प्रधानमंत्री मोदी ने ‘मिशन दिव्यास्त्र’ के सफल परीक्षण पर वैज्ञानिकों को दी बधाई

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि ‘मल्टीपल इंडिपेंडेंट टारगेटेबल री-एंट्री व्हीकल ’(एमआईआरवी) प्रौद्योगिकी के साथ स्वदेश विकसित अग्नि-5 मिसाइल का पहला सफल उड़ान परीक्षण संपन्न हुआ और इसके लिए उन्होंने रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के वैज्ञानिकों को बधाई दी।

मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘मिशन दिव्यास्त्र के लिए हमारे डीआरडीओ वैज्ञानिकों पर गर्व है, मल्टीपल इंडिपेंडेंट टारगेटेबल री-एंट्री व्हीकल (एमआईआरवी) प्रौद्योगिकी के साथ स्वदेश विकसित अग्नि -5 मिसाइल का पहला उड़ान परीक्षण।’’

एमआईआरवी प्रौद्योगिकी के तहत किसी मिसाइल में एक ही बार में कई परमाणु हथियार ले जाने की क्षमता होती है और इन हथियारों से अलग-अलग लक्ष्यों को भेदा जा सकता है।

इसकी एक अन्य विशेषता यह है कि इसे सड़क के माध्यम से कहीं भी ले जाया जा सकता है। इससे पहले की अग्नि मिसाइलों में यह सुविधा नहीं थी।

प्रधानमंत्री मोदी ने रेवंत रेड्डी को तेलंगाना के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पर बधाई दी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को ए. रेवंत रेड्डी को तेलंगाना के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर बधाई दी और राज्य की प्रगति को आगे बढ़ाने के लिए हरसंभव समर्थन का आश्वासन दिया।

कांग्रेस के रेड्डी ने बृहस्पतिवार को तेलंगाना के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन ने हैदराबाद के एलबी स्टेडियम में रेवंत रेड्डी को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।

सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में मोदी ने कहा, ‘‘तेलंगाना के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर श्री रेवंत रेड्डी गारू को बधाई। मैं राज्य की प्रगति और इसके नागरिकों के कल्याण के लिए हरसंभव समर्थन का आश्वासन देता हूं।’’

मल्लू बी. विक्रमार्क ने तेलंगाना के उप मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। मंत्री पद की शपथ लेने वाले विधायकों में एन. उत्तम कुमार रेड्डी, सी. दामोदर राजनरसिम्हा, कोमाटिरेड्डी वेंकट रेड्डी शामिल हैं।

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, वरिष्ठ कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाद्रा और कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया हैदराबाद के एलबी स्टेडियम में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए।

प्रधानमंत्री मोदी ने शंकर नेत्रालय के संस्थापक बद्रीनाथ के निधन पर शोक जताया

प्रधानमंत्री मोदी ने चेन्नई स्थित सुप्रसिद्ध अस्पताल शंकर नेत्रालय के संस्थापक एस एस बद्रीनाथ के निधन पर मंगलवार को शोक जताया और कहा कि आंखों के इलाज में उनके योगदान तथा समाज के लिए उनकी अथक सेवा ने एक अमिट छाप छोड़ी है।

बद्रीनाथ का मंगलवार को चेन्नई में निधन हो गया। वह 83 वर्ष के थे।

मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘दूरदर्शी, नेत्र रोग विशेषज्ञ और शंकर नेत्रालय के संस्थापक डॉ. एस एस बद्रीनाथ जी के निधन से गहरा दुख हुआ। आंखों के इलाज में उनके योगदान और समाज के लिए उनकी अथक सेवा ने एक अमिट छाप छोड़ी है। उनका काम पीढ़ियों को प्रेरित करता रहेगा। उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं।’’

बद्रीनाथ ने साल 1978 में चिकित्सा अनुसंधान प्रतिष्ठान के रूप में शंकर नेत्रालय की स्थापना की थी। उन्हें 1983 में पद्मश्री और 1999 में पद्म भूषण से नवाजा गया था।