अमित शाह कल NCEL LOGO, वेबसाइट की शुरुआत करेंगे

सहकारिता मंत्री अमित शाह सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी में एक राष्ट्रीय संगोष्ठी में नव स्थापित नेशनल कोऑपरेटिव फॉर एक्सपोर्ट्स लिमिटेड (एनसीईएल) का लोगो, वेबसाइट और ब्रोशर जारी करेंगे।

शाह यहां पूसा परिसर में आयोजित संगोष्ठी में एनसीईएल सदस्यों को सदस्यता प्रमाणपत्र भी वितरित करेंगे।

मंत्रालय ने बयान में कहा, ‘‘ संगोष्ठी में निर्यात बाजारों को जोड़ने के लिए सहकारी समितियों को एक साथ लाने, भारतीय कृषि-निर्यात की क्षमता तथा सहकारी समितियों के लिए अवसरों सहित कई मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।’’

मंत्रालय ने कहा, ‘‘ इसमें बड़ी संख्या में सहकारी समितियों को शामिल करके कृषि और संबद्ध गतिविधियों के साथ-साथ हथकरघा तथा हस्तशिल्प वस्तुओं को भी शामिल किया गया है, जिसका मकसद 2025 तक अपने राजस्व को करीब 2,160 करोड़ रुपये के मौजूदा स्तर से दोगुना करना है।’’

PM मोदी ने अमित शाह को जन्मदिन की बधाई दी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को उनके जन्मदिन पर बधाई दी और सरकार के साथ ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के संगठन में उनके योगदान की सराहना करते हुए उन्हें एक उत्कृष्ठ प्रशासक बताया।

Amit Shah ने गगनयान के TV-D1 परीक्षण यान के सफल प्रक्षेपण की सराहना की

अमित शाह ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘चंद्रयान तीन के सफल प्रक्षेपण के बाद हमारा देश अंतरिक्ष के क्षेत्र में एक और बड़ा कदम उठाने के लिए तैयार है। आज इसरो ने गगनयान के टीवी-डी1 परीक्षण यान का प्रक्षेपण कर अंतरिक्ष के क्षेत्र में एक और उल्लेखनीय यात्रा की पटकथा लिखी।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मैं सफलता के इस महत्वपूर्ण अवसर पर हमारे वैज्ञानिकों और हमारे नागरिकों को हार्दिक बधाई देता हूं।’’

आतंकवाद, नक्सलवाद, पूर्वोत्तर में घुसपैठ की घटनाओं में 65 प्रतिशत कमी आई है: Amit Shah

अमित शाह ने कहा कि मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने आपराधिक न्याय प्रणाली में व्यापक बदलाव के लिए संसद में तीन विधेयक पेश किए हैं। ये तीन विधेयक 150 साल पुराने कानूनों की जगह लेंगे और सभी नागरिकों के संवैधानिक अधिकार की गारंटी देंगे। उन्होंने कहा कि प्रस्तावित कानून में भारतीयता की झलक होगी।

शाह ने कहा, ‘‘पुलिसकर्मियों के प्रयासों और उपलब्धियों की बदौलत आतंकवाद, वामपंथी चरमपंथ और पूर्वोत्तर में उग्रवाद की घटनाओं में 65 प्रतिशत की कमी आई है।’’

Chhattisgarh Election: छत्तीसगढ़ दौरे पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, नामांकन रैली को करेंगे संबोधित

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बृहस्पतिवार को जगदलपुर और कोंडागांव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उम्मीदवारों की नामांकन रैली में शामिल होंगे तथा जनसभा को संबोधित करेंगे। भाजपा पदाधिकारियों ने यह जानकारी दी।

दिल्ली: 6 घंटे तक चली BJP कोर कमिटी की बैठक, MP चुनाव को लेकर हुई चर्चा

बता दें कि सूत्रों के अनुसार इस बैठक में कोर ग्रुप ने मध्यप्रदेश की बची हुई 94 विधानसभा सीटों पर चर्चा की गई गौरतलब हो कि भाजपा मध्यप्रदेश विधानसभा की कुल 230 सीटों में से 136 पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है।

अमित शाह ने कश्मीर के शारदा मंदिर में नवरात्रि पूजा की प्रशंसा की

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को कश्मीर स्थित शारदा मंदिर में हुई नवरात्रि की पूजा की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि यह घाटी में शांति लौटने को दर्शाता है। कश्मीर के शारदा मंदिर में 1947 के बाद पहली बार शारदीय नवरात्रि पर पूजा अर्चना की गई।

शाह ने कहा कि मंदिर में पूजा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक ज्योति के फिर से प्रज्वलित होने का प्रतीक है।

कश्मीर के टीटवाल में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के नजदीक नवनिर्मित शारदा मंदिर में सोमवार को नवरात्रि पर पूजा हुई। इस मंदिर का उद्घाटन इसी साल 23 मार्च को गृह मंत्री शाह ने किया था। मंदिर को उसी स्थान और शैली में बनाया गया है, जहां भारत के विभाजन से पूर्व मौजूद था। शाह ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया, ‘‘यह आध्यात्मिक रूप से महत्वपूर्ण है कि 1947 के बाद पहली बार नवरात्रि पूजा इस साल कश्मीर के ऐतिहासिक शारदा मंदिर में हो रही है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इससे पहले, इस साल मंदिर में चैत्र नवरात्रि पूजा हुई थी और अब शारदीय नवरात्रि पूजा के मंत्र दोबारा मंदिर में सुनाई दे रहे हैं। यह मेरा सौभाग्य है कि 23 मार्च 2023 को मंदिर के पुनर्निर्माण के बाद उद्घाटन करने का मौका मिला।’’

शाह ने कहा, ‘‘यह न सिर्फ घाटी में शांति की वापसी का द्योतक है, बल्कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में हमारे राष्ट्र की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक ज्योति के पुन: प्रज्वलित होने का प्रतीक है।’’मंदिर में हुई पूजा में पूरे देश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए।

सिख विरोधी दंगों के पीड़ितों को न्याय मिलने की शुरुआत 2014 के बाद ही हुई: अमित शाह

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि 1984 के सिख विरोधी दंगों के पीड़ितों को न्याय मिलने की शुरुआत 2014 में नरेन्द्र मोदी सरकार बनने के बाद ही हुई।

यहां दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि 2014 के बाद 1984 के दंगों से संबंधित 300 मामले फिर से खोले गए और प्रत्येक मृतक के परिवार को 5 लाख रुपये का मुआवजा दिया गया।

उन्होंने कहा, ‘‘1984 के दंगों को कोई नहीं भूल सकता। मोदी सरकार के सत्ता में आने तक उन दंगों के मामले में किसी को सजा नहीं हुई। कई जांच आयोग बने, लेकिन नतीजा नहीं निकला। लेकिन मोदी ने एसआईटी बनाई, 300 मामले दोबारा खोले और जो दोषी थे उन्हें जेल भेजना शुरू किया।’’

शाह ने कहा कि इतने सालों के बाद मोदी सरकार ने 3,328 मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये मुआवजा देने की प्रक्रिया को पूरा किया गया।

सिख गुरुओं को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए गृह मंत्री ने कहा कि सिख समुदाय के लोग धर्म और कर्म दोनों को समान रूप से लेकर आगे बढ़ते हैं और जब धर्म के लिए बलिदान की बात आती है तो एक सच्चा सिख कभी पीछे नहीं हटता।

उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संघर्ष के दिनों से आज देश की सुरक्षा तक सिख भाइयों का बलिदान बेमिसाल है।

शाह ने सिख गुरुओं को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा, ‘‘मैं सिख धर्म की गुरु परंपरा के सामने सिर झुकाता हूं। सिख पंथ की 10 पीढ़ियों की गुरु परंपरा ने दुनिया के सामने हमलावरों के अन्याय और बर्बरता के खिलाफ संघर्ष और बलिदान का एक उत्कृष्ट उदाहरण पेश किया है।’’

उन्होंने कहा कि नौवें सिख गुरु तेग बहादुर का देश के लिए योगदान कभी नहीं भुलाया जा सकता।

शाह ने कहा कि कश्मीर की जनता पर मुगल शासक औरंगजेब के अत्याचारों के खिलाफ उनका सर्वोच्च बलिदान उनकी महानता को दर्शाता है।

गृह मंत्री ने कहा कि जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरु तेग बहादुर की स्मृतियों का उत्सव मनाने का फैसला किया था तो निर्णय लिया गया था कि उनके स्तुतिगान की शुरुआत लाल किले पर उसी स्थान से होगी जहां उनके बलिदान की घोषणा की गयी थी।

सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव के संदर्भ में शाह ने कहा कि उन्होंने कई देशों में सभी धर्मों में समानता का पाठ पढ़ाया।

उन्होंने कहा, ‘‘उनके चरण कर्नाटक से लेकर मक्का तक पड़े थे। निस्वार्थ प्रेम के संदेश को प्रसारित करने के लिए उन दिनों इतनी लंबी पैदल यात्रा की कोई कल्पना नहीं कर सकता था।’’

शाह ने सिख धर्म में महिलाओं के सशक्तीकरण की परंपरा का भी उल्लेख किया।

संघर्ष और टकराव से किसी को लाभ नहीं होता: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जी20 देशों की संसद के स्पीकर और संसदीय प्रतिनिधिमंडल के शिखर सम्मेलन में यह बात कही। प्रधानमंत्री ने साथ ही कहा कि हमें वैश्विक तौर पर एक दूसरे पर भरोसा करने के रास्ते में आने वाली बाधाओं को भी दूर करना होगा।

देश का नेतृत्व प्रधानमंत्री मोदी जैसे व्यक्ति के हाथ में हो तो असाधारण परिणाम पक्के हैं- अमित शाह

अमित शाह ने बुधवार को कहा कि जब देश का नेतृत्व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जैसे संवेदनशील, परिश्रमी और समर्पित नेता द्वारा किया जाता है, तो असाधारण परिणाम अनिवार्य हो जाते हैं।