महिला नेताओं के खिलाफ अभद्र बयानबाजी जारी; कंगना, हेमा और ममता बन चुकी हैं निशाना

चुनाव आते ही महिला नेताओं के खिलाफ अभद्र बयानबाजी का सिलसिला शुरू हो जाता है। ऐसा ही कुछ 2024 के लोकसभा चुनाव के दौरान भी देखने को मिल रहा है, जिसमें भाजपा की चर्चित उम्मीदवारों-हेमा मालिनी व कंगना रनौत और तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी को निशाना बनाया जा चुका है।

कांग्रेस के नेता रणदीप सुरजेवाला ने बृहस्पतिवार को हेमा मालिनी के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी करके अपनी पार्टी और नेताओं को मुश्किल में डाल दिया, जिसके बाद राष्ट्रीय महिला आयोग तुरंत उनके खिलाफ निर्वाचन आयोग पहुंच गया।

पिछले महीने हरियाणा में एक रैली में की गई सुरजेवाला की टिप्पणी को लेकर बड़ा राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया। भाजपा ने आरोप लगाया कि विपक्षी दल कांग्रेस इस “निम्नस्तरीय, लैंगिक” टिप्पणी से एक नए निचले स्तर पर पहुंच गया है।

वहीं, सुरजेवाला ने कहा कि उन्होंने उसी वीडियो में यह भी कहा था कि हेमा मालिनी का बहुत सम्मान किया जाता है क्योंकि उन्होंने “धर्मेंद्र जी से शादी की है और वह हमारी बहू हैं।”

कई साल पहले, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रमुख लालू यादव ने हेमा मालिनी के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए दावा किया था कि वह बिहार की सड़कों को उनके गालों जितनी चिकनी बना देंगे।

महिला अधिकार कार्यकर्ता रंजना कुमारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, “केवल प्रतिद्वंद्वी दलों के बीच नहीं, बल्कि राजनीतिक दलों के अंदर भी सभी महिला नेताओं को अपने पुरुष सहयोगियों से लैंगिक भेदभाव का सामना करना पड़ता है। आप किसी भी महिला नेता से पूछ सकते हैं और वह आपको यही बताएगी।”

दिल्ली विश्वविद्यालय के जीसस एंड मैरी कॉलेज में राजनीति विज्ञान की प्रोफेसर सुशीला रामास्वामी ने कहा कि आधुनिक समाज के लिए आवश्यक लैंगिक समानता और बहुलवाद “भारत में अभी भी नवजात व महत्वहीन हैं।”

उन्होंने कहा, “महिलाओं का प्रतिनिधित्व कई अन्य लोकतांत्रिक देशों की तुलना में बहुत कम है। वहां महिलाएं विशेषाधिकार प्राप्त और अच्छे परिवारों से हैं।”

सुरजेवाला से पहले, उनकी पार्टी के नेता सुप्रिया श्रीनेत और एच.एस. अहीर अपने सोशल मीडिया हैंडल पर रनौत व उनके निर्वाचन क्षेत्र मंडी को जोड़कर पोस्ट करने के लिए निशाने पर आ गए थे।

श्रीनेत ने यह कहते हुए आपत्तिजनक टिप्पणी हटा दी थी कि संबंधित पोस्ट उन्होंने नहीं किया था। इसके अलावा, कर्नाटक से कांग्रेस के विधायक शमनूर शिवशंकरप्पा ने भाजपा की गायत्री सिद्धेश्वरा के बारे में कहा कि वह केवल “खाना बनाने के लायक” हैं।

भाजपा के दिलीप घोष ने बनर्जी के वंश पर टिप्पणी के लिए माफी मांगी।

निर्वाचन आयोग ने श्रीनेत और घोष को नोटिस जारी किया, लेकिन ऐसा लगता है कि इस चुनावी मौसम के लिए इस तरह की टिप्पणियों के लिए पहले से तैयारी की गई थी।

यह एक दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि भारतीय राजनीति में सोनिया गांधी, मायावती, ममता बनर्जी, स्मृति ईरानी, जयाप्रदा और प्रियंका गांधी वाद्रा जैसी दिग्गज हस्तियां किसी न किसी समय आपत्तिजनक लैंगिक टिप्पणी का निशाना बनीं।

समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान ने 2019 में भाजपा नेता जयाप्रदा के बारे में अभद्र टिप्पणी की थी।

उत्तर प्रदेश के रामपुर में एक रैली के दौरान खान ने कहा था, “मैं उन्हें (जयाप्रदा को) रामपुर लेकर आया। आपको उनका असली चेहरा पहचानने में 17 साल लग गए लेकिन मुझे 17 दिन में पता चल गया कि वह खाकी अंडरवियर पहनती हैं।”

भारतीय राजनीति में स्त्री द्वेष पर चर्चा करते हुए महिला अधिकार कार्यकर्ता रंजना कुमारी ने कहा कि “किसी महिला के शरीर पर टिप्पणी करके उसे नीचा दिखाना” एक आम मानसिकता है।

उन्होंने कहा कि हालांकि ऐसे मामलों में आरोपी महिलाएं अंततः माफी मांग लेती हैं, लेकिन पुरुष शायद ही कभी ऐसा करते हैं।

इसी तरह की घटनाएं 2019 के आम चुनाव के दौरान देखी गईं जब राजनीतिक दिग्गजों ने अपनी महिला प्रतिद्वंद्वियों के बारे में अभद्र टिप्पणी करके उन्हें निशाना बनाया।

तत्कालीन केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को “घूंघट” के पीछे रहने की सलाह दी थी। वहीं, भाजपा के एक अन्य नेता विनय कटियार ने कथित तौर पर पूछा था कि क्या कांग्रेस नेता सोनिया गांधी राहुल गांधी को सबूत दे पाएंगी कि उनके पिता राजीव गांधी थे।

कटियार ने प्रियंका गांधी वाद्रा को भी निशाना बनाते हुए कहा था कि “राजनीति में पहले ही बहुत ज्यादा खूबसूरत स्टार प्रचारक हैं।”

उसी वर्ष, अभिनेत्री से नेता बनीं उर्मिला मातोंडकर लैंगिक टिप्पणी का निशाना बनीं जब भाजपा के गोपाल शेट्टी ने कहा कि उन्हें उनके रंग-रूप के कारण टिकट दिया गया।

भाजपा के दयाशंकर सिंह ने 2016 में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती को “वेश्या से भी बदतर” कहा था। सिंह ने आरोप लगाया था कि मायावती ने पैसे लेकर टिकट बेचे थे।

पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई के तत्कालीन उपाध्यक्ष सिंह की टिप्पणी के परिणामस्वरूप केशव प्रसाद मौर्य और अरुण जेटली जैसे भाजपा नेताओं को संसद में मायावती से माफी मांगनी पड़ी थी। 2022 में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने पर पुलिस ने कांग्रेस नेता अजय राय के खिलाफ मामला दर्ज किया था।

राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों पर लैंगिक और अपमानजनक टिप्पणियां करना कोई नयी बात नहीं है, लेकिन कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह अपनी ही पार्टी की नेता के बारे में अभद्र टिप्पणी करके निशाने पर आ गए थे।

साल 2013 में, सिंह ने मंदसौर की तत्कालीन सांसद मीनाक्षी नटराजन को “सौ टका टंच माल” कहा था, जिसके परिणामस्वरूप कई दलों ने उनकी तीखी आलोचना की थी।

रामास्वामी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, “उचित शिक्षा, पालन-पोषण और जागरूकता की कमी के कारण पुरुष श्रेष्ठता की विकृत धारणा वास्तविक दुनिया में परिलक्षित नहीं होती। हमारे पास एक उदार राजनीतिक संरचना है लेकिन एक उदार समाज का विकास एक सतत प्रक्रिया है और इसमें समय लगेगा।”

तीन दशक बाद मेनका, वरुण मैदान में नहीं : भाजपा ने पीलीभीत में झोंकी ताकत

पीलीभीत लोकसभा क्षेत्र में पिछले तीन दशक से भी ज्यादा वक्त तक अपना दबदबा कायम रखने वाले मां-बेटे यानी मेनका गांधी और वरुण गांधी इस बार इस सीट के चुनावी रण से बाहर हैं। वरुण का टिकट काटने के बाद सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) यहां अपने नए प्रत्याशी जितिन प्रसाद को जिताने के लिए पूरी ताकत लगा रही है।

भाजपा इस प्रतिष्ठापूर्ण सीट पर अपना वर्चस्व बनाए रखने के लिए जोरदार तैयारी कर रही है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार को यहां एक चुनावी रैली को संबोधित करेंगे।

मेनका गांधी और वरुण गांधी वर्ष 1996 के बाद से पीलीभीत सीट पर भाजपा का झंडा लहराते रहे हैं लेकिन इस बार पार्टी ने मौजूदा सांसद वरुण गांधी के बजाय प्रदेश सरकार में लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद को चुनाव मैदान में उतारा है।

पीलीभीत में लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान होगा।

भोजपुरी सिनेमा को सत्यजीत रे और प्रकाश झा जैसे फिल्म निर्माताओं की जरूरत: मनोज तिवारी

अभिनेता से राजनेता बने सांसद मनोज तिवारी ने कहा है कि बदलते दौर में आगे बढ़ने के लिए भोजपुरी सिनेमा को सत्यजीत रे और प्रकाश झा जैसे संवेदनशील फिल्म निर्माताओं की जरूरत है।

पूर्व भोजपुरी स्टार एवं गायक तिवारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ मुख्यालय में एजेंसी के संपादकों के साथ बातचीत में कहा कि भारी लोकप्रियता के बावजूद भोजपुरी सिनेमा अब भी राष्ट्रीय स्तर पर नहीं पहुंच पाया है।

तिवारी ने कहा, ‘‘हमें भोजपुरी सिनेमा को आगे ले जाने के लिए कदम उठाने की जरूरत है और इसके लिए हमें प्रकाश झा, सत्यजीत रे साहब जैसे निर्देशकों की भी जरूरत है। हमारे पास बहुत दर्शक हैं, लेकिन हम अब भी उस स्तर तक नहीं पहुंच पाए हैं।’’

तिवारी ने ‘ससुरा बड़ा पैसावाला’, ‘दारोगा बाबू आई लव यू’ और ‘बंधन टूटे ना’ सहित 100 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया है।

PM मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाना आपकी राष्ट्रीय जिम्मेदारी है: J. P. Nadda

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बृहस्पतिवार को उत्तराखंड की जनता से प्रदेश की सभी पांच लोकसभा सीट पर भाजपा को फिर जिताकर नरेन्द्र मोदी को लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने और भारत को विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने में मदद करने की अपील की।

यहां प्रदेश में अपनी पहली चुनावी सभा को संबोधित करते हुए नड्डा ने कहा, ‘‘देश प्रधानमंत्री के हाथों में सुरक्षित है, देश उनके नेतृत्व में आगे बढ़ रहा है, उन्हें तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाना है। यह आपकी राष्ट्रीय जिम्मेदारी है।’’

नड्डा ने कहा कि कोविड-19 की मार और रूस-यूक्रेन युद्ध के बावजूद ब्रिटेन को पीछे छोड़कर भारत विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। उन्होंने कहा, ‘‘अब आप तीसरी बार भी पांचों सीट पर भाजपा को जिताएंगे तो मोदी जी के नेतृत्व में भारत तीसरे नंबर की अर्थव्यवस्था बन जाएगा।’’

उन्होंने कहा कि वर्तमान आम चुनाव में जनता को घोटालेबाजों और उन लोगों के बीच में चुनाव करना है जिन्होंने उनका दर्द समझा और उनके विकास में कोई कसर नहीं छोड़ी ।

नड्डा ने कहा, ‘‘आपको चयन करना है। एक तरफ वे लोग हैं जिन्होंने उत्तराखंड के दर्द को समझा, उसे आगे बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी, प्रदेश के युवाओं की आकांक्षाओं को पंख लगाए और महिलाओं को ताकत दी और दूसरी तरफ वे लोग हैं जिन्होंने दशकों तक आपके साथ धोखा किया, जिन्होंने घोटाले किए और आपको विनाश की तरफ धकेला।’

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने तूफान प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात की, हरसंभव मदद का आश्वासन दिया

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को पश्चिम बंगाल, असम और मणिपुर के मुख्यमंत्रियों से बात की और उन्हें केंद्र की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया। तीनों राज्यों में तूफान की वजह से भारी नुकसान हुआ है।

शाह ने तीनों राज्यों के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं से भी अपील की कि वे संकट की इस घड़ी में प्रभावित लोगों की हर संभव मदद करें।

शाह ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘तूफान के कारण पश्चिम बंगाल, असम और मणिपुर को हुए भारी नुकसान से बेहद चिंतित हूं। मुख्यमंत्रियों से बात की और उन्हें हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया। मृतकों के परिवारों के प्रति मैं गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।’’

उत्तरी पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के कुछ हिस्सों में रविवार को तूफान आने से चार लोगों की मौत हो गई और 100 से अधिक घायल हो गए जबकि असम में भारी बारिश और ओलावृष्टि के बीच दक्षिण सलमारा-मनकाचर जिले में ब्रह्मपुत्र नदी में एक नाव पलटने से एक बच्चे की मौत हो गई और दो लोगों के लापता होने की खबर है।

मणिपुर के कई हिस्सों में रविवार को बारिश और ओलावृष्टि की भी खबरें आईं, जिससे घरों, इमारतों और फसलों को नुकसान पहुंचा।

भाजपा ने लोकसभा चुनाव के लिए घोषणा पत्र समिति बनाई, राजनाथ होंगे अध्यक्ष

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए शनिवार को 27 सदस्यीय घोषणा पत्र समिति गठित कर दी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को इस समिति का अध्यक्ष, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को संयोजक और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल को सह-संयोजक बनाया गया है।

भाजपा महासचिव अरुण सिंह की ओर से जारी एक विज्ञप्ति के मुताबिक पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने इस समिति के गठन को मंजूरी दी है।

समिति में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, भूपेंद्र यादव, अश्विनी वैष्णव, धर्मेंद्र प्रधान, स्मृति ईरानी और राजीव चंद्रशेखर के अलावा पार्टी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और कुछ पूर्व उपमुख्यमंत्री भी शामिल हैं।

मुख्यमंत्रियों में गुजरात के भूपेंद्र पटेल, मध्य प्रदेश के मोहन यादव, असम के हिमंत विश्व शर्मा और छत्तीसगढ़ के विष्णु देव साय के नाम हैं जबकि पूर्व मुख्यमंत्रियों में शिवराज सिंह चौहान और वसुंधरा राजे के नाम हैं।

समिति के अन्य सदस्यों में पूर्व केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद, पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े, राधामोहन दास अग्रवाल, राष्ट्रीय सचिव मनजिंदर सिंह सिरसा, ओ पी धनखड़, अनिल एंटनी शामिल हैं।

भाजपा ने पिछले माह ही लोकसभा चुनाव के लिए अपने घोषणा पत्र को तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी थी। पार्टी ने लोगों से सुझाव मांगने के लिए अलग-अलग इलाकों में ‘रथ’ भी रवाना किए थे।

भाजपा अपने घोषणा पत्र को ‘संकल्प पत्र’ कहती है। सूत्रों के मुताबिक, इस बार का घोषणा पत्र गरीबों, युवाओं, किसानों और महिलाओं को ध्यान में रखकर बनाया जा रहा है। पार्टी का इस बार का घोषणा पत्र 2047 तक देश को विकसित बनाने की ‘योजना’ पर भी आधारित होगा।

सूत्रों के मुताबिक 19 अप्रैल को पहले चरण के मतदान से पहले पार्टी अपना घोषणा पत्र जारी कर सकती है।

भाजपा के प्रदर्शन के चलते दिल्ली में आईटीओ पर यातायात प्रभावित

आबकारी नीति मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद उनके इस्तीफे की मांग करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा मंगलवार को यहां आईटीओ पर प्रदर्शन किये जाने के कारण यातायात प्रभावित रहा।

दिल्ली पुलिस ने कहा कि इस प्रदर्शन के कारण मध्य दिल्ली में भारी यातायात रहेगा।

पुलिस ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘बहादुर शाह जफर (बीएसजेड) मार्ग पर प्रदर्शन के मद्देनजर आईपी मार्ग, विकास मार्ग, मिंटो रोड और दीनदयाल उपाध्याय (डीडीयू) मार्ग पर वाहनों की भीड़ रहेगी। बहादुरशाह जफर मार्ग बंद रहेगा। कृपया इन मार्गों पर जाने से बचें और इन बातों को ध्यान में रखकर अपनी यात्रा की योजना बनाएं।’’

भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने केजरीवाल का इस्तीफा मांगते हुए मंगलवार को विरोध प्रदर्शन किया । केजरीवाल को आबकारी नीति से जुड़े धनशोधन मामले में गिरफ्तार किया गया है।

भाजपा नेता और कार्यकर्ता फिरोज शाह कोटला स्टेडियम के पास इकट्ठा हुए। उन्होंने केजरीवाल एवं आम आदमी पार्टी के खिलाफ नारे लगाते हुए तथा उनकी सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए दिल्ली सचिवालय की ओर कूच किया।

राजनाथ सिंह ने लेह में जवानों के साथ मनाई होली, लद्दाख को ‘वीरता की राजधानी’ बताया

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को लेह में सेना के जवानों के साथ होली मनायी और खराब मौसमी परिस्थितियों से जूझते हुए दुश्मनों से देश की रक्षा करने के लिए उनकी प्रशंसा की।

सिंह को पहले दुनिया की सबसे ऊंची रणभूमि सियाचिन जाना था लेकिन खराब मौसम के कारण उनका दौरा रद्द कर दिया गया है। उनके साथ सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे थे।

रक्षा मंत्री ने सैनिकों के माथे पर ‘गुलाल’ लगाकर तिलक किया।

रंगोत्सव मनाने के बाद सैनिकों को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि लद्दाख साहस और बहादुरी की राष्ट्रीय राजधानी है।

उन्होंने कहा, ‘‘जैसे कि दिल्ली हमारी राष्ट्रीय राजधानी है, मुंबई आर्थिक राजधानी है और बेंगलुरु प्रौद्योगिकी राजधानी है, उसी तरह लद्दाख भारत की साहस और बहादुरी की राजधानी है।’’

रक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘जब हर कोई खराब मौसम के कारण अपने घरों में छिपना चाहता है तो आप अटूट इच्छाशक्ति से अपने दुश्मनों से देश की रक्षा करने के लिए डटे रहते हैं।’’

उन्होंने कहा कि देश सैनिकों के समर्पण व सेवा के लिए हमेशा उनका ऋणी रहेगा।

उन्होंने कहा, ‘‘आप उत्कृष्ट काम कर रहे हैं। आप दुश्मन से लड़ने और अपने सीने पर गोली खाने के लिए तैयार हैं और इस वजह से देश को लोग शांतिपूर्वक होली मना सकते हैं।’’

सिंह ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि आप सभी दुश्मनों से हमारी रक्षा करते हुए हमारे लिए रक्षा करने वाले ईश्वर से कम नहीं हैं।’’

उन्होंने सशस्त्र बलों तथा उनके परिवारों के कल्याण के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नीत केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता दोहरायी।

उन्होंने कहा, ‘‘आपकी, आपके बच्चों और माता-पिता की देखभाल करना हमारा कर्तव्य है। जिस उत्साह से आप इस देश के लिए काम कर रहे हैं, हमारी सरकार उसी उत्साह से देश की ताकतों के लिए काम कर रही है।’’

सिंह ने कहा कि जब पांच साल पहले वह रक्षा मंत्री बने थे तो उन्होंने सबसे पहले सियाचिन का दौरा किया था।

उन्होंने कहा, ‘‘आज, खराब मौसम के कारण सियाचिन जाना संभव नहीं है। इसलिए, मैं वहां तैनात सभी सैनिकों को होली की शुभकामना देता हूं।’’

उन्होंने कहा कि जवानों के साथ होली खेलना उनके लिए सबसे खुशी के पलों में से एक है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘हम सभी जानते हैं कि हमारे देश में एक परंपरा है कि जब भी कोई पावन अवसर आता है तो अपने देवों की पूजा कर इसकी शुरुआत करते हैं। यहां तक कि जब हम कोई दावत करते हैं तो सबसे पहले भगवान को भोग लगाते हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘दिवाली का पहला दीया, होली का पहला रंग, यह सभी हमारे रक्षकों, हमारे सैनिकों के नाम पर होना चाहिए। त्योहार सबसे पहले सियाचिन और करगिल की चोटियों, राजस्थान के रेतीले मैदानों पर और हिंद महासागर में तैनात पनडुब्बी पर सवार नौसैन्य कर्मियों के साथ मनाना चाहिए।’’

लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए काम करते रहना चाहता हूं: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि वह छोटे से छोटे तरीके से भी लोगों की मदद करना और उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए काम करते रहना चाहते हैं।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता ने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए साक्षात्कार में कहा कि रोजगार के अवसर सृजित करना और गरीबी खत्म करने के लक्ष्य के साथ नरेन्द्र मोदी सरकार काम कर रही है। गडकरी को भाजपा ने आगामी आम चुनाव के लिए नागपुर संसदीय क्षेत्र से लगातार तीसरी बार उम्मीदवार बनाया है।

नागपुर से भाजपा प्रत्याशी के तौर पर विभिन्न मुद्दों और अपनी योजनाओं के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, “मैं लोगों से मिलना जारी रखना चाहता हूं। मेरा मानना है कि सार्वजनिक जीवन में, लोगों से मिलना और छोटे से छोटे संभव तरीके से भी उनकी मदद करना जरूरी है। मैं स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्रों में काम करना जारी रखना चाहता हूं और यथासंभव समाज की सेवा करना चाहता हूं।”

उन्होंने कहा, “मैंने रोजगार सृजन, स्वास्थ्य, शिक्षा, खेल संस्कृति के संदर्भ में अच्छे बुनियादी ढांचे के जरिये लोगों के समग्र विकास और उनके जीवन स्तर में सुधार में मदद करने की कोशिश की। मैंने इन मोर्चों पर प्रयास किए हैं…और भी बहुत कुछ करने की जरूरत है और मैं ऐसा करूंगा।”

सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने कहा कि अपने चुनाव अभियान के तहत वह हर घर, हर व्यक्ति और हर दिल तक पहुंचेंगे।

गडकरी ने कहा, “मैं पोस्टर, बैनर और प्रलोभन में विश्वास नहीं करता। मैं लोगों से मिलूंगा, उनसे बात करूंगा और उनका आशीर्वाद मांगूंगा। मैं लोगों के जीवन में बदलाव लाने के लिए काम करना जारी रखना चाहता हूं।”

गडकरी से पूछा गया कि उनके अनुसार किन क्षेत्रों में विकास की अपार संभावनाएं हैं तो उन्होंने कहा कि जल परिवहन, बंदरगाह, ब्रॉड गेज मेट्रो, बिजली पर बड़े पैमाने पर तीव्र परिवहन जैसे रोपवे, केबल कार, फनिक्युलर रेलवे और स्काई बस क्षेत्र में अपार अवसर हैं।

अयोध्या में राममंदिर में प्राणप्रतिष्ठा के साथ ही अब भारत में रामराज्य स्थापित होगा : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को कहा कि वे दिन दूर नहीं हैं, जब भारत में ‘रामराज्य’ स्थापित होगा और देश 2027 तक दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में से एक होगा।

सिंह ने नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (सीएए) के लागू होने पर भाजपा को सांप्रदायिक बताने वालों पर भी निशाना साधा और यह सवाल किया कि पाकिस्तान में हिंदुओं की आबादी किन परिस्थितियों में लगभग 23 प्रतिशत से घटकर लगभग 3 प्रतिशत हो गई।

राज्य की राजधानी रांची से लगभग 160 किलोमीटर दूर इटखोरी में एक रैली को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा, ‘‘अयोध्या में मंदिर में प्राणप्रतिष्ठा के साथ ही अब भारत में रामराज्य की स्थापना होगी… रामलला टेंट से अपने महल में पहुंच गए हैं।”

उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किए गए विकास कार्यों के दम पर भारत उनके नेतृत्व में ‘विश्वगुरु’ बनेगा और यह भगवान की इच्छा है कि वह न केवल तीसरी बार बल्कि चौथी बार भी प्रधानमंत्री बने रहें।”

उन्होंने सीएए पर कहा कि हिंदू, सिख, ईसाई और पारसियों सहित अल्पसंख्यक अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान जैसे देशों में धार्मिक उत्पीड़न का सामना कर रहे थे और शरण के लिए भारत आ रहे थे। उन्होंने कहा, “हमने उन्हें नागरिकता देने का फैसला किया…इसके लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को सांप्रदायिक करार दिया गया।’’

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर निशाना साधते हुए सिंह ने कहा कि यह भारत के इतिहास में अभूतपूर्व घटना है कि एक मुख्यमंत्री ही लापता हो गया लेकिन अब वह भ्रष्टाचार के आरोप में सलाखों के पीछे हैं। सिंह ने कहा, ‘‘पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकारों के उलट भाजपा सरकार पर कोई भी भ्रष्टाचार को लेकर उंगली नहीं उठा सकता।’’