होम्योपैथी की स्वीकार्यता बढ़ाने में अनुसंधान एवं दक्षता की महत्वपूर्ण भूमिका होगी: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को कहा कि होम्योपैथी की स्वीकार्यता एवं लोकप्रियता को और बढ़ाने में अनुसंधान और दक्षता की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।

मुर्मू ने विश्व होम्योपैथी दिवस पर यहां केंद्रीय होम्योपैथी अनुसंधान परिषद द्वारा आयोजित दो दिवसीय संगोष्ठी का उद्घाटन करते हुए कहा कि होम्योपैथी को कई देशों में एक सरल और सुलभ उपचार पद्धति के रूप में अपनाया गया है।

उन्होंने भारत में होम्योपैथी के प्रचार-प्रसार में योगदान देने के लिए आयुष मंत्रालय, केंद्रीय होम्योपैथी अनुसंधान परिषद, राष्ट्रीय होम्योपैथी आयोग, राष्ट्रीय होम्योपैथी संस्थान और इस प्रकार के अन्य संस्थानों की सराहना की और कहा कि पूरी दुनिया में कई संस्थान अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय और स्थानीय स्तर पर होम्योपैथी को बढ़ावा दे रहे हैं।

मुर्मू ने कहा, ‘‘21वीं सदी में अनुसंधान का महत्व लगातार बढ़ रहा है और इसलिए इस संगोष्ठी का विषय ‘अनुसंधान को सशक्त बनाना, दक्षता बढ़ाना’ बहुत प्रासंगिक है।’’

उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अनुसंधान और दक्षता होम्योपैथी की स्वीकार्यता और लोकप्रियता को और बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

राष्ट्रपति ने कहा कि कई लोग उन लोगों के अनुभवों के बारे में बताते हैं जिन्हें अन्य उपचार पद्धतियों को आजमाने के बाद अंतत: होम्योपैथी से लाभ हुआ है।

मुर्मू ने कहा, ‘‘लेकिन ऐसे अनुभवों को वैज्ञानिक समुदाय में तभी मान्यता मिल सकती है जब उन्हें तथ्यों और विश्लेषण के साथ प्रस्तुत किया जाए। बड़े पैमाने पर किए गए ऐसे तथ्यात्मक विश्लेषण को प्रामाणिक चिकित्सकीय अनुसंधान कहा जाता है। वैज्ञानिक तरीकों को प्रोत्साहित करने से इस चिकित्सकीय प्रणाली में लोगों का विश्वास और बढ़ेगा।’’

राष्ट्रपति ने कहा कि स्वस्थ लोग स्वस्थ समाज का निर्माण करते हैं और स्वस्थ समाज की नींव पर ही स्वस्थ राष्ट्र का निर्माण होता है।

भाजपा ने राष्ट्रपति मुर्मू के खिलाफ उच्चतम न्यायालय जाने संबंधी केरल सरकार के कदम की आलोचना की

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के खिलाफ उच्चतम न्यायालय जाने के कदम के लिए केरल की वामपंथी सरकार की रविवार को आलोचना करते हुए कहा कि यह महिलाओं और आदिवासी समुदायों के प्रति मार्क्सवादी पार्टी के भेदभाव को दर्शाता है।

पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन ने आरोप लगाया कि मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने हमेशा ‘‘महिला विरोधी’’ रुख अपनाया है और उन्होंने तब भी विरोध किया था जब मुर्मू को देश के सर्वोच्च पद के लिए नामित किया गया था।

उन्होंने आरोप लगाया कि मार्क्सवादी पार्टी का रुख हमेशा महिला विरोधी रहा है। उन्होंने कहा कि 2022 तक वामपंथी पार्टी के पोलित ब्यूरो में कोई महिला सदस्य नहीं थी।

केरल सरकार ने एक असामान्य कदम उठाते हुए राज्य विधानसभा से पारित चार विधेयकों को राष्ट्रपति मुर्मू द्वारा मंजूरी न दिये जाने के खिलाफ उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है।

मुरलीधरन ने यहां पत्रकारों से कहा कि यह पहली बार नहीं है कि देश में विधेयकों में देरी हो रही है, बल्कि यह पहली बार है कि कोई राष्ट्रपति के खिलाफ आगे बढ़ रहा है।

उन्होंने कहा कि सामाजिक न्याय और समानता के लिए खड़े देश के लोग राष्ट्रपति मुर्मू को अपमानित करने के इरादे से उठाए गए हर कदम का विरोध करेंगे।

उन्होंने कहा कि ऐसा समझा जाता है कि राज्य के मुख्य सचिव एवं माकपा के वरिष्ठ नेता टी पी रामकृष्णन ने संयुक्त रूप से राष्ट्रपति के खिलाफ मामला दायर किया है।

राज्य सरकार ने राष्ट्रपति द्वारा बगैर किसी कारण के विधेयकों को मंजूर न करने को असंवैधानिक कदम घोषित करने का न्यायालय से अनुरोध किया है। इन विधेयकों में विश्वविद्यालय कानून (संशोधन) (नंबर 2) विधेयक, 2021; केरल सहकारी सोसायटी (संशोधन) विधेयक, 2022; विश्वविद्यालय कानून (संशोधन) विधेयक, 2022; और विश्वविद्यालय कानून (संशोधन) (नंबर 3) विधेयक, 2022 शामिल हैं।प्रादेशिकतिरुवनंतपुरम

राष्ट्रपति मुर्मू सोमवार को ‘पर्पल उत्सव’ का उद्घाटन करेंगी

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सोमवार को राष्ट्रपति भवन के अमृत उद्यान में दिव्यांग जनों के लिए ‘पर्पल उत्सव’ का उद्घाटन करेंगी। एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई।

सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के तहत दिव्यांग जन सशक्तीकरण विभाग ने बयान में कहा कि सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री तथा विभाग के सचिव इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे।

मंत्रालय के अनुसार, इस मौके पर 10 हजार से अधिक दिव्यांगजन भी अपने अनुरक्षकों के साथ कार्यक्रम में शामिल होंगे।

बयान के अनुसार, ‘‘पर्पल उत्सव में सुगम्यता, समावेश और दिव्यांगता अधिकारों के क्षेत्र में कार्य करने वाले संगठनों के पूरी तरह से समावेशी और संवादपूर्ण स्टॉल होंगे। ‘पर्पल उत्सव’ की प्रमुख गतिविधियों में अमृत उद्यान यात्रा, अपनी दिव्यांगताओं को जानें, पर्पल कैफे, पर्पल कैलीडोस्कोप, पर्पल लाइव एक्सपीरियंस जोन, पर्पल स्पोर्ट्स आदि होंगी।’’

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मेहंदीपुर बालाजी मंदिर में पूजा अर्चना की

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को राजस्थान के दौसा जिले के मेहंदीपुर बालाजी मंदिर में पूजा-अर्चना की।

वह मंदिर की आरती में भी शामिल हुईं। राष्ट्रपति की यात्रा के मद्देनजर व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। वह करीब एक घंटे तक मंदिर में रहीं।

राष्ट्रपति मुर्मू मंगलवार शाम जयपुर पहुंची थीं और उन्होंने रात्रि विश्राम राजभवन में किया। बाद में दिन में, वह डूंगरपुर में बेणेश्वर धाम का दौरा करेंगी और अपराह्न 3.40 बजे बेणेश्वर धाम में लखपति दीदी सम्मेलन में हिस्सा लेंगी।

राष्ट्रपति ने प्रशिक्षु अधिकारियों से कहा- विकास की गति तय करने में ईमानदारी व मेहनत की अहम भूमिका

 राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को युवा नौकरशाहों के एक समूह से कहा कि उनकी सत्यनिष्ठा, कड़ी मेहनत और ईमानदारी लोगों के विकास की गति निर्धारित करने में अहम भूमिका निभाएगी। उन्होंने कहा, ‘‘जब आप विभिन्न विभागों में तैनात होते हैं तो आपको हमेशा याद रखना चाहिए कि आपके कार्यों और निर्णयों का सभी नागरिकों… Continue reading राष्ट्रपति ने प्रशिक्षु अधिकारियों से कहा- विकास की गति तय करने में ईमानदारी व मेहनत की अहम भूमिका

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मंगलवार से दो दिवसीय लद्दाख यात्रा पर;सियाचिन आधार शिविर भी जायेंगी

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मंगलवार को लद्दाख की दो दिवसीय यात्रा पर जायेंगी और इस दौरान उनका सियाचिन आधार शिविर भी जाने का कार्यक्रम है। राष्ट्रपति भवन ने सोमवार को यह जानकारी दी।

राष्ट्रपति मंगलवार को लेह में केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख के स्थापना दिवस समारोह में भी हिस्सा लेंगी।

लद्दाख 31 अक्टूबर, 2019 को केंद्रशासित प्रदेश बना था।

राष्ट्रपति भवन ने एक बयान में बताया कि राष्ट्रपति मुर्मू बुधवार को सियाचिन आधार शिविर जायेंगी जहां वह सैनिकों के साथ संवाद करेंगी।

बयान में कहा गया है, ‘‘ उसी दिन वह लेह में उनके सम्मान में आयोजित नागरिक अभिनंदन समारोह में भाग लेंगी। राष्ट्रपति स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों और स्थानीय आदिवासियों से बातचीत भी करेंगी।’’