री मोदी अयोध्या में रोड शो व जनसभा को सम्बोधित करेंगे

**EDS, YEARENDERS 2023: PACKAGE ON PM MODI** New Delhi: Prime Minister Narendra Modi waves at supporters during a roadshow, in New Delhi, Monday, Jan. 16, 2023. (PTI Photo/Ravi Choudhary)(PTI12_21_2023_000229A)

प्रधानमंत्री मोदी आगामी 30 दिसंबर को अयोध्या में रोड शो करने के साथ ही एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे।

आधिकारिक जानकारी के मुताबिक, प्रधानमंत्री का रोड शो करीब 15 किलोमीटर लंबा होगा जो राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-27, धर्म पथ, लता मंगेशकर चौक, राम पथ, टेढ़ी बाजार, मोहबरा चौराहा से होते हुए अयोध्या रेलवे स्टेशन तक जाएगा।

अयोध्या के जिलाधिकारी नीतीश कुमार ने रविवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “प्रधानमंत्री पहले अयोध्या हवाई अड्डे का उद्घाटन करेंगे। इसके बाद वह रोड शो करते हुए सड़क मार्ग से अयोध्या रेलवे स्टेशन जाएंगे, जहां वह वंदे भारत और अमृत भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे। बाद में वह सड़क मार्ग से हवाई अड्डे लौटेंगे जहां वह एक जनसभा को संबोधित करेंगे।”

उन्होंने बताया, “रोड शो के दौरान प्रधानमंत्री मोदी जिस रास्ते से गुजरेंगे, वहां 51 जगहों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे, 100 से ज्यादा जगहों पर उनपर गुलाब और गेंदे की पंखुड़ियां बरसाई जाएंगी। साथ ही शंखवादन और स्वस्ति वाचन के बीच साधु-संत प्रधानमंत्री को आशीर्वाद भी देंगे।”

सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री अयोध्या में दो घंटे दोपहर 12 बजे से दो बजे तक रहेंगे।

दिल्ली से अयोध्या के लिए पहली उड़ान 30 दिसंबर को पूर्वाह्न 11 बजकर 20 मिनट पर आएगी। यह विमान दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डे से सुबह 10 बजे उड़ान भरेगा। इस उड़ान के आने के बाद मोदी करीब 12 बजे अयोध्या आएंगे।

सूत्रों के मुताबिक, मोदी पांच किलोमीटर लंबे फ्लाईओवर का भी शिलान्यास करेंगे। यह फ्लाईओवर अयोध्या रेलवे स्टेशन को अयोध्या हवाई अड्डे से जोड़ेगा।

उम्मीद है कि मोदी हनुमानगढ़ी मंदिर में दर्शन करने जाएंगे। उनका राम मंदिर जाना अभी तय नहीं है क्योंकि मंदिर दोपहर 12 बजे से दो बजे तक बंद रहता है।

प्रधानमंत्री के अयोध्या दौरे को देखते हुए 23 दिसंबर से तीन जनवरी तक जिले के पुलिसकर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने पांच राज्यों में ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ की शुरुआत की

प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को पांच राज्यों – राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम – में ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। इस दौरान उन्होंने कहा, ‘‘जब सभी से उम्मीद खत्म हो जाती है, तब ‘मोदी की गारंटी’ शुरू होती है।’’

यह यात्रा अन्य राज्यों में पहले ही शुरू हो गई थी, लेकिन इन पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की वजह से लागू आदर्श आचार संहिता के कारण इसकी शुरुआत में देरी हुई।

भारत, ओमान ने संबंधों का विस्तार करने के लिए दृष्टि पत्र तैयार किया

प्रधानमंत्री मोदी और ओमान के सुल्तान हैथम बिन तारिक ने शनिवार को लगभग 10 प्रमुख क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को उल्लेखनीय रूप से बढ़ाने के लिए एक दृष्टि पत्र तैयार किया और अपनी ‘‘सार्थक’’ बातचीत के दौरान जल्द से जल्द एक व्यापार समझौते को संपन्न करने पर जोर दिया।

मोदी और तारिक ने हमास-इजराइल संघर्ष से उत्पन्न स्थिति और आतंकवाद की चुनौती के अलावा आगे बढ़ने के रास्ते के रूप में फलस्तीन मुद्दे पर दो-राष्ट्र समाधान के प्रयास को लेकर भी चर्चा की।

प्रेस वार्ता में विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने मोदी और तारिक के बीच हुई चर्चा को ‘‘व्यापक और रचनात्मक’’ बताया।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और ओमान के सुल्तान ने समुद्री क्षेत्र, कनेक्टिविटी, हरित ऊर्जा, अंतरिक्ष, डिजिटल भुगतान, स्वास्थ्य, पर्यटन और कृषि और खाद्य सुरक्षा सहित कई क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग का मार्ग प्रशस्त करने के लिए एक संयुक्त दृष्टि पत्र को अंतिम रूप दिया।

क्वात्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और सुल्तान तारिक ने भारत-ओमान व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते को जल्द से जल्द पूरा करने पर जोर दिया।

ओमान के सुल्तान शुक्रवार को राजकीय यात्रा पर दिल्ली पहुंचे, जो खाड़ी देश के शीर्ष नेता के रूप में भारत की उनकी पहली यात्रा है।

प्रधानमंत्री मोदी ने प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता में शुरुआती वक्तव्य में कहा, ‘‘ओमान के सुल्तान के 26 साल बाद भारत की राजकीय यात्रा करने के कारण भारत-ओमान संबंधों में आज एक ऐतिहासिक दिन है। मैं भारत के सभी लोगों की ओर से आपका हार्दिक स्वागत कर रहा हूं।’’

भारत और ओमान रणनीतिक साझेदार हैं तथा दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार और निवेश संबंधों में पिछले कुछ वर्षों में वृद्धि हुई है।

प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों से सशस्त्र सेना झंडा दिवस कोष में योगदान देने का आग्रह किया

प्रधानमंत्री मोदी ने बृहस्पतिवार को सशस्त्र सेना झंडा दिवस के अवसर पर देश के बहादुर जवानों के साहस, समर्पण और बलिदान को याद करते हुए देशवासियों से सशस्त्र सेना झंडा दिवस कोष में योगदान देने का आग्रह किया।

मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘आज, सशस्त्र सेना झंडा दिवस के अवसर पर हम अपने बहादुर जवानों के साहस, समर्पण और बलिदान का सम्मान करते हैं। हमारे राष्ट्र की रक्षा में उनका समर्पण अनुपम है। मैं आप सभी से सशस्त्र सेना झंडा दिवस कोष में योगदान देने का भी आग्रह करता हूं।’’

सशस्त्र सेना झंडा दिवस, सशस्त्र बलों में शहीदों और सैनिकों के सम्मान के लिए प्रतिवर्ष सात दिसंबर को मनाया जाता है। इसका उद्देश्य सैनिकों द्वारा राष्ट्र के प्रति किए गए निस्वार्थ योगदान के लिए उनका आभार जताना है।

राज्यसभा में भाजपा सदस्यों ने प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बृहस्पतिवार को प्रश्नकाल के दौरान राज्यसभा में प्रवेश करते ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्यों ने मेजें थपथपाकर और नारे लगाकर उनका स्वागत किया।

प्रधानमंत्री मोदी बृहस्पतिवार को उच्च सदन में प्रश्नकाल की कार्यवाही में भाग लेते हैं। बृहस्पतिवार को उनके विभागों से संबंधित प्रश्न सूचीबद्ध होते हैं।

संसद का शीतकालीन सत्र चार दिसंबर को शुरू हुआ था और मोदी पहली बार आज राज्यसभा में आए थे।

उनके सदन में प्रवेश करते ही भाजपा सदस्यों ने मेजें थपथपाकर, तालियां बजाकर और नारे लगाकर उनका स्वागत किया।

सदन में आने के बाद वह सदन के नेता पीयूष गोयल के बगल में अपनी सीट पर बैठे और इस दौरान भाजपा के कुछ सदस्यों ने ‘मोदी गारंटी’ और ‘तीसरी बार, मोदी सरकार’ जैसे नारे लगाने शुरू कर दिए।

भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा भी उस समय सदन में मौजूद थे।

प्रधानमंत्री मोदी ने शंकर नेत्रालय के संस्थापक बद्रीनाथ के निधन पर शोक जताया

प्रधानमंत्री मोदी ने चेन्नई स्थित सुप्रसिद्ध अस्पताल शंकर नेत्रालय के संस्थापक एस एस बद्रीनाथ के निधन पर मंगलवार को शोक जताया और कहा कि आंखों के इलाज में उनके योगदान तथा समाज के लिए उनकी अथक सेवा ने एक अमिट छाप छोड़ी है।

बद्रीनाथ का मंगलवार को चेन्नई में निधन हो गया। वह 83 वर्ष के थे।

मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘दूरदर्शी, नेत्र रोग विशेषज्ञ और शंकर नेत्रालय के संस्थापक डॉ. एस एस बद्रीनाथ जी के निधन से गहरा दुख हुआ। आंखों के इलाज में उनके योगदान और समाज के लिए उनकी अथक सेवा ने एक अमिट छाप छोड़ी है। उनका काम पीढ़ियों को प्रेरित करता रहेगा। उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं।’’

बद्रीनाथ ने साल 1978 में चिकित्सा अनुसंधान प्रतिष्ठान के रूप में शंकर नेत्रालय की स्थापना की थी। उन्हें 1983 में पद्मश्री और 1999 में पद्म भूषण से नवाजा गया था।

PM मोदी एशियाई पैरा खेलों के विजेताओं से संवाद करेंगे

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बुधवार को यहां मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में एशियाई पैरा खेलों में भाग लेने वाले भारतीय दल से बातचीत करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) कार्यालय ने मंगलवार को एक बयान में यह जानकारी दी।

PMO ने कहा कि इस कार्यक्रम के दौरान मोदी खिलाड़ियों को संबोधित भी करेंगे। उसके मुताबिक खिलाड़ियों से संवाद का यह कार्यक्रम एशियाई पैरा खेलों में भारतीय खिलाड़ियों को उनकी उत्कृष्ट उपलब्धि के लिए बधाई देने और भविष्य की प्रतियोगिताओं के लिए उन्हें प्रेरित करने का एक प्रयास है।

भारत ने एशियाई पैरा खेल 2022 में 29 स्वर्ण सहित कुल 111 पदक जीते। एशियाई पैरा खेल 2022 में पदकों की संख्या में पिछले सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन (2018 में) की तुलना में 54 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और जीते गए 29 स्वर्ण पदक 2018 में जीते गए स्वर्ण पदकों से लगभग दोगुने हैं।

बयान में कहा गया है कि इस कार्यक्रम में खिलाड़ी, उनके प्रशिक्षक, भारतीय पैरालंपिक समिति और भारतीय ओलंपिक संघ के अधिकारी, राष्ट्रीय खेल महासंघों के प्रतिनिधि और युवा मामले और खेल मंत्रालय के अधिकारी भाग लेंगे।

प्रधानमंत्री मोदी ने धानक्या में पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की

प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को जयपुर जिले के धानक्या गांव में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) विचारक पंडित दीनदयाल उपाध्याय को श्रद्धांजलि अर्पित की।

मोदी जयपुर हवाईअड्डा पहुंचे जहां से वह हेलीकॉप्टर से धानक्या गांव के लिए रवाना हुए। उन्होंने उपाध्याय की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की।

उपाध्याय ने जयपुर से लगभग 30 किलोमीटर दूर धानक्या गांव में अपने बचपन के दिन बिताए थे। इस जगह पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मारक बनाया गया है।

मोदी ने दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की तथा स्मारक को देखा।

मोदी को इसके बाद जयपुर के बाहरी इलाके वाटिका के दादिया गांव में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करने का कार्यक्रम है।